मेरी दूसरी मोहब्बत - 72 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 72

Chapter 72- Awani ki complication

पवन बहुत परेशान होता हैं डॉक्टर उसे बैठने को कहती हैं।

डॉक्टर – Mr. पवन अब जो मैं आपको जो बताने जा रहीं हूँ please उसे ध्यान से सुना और समझने की कोशिश करना, अवनी के टेस्ट से हमें पता चला हैं की अवनी का गर्भशये बहुत weak हैं जिसके की अवनी के माँ बनने के chances बहुत कम हैं।

पवन( घबरा कर )– ये आप क्या बोल रहे हैं डॉक्टर मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा हैं? क्या आप मुझे थोड़ा details मैं बता सकती हैं?

डॉक्टर – ठीक हैं मैं आपको detail में बताती हूँ, जैसे की आप जानते हैं की uterus महिलाओं के प्रजनन तंत्र का एक महत्वपूर्ण भाग है। आंकड़ों की मानें, तो हर चार में से तीन महिला uterus की किसी न किसी समस्या से ग्रस्त होती हैं। लेकिन बहुत सारी महिलाओं को पता ही नहीं चलता कि उनके uterus में कोई समस्या है, क्योंकि केवल 10percent महिलाओं में ही इसकी असामान्यता के लक्षण दिखाई देते हैं। ये लक्षण time periods ना आने से लेकर बांझपन तक हो सकते हैं। इन छोटे-छोटे लक्षणों को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह किसी गंभीर बीमारी के संकेत भी हो सकते हैं।

पवन – क्या अवनी को कोई बीमारी हो गई हैं जिसकी वजह से वो माँ नहीं बन सकती?

डॉक्टर – नहीं नहीं अवनी को कोई बीमारी नहीं हैं बस उन्हें थोडी कमज़ोरी हैं और इसी कमोजरी के कारण यूट्रस अंडों को संभाल नहीं पाता, जिसके कारण गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि इससे आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप सही डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल से गर्भाश्य मजबूत बना सकती है, और मैंने ऐसा नहीं कहां की अवनी कभी माँ नहीं बन सकती बस अभी chances कम हैं,

उनके माँ बनने के बस आप उनकी health का ध्यान रखो, पर अभी मैं आप से ये ही बोलूंगी की आप बच्चे के लिए ना सोचे और अवनी को थोड़ा टाइम दो, हो सकता हैं की in future कुछ अच्छा हो जाए।

पवन को ये सुन अवनी की tension हो जाती हैं और वो ये सोचता हैं की वो ये सब उससे कैसे बताएगा?

डॉक्टर – Mr. पवन आप कहा खो गए आपने सुना ना जो भी मैंने आपसे बोला?

पवन – जी डॉक्टर मैं आपकी सारी बातो का ध्यान रखूँगा, अब मैं चलता हूँ thank you डॉक्टर.

पवन को डॉक्टर के cabin से बाहर निकलता देख सब घर वाले पवन से पास जाते हैं.

सुरेश जी -क्या हुआ डॉक्टर ने क्या बोला सब ठीक हैं ना?

पवन डॉक्टर की कही सारी बात सब घर वालों से कहता हैं जिसे सुन सबकी खुशियाँ दुख मैं बदल जाती हैं।

पवन – पापा अवनी कहां हैं?

योगेंद्र जी – अवनी की दोस्त का फ़ोन आया था वो बस बहार गई हैं.

माया जी – अच्छा हैं की वो यहां नहीं हैं अगर उसे पता चलेगा तो वह बेचारी बहुत दुखी हो जाएगी अभी हमें उसे कुछ नहीं बताना चाहिए?

Surekha जी(अवनी की मां) – आप सही कह रही है बहन जी यह सब उसे बताना ठीक नहीं है हम में से कोई उससे कुछ नहीं कहेगा?

पवन – पर यह बात हम उससे कैसे छुपा सकते हैं? कभी ना कभी तो उसे पता चल ही जाएगा और मैं उसे क्या जवाब दूंगा जब वो मुझसे पूछेगी कि डॉक्टर ने मूझसे क्या कहा मैं उससे नजरें तक नहीं मिला पाऊंगा?

योगेंद्र जी – तुम बस उसे यह कह देना की उसकी तबीयत प्रेगनेंसी की वजह से नहीं कमजोरी की वजह से खराब हुई थी, तुम उसे यह नहीं बताओगे जो भी तुम्हें डॉक्टर ने बोला है,जब सही समय आएगा तो उसे बता देना और डॉक्टर ने यह तो नहीं कहा ना कि अवनी कभी मां बन ही नहीं सकती बस उसकी हेल्थ ठीक नहीं है, पर उसका अब हम बहुत अच्छे से ध्यान रखेंगे देखना जल्दी घर में खुशखबरी आएगी.( योगेंद्र जी ने पवन को समझाते हुए कहा।)

अवनी को आता देख सब खुश होने का नाटक करते हैं।

अवनी – क्या हुआ पवन डॉक्टर ने क्या कहा मैं प्रेग्नेंट हूँ ना?

पवन – अवनी वो डॉक्टर ने कहा कि तुम्हारी तबीयत कमजोरी की वजह से खराब हो गई थी अभी तुम प्रेग्नेंट नहीं हो रिपोर्ट सब नॉर्मल है.

(अवनी यह सुनकर निराश हो जाती है)।

माया जी – बेटा इसमें दिल छोटा करने वाली कोई बात नहीं है, आज नहीं तो कल कभी तो तुम मां बनोगी ना, हो सकता है अभी सही समय ना आया हो इसमें निराश होने वाली कोई बात नहीं है, चलो अब सब घर चलते हैं।

सब घर की ओर निकल पड़ते हैं पवन को चुप देखकर अवनी को पवन पर शक होता है की वो उससे कुछ तो छुपा रहा है इसलिए अवनी घर पहुंच कर पवन से बात करने का फैसला लेती हैं।

रात को जब अवनी अपने कमरे में जाती है और पवन को कमरे में ना देख कर परेशान हो जाती है वो खिड़की के बाहर देखती है कि पवन बाहर गार्डन में अकेला बैठा होता है।

अवनी( खुद से बात करते हुए) – मुझे पता था कोई बात तो है जो पवन को परेशान कर रही है मुझे पवन से बात करनी होगी?

अवनी बाहर गार्डन में पवन के पास जाती है

अवनी – क्या हुआ पवन इतनी रात को तुम गार्डन में अकेले बैठे हो सब ठीक तो है?

पवन – हां हां सब ठीक है, मैं तो बस ऐसे ही आ गया था मुझे नींद नहीं आ रही थी.

अवनी – तुम्हें पता है ना तुम्हें झूठ बोला बिल्कुल नहीं आता और तुम्हारा झूठ मैं बहुत जल्दी पकड़ लेती हूं, मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि तुम मुझसे कुछ छुपा रहे हो? जब से हॉस्पिटल से आए हो तब से तुम परेशान हो,अगर कोई बात तुम्हें परेशान कर रही है तो मैं जानना चाहती हूं और अब तुम मुझे सच बताओगे की डॉक्टर ने तुमसे हॉस्पिटल में क्या कहा क्योंकि मुझे पता है तुमने मुझे आधी बात बताई है।

पवन –तुम सही कह रही हो मैंने तुमसे आधा सच छुपाया है, पर मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मैं तुम्हें दुखी नहीं देख सकता पर मैं तुमसे झूठ भी नहीं बोल सकता,

मैं तुम्हें एक बात बताना चाहता हूं सच बताने से पहले,तुम्हारे और हमारे बीच का जो प्यार है ना उसे कोई वजह से कम नहीं हो सकती है मेरा प्यार हमेशा तुम्हारे लिए ऐसा ही रहेगा तुम्हारे अलावा मुझे और किसी की परवाह नहीं है, तुम जैसी भी हो तुम में कोई भी कमी हो मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी नहीं बदल सकता,और अब जो बात में तुम्हें बताने जा रहा हूं उससे हम दोनों के बीच कभी कुछ नहीं बदलेगा।

अवनी को ये सब सुनकर थोड़ी घबराहट होने लगती है।

अवनी – प्लीज तुम मुझे सच बताओ मुझे बहुत टेंशन हो रही है?

पवन अवनी की आंखों में देख कर उसे सब सच बताता है जिसे सुनकर अवनी के होश उड़ जाते हैं और उसकी आंख में आंसू होते हैं.

अवनी( रोते हुए )– जानते हो पवन एक औरत का सपना होता है कि वह मां बने ये खुशी उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी होती है और आज जब मुझे यह पता चल रहा है की ये खुशी मेरे नसीब में है भी या नहीं कुछ पता नहीं मुझे अपने ऊपर गुस्सा आ रहा है भगवान ने सब सच लिखा मेरे नसीब में पर ये खुशी लिखना क्यों भूल गया वो, तुम्हारे कितने सपने थे बच्चे को लेकर क्या क्या नहीं सोचा था हम दोनों ने पर आज वो सारे सपने टूटते हुए नजर आ रहे हैं पर इस बार में कुछ भी नहीं कर सकती।

पवन अवनी को रोता देख समझाने की कोशिश करता है

पवन – ऐसा नहीं है तुम मां बन सकती हो पर अभी सही समय नहीं है, अगर हमें बच्चा नहीं होता है मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है मैंने तुमसे कहा ना कि मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी कम नहीं होगा, मैं खुश होता हूं जब तुम खुश होती हो मेरी खुशी तुम में है,और जी भी हमने सपने देखे हैं बच्चे को लेकर देखना वो पूरे जरूर होंगे और अगर नहीं भी हुए कोई बात नहीं हम दोनों एक दूसरे के लिए काफी है तुम बिल्कुल भी टेंशन मत लो मैं तुम्हारे साथ हूँ।

अवनी बिना कुछ कहे वहां से चली जाती हैं पवन उसके पीछे पीछे जाता है उसे आवाज लगाता है पर वो नहीं सुनती और रोते हुए अपने कमरे में चली जाती है

यह सब देख कर योगेंद्र जी पवन को रोकते हैं,

योगेंद्र जी – क्या हुआ तूने क्या कहा उसे वह ऐसे क्यों कमरे में चली गई?

पवन – मैंने अवनी को सच बता दिया है?

योगेंद्र जी – मैंने तुझे मना किया था ना अभी उसे कुछ नहीं बताना कभी तो मेरी बात सुन लिया कर।( योगेंद्र जी पवन से गुस्से में बात करते हैं)

पवन – कैसी बात कर रहे हैं आप आज नहीं तो कल उसे पता चल ही जाता और मैं उससे कुछ छुपा नहीं पाता इसलिए मुझे सब बताना पड़ा।

योगेंद्र जी – कभी-कभी हालातों को भी देखना चाहिए कि हमें कब कहां कैसी बात करनी है पर नहीं, आज तक तूने मेरी कोई बात सुनी नहीं जो आब सुनेगा तो मेरा कुछ कहना ही बेकार है, अब जा उसे संभाल मैं नहीं चाहता की उसकी तबीयत खराब हो।

पवन अपने कमरे में जाता है अवनी को समझाने के लिए।

क्या अवनी इस दुख से बाहर निकल पाएगी क्या पवन उसे समझा पाएगा?