हॉंटेल होन्टेड - भाग - 16 Prem Rathod द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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हॉंटेल होन्टेड - भाग - 16

मनीष अभी वापस सोने की कोशिश ही कर रहा था कि तभी उनके रूम के दरवाजे पर दस्तक होती है। उसकी आवाज सुनकर मनीष और अंकिता दोनों की नींद उड़ जाती है। मनीष अंकिता की ओर देखते हुए कहता है, 'इतनी सुबह सुबह-सुबह इस वक्त कौन हो सकता है?' अंकिता भी हैरानी भरी नजरों से दरवाजे की ओर देखते हुए कहती है 'पता नहीं मनीष?' बेड पर से उठते हुए मनीष कहता है 'तुम बैठो मैं जा कर देखता हूं।' इतना कहकर मनीष रूम का दरवाजा खोलता है तो उसके सामने राज खड़ा था वह बहुत डरा और सहमा हुआ लग रहा था,उसकी सांसे तेज चल रही थी और वह हाफ रहा था जैसे वह दौड़कर आया हो।


राज की ये हालत देखकर मनीष चौंकते हुए पूछता है 'राज इस वक्त क्या हुआ और तुम इतने डरे हुए क्यों लग रहे हो?' राज अपनी सांसो पर काबू करते हुए कहता है 'मनीष वो रिया नहीं मिल रही है?' राज की बात सुनकर मनीष चौंकते हुए पूछता है 'नहीं मिल रही है मतलब.....इतनी सुबह वो कहां जा सकती है?' मनीष के सवाल का जवाब देते हुए राज कहता है 'पता नहीं मनीष मैं जब सुबह देखा तो रिया बेड पर नहीं थी, मैंने रूम में भी सभी जगह चेक कर लिया और होटल के आसपास भी देखा पर वह मुझे कहीं नहीं मिली,मुझे लगा शायद कुछ काम की वजह से यहां आई होगी इसलिए देखने के लिए मैं यहां पर चला आया।'


'अरे यार.....यह सब आखिर हो क्या रहा है जब से यहां पर आए हैं कुछ ना कुछ अजीब हो रहा है, पहले वह आदमी फिर कल जंगल में जो कुछ हुआ वह और आज रिया गायब है।तुम चिंता मत करो राज हम लोग नीचे जाकर मैनेजर से बात करते हैं वह जरूर हमारी कुछ ना कुछ मदद करेंगे.....चिंता मत करो रिया जल्दी ही मिल जाएगी।' वह दोनों अभी ही बातें ही कर रहे थे कि तभी अंकिता उन दोनों के पास आकर खड़ी रहती है। अंकिता को देखकर मनीष कहता है कि तुम यहां कमरे पर इंतजार करना मैं राज के साथ जा रहा हूं।इतना कहकर वह दोनों वहां से निकल जाते हैं और अंकिता उन दोनों को जाते हुए देखते रहती है।

मनीष और राज रिसेप्शन पर पहुंचते हैं। राज रिसेप्शनिस्ट से कहता है 'क्या आप होटल के मैनेजर मिस्टर निकुंज को यहां पर बुला सकते हैं, मुझे उनसे कुछ जरूरी बात करनी है।' राज ने अभी इतना ही कहा था कि तभी उसे सामने से निकुंज आते हुए दिखाई देता है। निकुंज राज के पास आते हुए कहता है 'हां सर कहिए आपको मुझसे क्या बात करनी थी?'राज निकुंज की ओर देखते हुए कहता है 'सर मेरी पत्नी रिया आज सुबह से गायब है' राज की यह बाद सुनकर रिसेप्शनिस्ट और निकुंज दोनों चौक जाते हैं 'गायब है मतलब!!??...आपने उन्हें कॉल लगाकर देखिए शायद मैडम यही कही होगी।


'मैनें वो भी करके देख लिया पर उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा है और मैंने इधर उधर सब जगह देख लिया पर मुझे वह कहीं नहीं मिली इसलिए मैं आपके पास आया हूं, आप मेरी मदद कीजिए प्लीज, उसे कुछ हो ना गया हो' इतना कहते हुए राज की आंखें नम होने लगती है।राज की हालत देखते हुए मनीष कहता है 'तुम चिंता मत करो राज हम किसी भी तरह रिया को ढूंढ लेंगे, हम पहले आसपास अच्छी तरह से देख लेते हैं फिर भी हमें रिया नहीं मिली तो हम पुलिस में जाकर रिपोर्ट लिखवा देंगे।'

पुलिस की बात सुनकर निकुंज घबरा जाता है वह राज से कहता है देखिए सर आप चिंता मत कीजिए मैं अभी कुछ लोगों को ढूंढने के लिए भेजता हूं, थोड़ी देर में ही मैडम मिल जाएंगी आपको पुलिस की पास आने की जरूरत नहीं है, जैसे ही वो हमें मिलती है,मैं तुरंत ही आपको इन्फॉर्म कर दूंगा।' निकुंज के इतना कहने के बाद मनीष और राज अपनी तरफ से ढूंढना जारी रखते हैं ऐसा करते हुए कब शाम हो जाती है उन्हें पता ही नहीं चलता। दोनों पूरे दिन ऐसे ही होटल के आसपास के इलाकों में ढूंढते रहते हैं पर उन्हें अभी तक रिया की कोई भी खबर नहीं मिली थी।


आखिरकार शाम को वह दोनों निकुंज के पास जाकर पूछते हैं कि उसे रिया के बारे में कुछ पता चला पर निकुंज भी अपना सिर ना में हिला देता है 'रिया आखिर तुम कहां हो?' इतना बोलते हुए राज जमीन पर बैठकर रोने लगता है। मनीष उसे सहारा देते हुए कहता है 'राज हौसला रखो अभी भी इतनी देर नहीं हुई है चलो हम जाकर पुलिस को इनफर्म करते हैं,वह जल्द से जल्द इन्वेस्टिगेशन शुरू कर देगी।'

निकुंज उन दोनों को रोकते हुए कहता है 'प्लीज सर पुलिस में रिपोर्ट मत कीजिए अगर किसी तरह ये बात बाहर आ गई तो हमारे होटल की रेपुटेशन पर इफेक्ट हो सकता है।' निकुंज की यह बात सुनकर राज गुस्से में उसकी ओर देखते हुए कहता है 'रिया सुबह से गायब है उसका कुछ अता पता नहीं है, पता नहीं वह ठीक होगी या नहीं और आपको अभी भी अपने होटल की रेप्यूटेशन की पड़ी है।मैं पुलिस में इन्फॉर्म करने जा रहा हूं।' और राज होल के एक कोने के कैमरा की ओर इशारा करते हुए कहता है 'और आप लोग कैमरा की फुटेज देखकर पता करने की कोशिश कीजिए' इतना कहकर वह दोनों होटल से निकल जाते हैं और निकुंज उन्हें जाते हुए देखता रहता है।

मनीष और राज के जाते ही निकुंज तुरंत सीसीटीवी रूम की और बढ़ता है। वह रूम में पहुंचकर सीसीटीवी ऑपरेटर निरव से कहता है 'निरव मुझे कल और आज शाम तक की सभी सीसीटीवी फुटेज चाहिए' इतना कहकर निकुंज होल और कोरिडोर सारी फुटेज देखने लगता है।


उधर पुलिस स्टेशन में मनीष और राज मिसिंग रिपोर्ट लिखा देते हैं। राज इस्पेक्टर पाटिल की ओर देखते हुए कहता है 'प्लीज सर आप जल्द से जल्द कुछ एक्शन लीजिए और रिया को ढूंढ निकालिए।' पाटिल राज को दिलासा देते हुए कहता है 'आप चिंता मत कीजिए हम अभी अपनी इन्वेस्टिगेशन शुरू करते हैं और उनके बारे में कुछ पता चला तो आपको जरूर बताएंगे।' 'थैंक्स सर...' इतना कहकर वह दोनों वहां से निकल जाते हैं।

उन दोनों के जाते ही पाटील राजीव को फोन करता है 'हेलो मिस्टर राजीव एक लड़का अभी अभी रिपोर्ट लिखा कर गया है और वह केस आपके होटल से रिलेटेड है।' पाटिल की बात सुनकर राजीव उनसे कहता है 'पाटिल तुम इन्वेस्टिगेशन शुरू करो,पर ऐसी कोई sensitive खबर मिले तो मुझे पहले इन्फोर्म करना।'
'ठीक है सर' इतना कहकर पाटिल फोन कट कर देता है।


पुलिस स्टेशन से निकलकर मनीष और राज होटल पर वापस जा रहे थे।आसमान में काले बादल छाए हुए थे,हवाएं भी तेजी से चल रही थी, मनीष इस वक्त कार ड्राइव कर रहा था और राज उसके बगल में चुपचाप बैठा हुआ था। मनीष राज की ओर देखते हुए कहता है 'देखो राज हौसला रखो कुछ नहीं होगा रिया को, देख लेना वह जल्दी मिल जाएगी।' मनीष ने अभी इतना ही कहा था कि कभी राज का फोन बजने लगता है। राज फोन की Display की ओर देखता है तो उस पर किसी unknown नंबर से कॉल आ रहा था।वह फोन रिसीव करते हुए कहता है 'हेलो...?'
फोन की दूसरी तरफ से एक लड़की की आवाज आती है 'हेलो क्या आप मिस्टर राज बोल रहे हैं?' राज कहता है कि 'हां मैं राज ही बोल रहा हूं पर आप कौन बोल रही हैं?'
'जी मैं ऊंटी के सिविल हॉस्पिटल से बोल रही हूं,आप जल्द से जल्द यहां पर आ जाइए, आपकी पत्नी रिया की हालत बहुत खराब है।'

To be continued.......