मेरी दूसरी मोहब्बत - 26 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 26

Part - 26 Alok Returns

पवन अवनी से कहता है की वो उसके साथ रहना चाहता है जब तक वो वापस इंडिया नही चला जाता, अवनी उसके साथ रहने के लिए मान जाती है ।

पवन- तो एक काम करते हैं मे यह कही एक घर देखता हूं

जहां हम अच्छे से रहे सके ??

अवनी -मैं यहां एक आदमी को जानती हु जो हमारे इस मे मदद कर सकता है वो हमे एक अच्छा घर दिलवा सकता है।

पवन -तो ठीक है,तुम उससे बात कर लो कल तक हम शिफ्ट हो जायेंगे,मैं भी उस होटल के रूम में अकेला रह कर बोर हो चुका हु तुम्हारे कैम्पनी मिलेगी तो शायद कुछ दिन और रुक सकता हूं मैं!!

अवनी -ठीक है मैं थोड़े देर में उससे बात करती हूं, तुम्हें रात को फोन करती हूं ।

(ये कह कर अवनी वहा से निकल जाती है और पवन भी अपने होटल की तरफ निकल जाता हैं।)

(अवनी रात को पवन से बात करते हुए)

मैने उस आदमी से बात की है वो कल सुबह एक घर दिखाने को तैयार हो गया है तो हम कल सुबह उसके साथ चलते हैं और अगर हमें घर पसंद आता है तो हम शाम तक शिफ्ट हो जाते हैं??

पवन -हां ठीक है तो हम कल सुबह मिलते हैं,बाय गुड नाइट।

सुबह वह दोनों उस आदमी के पास जाते हैं फिर वो उन्हें घर दिखाने ले जाता है दोनों को वह घर बहुत पसंद आता है।

पवन -घर तो अच्छा है ना अवनी??

अवनी -हां मुझे तो बहुत अच्छा लगा हम शाम को यहां पर शिफ्ट हो जाते हैं क्या कहते हो?

पवन -हां बिल्कुल मैं सारी फॉर्मेलिटी पूरी कर देता हूं और फिर हम शाम को यहां पर आ जाते हैं।।

अवनी- ठीक है।।

पवन अवनी शाम को उस घर में शिफ्ट हो जाते हैं।

अवनी मुझे तो kitchen और washroom बहुत अच्छा लगा अच्छा मैं खाने के लिए कुछ बना देती हुं, तुम क्या खाओगे??

पवन – जो तुम सबसे अच्छा बनाती हो वो ही बना देना मैं खा लूंगा!!

अवनी- ठीक है तो मैं जाकर थोड़ा सामान ले आती हूं, अवनी बाहर चली जाती है सामान लाने!!

(तभी पवन के पास अवनी के पापा का फोन आता है)

सुरेश जी फोन पर- पवन बेटा अवनी का कुछ पता चला तुम्हें गए हुए 4 दिन हो गए हैं पर तुमने मुझे फोन ही नहीं किया सब ठीक तो है ना???

पवन- हां सब ठीक है मैं यहां पर उसी का ही पता लगाने के लिए आया हूं अभी अवनी का कुछ पता नहीं चला है पर मुझे उम्मीद है कि मैं बहुत जल्द अवनी का पता लगा लूंगा और जैसे ही मुझे पता चलेगा मैं आपको इन्फॉर्म कर दूंगा आप बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए।।

सुरेश जी- ठीक है पुत्तर मैं इंतजार करूंगा तुम्हारे फोन का।

पवन अवनी के पापा से झूठ बोल देता है क्योंकि उसे खुद नहीं पता कि वह अवनी को वापस इंडिया कैसे लेकर जाए!!

(अवनी सामान लेकर घर वापस आ जाती है)

देखो मैं कितना सारा सामान लेकर आई हूं और अब मैं तुम्हारे लिए बहुत अच्छा खाना बनाने वाली हूं,पर तुम्हें इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा??

(पवन अवनी को खुश देखकर उसे कुछ नहीं बताता कि उसके पापा का फोन आया था)

हां ठीक है तुम खाना बनाओ जब तक मैं थोड़ा बाहर घूम कर आता हूं??

पवन घर से बाहर आ जाता है और थोड़ी दूर सोचते सोचते काफी आगे निकल आता है फिर उसे पीछे से किसी की आवाज आती है,,पवन??

पवन पीछे मुड़कर देखता है तो वह आलोक होता है

पवन- तुम यहां क्या कर रहे हो??

आलोक- मैं यही पास में ही रहता हूं, मैंने तुम्हें और अवनी को साथ में देखा था तुम दोनों भी यही रहे हो??

पवन - हम दोनों आज शाम को ही यहां शिफ्ट हुए है, तो इसका मतलब हम तुम्हारे पड़ोसी हुए!!

आलोक -देखा जाए तो हां,वैसे पवन मुझे तुमसे कुछ बात करनी थी उस दिन मेरी वजह से तुम्हें तकलीफ हुई तुम्हे जेल तक जाना पड़ा उसके लिए मैं तुमसे माफी मांगता हूं।

पवन को यह सुनकर बहुत हैरानी होती है कि आलोक इतनी अच्छी तरह से बात कैसे कर रहा है पवन उससे पूछता है

पवन- तुम ठीक-ठाक हो ना अचानक इतना प्यार मुझ पर कैसे?

आलोक- दरअसल मुझे तुमसे कुछ कहना था,एक्चुअली मैं यह कहना चाहता हूं कि मैं अवनी को भूल नहीं पा रहा हूं और मुझे उसका साथ वापस चाहिए और जब मैं शादी से फ्री हो जाऊंगा तो मैं उसके साथ एक नई जिंदगी की शुरुआत करना चाहता हूं, मैंने बहुत गलत किया है उसके साथ मुझे इस बात का एहसास हो गया है,

तो बस मैं तुमसे यह चाहता हूं कि तुम मेरी थोड़ी मदद करो मुझे पता है कि वह मुझसे नाराज़ है इसीलिए मैं तुम्हारी मदद मांग रहा हूं,मुझे कुछ ऐसा बताओ कि जिससे कि अवनी को वापस अपना बना सकूं??

पवन को यह सुनकर बहुत अजीब सा लगता है वह खुश होना चाहता था पर चाह कर भी खुश नहीं लग रहा था,पर फिर भी खुश होने की एक्टिंग कर रहा था वह आलोक से कहता है,,,

वाह!! अब तुम्हें अपनी गलती का एहसास हो रहा है पर मैं यह कैसे मान लूं मुझे तो लग रहा है कि इसमें तुम्हारी कोई चाल है??

आलोक -नहीं यार मैं बिल्कुल सच बोल रहा हूं मैं अवनी को वापस पाना चाहता हूं प्लीज तुम मेरी मदद कर दो मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ता हूं यह एहसान में तुम्हारा जिंदगी भर नहीं भूलूंगा मैं अवनी को खोना नहीं चाहता, मुझे उससे ज्यादा कोई प्यार कर ही नहीं सकता,मुझे इस बात का आब‌ एहसास हो चुका है और मैं सच बोल रहा हूं मेरा विश्वास करो?

पवन -उसकी बात पर विश्वास कर लेते हैं वह कहता हैं कि मैं तुम्हें एक एडवाइज देता हूं जब अवनी तुमसे मिलने आएगी तो वह तुमसे कुछ भी बोले तुम्हें मारे कुछ भी कहे पर तुम उसकी बात का अच्छे से जवाब दोगे तुम्हें उसकी हर बात माननी पड़ेगी अगर तुम यह करने को तैयार हो तो मैं तुम्हारी मदद करने को भी तैयार हूं बोलो मंजूर है?

आलोक -हां मुझे मंजूर है बस तुम एक बार मुझे उस से मिलवा दो मैं उससे मिलकर माफी मांगना चाहता हूं??

पवन- ठीक है मैं उससे इस बारे में बात करूंगा अब मैं चलता हूं मुझे काफी टाइम हो गया है अवनी मेरा इंतजार कर रही होगी।।

पवन वहां से चला जाता है पूरे रास्ते सोचता रहता है कि उसे अवनी को सच बताना चाहिए कि आलोक उससे मिलने आया था और उसे वापस पाना चाहते हैं??

पवन घर पहुंचता है जाकर सोफे पर बैठ जाता है उसके दिमाग में वही सब चल रहा था की‌ उसे ‌क्या करना चाहिए।

अवनी- अच्छा पवन सुनो तुम्हारे लिए मैंने सब कुछ रेडी कर दिया है बस थोड़ी देर में खाना लगाती हूं।

(पवन अवनी को अपने पास बुलाता हैं)

अवनी‌ तुम यहां आओगी मुझे तुमसे कुछ बात करनी है??

अवनी-हां बताओ क्या बात करनी है??

पवन-देखो जब मैं बाहर घूमने गया था तो मुझे आलोक मिला था??

अवनी यह सुनकर हैरान हो जाती है क्या ?? आलोक मिला था पर आलोक यहां पर क्या कर रहा है??

पवन -वो यहां आस पास ही रहता है उसने मुझसे कहा कि वो तुमसे मिलना चाहता है उसे इस बात का एहसास हो चुका है कि तुम्हारे जैसा प्यार उसे कोई नहीं कर सकता, मुझसे माफी मांग रहा था। वह तुमसे मिलना चाहता है तो क्या तुम तैयार हो??

अवनी को कुछ समझ नहीं आ रहा होता है, उसे खुश होना चाहिए कि वह हमेशा से यही चाहती थी पर वो पवन से कुछ कह नहीं पाती जैसे कि मानो उसे कोई शौक लगा हो!!

पवन -अवनी जवाब दो मैं जानना चाहता हूं कि तुम्हारा फैसला क्या है ताकि मैं आलोक से कह सकूं, मेरे ख्याल से तो तुम्हें उसे एक मौका देना चाहिए मुझे लग रहा था कि वह इस बार सच बोल रहा है और तुम भी तो यही चाहती थी,, उसके पास वापस जाना उसने मुझसे कहा है कि जब वो उस शादी से आजाद हो जाएगा तो वो तुम्हारे साथ एक नई जिंदगी की शुरुआत करेगा अवनी‌ जो तुम चाहती थी वही हो रहा है ज्यादा सोचो मत तुम उससे जाकर मिल लो?

अवनी पवन की बात मान जाती है वह कहती है कि ठीक है मैं आलोक से बात करने के लिए तैयार हूं।

पवन-तो ठीक है वह कल सुबह यहां तुम्हारा पास में ही गार्डन है वहां तुम्हारा इंतजार करेगा अगर तुम्हें सही लगे तो तुम सुबह चली जाना पवन यह कहकर वहां से चला जाता है।

(पवन कमरे में जाकर आलोक को बताता है की अवनी मान गई है )

देखो मैंने उसे कल सुबह पास के ही गार्डन मे तुमसे मिलने के लिए बोला है की तुम वहा उसका इंतजार करोगे बस सुबह वहा चले जाना और जैसा मैने तुमसे कहा था बिल्कुल वैसा ही करना ।

आलोक – thank you यार!! मैं बिल्कुल वैसा ही करूंगा जैसा तुमने कहा था।

सुबह आलोक अवनी का इंतजार करता है और जब वो अवनी को आते हुए देखता है तो उसे बहुत अच्छा लगता

आलोक – मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम आओगी पर तुम आ गई थैंक यू सो मच,मुझे पता है मैंने तुम्हारा बहुत दिल दुखाया है पर मैं वादा करता हूं अब ऐसा कुछ नहीं होगा, मै जल्दी ही इस शादी से फ्री हो जाऊंगा फिर हम दोनों साथ रहेंगे‌ ।

अवनी बस उसकी बातें सुन रही थी, उसे खुश होना चाहिए था पर वह नहीं थी उसे वहां पर पवन की याद आ रही थी??

क्या अवनी को दोबारा एहसास होगा कि वह पवन के लिए क्या महसूस करती है क्या वह पवन से कह पाएगी??