तू मेरी ज़िन्दगी है....
मायरा बहुत खुश थी।आज उसकी राहुल के साथ सगाई होने जा रही थीं। कितनी मुश्किल से मायरा के घर वाले इस शादी के लिए राज़ी हुए थे।
मायरा ने पिंक कलर का गाऊन पहना था।उसमे वो बिल्कुल परी लग रही थी।राहुल भी मरून टेक्सिडो में खूब जांच रहा था।उसका चेहरा खुशी से चमक रहा था।
मायरा,सगाई की रस्म शुरू करे...मायरा की मां सावित्री देवी ने कहा।
मां हमारी खास दोस्त खुशी और उसके पति विशाल आ जाए..फिर कार्यक्रम शुरू करते हैं।
ठीक है..... मां ने कहा
मायरा ने खुशी को फोन किया।घंटी बज रही थी पर फोन नहीं उठाया या
तभी विशाल और खुशी हाथ में हाथ डाले हाल में आए।
अरे आ गए दोनो....राहुल ने उनकी तरफ इशारा करके कहा
सॉरी राहुल, तुम तो जानते हो इन लेडीज को तैयार होने में कितना समय लगता है...विशाल ने तिरछी निगाहों से खुशी को देखते हुए कहा।
अगर हम समय ना लगाए तो पार्टियों में जान कैसे आए...खुशी ने अदा से बाल झटकते हुए कहा।
चारों खिलखिलाकर हंस दिए।
तभी सावित्री देवी आ गई।
मां इनसे मिलो ,ये है मेरी सबसे प्यारी दोस्त और सहकर्मी खुशी और ये इसके पति विशाल...मायरा ने मां को दोनो का परिचय दिया।
खुशी और विशाल ने नमस्ते किया।
सावित्री देवी ने खुशी के सिर पर आशीर्वाद के लिए हाथ रखते हुए....ये हमेशा तुम्हारी ही बात करती है।आज मुलाक़ात भी हो गई।तुम्हे देखकर लगता है...जैसे तुम्हे वर्षों से जानती हूं।
मां ,ये तुम्हारे शहर लखनऊ की है...मायरा ने जोड़ा।
तभी जानी पहचानी लग रही है....मां ने हंसते हुए कहा....अच्छा अभी सगाई की रस्म शुरू करते है।बाकी बातें फिर कभी करेंगे।
राहुल और मायरा ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई।दोनो बहुत खुश थे।
चारों डी जे पर कपल डांस कर रहे थे।
जब कोई बात बिगड़ जाए...
जब कोई मुश्किल पड़ जाए..
तुम देना साथ मेरा ए हमनवाज़..
डीजे पर मधुर गाना बज रहा था।
तुम हमेशा मेरा साथ निभाओगी ना...राहुल ने डांस करते हुए मायरा से पूछा
तुम्हे कोई शक है...मायरा ने नकली नाराज़गी से पूछा।
नहीं...मैंने तो ऐसे ही पूछ लिया।मुझे विश्वास है...मेरी मायरा ज़िंदगी के हर कदम पर मेरा साथ देगी।
मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा.........हमारी सगाई हो रही है।मेरे मम्मी इस शादी के कितने खिलाफ थी।उन्हे मनाने के लिए तुमने क्या क्या नहीं किया।.....मायरा ने राहुल के साथ डांस करते हुए कहा।
अंत भला तो सब भला.....अब जल्दी ही हमारी शादी हो जायेगी...राहुल ने मायरा की आंखो में देखते हुए कहा
ये दोनो साथ में कितने अच्छे लगते हैं।बिल्कुल made for each other... खुशी ने राहुल और मायरा को देखते हुए कहा
बिल्कुल हमारी तरह..... विशाल ने जोड़ा
बिल्कुल नहीं..... तुम्हारी मेरी जोड़ी कहां बराबर है? मैं कितनी खूबसूरत हूं और तुम.....खुशी ने बुरा सा मुंह बनाते हुए चुटकी ली।
अच्छा जी ,ये बात है।अभी तुम्हारे लिए प्रॉपर मैच ढूंढ़ते है.....विशाल ने चारों ओर निगाह दौड़ाते हुए कहा।
नहीं....खुशी ने विशाल के मुंह पर हाथ रखकर कहा....तुम तो बुरा मान गए,विशाल।
ठीक है,तुम्हारी मेरी जोड़ी बराबरी की नहीं है।पर जितना प्यार मै तुम्हे करता हूं उतना कोई नहीं कर सकता।तू मेरी ज़िन्दगी है ,खुशी।ऐसे मजाक मत किया करो...विशाल ने थोड़ी नाराज़गी के साथ कहा।
आई एम सॉरी ,विशाल...खुशी ने एक हाथ से कान पकड़ते हुए कहा।
खाना लग गया है....चलिए सब लोग खाना खाते हैं.... सावित्री देवी ने कहा।
सब लोग खाना खाने बैठ गए।
पार्टी ख़तम होते होते रात के 3 बज गए।
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राहुल,मायरा और खुशी तीनो एक ही कॉलेज में लेक्चरर थे। खुशी का पति विशाल बैंक में काम करता था।मायरा और खुशी अच्छी दोस्त थीं।राहुल और मायरा कुछ मुलाकात के बाद एक दूसरे को पसंद करने लगे थे।
अगले दिन राहुल अभी सो रहा था कि फोन बजा।उसने घड़ी देखी दोपहर के 12 बज़ गए थे।उसने फोन उठाया ।उधर से जो कहा गया उसे सुन कर उसके होश उड़ गए।उसकी आंखे हैरानी से फट गई।उसका हलक सूख गया।
कब....कैसे...
रात को वो कितनी खुश थी....
कौन उसके साथ ऐसा कर सकता है.....
उसकी किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है....
मैं अभी आता हूं
उसने फोन काटकर माया को मिलाया।
मायरा....बुरी खबर है..कॉलेज से प्रिंसिपल साहब का फोन था...किसी ने....किसी ने खुशी का क़त्ल कर दिया है...राहुल ने लड़खड़ाती आवाज़ में कहा। मैं तुम्हे लेने आ रहा हूं....दोनो साथ ही कॉलेज चलते है।इस समय विशाल को हमारी जरूरत है।
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कहानी अभी जारी है....
लेखक - मनीष सिडाना
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