त्रियाची - 4 prashant sharma ashk द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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त्रियाची - 4

भाग 4

अनिकेत रोज की तरह एक्सरसाइज कर अपने घर आया था और जूस पीते हुए अखबार पढ़ रहा था। पुराना पुलिसकर्मी होने के कारण अपराध की खबरों में उसकी रूचि ज्यादा थी और वो आज भी वैसी ही खबरें पढ़ रहा था। तभी उसका मोबाइल बज उठता है। उसके पास अक्सर अंजान नंबर से ही कॉल आते थे, इसलिए उसने बिना किसी हिचक के फोन उठा लिया। 

अनिकेत- हैलो। 

कॉलर- अनिकेत कैसे हो ? आज एक्सरसाइज जल्दी खत्म हो गई लगता है, तभी आराम से अखबार पढ़ रहे थे। 

अनिकेत- कौन... कौन बोल रहा है ? इस दौरान अनिकेत आसपास नजर भी घुमाता है कि कहीं कोई उस पर नजर रखे हैं क्या ?  

कॉलर- चिंता मत करो तुम पर नजर नहीं है बस तुम्हारे रूटिन से वाकिफ हूं इसलिए कहा। 

अनिकेता- पर तुम बोल कौन रहे हो ? 

कॉलर- तुम्हारा मददगार। 

अनिकेत- मेरा मददगार ? नाम क्यों नहीं बताते। जो बात करना है सामने आकर करो। 

कॉलर- सामने आना होता तो कॉल क्यों करता है। वैसे फोन काटने की जल्दी मत करना। मेरी बात सुनने में तुम्हारा ही फायदा है। 

अनिकेत- मैं ऐसे किसी से बात नहीं करता हूं, जो बात करना है सामने आकर करो। 

कॉलर- मुस्तफा अंसारी

अनिकेत- यह नाम सुनने के बाद अनिकेत के चेहरा एकदम से गंभीर हो जाता है, कौन हो तुम और क्या चाहते हो ?

कॉलर- अरे अभी तो मैंने बस एक नाम ही लिया था और तुम इतना गंभीर हो गए। 

अनिकेत- साफ साफ कहो कौन हो तुम और क्या चाहते हो ?

कॉलर- एक सौदा। तुम मेरा काम कर दो, मैं तुम्हारा काम कर दूंगा। 

अनिकेत- कौन सा काम और कैसा सौदा ?

कॉलर- जिसे तुम सालों से तलाश कर रहे हो मुस्तफा अंसारी मैं तुम्हें उसका पता दे दूंगा और तुम मेरा एक छोटा काम कर दो एक हैकर का पता लगा दो। 

अनिकेत- तुम अंसारी का पता जानते हो ? 

कॉलर- अगर जानता नहीं तो सौदा क्यों करता ?

अनिकेत- कहां है वो ? मुझे जल्दी से बताओ। 

कॉलर- पहले मेरा काम कर दो, अंसारी का पता तुम्हें मिल जाएगा। 

अनिकेत- मैं कैसे यकीन कर लूं कि तुम्हारा काम होने के बाद तुम मुझे अंसारी का पता दोगे। तुम तो अपना नाम तक नहीं बता रहे हो। 

कॉलर- मुझ पर यकीन करने के लिए अलावा तुम कुछ कर सकते हो ? मैं एक उम्मीद हूं जिसके सहारे तुम अंसारी तक पहुंच सकते हो। वैसे तुम जो काम करोगे उसकी तुम्हें कीमत भी मिलेगी। मेरा एक आदमी आएगा और तुम्हें कीमत देकर जाएगा। मेरा काम होते ही तुम्हें अंसारी का पता भी मिल जाएगा। 

अनिकेत- पर अगर नहीं मिला तो... ?

कॉलर- तुम्हें यकीन करना होगा अनिकेत। वैसे मैं ऐसा इंसान नहीं हूं कि किसी को धोखा दूं अगर तुमने मेरा काम किया तो समझ लो कि तुम्हें अंसारी का पता मिल ही जाएगा। 

अनिकेत- ठीक है मैं तुम पर यकीन कर रहा हूं। वैसे तुम्हारा आदमी कौन है और वो कब आएगा। 

कॉलर- तुम उसे देखकर ही पहचान लोगे। बस तुम्हें मेरा काम करना है वो तो बस उसकी कीमत देने आ रहा है। ये अब तुम्हें तय करना है कि तुम्हें उसकी कीतनी कीमत चाहिए ?

अनिकेत- मुझे सिर्फ अंसारी चाहिए।

कॉलर- कीमत ले लेना अनिकेत क्योंकि अंसारी तक पहुंचने के लिए तुम्हें उसकी जरूरत पड़ सकती है। कुछ ही देर में मेरा आदमी तुम तक पहुंच जाएगा। 

अनिकेत- पर वो हैकर कौन है और क्या हैक करने वाला है ?

कॉलर- उसकी डिटेल भी तुम्हें मेरा आदमी ही बता देगा। पर याद रहे इस काम की किसी को खबर नहीं होना चाहिए। 

अनिकेत- ठीक है नहीं होगी। पर अगर मैंने हैकर का पता लगा लिया तो तुम्हें उसकी सूचना कैसे दूं? 

कॉलर- जब तुम मेरा काम कर दोगे तो मुझे पता चल जाएगा और मैं खुद ही तुम्हें फिर से संपर्क कर लूंगा। 

अनिकेत- पहुंचे हुए खिलाड़ी लगते हो ? 

कॉलर- अभी तुम मेरे बारे में कुछ नहीं जानते हो अनिकेत। वक्त आने पर सब पता चल जाएगा। 

ये अंजान कॉलर कौन था ? क्यों इस कॉलर ने प्रणिता, रॉनी, यश, अनिकेत और तुषार को फोन किए थे ? क्या यह कोई जाल था, जिसमें यह सभी फंसने वाले थे ? इन पांचों की जिंदगी कहां जा रही थी, इनमें से फिलहाल कोई नहीं जानता था। इन पांचों की जिंदगी से अलग धरती पर भी कुछ हो रहा था, कई देशों में अब तक विचित्र से सोने और चांदी के रंगों के खंभे नजर आ चुके थे और फिर अचानक गायब भी हो गए थे। कुछ देशों में जमीन पर अचानक गड्ढे हो गए थे। ये सब कुछ सामान्य घटनाएं थी या किसी तबाही के संदेश थे, ताकि आने वाले खतरे से इंसानी जाति सर्तक हो जाए। पृथ्वी पर होने वाली इन घटनाओं का भी किसी के पास कोई जवाब नहीं था, पर सभी के लिए यह घटनाएं असामान्य थी। वहीं धरती से दूर अंतरिक्ष में भी बहुत असामान्य हो रहा था, जिससे मानव बेखबर था। एक और ग्रह टूटकर बिखर गया था। अंतरिक्ष में होने वाली ये घटनाएं क्या थी और क्यों हो रही थी ? क्या इन घटनाओं का पृथ्वी से भी कोई संबंध था ? ये प्रश्न भी फिलहाल निरूत्तर ही थे। खैर तुषार अनिकेत के घर पहुंच जाता है। 

अनिकेत- अरे आप आप तो मिस्टर तुषार...  

तुषार - जी, हां मैं तुषार ही हूं। 

अनिकेत- पर आप उस कॉलर के बंदे हो ? 

तुषार - मतलब आपको उसका कॉल आ गया ? 

अनिकेत- जी, हां थोड़ी देर पहले ही आया था, पर मुझे समझ नहीं आ रहा है कि उस कॉलर का आपसे क्या संबंध है। 

तुषार - कोई संबंध नहीं है। 

अनिकेत- कोई संबंध नहीं है तो उसने ऐसा क्यों कहा कि उसका आदमी आएगा और मुझे पेमेंट कर जाएगा। 

तुषार - मेरे पास भी उसका ही कॉल आया था। उसने मुझसे कहा कि आप मेरे कहने से यह काम नहीं करोगे, इसलिए उसने कॉल किया। मुझे तो बस आपको यह पेमेंट देने के लिए कहा था।

अनिकेत- पर मुझे किसके बारे में पता करना है यह तो बताइए। 

तुषार - उसने आपको बताया नहीं। 

अनिकेत- नहीं। 

तुषार - एक हैकर है जो कुछ कंपनियों को कॉन्फिडेंशियल डॉक्यूमेंट चुरा रहा है और उन्हें बेच रहा है। उसे ही आपको रोकना है। 

अनिकेत- पर वो कौन है ? 

तुषार - यही तो आपको पता लगाना है। 

अनिकेत- पर मैं ऐसे कैसे पता लगा सकता हूं, जब मुझे उसके बारे में कोई जानकारी ही न हो ?

तुषार - वो मैं नहीं जानता अनिकेत जी। मेरे पास सिर्फ आपको पेमेंट देने के लिए कॉल आया था और मैं पेमेंट लेकर आया हूं। बताइए इस काम के लिए आपकी कीमत क्या है ? 

अनिकेत- मुझे किसका पता लगाना है मुझे यह पता ही नहीं है तो मैं कीमत क्या बताउं ? 

तुषार - ठीक है तो फिर जब आप काम शुरू कर दे मुझे कॉल कर दीजिएगा आपकी जो भी कीमत होगी वो मैं अदा कर दूंगा। 

अनिकेत- ठीक है। 

तुषार के जाने के बाद अनिकेत पुलिस की साइबर टीम के अपने पुराने साथी को कॉल करता है और उससे मिलने की बात करता है। कुछ ही देर में उसका साथी उसके पास आ जाता है। अनिकेत उससे हैकर के बारे में जानकारी हासिल करने के संबंध में मदद मांगता है। उसका साथी उसे कुछ जानकारी देता है, जिससे अनिकेत किसी भी हैकर के बारे में जानकारी हासिल कर सकता था। इसके अनिकेत अपना काम शुरू करता है। एक ओर जहां अनिकेत उस हैकर को पकड़ने की कोशिश कर रहा था, वहीं दूसरी ओर प्रणिता भी रूपए मिल जाने के बाद अपना काम शुरू कर रही थी। प्रणिता के लिए यह काम आसान नहीं था। जैसा कि कॉलर ने उसे बताया था कि वीडी कंपनी की साइबर सिक्यूरिटी काफी मजबूत थी और उसे भेदने के लिए प्रणिता को काफी मेहनत करना पड़ रही थी। खैर 10 दिनों की मेहनत के बाद प्रणिता अपने काम में सफल हो जाती है। इधर प्रणिता की सफलता के साथ ही अनिकेत को भी सफलता हाथ लग जाती है और उसे प्रणिता का ठिकाना मिल जाता है। दूसरी ओर रॉनी को एक मैसेज उस कॉलर की ओर पहुंच जाता है, जिसमें उसे प्रणिता को बचाने का जिम्मा सौंपा गया था। फिर एक मैसेज गया था यश के पास, जिसे इस मुद्दे को भुनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इधर तुषार ने भी अनिकेत को पेमेंट कर दिया था और अनिकेत भी अब कॉलर के फोन के इंतजार में था। 

जैसा का कि अनुमान था कि डॉक्यूमेंट चोरी होने के बाद वीडी कंपनी में हंगामा होने वाले था वह हुआ भी और कंपनी का मालिक वीडी विशेष धवन खुद इस मामले के बाद बौखला गया था। उसने अपने खास आदमियों को इस बात की सूचना दे दी थी कि जिसने भी यह काम किया है उसे खत्म कर दिया जाए। मतलब साफ था कि प्रणिता पर मुश्किल आने वाली थी और इधर रॉनी की भी मुश्किलें बढ़ने वाली थी क्योंकि विशेष कहने का बिजनेस मैन था पर असल में वो एक गुंडा था, जिसमें संवेदना नाम की कोई चीज नहीं थी। वो अपने दुश्मनों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ता था। 

विशेष अक्सर कहा करता था कि अगर उसे ज्यादा जीना है तो यमराज को बिजी रखना होगा, ताकि वो उस तक न पहुंचने पाए। विशेष के कहने के बाद उसके आदमी हैकर की तलाश में लग जाते हैं, हालांकि प्रणिता ने पूरी सावधानी बरती थी फिर भी विशेश के लोग कुछ ज्यादा ही चालाक निकलते हैं और वो प्रणिता का आईपी एड्रेस पता कर लेते हैं और फिर उससे वो प्रणिता का भी पता हासिल कर लेते हैं। विशेष को जब पता चलता है कि हैकर एक लड़की है तो वो अपने आदमियों से कहता है वो उसे देखना चाहता है कि आखिर कैसे एक लड़की इतनी मजबूत साइबर सिक्यूरिटी को तोड़कर वो डॉक्यूमेंट चुरा सकती है। वो अपने आदमियों से कहता है कि वो उसे उठाकर उसके सामने लेकर आए। इधर रॉनी मैसेज मिलने के बाद से ही प्रणिता पर नजर रखे हुए था। एक रात वो प्रणिता के घर के नीचे था, तभी विशेष के आदती प्रणिता के घर की ओर बढ़ते हुए उसे नजर आते हैं, वो उन लोगों से भिड़ जाता है और सभी को मारकर वहां से भगा देता है। प्रणिता भी शोर सुनकर नीचे आती है और रॉनी से बात करती है।