साथ जिंदगी भर का - भाग 18 Khushbu Pal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 47

    पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स को एक औरत बार बार दिखती...

  • इश्क दा मारा - 38

    रानी का सवाल सुन कर राधा गुस्से से रानी की तरफ देखने लगती है...

श्रेणी
शेयर करे

साथ जिंदगी भर का - भाग 18

क्या है यह कुंवर जी आस्था आप के बर्थडे का गिफ्ट एकांश हमें नहीं चाहिए

ऑलरेडी सब ने हमें बहुत सारे गिफ्ट दे दिए हैं

आस्था वह सब ने दिए हैं हमने नहीं एकांश आपको तो पता भी नहीं है

सबसे बड़ा गिफ्ट तो आपने ही हमें दिया है इसलिए यह हमें नहीं चाहिए आस्था अच्छा ऐसा कौन सा गिफ्ट है

जो हमने आपको दिया है जरा हमें भी तो बताइए एकांश हमारी मां का सपना आस्था मतलब..... ह...... ......हम समझे नहीं एकांश

मतलब की हमारी मां चाहती थी हम अपनी पढ़ाई पूरी करें वह हमें सक्सेसफुल देखना चाहती थी आपको पता है हमारी पढ़ाई के लिए तो वह हर रोज गुल्लक मैं पैसे डालती थी

ताकि आगे चलकर कोई प्रॉब्लम ना हो लेकिन वह हमें छोड़ कर चली गई और हमारी आपसे शादी हो गई हमें लगा कि अब हम नहीं पढ पाएंगे लेकिन आपने हमारी एडमिशन करवा दी थैंक यू कुंवर जी थैंक यू सो मच आस्था नॉनस्टॉप बोले जा रही थी

और एकांश उसे उसकी मीठी सी आवाज को सुन रहा था आस्था हमें इतना भी कुछ बड़ा काम नहीं किया है

जो आप एकांश करते हुए चुप हो गया उसे आस्था के आंखों में आंसू जो दिखाई दिए क्या हुआ एकांश ने फिक्र से कहा मां इतनी जल्दी क्यों चली गई

हमें वह चाहिए था आस्था रोने लगी शांत हो जाइए आस्था जीवन मृत्यु हमारे हाथ में नहीं होता है मत रोइए आप आप को रोता देख कर उन्हें बुरा लगेगा और क्या आप चाहती हैं उन्हें बुरा लगे तकलीफ हो हम बताइए हमें एकांश उसे समझा रहा था और आस्था उसके सीने से लगी हुई थी

एकांश के पास जाकर उसे सुकून मिल रहा था कुंवरजी आस्था काफी देर बाद उसने कहा आप हमें अकेला नहीं छोड़ेंगे आस्था नहीं कभी भी नहीं एकांश में अपनी पकड़ उस पर मजबूत कर ली

और प्यार से उसके सिर को सहलाने लगा आप ठीक है ना आस्था एकांश ने कहा हम सॉरी हम ऐसे आस्था को अब अजीब लग रहा था

और शर्म भी आ रही थी इस तरह उसकी बाहों में सॉरी क्यों हम फ्रेंड्स हैं ना तो फॉर्मल हक तो कर ही सकते हैं है ना एकांश ने अपनी charming माइल के साथ कहा हां

आस्था भी मुस्कुरा गई दत्त तेरी कुंवर जी आस्था जोर से चीखी और सर पर हाथ मार दिया क्या हुआ एकांश क्यााा हुआ क्या पूछ रहे हैं हम कितना लेट हो गए हैं सब चले गए अब जल्दी चलिए आस्था ने एकांश का हाथ पकड़ा और जल्दी जल्दी चलने लगी आस्था आराम से ना चल रहे है हम और हो गया तो हो गए लेट

क्या फर्क पड़ता है एकांश ने उसे गाड़ी में आगे बिठाया और खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ गया आस्था के साथ और टाइम स्पेंड करना चाहता था उसके पीछे उसके बॉडीगार्ड्स की गाड़ियां भी निकल पड़ी लेकिन सब क्या कहेंगे आस्था कुछ नहीं हमसे कोई सवाल नहीं करता है एकांश आप सबको डांटते जो हैं आस्था ने धीरे से कहा लेकिन एकांश में सुन लिया था एकांश क्या कहा आपने🤨🤨

एकांश हमने कुछ नहीं कहा आस्था ने ना मैं जोर-जोर से सर हिलाया हमने कुछ नहीं कहा आस्था लेकिन हमने सुना एकांश ने सीरियस गुस्से वाले एक्सप्रेशन दिए सॉरी आस्था ने कहा एकांश समझ गया था कि अगर उसने कुछ और कहा तो वह रो देगी इसलिए वह हंस पड़ा आस्था ने भी स्माइल की कुंवर जी आप हमें गाड़ी चलाना सिखाएंगे

क्यों नहीं आस्था लेकिन आप अट्ठारह की पूरी होने के बाद एकांश मतलब हमें और 2 साल का वेट करना होगा आस्था ने नाराजगी से कहा बिल्कुल सिर्फ 2 साल का वेट करना है

उसके बाद हम आपको सिखाएंगे एकांश लेकिन अच्छा ठीक है हम एक सवाल पूछे आपसे आस्था हां पूछो एकांश ने कहा आप सुबह जल्दी उठते हैं ना तो मंदिर क्यों नहीं आते

पूजा करने के लिए आस्था नहीं कहा वह इसलिए क्योंकि हम ईश्वर की पूजा से ज्यादा लोगों की सेवा में विश्वास रखते हैं ऐसा नहीं है कि हम ईश्वर को नहीं मानते हमारी पूरी श्रद्धा है ईश्वर पर लेकिन फिर भी हमें यह पूजा-पाठ ज्यादा पसंद नहीं है

एकांश फिर आप पूजा में कैसे बैठे आस्था आस्था हम भी कहा हमें पूजा पसंद नहीं हमारे तो पसंद है और उनकी खुशी के लिए हम कुछ भी कर सकते हैं

एकांश वह आस्था ऐसे ही काफी सारी बातें करते हुए दोनों घर पहुंचे चेंज करके खाना खाकर वह एकांश स्टडी में चला गया भाई सा अंदर आए रूद्र हां आइए ना रूद्र एकांश भाई सा होप यू डोंट माइंड बट कैन आई आस्क यू समथिंग रूद्र गो अहेड आपकी और भाभी सा की फ्रेंडशिप हो गई है

रुद यह सवाल क्यों एकांश ऐसे ही सुबह वह हमें आपके नाम की धमकी दे रही थी रूद्र ने पास के सोफे पर बैठते हुए कहा धमकी मतलब एकांश ने कहा और रूद्र ने उसे सुबह का सारा किस्सा सुना दिया रूद्र बुरी बात इतना क्यों परेशान करते हैं आप उन्हें हर बार शरारत प्रकाश को बहुत हंसी आ रही थी

भाई साहब ऐसे ही हमारे मस्ती करने से वह थोड़ा फिक्र होती है मुस्कुराते हैं बस इसलिए वैसे आपको पता है उन्हें बहुत बातें लगती हैं

एक बार जो स्टार्ट हो गई ना फिर रुकने का नाम ही नहीं लेते हैं रूद्र अंदाजा आ गया हमें एकांश बहुत कुछ हुआ है उनके फास्ट में रूद्र सीरियस हो गया आपको उनका पास्ट पता है

एकांश नहीं एक दो बार बात करनी चाहिए एक डर सा दिखा उनकी आंखों में फिर बाद में कभी हिम्मत ही नहीं हुई रूद्र एकांश किसी सोच में गुम हो गया

भाई सा she is a pure soul उन्हें कभी मत छोड़िए गा यह कुंडली वगैरा हमें नहीं पता क्या है लेकिन बहुत प्यार प्यारी है वह बहुत साफ दिल है रूद्र या नो वैसे रूद्र आवो आपको रूद्र दा ऐसे क्यों बुलाते हैं एकांश बाईसा दा मतलब भाई तो इसीलिए हमें यही बोलती हैं पहले हमें अजीब लगा लेकिन अब अच्छा लगता है सुनने में

रूद्र यह साउंड्स इंटरेस्टिंग एकांश के चेहरे पर स्माइल आ गई डू यू लव हर रोज सुनने एकांश के आंखों की चमक और चेहरे पर किस माई को देखकर कहा आई थिंक यू आर गेटिंग लेट एकांश ने बात बदल दी ओके लेकिन सोच कर देखिए वॉइस तो आपकी है ही वह लेकिन आप कदम बढ़ाए और उन्हें हमसफर बनाइए बिकॉज आई डोंट थिंक सो कि उन्हें प्यार मोहब्बत जैसे फीलिंग के बारे में अभी कुछ पता होगा रूद्र

रूद्र एकांश ने उसे गुस्से से घूर कर देखा ओके सॉरी सॉरी रूद्र वहां से जल्दी से तेज रफ्तार करके भाग गया

एकांश मुस्कुरा दिया आई नो रूद्र वह इन feeling से बहुत दूर हैं इसलिए हम भी हमारी फीलिंग किसी के सामने एक्सप्रेस नहीं करेंगे एकांश अपनी प्यारी सी स्माइल के साथ काम करने लगा और दूसरी और आस्था एकांत के ख्यालों में मुस्कुराते हुए सो गई