हिंदी मानवीय विज्ञान कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें होम कहानियां मानवीय विज्ञान कहानियां फ़िल्टर: श्रेष्ठ हिंदी कहानियां एक रूह की आत्मकथा - 57 द्वारा Ranjana Jaiswal रेहाना लीला के लिए खुश है कि उसने खुद को 'लड्डू गोपाल' के हाथों समर्पित कर दिया है ।लड्डू गोपाल यानी कृष्ण का बाल रूप।इधर हर दूसरे हिन्दू घर ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 30 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग -30)संध्या ने दोनो तरफ के कपड़े काफी सिंपल पर अच्छे लिए। "मीनल और टीना ने कहा भी कि इतनी सुंदर हो थोड़ा गहरे रंग और भारी ले ... एक रूह की आत्मकथा - 56 द्वारा Ranjana Jaiswal स्वतंत्र के एक्सीडेंट की खबर जब उमा को मिली तो वह घबरा गई।नन्दा देवी तो रोने -चीखने ही लगीं।दोनों भागती हुई उस स्थान पर पहुँची,जहाँ स्वतंत्र घायल अवस्था में ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 75 द्वारा Captain Dharnidhar अभय ने दामिनी को दवा लाने के लिए बाहर भेज दिया ताकि उसके सामान की तलाशी ले सके । दामिनी के जाते ही अभय ने दरवाजे की कुंदी बंद ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 29 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग --29)टीना का मन अशांत था , उसे बार बार भुवन के पापा की रोना याद आ रहा था। भुवन और मोहन उसको हँसाने के लिए किस्से सुना ... एक रूह की आत्मकथा - 55 द्वारा Ranjana Jaiswal उमा ने जब 'कामिनी प्राइवेट लिमिटेड' में नौकरी के ऑफर की बात सास नंदा देवी को बताई तो वे जोर से चीखने- चिल्लाने लगीं।शोर सुनकर स्वतंत्र भी अपने कमरे ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 74 द्वारा Captain Dharnidhar केतकी से मिलने के बाद अभय अपने भाग्य को कोसने लगता है । यह सब मेरे साथ ही क्यों हो रहा है । अभय के चेहरे पर तनाव साफ ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 28 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग- 28)भुवन और टीना ने आ कर उनकी बातों पर विराम लगाया। खाने की तैयारी मोहन कर ही रहा था। टीना और भुवन भी हाथ मुँह धो कर ... एक रूह की आत्मकथा - 54 द्वारा Ranjana Jaiswal "पापा मैं अमी से प्यार करता हूँ।" अमन की आँखों में आँसू थे। "तो तुम्हें इस प्यार की परीक्षा देनी होगी।अमृता जल्द ही लंदन चली जाएगी।ग्रैजुशन वहीं करेगी।फिर बिजनेस ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 27 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग -27)बाजार से आकर टीना ने जो खरीदी वो सब दिखाया। उमा जी तो बस पोती को पहले की तरह हँसते खिलखिलाते देख खुश थी। सरला जी टीना ... एक रूह की आत्मकथा - 53 द्वारा Ranjana Jaiswal अमृता के चले जाने के बाद अमन उदास हो गया।उसके दिमाग में अमृता का एक ही शब्द गूंज रहा था जो उसने उससे फिर मिलने के सम्बंध में कहा ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 73 द्वारा Captain Dharnidhar आपने मुझे ट्रेन में देख लिया और सब भेद खुल गया ..केतकी यह कहकर रूक गयी । केतकी के पापा कहने लगे ..हमें केतकी ने फोन कर दिया था ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 26 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग --26)काफी मुश्किल से टीना को नींद आयी। वो तो 10 बजे दादी ने उठा दिया था क्योंकि भुवन के भाई उससे जाने से पहले मिलनी चाहते थे। ... एक रूह की आत्मकथा - 52 द्वारा Ranjana Jaiswal अमन को विश्वास नहीं था कि अमृता उसकी पार्टी में आएगी फिर भी वह उसके इंतज़ार में था।वह उससे अपनी पुरानी गलतियों के लिए सॉरी बोलना चाहता था।दरअसल अपनी ... महाभारत हार गयी परन्तु दुर्योधन जीत गया । द्वारा Girvaani Pranikyaa महाभारत हार गयी परन्तु दुर्योधन जीत गया । © 2021-2024 Vaani All Rights Reserved "दुर्योधन"- यह नाम किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है। मनुष्य मरने से पहले अपनी छाप अपने ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 25 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग -25)"संध्या चलो तुम भी टीना बाबा का आशीर्वाद ले लो", भुवन ने कहा तो संध्या टीना की और बढ़ती उससे पहले ही टीना ने उसे रूकने को ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 72 द्वारा Captain Dharnidhar केतकी अभय को अपनी कहानी सुना रही है । केतकी ने दामिनी को अजनबी आदमी से बातें करते देखा .. वे कह रहे थे कि, तुम आर्मी के सीक्रेट ... एक रूह की आत्मकथा - 51 द्वारा Ranjana Jaiswal प्रेम एक खूबसूरत अहसास है।कब, कहाँ,किससे, कैसे, क्यूँ जैसे तर्कों से परे।हजारों की भीड़ में कोई एक चेहरा आँखों के रास्ते दिल में उतर जाता है और फिर वहाँ ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 24 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग -24)"उमा जी यह तो बहुत ज्यादा है, आप हमारे मेहमान हैं। आप से कैसे ले सकते हैं"? उमा जी--- "भाई साहब ये मैं स्कूल के लिए दे ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 71 द्वारा Captain Dharnidhar अभय होटल से अपने पूर्व ससुर से मिलने के लिए निकल गया है , अभय के मन मे सच जानने की जिज्ञासा है । केतकी से पहले ही धोखा ... एक रूह की आत्मकथा - 50 द्वारा Ranjana Jaiswal मानव मन विचित्र होता है,इसको समझना सबके बस की बात नहीं । फ्रायड ने सबसे पहले मनोविश्लेषण को विज्ञान का रूप दिया था |वे मानव –मन के तीन स्तर ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 23 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग -23)भुवन और टीना की बातों को स्टॉप घर के गेट के सामने लगा। "अरे पता ही नहीं चला और घर पहुँच गए"। टीना ने कहा तो भुवन ... एक रूह की आत्मकथा - 49 द्वारा Ranjana Jaiswal "स्त्री जब तक गुलाम बनी रहती है तब तक पुरूष की प्रिय रहती है पर जब वह अपनी बुद्धि,तर्क के सहारे अपने वजूद को साबित करती है ,अपने होने ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 22 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग-22)दादी और टीना ने कुछ देर आराम किया। फिर शाम को भुवन की मम्मी के साथ उमा जी सरला जी को मिलने चली गयी। भुवन और टीना बाद ... लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 70 द्वारा Captain Dharnidhar अभय के दिमाग मे एक शक का बीज पनप चुका है , वह किसी की कही बात पर यकीन न करके खुद दामिनी की हकीकत जानने का प्रयास कर ... एक रूह की आत्मकथा - 48 द्वारा Ranjana Jaiswal जया ने उमा को बताया कि उसके पति स्वतंत्र अक्सर किसी न किसी बहाने जया के घर पहुँचने लगे थे |जब भी वे आते घर-गृहस्थी का कोई न कोई ... विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 21 द्वारा सीमा बी. विश्वास (भाग -21)"शेरनी अगले शुक्रवार तुम तैयार रहना, मेरे गाँव चलना है"। भुवन ने टीना को फोन पर बोला। टीना ---- गाँव क्यों??भुवन --- क्यों हमारे गाँव चलने में ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 69 द्वारा Captain Dharnidhar अभय पलंग पर बैठे बैठे सोच रहा है । आईएसआई इस तरह के काम तो करती है । क्या ऐसा हो सकता है उसने मेरे जरिये कुछ खुफिया जानकारी ... एक रूह की आत्मकथा - 47 द्वारा Ranjana Jaiswal उमा सोचने लगी थी कि कल की गऊ -सी सीधी जया आज कितनी बोल्ड व मुखर हो गई है |जया कहती- "होना पड़ता है ,वरना पुरूष भेड़िए नोंचकर खा ... एक रूह की आत्मकथा - 46 द्वारा Ranjana Jaiswal चाचा-चाची जब चले गए, तो जया के पति ने जया को बहुत मारा। उसका शरीर जगह-जगह टूट-फूट गया, पर वह भी हाथ-पाँव चलाती रही। मारकर जब वह चला गया, ... महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 68 द्वारा Captain Dharnidhar रूम के गेट पर केतकी के पापा को आया देखकर अभय को आश्चर्य हुआ । उसके मुख से सहसा निकला ..आप ! यहां ? अभय ने केतकी के पापा ... एक रूह की आत्मकथा - 45 द्वारा Ranjana Jaiswal पहले तो जया इस बात को नहीं समझ पाई कि उसका पति क्यों रात को उसके करीब आने से बचता है? क्यों दिन भर उसका व्यवहार ठीक रहता है, ...