कातिल हसीना - भाग 3 DINESH DIVAKAR द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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कातिल हसीना - भाग 3

"हांजी बिल्कुल" सोनम ने जवाब दिया

मनोज मुस्कुराते हुए बोला "जी वैसे नंबर कहां से मिल गया आपको मेरा"

"यह मत पूछिए वरना जिसके पास से ली हूं वह मार डालेगी मुझे" सोनम ने तेजी से जवाब दिया।

"अरे बता भी दीजिए" मनोज जोर देते हुए बोला।

"नहीं प्लीज ना मम्मी की कसम दी है वरना आपको बता देती, निराश नहीं करती" सोनम बोली।

मनोज अपना पूरा बैग पैक करके बिस्तर में लेट गया और सोनम को मैसेज किया "चलिए कोई बात नहीं"

"हा अब आप भी बताइए कुछ या हमसे ही पूछते रहेंगे सारी रात" सोनम मुस्कुराती हुई बोली।

"जी पूछिए ना क्या जानना है आपको" मनोज ने जवाब दिया

सोनम मुस्कुराते हुए बोली "सबसे पहले आप अपना इंट्रो दीजिए पूरा"

"जी शर्मा, मनोज शर्मा नाम तो सुना नहीं होगा आपने" मनोज हंसते हुए बोला।

सोनम मुस्कुराते हुए बोली "सुनी हु ना इसीलिए तो बात कर रही हूं आपसे, बहुत सुंदर नाम है"

"और कोई सवाल है आपका" मनोज ने सवाल किया।

"ऐसे नहीं, मुझे मिलना है यार आपसे मिल सकते हो आप क्या प्लीज" सोनम ने रिक्वेस्ट करते हुए बोली।

"क्या अभी, इतनी रात को... रात की 12:00 बज रहे हैं" मनोज चौंकते हुए पूछा।

सोनम हंसते हुए बोली "अरे अभी नहीं बाबा सुबह मॉर्निंग वॉक के टाइम"

"अच्छा कहां पर" मनोज ने सवाल किया।

"आप बताइए मैं आ जाऊंगी... आप जहां बोलोगे वहां मैं आ जाऊंगी.... मैं बिलासपुर से हूं ना तो यहां के बारे में ज्यादा नहीं जानती.... अपनी बहन के साथ आऊंगी उन्हें रायपुर के सारी जगहों के बारे में पता है" सोनम बोली।

"अच्छा पर अभी तो मैं माफी चाहूंगा मेरी सुबह की ट्रेन है इसलिए बैकपैक कर रहा था अभी" मनोज बोला।

"तो क्या हुआ सुबह 5 ट्रेन की बस है क्या आपकी और कहां जा रहे हैं आप" सोनम थोडी‌ निराश स्वर में बोली।

हमारे यहां कल एक पूजा है सुबह इसके बाद एक फंक्शन है तो उसके लिए घर जाना जरूरी है आप भी चलो ना मेरे साथ" मनोज ने सोनम से कहा।

"आप कंफर्टेबल है साथ में जाने के लिए तो मैं भी तैयार हूं" सोनम मुस्कुराती हुई बोली।

मनोज बोला "अगली बार जरूर ले चलूंगा आपको"

"जाने से पहले एक बार मिल लीजिए ना... आप बोलिए ना मैं तैयार हूं आप जहां बोलो वहां आने के लिए प्लीज एक बार मिल लीजिए" सोनम रिक्वेस्ट करती हुई बोली।

"इतना इंपॉर्टेंट है मिलना" मनोज ने सवाल किया।

"हा पहली नजर का प्यार सच्चा होता है जनाब आपने यह तो सुना ही होगा" सोनम बोली।

"ठीक है भाई अब आप इतना ही जीत कर रहे हैं हो तो मिल लेंगे वैसे आपके पास स्कूटी वगैरह तो है ना" मनोज ने सवाल किया।

"हा है ना कार भी है बोलो तो कार लेकर आऊं" सोनम एक्साइटेड होते हुए बोली।

"अरे आराम से... स्कूटी ठीक है बाबा" मनोज बोला।

"आप कहां पर मिलना है यह बता दीजिए ताकि मैं अपने बहन से पूछ कर कंफर्म कर लूं" सोनम बोली।

"तो न्यू रायपुर के पास जो ब्रिज है वहां मिलना ठीक रहेगा" मनोज कुछ देर सोचता हुआ बोला।

"अच्छा एक मिनट में अपनी बहन से पूछ लेती हूं" सोनम यह कहकर अपनी बहन से पुछने लगती है।

"हां ठीक है पुछ लिजिए" मनोज बोला।

"हांजी बहन बोल रही है पास में ही है जा सकते हैं वहां, वैसे वहां चाय कॉफी कुछ मिल जाए ऐसी जगह है ना वहां" सोनम पुछी।

"हां सब मिल जाएगा ना वहा" मनोज ने बोला।

सोनम मुस्कुराते हुए बोली "ओके डियर फिर सुबह इंतजार रहेगा आपका प्लीज आइए गा जरूर ☺️ बाय लव यू😘

मनोज "जी गुड नाईट सोनम जी" बोल कर लेट गया उसके दिल में भी कुछ कुछ होने लगा था रात को उसे नींद भी नहीं आई उसे भी देखना था सोनम को क्यूंकि बातों से ही वह बहुत प्यारी लग रही थी पता नहीं सच में कितनी खूबसूरत होगी।

®®®Ꭰɪɴᴇꜱʜ Ꭰɪᴠᴀᴋᴀʀ"Ᏼᴜɴɴʏ"✍️