नौकरानी की बेटी - भाग 12 RACHNA ROY द्वारा मानवीय विज्ञान में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 47

    पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स को एक औरत बार बार दिखती...

  • इश्क दा मारा - 38

    रानी का सवाल सुन कर राधा गुस्से से रानी की तरफ देखने लगती है...

श्रेणी
शेयर करे

नौकरानी की बेटी - भाग 12

पार्टी काफी रात तक चली । और अब आगे।।



आज आनंदी का दो पेपर था।मैथ का ही।
रीतू बोली ओल दी बेस्ट आनंदी।
आनंदी ने मुस्कुराते हुए कहा थैंक यू दी।चलो अब चलती हूं।
ये कह कर आनंदी चली गई। रीतू बैठ कर सोच रही थी कि ऐ वहीं आनंदी है जो वहां पर चुपचाप सी खोई सी रहती थी।
जहां चाह वहां राह।। एक छोटी सी कोशिश और आनंदी आज दसवीं कक्षा की परीक्षा दे रही है।
स्कूल पहुंच कर प्रेयर करने के बाद सब अपने अपने कक्षा में पहुंच गई।

कक्षा में जाकर ही आनंदी चुपचाप अपने जगह पर बैठ गई और पेपर का इंतजार करने लगी।

फिर मिस मैरी आई और सबको काॅपी बांट दिया और कुछ देर बाद पेपर भी।

आनंदी पेपर पाते ही अच्छी तरह पढ़ लियाऔर फिर सवाल हल करना शुरू कर दिया। आनंदी को सब चीजों का ध्यान था।
तीन घंटे में पेपर हो गया और फिर चेक करके काॅपी ले लिया गया।
कुछ देर तक ब्रेक हुआं और फिर दूसरा पेपर शुरू हो गया।

दूसरे पेपर के खत्म होते शाम हो गई और फिर आनंदी घर वापस आ गई आते ही थक गई थी।

रीतू ने आनंदी को जूस पीने को दिया और बोली अब दो दिन की छुट्टी है ना।
आनंदी ने कहा हां दीदी मैं जाकर सो जाऊं।
रीतू बोली अरे हां आनंदी।

फिर आनंदी सोने चली गई और रीतू ने डिनर बना लिया और दो घंटे बाद आनंदी उठकर फे्श हो कर बैठ गई।

रीतू ने कहा अब बताओ कि पेपर कैसे गए?
आनंदी ने हंस कर कहा, दीदी बहुत ही अच्छा!
रीतू बोली चल तैयार हो जा नीचे चलते हैं।

आनंदी तैयार हो कर आई और दोनों नीचे पहुंच गई फिर सारे दोस्तों के साथ बातचीत करने लगी अब आनंदी भी इनके साथ घुल-मिल गई थी और अंग्रेजी में बात करती थी। बातों-बातों में आनंदी अपने आई एस अफसर बनने की इच्छा बताई। ये सुनकर सब ने बहुत प्रोत्साहित किया।

फिर दोनों ऊपर आकर टीवी इन्जोय किया और खाना खा कर किचन की साफ़ सफाई कर के सोने चली गई।

सुबह उठते ही आनंदी भी सैर करने गई और फिर रीतू तैयार हो कर नाश्ता करके आफिस के लिए निकल गई।

आनंदी ने पहले घर की सफाई की और फिर नहा कर पढ़ने बैठ गई और अगला पेपर उसका अंग्रेजी का था।

आनंदी ने अंग्रेजी के नोट्स भी तैयार किए थे और अंग्रेजी का भी दो पेपर होने वाला था।इसलिएआनंदी लिख भी रही थी और याद भी कर रही थी इस तरह दोपहर और फिर शाम हो चुकी था आनंदी अभी तक पढ़ाई कर रही थी और उसने लैपटॉप पर भी ग्रामर की तैयारी करने लगी और फिर उसने अलसोल्ड पेपर से भी तैयारी करने लगी।

कुछ देर बाद ही रीतू आ गई। और फिर बोली कैसा रहा तुम्हारा दिन? आनंदी ने कहा हां दीदी सब तैयारी हो गई।

रीतू बोली वैरी गुड।।सुन तैयार हो जा, डिनर के लिए बाहर जाएंगे।

आनंदी ने खुश होकर कहा सच दी,मैं अभी तैयार हो जाती हुं।

फिर आनंदी भी एक जीन्स कुर्ती पहनकर तैयार हो गई और फिर दोनों निकल गए।

दोनों जल्दी कार से पहुंच गए एक रेस्तरां जो कि लंदन ब्रिज के पास शारद का घर ।।

आनंदी ने देखा और कहा क्या आलिशान महल जैसा है। फिर दोनों जाकर सीट पर बैठ गए।

मेनू कार्ड से देख कर रीतू ने शुद्ध शाकाहारी खाना मंगवाया और कहा पता है जब भी मुझे कृष्णा वाई के हाथ का स्वाद याद आता है तो मैं यहां आती हूं। खाने का स्वाद में अपनापन है।

ये सुनकर आनंदी की आंखें भर आईं पर उसने अपने आंसु को रोक लिया।

सबसे पहले सूप सर्व किया। आनंदी ने देखा कि एक बड़े से बाउल में टमाटर सूप था और उसमें बहुत कुछ डेकोरेशन किया हुआ था साथ ही लम्बी वाली चम्मच थी।
फिर रीतू और आनंदी सूप को इन्जोय करने लगे।

फिर डिनर भी आ गया।बटर नान, मलाई कोफ्ता, पुलाव, कढ़ाई पनीर, मसाला पापड़,
सलाद।
दोनों ही गर्म -गर्म खाना खाने लगे।

आनंदी ने पेट भर खाना खा लिया और फिर पिस्ता बादाम वाला आईसक्रीम भी आ गया। दोनों ने बड़े मजे से आइसक्रीम भी खा लिया।

खाने के बाद लेमन वाटर दिया गया जिसमें दोनों से हाथ धो लिया । फिर बिल कार्ड के द्वारा देकर दोनों घर लौट आए।

आनंदी ने कहा दीदी क्या शानदार जगह थी और फिर क्या बढ़िया खाना था सच में मज़ा आ गया।
रीतू बोली चल मैं फे्श होने जा रही हुं।
आनंदी ने कहा मैं अभी कुछ देर पढ़ लेती हुं परसों पेपर है।
रीतू बोली ओके गुड नाईट।।

आनंदी भी अपनी पढ़ाई करने लगी और फिर काफी रात हो गई थी अचानक रीतू उठकर दो प्याला बैल्क कॉफी बना कर ले आई।
आनंदी ने कहा अरे दीदी आप सोई नहीं।
रीतू ने कहा सो रही थी फिर देखा कि तुझे एक काॅफी की जरूरत है इसलिए बना लिया।ये ले।
आनंदी ने कहा थैंक यू दी।
रीतू ने कहा पता है जब मैं हाईस्कूल की परीक्षा दे रही थी तो कृष्णा वाई ने मुझे देर रात अदरक की चाय, काॅफी पिलाया करती थी।तू छोटी सी थी।उनको हमेशा पता होता था कि कब क्या चाहिए।
आनंदी ने कहा हां मां तो मुझे भी परीक्षा के समय जगा दिया करती थी।
रीतू ने कहा अब चल सो जा, सुबह होने को है।
फिर दोनों सोने चले गए।

सुबह उठते ही रीतू जल्दी-जल्दी नाश्ता बना कर खुद खाकर निकल गई।

फिर आनंदी फे्श हो कर नाश्ता करके अपनी परीक्षा की तैयारी करने लगी अब वो सारा रिविजन कर रही थी।

इस तरह आनंदी का पेपर का दिन आ गया वो समय से पहले पहुंच गई और फिर दो सिफ्ट में होने वाला था।अंग्रेजी का पेपर भी बहुत अच्छी तरह से हो गया।
अब अगले तीन दिन तक छुट्टी भी थी।उसके बाद रासायनिक विज्ञान का पेपर था और दूसरे चरण में जीव विज्ञान का था।
आनंदी ने तैयार जोरदार की थी।

रीतू को आफिस के काम लंदन से बहार जाना था मगर उसे आनंदी की चिन्ता हो रही थी।

जिस पर आनंदी ने कहा दीदी दो दिन की बात है आप जाओ। मैं यहां अच्छी तरह तैयारी कर लूंगी।

रीतू बोली हां पर मुझे तेरी चिन्ता रहेगी। फिर उसी रात रीतू आनंदी को समझा कर आफिस टूर पर निकल गई।
आनंदी को थोड़ा बहुत डर लग रहा था पर वो हिम्मत नहीं हारी पुरी ध्यान उसने पढ़ाई पर लगा दिया और मां को फोन कर के बात किया
कृष्णा ने कहा हां आनंदी तू बहुत समझदार है मुझे पता है दो दिन तू आराम से रह लेंगी।

रीतू भी समय निकाल कर आनंदी को विडियो कालिंग कर लेती थी और फिर इस तरह दो दिन निकल गया। दो दिन बाद रीतू सुबह ही वापस आ गई और आते ही कहा मेरी गुड़िया बहुत बड़ी हो गई है।आनंदी ने कहा हां दीदी।


अगले दिन आनंदी विज्ञान का पेपर देने चली गई। फिर शाम को वो घर आ गई।
रीतू ने पूछा आनंदी कैसा रहा पेपर? आनंदी ने कहा दीदी, थोड़ा कठिन तो था पर मैंने सब कर लिया। रीतू बोली अब अगला कब होगा।

आनंदी ने कहा दीदी कल तो हिन्दी का पेपर है। गघ साहित्य और पघ साहित्य, व्याकरण और संस्कृत।
ओह माई गॉड! रीतू बोली अरे तेरी तैयारी कैसी है।
आनंदी बोली अरे हां दीदी सब तैयारी हो गई।

फिर दूसरे दिन आनंदी का हिंदी का पेपर हो गया और बहुत ही अच्छा गया पेपर।।
आनंदी घर आकर अपने कमरे में टेबल के दीवाल और पर टांगें हुए डेट सीट को देख कर जो पेपर हो चुका था उसको मार्क कर दिया, अभी सिर्फ तीन पेपर बाकी था।

आनंदी अपनी पढ़ाई को लेकर काफी उत्साहित थी और देखते देखते सारे पेपर समाप्त हो गए।

रीतू बोली अब आनंदी कुछ दिन आराम करेंगी और फिर तुझे कोचिंग क्लास शुरू करवा दुंगी।

आनंदी ने कहा हां दीदी फर्स्ट ईयर की पढ़ाई काफी कठिन होगा है ना।
रीतू बोली हां पर तेरे लिए सब एक हैं।
आनंदी ने कहा दीदी रेजल्ट कब निकलेगा?
रीतू बस अगले महीने ही।।

आनंदी ने कहा हां दीदी ठीक है।
चल हम कहीं बाहर घूमने चलते हैं।
फिर दोनों घर से निकल गए बाहर।
आनंदी और रीतू मुवी देखने चले गए। एक अंग्रेजी मुवी युवा पीढ़ी का बदलाव पर थी।
आनंदी भी बहुत ही इन्जोय कर रही थी फिर दोनों घर लौट आए और काफी थक गई थी इसलिए डिनर में मैगी नूडल्स बना कर खा कर सो गए।

अगले दिन सुबह रीतू नाश्ता बना कर टेबल पर रख दिया और ख़ुद खा कर निकल गई।
आनंदी गहरी नींद सो रही थी। फोन की आवाज से आनंदी उठ गई देखा तो मां का फोन आया था।
आनंदी ने फ़ोन किया तो कृष्णा बोली आनंदी सो रही थी। आनंदी ने कहा हां मां सो रही थी, आप बताइए कैसा सब चल रहा है।
कृष्णा ने कहा हां सब ठीक है, आज राजू के घर छुट्टी मिल गया वो सब रिश्तेदार की शादी में गए हैं एक हफ्ते तक आएंगे।
आनंदी ने कहा अच्छा हुआ आप आराम करो।
कृष्णा ने कहा हां जब से तू गई आराम ही कर रही हूं। अब रखती हुं।

आनंदी भी उठकर तैयार हो कर नाश्ता करके अपने लैपटॉप को लेकर बैठ गई।
और सोचने लगी कि अब आगे क्या करना होगा
कल से ही कोचिंग क्लास चली जाती हुं बस आराम हो चुका। मैं किसी भी कीमत पर ये समय गंवाना नहीं चाहती हुं। और फिर आनंदी लैपटॉप पर ही बहुत सारी जानकारी प्राप्त करने लगी।
इसी तरह शाम हो गई और रीतू भी आ गई और फिर बोली अरे मेरी गुड़िया पढ़ाकू आनंदी क्या कर रही थी?
आनंदी ने कहा हां दीदी मैं बहुत कुछ देख रही थी।
दीदी मैं कल से ही कोचिंग क्लास शुरू कर दूं?
रीतू ने कहा हां बाबा ठीक है।
चल अब वाक् करने चलते हैं।
फिर दोनों नीचे टहलने लगे और बातचीत करने लगी और वो भी अंग्रेजी में ही।
रीतू की मेहनत से आज आनंदी अंग्रेजी में बात करने लगी थी।
फिर रीतू ने आनंदी को ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश के लिए क्या क्या-क्या जरूरत है सब बताने लगी और फिर बारहवीं कक्षा के बारे में भी जानकारी दे दी।

इस तरह आनंदी के हौसले बुलंद होते गए और उसने कोचिंग क्लास शुरू कर दिया था वहां भी आनंदी सबसे आगे ही थी और फिर एक महीना बीत गए आज आनंदी का रेजल्ट आने वाला था। आनंदी ने अपना एडमिट कार्ड रीतू को दिया और फिर रीतू अपने लैपटॉप पर आनंदी का नतीजा देखने के लिए लोग इन किया और स्कूल का नाम फिर आनंदी का रोल नंबर टाइप करने लगी और फिर रीतू ने देखा कि आनंदी का हाईस्कूल का रिजल्ट शत् प्रतिशत रिकॉर्ड तोड दिया था। पुरे देश भर में आनंदी टाॅप लिस्ट में थी। ९९प्रतिशत अंक आए थे। रीतू खुशी से रोने लगी और आनंदी को गले से लगा लिया।
आनंदी भी रो रही थी।
रीतू ने कहा आनंदी तुझे अभी स्कूल जाना होगा।
फिर आनंदी और रीतू दोनों गाड़ी लेकर निकल गए।
स्कूल पहुंच कर ही आनंदी ने देखा कि सब जगह आनंदी की तस्वीर लगी थी और फिर आनंदी अन्दर पहुंच गई वहां मिस मैरी ने कहा आनंदी वी आर प्राउड ऑफ यू माई चाइल्ड।।
आनंदी ने कहा थैंक यू मैडम।।
फिर बहुत सारी तालियां बजाकर आनंदी का स्वागत किया गया रीतू ने सारा विडियो रिकॉर्डिंग कर लिया।
फिर बहुत सारी अनाउंसमेंट होने लगा।
आनंदी और रीतू घर लौट आए।
रीतू ने तुरंत विडियो रिकॉर्डिंग अनु को भेजा और कृष्णा वाई को भी भेज दिया।
रीतू ने कहा अब एक ग्रांड पार्टी इन लंदन ब्रिज।।
आनंदी भी बहुत खुश थी उसका सपना पूरा हो रहा था।


क्रमशः