जिन्नजादी - भाग 3 M BOSS मुस्ताक अली शायर द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन्नजादी - भाग 3

बिलाल सोच में पड़ जाता है ।
उसे पूरा यकीन हो जाता है
सायरा के जिस्म में बहुत ही खतरनाक शैतान रह रहा है।
उसे सामना करना इतना आसान नहीं होगा।
अगर उसका सामना करने की कोशिश करेगा
तो उसमें उसकी जान जाने का भी खतरा था।
बिलाल को कुछ समझ नहीं आता कि आगे क्या करें।

बिलाल सारा से पूछता है।
तुम और क्या जानती हो इसके बारे में ?
सारा कहती है
जितना पता था आपको बता दिया
इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं जानती।
बिलाल कहता है।
यह बताओ वह भूतिया गांव कहां है ?

सारा कहती है
वह भूतिया गांव यहां से 600 किलोमीटर दूर है।
उस भूतिया गांव के पास के गांव में मेरी नानी रहती है।
मैं सायरा के साथ अपनी नानी के घर गई थी।
वहां जाने के बाद हमें उस भूतिया गांव का पता चला।
और वहां हम चले गए और यह सब कुछ हो गया।

बिलाल सारा से उस गांव का पता लेकर
युसूफ अली के साथ वापस अपने गांव लौट आता है।
युसूफ अली को कुछ समझ नहीं आता
आखिर यह क्या हो रहा है।
यह मामला उसके लिए बहुत ही नया था।
वापस आने के बाद युसूफ अली अपने चाचा बिलाल से कहता है।
चाचू हम उस भूतिया गांव में कब जा रहे हैं ?
वहां जाकर हमें क्या करना होगा ?

बिलाल कहता है
तुम वहां नहीं आ सकते
मुझे अकेले ही वहां जाना होगा।
बहुत खतरा है वहां
जान जाने का भी डर है।
मैं तुम्हारी जान को मुश्किल में नहीं डाल सकता।
मैं अकेला ही वहां जाऊंगा।

युसूफ अली कैसा है
चाचू अगर आप अकेले वहां जाओगे
आप की जान को खतरा हुआ
तो आप क्या करोगे ?
वहां कोई तो होना चाहिए आपकी मदद करने के लिए।
मैं भी आपके साथ उस भूतिया गांव में आऊंगा।

बिलाल कहता है
नहीं बेटा तुम मेरे साथ उस भूतिया गांव में नहीं आ सकते।
भूतिया का बहुत ही खतरनाक है
और वह खूंखार शैतान उससे भी ज्यादा खतरनाक है।
मैं जानबूझकर तुम्हारी जान खतरे में नहीं डाल सकता।
तुम बस यहां रहकर दुआ करो।
बाकी सब मुझ पर छोड़ दो
मैं सब संभाल लूंगा।

युसूफ अली कहता है
नहीं चाचू चाहे कुछ भी हो जाए मैं आपके साथ उस भूतिया गांव में आऊंगा।
बिलाल कहता है
बेटा तुम समझ नहीं रहे हो
वहां बहुत खतरा है।
युसूफ अली कहता है
मुझे कुछ नहीं समझना
मुझे आपके साथ उस भूतिया गांव में आना ही है।
कह दिया तो कह दिया अब मेरा फैसला नहीं बदलेगा।

बिलाल युसूफ अली के जीत के सामने झुक जाता है।
युसूफ अली से कहता है
ठीक है बेटा लेकिन एक वादा करो।
अगर वहां कोई खतरा होगा
तुम बिना कोई सवाल करें वहां से वापस लौट आओगे।
युसूफ अली कहता है
ठीक है चाचू मैं वादा करता हूं
अगर उस भूतिया गांव में कोई खतरा हुआ
मैं वहां से वापस लौट आऊंगा।

बिलाल कहता है ठीक है।
हम ऐसी ही कुछ भूतिया गांव में नहीं जा सकते।
वहां जाने के लिए हमें 3 दिन तक बहुत ही कठिन तपस्या करनी होगी।
वीरान जगह पर जाकर 3 दिन दिन रात हमें साधना करनी होगी।
मैं साधना में अपने गुलाब जिन्नो को भी बुलाऊंगा।
वह भी हमें साधना सफल करने के लिए मदद करेंगे।

लेकिन एक बात ध्यान में रखो
जिन्न दुनिया के सबसे ताकतवर और सबसे खतरनाक जादूगर होते हैं।
कोई भी आम आदमी उन्हें नहीं देख सकता।
अगर गलती से किसी आम आदमी ने
जिन्न को देखा वह दिन उसकी जिंदगी का आखरी दिन होता है।
जिन्न बहुत जालिम होते हैं।
इंसानों से उनकी गहरी दुश्मनी है।
वो इंसान को हर मुमकिन तकलीफ देने की कोशिश करते हैं।

हमारे बुजुर्गों ने इन्हीं अपना गुलाम बनाया था।
हमारे बुजुर्गों से ही इन जिन्नो पर
विजय प्राप्त करके उन्हें गुलाम बनाने की तरकीब मिली है।
लेकिन जिन्न कमजोर दिल वालों को नहीं छोड़ते।
वो उनकी जान ले लेते हैं।

तुम्हें मैंने भूत तंत्र की कोई भी दीक्षा नहीं दी है।
तुम्हारे लिए साधना बहुत ही खतरनाक साबित होंगी।
तुम्हें बहुत ही हिम्मत से काम लेना होगा।
अगर तुम डर गए या कमजोर पड़ गए
जिन्न तुम्हारी जान ले लेंगे
या तुम्हें पागल बना देंगे।
तुम्हें किसी भी हाल में डरना नहीं है
कमजोर नहीं पढ़ना है।
हर वक्त अपना संतुलन बनाए रखना है।
तभी तुम यह साधना सफल कर पाओगे।

अगर तुम्हारे दिल में कोई भी डर हो
तुम इस साधना करने से अभी मना कर दो।
बाद में तुम्हें समय नहीं मिलेगा इस दलदल
निकलने के लिए।
यह साधना चक्रव्यूह की तरह होती है
अंदर जा तो सकते हैं
लेकिन बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं होता।
तुम बहुत ही सोच समझ कर फैसला लेना।
खामखा अपनी जान जोखिम में मत डालना।
जोश में आकर कोई भी गलत कदम मत उठाना।

क्रमशः