कातिल हसीना - भाग 6 DINESH DIVAKAR द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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कातिल हसीना - भाग 6

मनोज बोला "हां बिल्कुल वैसे क्या करती हो आप ?"

"मैंने टेली किया है सीए ऑफिस में जॉब करती हूं" सोनम ने जवाब दिया।

मनोज बोला"अरे वाह कांग्रेचुलेशन बढ़िया है, कहां करते हो आप जाॅब रायपुर में ही जॉब करते हो।

सोनम जवाब देती हुई बोली "नहीं यहां नहीं बिलासपुर में करती हूं यहां अभी घूमने आई हूं अपने मामा के यहां"

मनोज पुछने लगा "अच्छा कब तक रहोगे आप वहा रायपुर में अपने मामा के यहां"

सोनम बोली "शायद तीन-चार दिन, क्योंकि ऑफिस भी जाना है ना"

मनोज थोड़ा उदास होता हुआ "ओह मतलब...."

सोनम उदास होते हम बोली "नहीं मिल पाएंगे क्या"

मनोज बोला "आज आप एक मोबाइल रख लेती तो ऐसा नहीं होता"

हा ना पर क्या करूं मामा के डर से मोबाइल छोड़ दी वह बार-बार कॉल करते कि कहां हो अभी तक करके" सोनम ने जवाब दिया।

मनोज बोला "कोई बात नहीं, वैसे मेरा नंबर कल ही मिला था क्या आपको"

सोनम बोली "नहीं दो दिन पहले मिल गया था पर सोच रही थी कैसे बात करूं"

मनोज बोला "कोई बात नहीं फिर कभी घूमने आ जाइएगा तब मिल लेंगे हम कभी"

सोनम उदास होते हुए बोली "मन तो आज ही है लेकिन इतनी दूर जाना संभव भी नहीं है मोबाइल भूल गई तो सब कुछ गड़बड़ हो गई"

मनोज बोला "कोई बात नहीं जल्दी मिलेंगे हम दोनों"

सोनम बोली "हा ऐसा ही हो क्योंकि मुझे आपसे मिले बिना एक दिन भी मुश्किल हो रहा है अब"

मनोज बोला "अच्छा मेरा स्टाफ आ गया घर जाकर बात करता हूं सोनू आपसे"

सोनम बोली "हा ठीक है मैं भी थोड़ी देर में आती हूं"

कुछ देर बाद मनोज घर पहुंचता है तो उसे देखकर मां और पुरा परिवार बहुत ज्यादा खुश होते हैं। मनोज मां और पापा, दादा, दादी सबके पांव छुता है और थोड़ी बातचीत करता है फिर मां से कहता है "अब तो खुश हो ना मां मैं सचमुच आ गया हुं आपके पास"

"हा अब मैं खुश नहीं बहुत ज्यादा खुश हुं" मां के आंखों में ख़ुशी के आंसु निकल पड़े।

जिसे मनोज पोछता हुआ बोला "ओफ्फो आ गया हुं तब भी रो‌ रहे हो ऐसा करता हूं वापस चला जाता हूं"

"कहीं नहीं जाना चुपचाप जा फ्रेश होकर आ मैं खाना लगाती हूं फिर पुजा में भी बैठना है" मां ने मनोज से कहा।

तो मनोज जी मां कहकर अपना बैग वही रखकर बाथरूम की ओर चल पड़ा और जल्दी से फ्रेश होकर वापस आ गया जहां पर उसकी मां ने उसके मनपसंद खाना बनाया था वह खाने के लिए बैठता है तभी सोनम का मैसेज आता है "कहां है आप"

मनोज बोला "खाना खा रहा हूं आइए खाते हैं साथ में"

सोनम प्यार से बोली "हा खिलाइए ना लेकिन अपने हाथों से"

मनोज मुस्कुराते हुए कहा "हा ठीक है लीजिए खाइए"

"हम्म बहुत टेस्टी है यार किसने बनाया है मम्मी ने" सोनम बोली।

"हा मम्मी ने बनाया है" मनोज बोला।

"तभी इतने टेस्टी है" सोनम बोली।

"वैसे आपका कोई बॉयफ्रेंड है क्या कोई" मनोज ने सवाल किया।

सोनम ने जवाब दिया "पहले स्कूल में था उसके बाद नही था कोई"

"किसी ने प्रपोज नहीं किया आपको उसके बाद" मनोज ने सोनम से सवाल किया।

सोनम बोली "किया उसी ने तभी तो परेशान होकर यहां आई हूं कुछ दिन के लिए उसके अलावा भी कई लोगों ने प्रपोज किया वैसे आपकी कोई गर्लफ्रेंड है, अरे मैं भी क्या पूछ रही हूं अफकोर्स होगी ही"

मनोज बोला "पहले थे, वैसे अभी होती तो कोई परेशानी तो नहीं आपको"

सोनम बोली "नहीं कोई परेशानी नहीं है, सबकी होती हैं उसमें क्या है"

मनोज बोला "हा ऐसा क्या और आप वापस जाओगे तब वह लड़का परेशान करेगा तब आप क्या करोगे"

®®®Ꭰɪɴᴇꜱʜ Ꭰɪᴠᴀᴋᴀʀ"Ᏼᴜɴɴʏ"✍️