त्रियाची - 4 prashant sharma ashk द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें त्रियाची - 4 त्रियाची - 4 prashant sharma ashk द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 429 762 भाग 4 अनिकेत रोज की तरह एक्सरसाइज कर अपने घर आया था और जूस पीते हुए अखबार पढ़ रहा था। पुराना पुलिसकर्मी होने के कारण अपराध की खबरों में उसकी रूचि ज्यादा थी और वो आज भी वैसी ही ...और पढ़ेपढ़ रहा था। तभी उसका मोबाइल बज उठता है। उसके पास अक्सर अंजान नंबर से ही कॉल आते थे, इसलिए उसने बिना किसी हिचक के फोन उठा लिया। अनिकेत- हैलो। कॉलर- अनिकेत कैसे हो ? आज एक्सरसाइज जल्दी खत्म हो गई लगता है, तभी आराम से अखबार पढ़ रहे थे। अनिकेत- कौन... कौन बोल रहा है ? इस दौरान अनिकेत कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें त्रियाची - 4 त्रियाची - उपन्यास prashant sharma ashk द्वारा हिंदी - फिक्शन कहानी (32) 11.2k 21.8k Free Novels by prashant sharma ashk अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी prashant sharma ashk फॉलो