त्रियाची - 1 prashant sharma ashk द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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त्रियाची - 1

भाग 1

अंतरिक्ष में सबसे सुंदर ग्रह अगर कोई है तो शायद पृथ्वी ही है। यहां जीवन है और कई रंग भी है। अंतरिक्ष के कई रहस्य भी है। अभी यह पता नहीं है कि पृथ्वी के अलावा किसी ग्रह पर जीवन है या नहीं, परंतु किसी अन्य ग्रह पर जीवन होने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है। पृथ्वी पर जीवन अपने हिसाब से चल रहा है परंतु पृथ्वी से कई प्रकाश वर्ष दूर एक ग्रह लगभग खत्म हो रहा था। उस ग्रह के खत्म होने का कोई कारण अब तक सामने नहीं आया था। अंतरिक्ष में एक ग्रह खत्म हो गया था इसका आभास पृथ्वी पर रहने वाले वैज्ञानिकों भी नहीं था। इस ग्रह का नाम था हिसारू। वैसे अंतरिक्ष की विशालता का अंदाजा तो आज तक कोई नहीं लगा पाया है। ऐसे में इस विशाल अंतरिक्ष में ना कितने ग्रह बनते हैं और खत्म भी हो जाते होंगे। अंतरिक्ष के किस ग्रह पर जीवन है और किस पर नहीं इस संबंध में भी कोई जानकारी नहीं है। 

हिसारू ग्रह के खत्म होने के बीच ही पृथ्वी पर भी कुछ अजीबो गरीब घटनाएं हो रही थी। क्या पृथ्वी पर होने वाली इन अजीब घटनाओं का हिसारू ग्रह के खत्म से कोई संबंध था। यह तो अभी पता नहीं था परंतु पृथ्वी पर होने वाली अजीब घटनाओं ने पूरी दुनियां को दहशत में ला दिया था और एलियंस जैसी बातों की संभावनाओं को बल मिलने लगा था। हालांकि एलियंस के होने में कितनी सच्चाई थी, इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं था। 

पृथ्वी पर अचानक से बड़े गड्ढे हो रहे थे, वहीं कुछ अलग-अलग रंगों के खंभे पृथ्वी पर नजर आ रहे थे और फिर अचानक गायब हो जा रहे थे। पूरी दुनियां में इन घटनाओं को एलियंस से जोड़कर देखा जा रहा था परंतु इन घटनाओं का सच अब तक सामने नहीं आया था। पृथ्वी पर होने वाली इन अजीब घटनाओं के बीच पृथ्वी के एक कोने में कोई था जो इन घटनाओं के कारण काफी चिंतित था। यह शख्स पता नहीं कब से कैलाश पर्वत की गुफाओं में ध्यान में लीन था, परंतु पृथ्वी पर होने वाली इन घटनाओं के बीच उसका ध्यान अचानक से टूटा था। उसके चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही थी। उसे कोई डर सता रहा था। कितने ही वर्षों के बाद यह शख्स कैलाश पर्वत की उस गुफा से पहली बाद नीचे उतरा था। इस शख्स का नाम था सप्तक। बड़े लंबे सफेद बाल, बड़ी सफेद दाड़ी, हाथों में एक कंमडल और दंड, चेहरे पर एक अनोखा तेज, चाल में किसी युवा जैसी तेजी यह शख्स सप्तक देखने में ही लोगों को प्रभावित करने वाला लग रहा था। आखिर इतने वर्षों बाद सप्तक का दुनियां में लौटने का मकसद क्या था, यह तो फिलहाल कोई नहीं जानता था, पर यह शख्स कैलाश से उतरने के बाद उस जगह गया, जहां हाल ही मैं एक बड़ा गड्ढा अपने आप हो गया था। क्या पृथ्वी के इस हिस्से में हुआ यह बड़ा सा गड्ढा सप्तक की परेशानी का कारण था। 

वर्षों तक गुफा में रहने के बाद भी सप्तक को कैसे पता चला था कि पृथ्वी पर कुछ अजीब हो रहा है। कौन था यह सप्तक और वर्षों से ध्यान में लीन रहने के बाद अचानक दुनियां की भीड़ में शामिल क्यों हो रहा था। ऐसे कई सवाल थे, जिसका जवाब फिलहाल तो सिर्फ सप्तक के पास ही था। दिल्ली, सिंगापुर, यूएसए, जापान, रूस जैसे कई शहर धरती पर होने वाली अजीब घटनाओं के साक्षी बने। इन बड़े देशों के शहरों में कहीं सोने और चांदी रंग के त्रिकोणीय खंभे नजर आए थे, वहीं कुछ स्थानों पर जमीन पर अचानक की बड़ा सा गड्ढा हो गया था, जो कि वैज्ञानिकों के लिए भी रहस्य बना हुआ था। इन सभी घटनाओं का सप्तक से क्या संबंध था यह भी कोई नहीं जानता था। सप्तक आम इंसानों से कुछ अलग था वो पलक झपकते ही कहीं भी आ जा सकता था। सिर्फ एक ही दिन में धरती के उन सभी जगहों पर नजर आ चुका था, जहां ये अजीब घटनाएं हुए थी। इन सभी घटना स्थलों को देखने के बाद उसकी चिंता बढ़ती जा रही थी। फिर वो एक खंडहर में चला जाता है और फिर से ध्यान में बैठ जाता है। 

अंतरिक्ष और दुनियां में हो रही घटनाओं के बीच पृथ्वी पर भारत के दिल्ली शहर में भी कुछ हो रहा था। दिल्ली शहर के एक घर के एक कमरे में 22 साल की प्रणिता अपने कंप्यूटर पर बैठकर कुछ काम कर रही थी। बहुत ध्यान से काम करते हुए उसकी उंगलियां कप्यूटर के कीबोर्ड पर थिरक रही थी। उसके चेहरे पर कुछ पसीना भी था और सांसे तेज चल रही थी। अचानक ही उसने जोश के साथ अपने हाथ को हिलाया और उसके मुंह से यस निकला और फिर उसके चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान तैर गई थी। उसने एक व्यक्ति का अकाउंट हैक कर उसके खाते से रूपए निकाल लिए थे। प्रणिता कोई प्रोफेशनल हैकर नहीं थी, बस कभी कभी अपने हुनर को आजमाने और अपने रूपए की जरूरतों को पूरा करने के लिए यह काम कर लिया करती थी। आज भी उसने जिस व्यक्ति का अकाउंट हैक किया था उसके खाते से कोई बहुत बड़ी रकत नहीं चुराई थी, पर फिर भी चोरी एक रूपए की हो या एक करोड़ की चोरी तो चोरी ही कहलाती है। वैसे एक बात थी कि हैक करने के मामले में प्रणिता का कोई सानी नहीं था। कंप्यूटर पर हैकिंग करने के दौरान जितनी तेजी से उसकी उंगलियां की बोर्ड पर चलती थी उससे भी कहीं तेजी से उसका दिमाग चलता था। किसी भी साइट को हैक करने के लिए उसे ज्यादार से ज्यादा 15 मिनट का समय लगता था और यही उसकी सबसे बड़ी खूबी भी थी। प्रणिता हमेशा ऐसी नहीं थी। महज छह साल की उम्र में ही उसने अपने माता-पिता को खो दिया। उनके जाने के बाद उसकी परवरिश उसके अंकल-आंटी ने की थी, परंतु उसे प्यार कभी नहीं मिला। चाची के ताने और अंकल का बात-बात पर डपटना उसे बिल्कुल नहीं सुहाता था। 

कॉलेज में पहुंचने के बाद प्रणिता ने उनसे अलग रहना शुरू कर दिया था। पढ़ाई के साथ उसने एक छोटी नौकरी भी कर ली थी, जिससे उसके खर्च निकला करते थे। हैकिंग का कोर्स उसने शौकिया तौर पर किया था, जिससे अब वो कभी कभी अपनी जरूरत पूरी कर लिया करती थी। बचपन में अंकल-आंटी ने जो व्यवहार उसके साथ किया था उसके कारण उसके अंदर संवेदना नाम की कोई चीज नहीं बची थी। अकेले होने के कारण वो अंदर से सख्त हो गई थी। उसे अब किसी भी रिश्ते पर यकीन नहीं था। उसके दोस्तों की संख्या भी ना के बराबर ही थी। हालांकि प्रणिता काफी खूबसूरत थी और हमेशा अकेले ही रहा करती थी। उसने अब अपने अंकल-आंटी के घर जाना भी बिल्कुल बंद कर दिया था। उसकी जिंदगी में अगर कोई इंसान था तो वो थी उसके घर काम करने वाली राधिका, जो कभी उसके अंकल-आंटी के यहां भी काम किया करती थी। अब राधिका प्रणिता के साथ ही रहती है, क्योंकि उसका भी इस दुनियां में कोई नहीं है। हालांकि राधिका उससे उम्र में बड़ी थी फिर भी दोनों सहेलियों की तरह ही रहा करती थी। प्रणिता ने राधिका को कभी घर का नौकर नहीं समझा था और राधिका भी प्रणिता को अपनी छोटी बहन की तरह ही प्यार करती थी। दोनों एक-दूसरे के साथ अपनी जिंदगी गुजार रही थी। प्रणिता के हैकिंग से रूपए चुराने को लेकर राधिका उसे कई बार समझाती थी, परंतु प्रणिता हमेशा कहती थी कि राधिका दी मैं समुद्र में से कुछ बूंद लेती हूं। यानि कि मैं उन लोगों का पैसा चुराती हूं जिनके पास बहुत है, कभी किसी गरीब के अकाउंट पर मैंने कभी डाका नहीं डाला है। इस बात पर राधिका सिर्फ मुस्कुराकर रह जाती थी। अकेले रहने के कारण प्रणिता और राधिका काफी तेज हो गई थी और दुनियां में कैसे जीना है उन्हें यह अच्छे से समझ आ गया था।

प्रणिता की तरह एक और शख्स जो अपनी जिंदगी में एक खास उद्देश्य को लेकर चल रहा था। बचपन में ही अनाथ होने के बाद रॉनी अनाथ बच्चों को सहारा बना था। रॉनी दिन के समय में जहां होटल में काम करता था, वहीं रात को एक नए अवतार में नजर आता था। रात के समय में रॉनी एक स्ट्रीट फाइटर बन जाता था। फाइट और होटल में काम करने के बाद उसकी जो कमाई होती थी उससे वो 15 अनाथ बच्चों का पेट भर रहा था और उन्हें रहने के लिए जगह दे रहा था। रॉनी का पूरा गैंग भी था, जो कि वसूली का काम भी किया करते थे और इससे जो कमाई रॉनी की होती थी उससे वो उन बच्चों की स्कूल फीस भर दिया करता था। रॉनी खुद तो ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था, परंतु वो चाहता था कि उसके साथ रहने वाले बच्चे उसकी तरह जीवन ना जिए और पढ़ लिखकर अच्छे काबिल बनें। 

वैसे रॉनी दिल का साफ बंदा था पर उसकी जुबान बहुत कड़ी थी। फाइटर होने के कारण वो शरीर से भी काफी सख्त था। रॉनी को सड़क पर कोई भी अनाथ बच्चा दिखता तो वह उसे अपने घर ले आता था, इसी तरह से उसके पास 15 बच्चे हो गए थे। रॉनी इन सभी बच्चों पर अपनी जान छिड़कता था, इनमें से किसी को कुछ हो जाए तो वह जमीन आसमान एक कर देने की ताकत और हौंसला रखता था। रॉनी के पिता शहर के बहुत बड़े बिजनेस मैन थे, उनकी मौत के बाद उसके पिता के पार्टनर ने पूरे बिजनेस पर कब्जा कर लिया। इस सदमे के कारण रॉनी की मां की भी मौत हो गई थी, जिसके बाद रॉनी अनाथ हो गया था। रॉनी की जिंदगी के अब दो ही लक्ष्य है एक अपने पिता का बिजनेस वापस हासिल करना और दूसरे अनाथ बच्चों को नया जीवन देना। पिता के बिजनेस को हासिल करने के लिए भी रॉनी प्रयास कर रहा है, कोर्ट में केस चल रहा है, जिसका फैसला जल्द ही आने वाला है। अगर कोर्ट का फैसला रॉनी के पक्ष में आ जाता है तो उसकी कई परेशानियां खत्म हो जाएगी। 

यश एक जोशिला नौजवान। कॉलेज स्तर पर राजनीति में कदम रखा है और उसका सपना है कि वो एक दिन बड़े राजनेता के रूप में जाना पहचाना जाए। राजनीति में अपना कैरियर बनाने के लिए यश ना सिर्फ कॉलेज में प्रेसीडेंट का चुनाव लड़कर जीत गया है, बल्कि जिला से प्रदेश स्तर तक अपनी पहचान बनाने के लिए राजनीति के दिग्गजों के साथ उठता बैठता है। नौजवान होने के कारण उसमें काफी जोश है। राजनेताओं के साथ रहने के कारण अब शहर में उसकी धाक भी है। राजनीतिक संबंध, स्टूडेंट यूनियन का प्रेसीडेंट होने के साथ ही अमीर पिता का बेटा होने के कारण वह हमेशा बेखौफ रहता है। उसके प्रेसीडेंट बनने के बाद कॉलेज और यूनिवर्सिटी में कभी कुछ बदलाव आए हैं, इसलिए कई स्टूडेंट उसके साथ है। उसकी एक आवाज पर पूरे स्टूडेंट इकठ्ठा हो जाते हैं। यश की इस पॉवर का इस्तेमाल पार्टी के नेता चुनाव जीतने और चुनाव अभियान करने के लिए भी करते हैं। यश वैसे तो काफी शांत रहने वाला शख्स है, पर उसकी एक आदत है कि वो किसी भी गलत बात को बर्दाश्त नहीं कर पाता है, फिर वो गलत करने वाला कोई भी हो वो उसे या तो खुद सजा देता है या फिर सजा दिलाता है। ऐसे ही एक मामले में कुछ लड़के सड़क पर एक लड़की को छेड़ रहे थे। यश ने उन सभी लोगों को जमकर पीटा था। इस घटना के बाद पुलिस भी उसके घर तक आई थी, परंतु चूंकि वो सही था, इस कारण वो पुलिस से भी लड़ गया था, जिसका केस कोर्ट में चल रहा है। हालांकि कोर्ट का फैसला अब उसके पक्ष में आने वाला है क्योंकि पुलिस को यश के खिलाफ सबूत नहीं मिला था और उन लड़कों ने भी अपनी गलती मान ली थी।

अनिकेत एक समय पुलिस का जांबाज आफिसर का था। उसका रौब इतना था कि उसकी बाइक की आवाज सुनकर ही गली-मोहल्ले के बदमाश इधर-उधर छिप जाया करते थे। अनिकेत ने जब तक वो पुलिस में रहा कई बड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे किया था। एक बार एक ब्लास्ट के मामले में उसने माफिया सरगना पर हाथ डाला। हालांकि वो नहीं जानता था कि यह केस उस पर भारी पड़ जाएगा। डिपार्टमेंट में ही भ्रष्टाचार होने के कारण माफिया तो साफ बच निकला, परंतु उसने अनिकेत से बदला लेने के ठान ली थी। माफिया ने अपने राजनीतिक संपर्कों और अपने संबंधों के आधार पर अनिकेत का तबादला करवा दिया और शहर में रहने वाले उसके बीवी और बच्चों को एक ब्लास्ट में खत्म कर दिया। अनिकेत समझ गया था कि यह काम उस माफिया का ही है, उसने काफी जद्दोजहद के बाद फिर से अपना तबादला उसी शहर में कराया और फिर मौका मिलते ही उस माफिया को मार गिराया। डिपार्टमेंट ने उसे व्यक्त्गित दुश्मनी करार देकर अनिकेत को नौकरी से बाहर कर दिया। नौकरी से निकाले जाने के बाद अनिकेत प्राइवेट जासूसी का काम शुरू कर दिया है और वह अपराधियों की जासूसी कर उनके बारे में जानकारी पुलिस को देता रहता है। उस ब्लास्ट में अनिकेत का पूरा परिवार खत्म हो गया था, इस कारण अब अनिकेत बहुत कम ही बोलता है और यदि कोई काम न हो तो अपने घर पर ही रहता है। अनिकेत आज भी अपराधियों का दुश्मन है पर वो अब हथियार से नहीं बल्कि तकनीक के माध्यम से अपराधियों को खत्म कर रहा है। तकनीक के सहारे ही वो अपराधियों पर नजर रखता है और पुलिस के ईमानदार अफसरों को उनकी जानकारी देकर उनका खात्मा करवा देता है।