२०२० Ganesh द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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२०२०

२०२० एक ऐसा साल हमारे कैलेंडर का और ये भी केह सकते है कि हमारे ज़िंदगी का सबसे उतार चढ़ाव वाला साल। मतलब २०२० भाई तूने किसका मुंह देखा था पहले को ऐसा कर रहा है।
आफत ही आफत है! पहले जंगलों का विनाश, बाद में हमारे बॉलीवुड के सितारों का जाना, और सबसे भयानक रोग 'corona' जिसने पूरी दुनिया हिला के रख दी।

इस पर मेरा एक विचार है जो याद रहा है कि,

क्या खेला है तु और कैसा किया है हाल,
आदमी से लेकर जानवर सब हुए बेहाल।

और इसके बीच वो हाथी का किस्सा! पता नहीं ये साल में अभी क्या क्या देखना बाकी है। भगवान करे अब कुछ ना हो। लेेकिन इसी बीच मनुष्य कई बातें सीखा है, जैसे छोटी छोटी चीजों से कैसे जीवन जीना, अपने जीवन को नया आकार देना ।

२०२० हमको ये भी सिखाता है कि हमारी खुद का ख्याल हम नहीं रखेंगे तो हम तो परेशान होंगे ही साथ में हमारे नजदीक रहने वाले लोग भी परेशान होंगे। इस साल में बहुत कुछ सीखने को मिला है।
परंतु जिसने इस टाइम का सही उपयोग किया है वहीं इसकी अहमियत समझ सकता है। इस कोरोना की महामारी ने अच्छे भले आदमी को भी बेकार बना दिया है, गरीब इंसान को तो रोटी तक नसीब नहीं हुई है, बेचारा पूरे परिवार के साथ चलता चलता ही अपने नसीब की खोज में गांव चल पड़ा है, और इसमें भी हमारे नेता पैसा देख रहे है, और एक तरफ कई फरिश्ते जैसे लोग मदद भी कर रहे है। ये साल तो पूरा घर बैठे बैठे ही खत्म हो रहा है, और अच्छा है जितने घर में है उतने सुरक्षित है।

लेकिन इस lockdown me हमें प्रकृति एक दम स्वच्छ दिखाई दी और आवाज का प्रदुषण भी कfम हुआ, ज़हरीली हवाएं बेहतर हुई।

लेकिन इस मुश्किल घड़ी में डॉक्टर और पुलिस हमारे लिए भगवान बनाकर आए है। अपनी जान की परवाह किए बगैर जिस तरह से उन्होंने सबकी देखभाल की, जिस तरह से १८ घंटे तक एक ही कपड़ों में रहना , ये तो कोई फरिश्ते ही कर सकते है। अपने परिवारों की परवाह किए बगैर दिन रात वो हमारे जीवन के लिए खड़े रहे ऐसे हीरोज को मेरी तरफ से सलाम।
इस संकट की घड़ी में जो हमने संयम दिखाके इस महामारी को रोकने में सहयोग दिया है, वो भी प्रशंसा के पात्र है। क्योंकि अगर हम संयम नहीं रखते तो हमारे देश का हाल भी कई दूसरे देशों जैसे होता!

अगर यही संयम हम थोड़ा और बनाए रखेंगे तो बहुत जल्दी हम इस महामारी से निपट सकते है। तो मेरी आप सबसे विनंती है कि
घर में रहे, अपना ख्याल रखें, अपने घर वालो का भी ध्यान रखे, और सुरक्षित रहे।


ये मेरे विचार है, सब के विचार अलग हो सकते है, सबके देखने का नजरिया भी अलग होता है तो कृपया करके इसमें मुझसे को गलती हो गई हों तो मुझे माफ़ करना।

और अंत में इतना कहना चाहूंगा कि अगर आप सही राह चुनोगे तो आप को देख के दूसरे भी कुछ तो सीख ही लेंगे।


धन्यवाद