बेगुनाह गुनेहगार 12 Monika Verma द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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बेगुनाह गुनेहगार 12

सुहानी की जिंदगी में अयान के आने से खुशिया वापस मिली है एक बार फिर सुहानी ने किसी पे भरोसा किया। 

सुहानी अक्सर कश्मीरा भाभी से बात कर लेती है। अच्छा लगता है सुहानी को जब कश्मीरा भाभी उसे बेटा कहती है। जैसे कोई अपने से बात कर रही है। कैंसर की असर कश्मीरा भाभी को भी हो चुकी है। बोलते बोलते भी थक जाती है। 

एक दिन सुहानी ने अयान से पूछा मम्मा कैसे है?

अयान: दवाई चल रही है। 

सुहानी: डॉ ने क्या कहा? 

अयान: डॉ. ने जवाब दे दिया है।

यह सुहानी के लिए एक और जिंदगी का मार था। और अयान पे क्या गुजर रही होगी यह सोच सोच कर बुरा हाल है। लेकिन बताये भी किसे। सुहानी ने मम्मी को इस बारे में बताया।

 सब सोने की तैयारी कर रहे है। सुहानी अपना काम लिपटा कर अयान से मैसेज से बात करने लगी। पापा ने सुहानी को बहोत डाँटा। अब तो मोबाइल रख। कब से मोबाइल लेकर बैठी है। 

सुहानी ने कहा काल बात करते है। पापा डाँट रहे है। लेकिन अयान को बात करनी है। थोड़ी देर ओर। plz मेने आपको कभी फ़ोर्स नही किया। आज बात कर लो।

लेकिन सुहानी के पापा ने बात नही करने दी।

रात को जैसे तैसे सुहानी सो तो गई। दूसरे दिन सुहानी को कॉल आया अयान का। मम्मा नही रही। मासी को बता देना।। इस बार सुहानी खुद को माफ तक न कर पाई। मोबाइल देखा तो रात को अयान का मैसेज आया हुआ था कि मम्मा नही रही। 

सुहानी वहाँ जाना छाती है। पता नही अयान पर क्या गुजर रही होगी। वो बात बजी नही कर रहा। शायद काम मे बिजी होगा।

मम्मी वहाँ जाने की तैयारी कर रही है। सुहानी ने मम्मी से कहा मुझे आना है। जिंदगी में पहली बार सुहानी ने मम्मी से कही जाने के लिए कहा। लेकिन शायद नसीब कुछ और चाहता था। बारिश की वजह से वो वहाँ से निकल ही नही पाए।

दूसरे दिन इराही का जन्मदिन है। सुहानी ने इराही को बर्थडे विश किया। ऐसी तरह रही जैसे किसी को अपना दर्द न बता शके।

सुहानी ने अयान से बात करने की कोशिश की। लेकिन वो शायद खुद को सम्हाल नही पा रहा। सुहानी वहाँ जा नही सकती। सुहानी उसके साथ है यह कई बार समझाया। लेकिन माँ के जाने का दर्द वो भुगत रहा है। सुहानी ने सोचा इस वख्त उसे अकेले रहने देना ही बेहतर होगा। सुहानी रोज मैसेज से अयान से बात करती। लेकिन हेल्पलेस।


सुहानी को खास कर इस बात का बुरा लग रहा है कि अयान के कहने पर भी सुहानी ने अयान से बात नही की। और अयान को मिलने भी न जा पाई। न ही उसके दर्द में शामिल हो पाई।

महीने बीत गए। सुहानी अपने जॉब में लगी है। लेकिन खुद को माफ नही कर पाई। एक ही तो चीज मागी थी। थोड़ी देर बात कर लो। वो भी नही कर पाई।

सुहानी ने अयान को फिर से मैसेज भेजा। कोई रिप्लाई नही। सुहानी ने कोल लगाया। अयान ने सुहानी का नंबर ब्लॉक लगा दिया। सुहानी अब चाहकर भी कुछ नही कर सकती। 

क्या सुहानी अयान के लिए कुछ कर पाएगी? या फिर हमेशा के लिए अयान को खो देगी? देखते है अगले अंक में।