दिल्ली स्थित भारतीय सुरक्षा एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के मुख्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में रात के 1.30 बजे भी एक बेहद गम्भीर विषय पर चल रही आपातकालीन मीटिंग जारी थी। 'रॉ' के साथ साथ भारत की तमाम सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी इस दौरान मौजूद थे,और उनको सम्बोधित कर रहे थे ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ.रघुराम देसाई .... सामने की दीवार पर प्रोजेक्टर के द्वारा कुछ स्लाइड्स चलाई जा रही थी, जिस में बार बार एक धुंधले से चेहरे वाला चाइनीज व्यक्ति नजर आ रहा था...उस व्यक्ति और उस से जुड़े हुए कुछ अन्य दृश्यों के बारे में डॉ देसाई विस्तार से बता रहे थे। "इस शख्स का नाम है चांग ली, यह कोई आम चाईनीज नही है.....यह चाइना की गुप्तचर संस्था 'गुयानबू' का सबसे डेंजरस एजेंट है। पिछले डेढ़ साल भारत के कई शहरों में इसके मूवमेंट्स की जानकारी हमको हाथ लगी है, पर दुर्भाग्य से लाख कोशिशों के बावजूद हम इसको ट्रेस करने में नाकामयाब रहे थे......पर इंडिया में इसके लम्बे समय तक चलने वाले मूवमेंट्स का पता चलते ही हमारी सारी सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गयी, हमने आईबी के साथ मिलकर एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया......लम्बे समय तक चले इस ऑपरेशन में हमारे सामने ऐसे कई तथ्य आए ,जो हमारी नींद उड़ाने के लिए पर्याप्त थे.....
Full Novel
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 1
दिल्ली स्थित भारतीय सुरक्षा एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के मुख्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में रात के 1.30 भी एक बेहद गम्भीर विषय पर चल रही आपातकालीन मीटिंग जारी थी। 'रॉ' के साथ साथ भारत की तमाम सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी इस दौरान मौजूद थे,और उनको सम्बोधित कर रहे थे ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ.रघुराम देसाई .... सामने की दीवार पर प्रोजेक्टर के द्वारा कुछ स्लाइड्स चलाई जा रही थी, जिस में बार बार एक धुंधले से चेहरे वाला चाइनीज व्यक्ति नजर आ रहा था...उस व्यक्ति और उस से जुड़े हुए कुछ अन्य दृश्यों के बारे में डॉ देसाई ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 2
यूरोप में स्थित झीलों का देश फिनलैंड , जो देश मे मौजूद सुन्दर प्राकृतिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है......फ़िनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश भी माना जाता है.......गरीबी,अशिक्षा,बेरोजगारी आदि समस्याओं से मुक्त इस देश की राजधानी हेलसिंकी के एक बड़े से स्टेडियम में एक विचित्र प्रतियोगिता चल रही थी......इस दौरान बहुत से कपल्स मैदान में मौजूद थे......उनमे से पुरुष प्रतिभागी अपनी महिला पार्टनर को गोद मे उठा कर रेस पूरी कर रहे थे......यह फिनलैंड का सबसे दिलचस्प खेल था, जिसको देखने के लिए स्टेडियम में उत्साह से भरें हुए दर्शकों की भारी भीड़ मौजूद थी...... रनिंग ट्रैक पर पूरे ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 3
"ध्रुव.....कम हेयर......" लैपटॉप पर काफी देर से व्यस्त जेनिफर आश्चर्यजनक रूप से चीख पड़ी..... ध्रुव के पास आते ही की ओर इशारा करते हुए उत्सुकता से पूंछा......"इज दिस फ़ॉर यू" सामने जो था ,उसको देख कर ध्रुव की आंखे भी चौड़ी हो गयी थी..... नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के ट्विटर अकॉउंट से एक ट्वीट किया गया था "NATION FIRST 009 PARAMVEER" "ये....ये तो मेरा कोड नेम है.....मतलब ये मैसेज मेरे लिए वायरल किया जा रहा है...पर क्यों।" ध्रुव ने तुरंत ही लैपटॉप के कीपैड पर अपनी अंगुलिया NIA एवं RAW की ऑफिशियल वेबसाइट एवं उनसे जुड़े हुए अन्य सोशल ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 4
"सर, इस मिशन पर मैं जेनिफर को भी ले जाने की परमिशन चाहता हूँ...." ध्रुव के इस अनुरोध को डॉक्टर देसाई असमंजस में पड़ गए....थोड़ी देर गम्भीर मुद्रा में सोचने के बाद बोले "ध्रुव.....यू नो दैट.....जेनिफर को हम इन्वाल्व नही कर सकते......" फिर जेनिफर की ओर देखते हुए संकोच के साथ बोले "जेनी.....मुझे पता है, तुम भी इंडिया के लिए उतना ही लॉयल हो,जितना ध्रुव...बट.......तुम ब्रिटिश सीक्रेट एजेंसी एम.आई. 5 की मेम्बर रह चुकी हो...ऐसे में रॉ के के अनुसार तुम इस प्रकार के टॉप सीक्रेट मिशन के लिए एलिजिबल नही हो.......सॉरी जेनी....." ध्रुव ने डॉक्टर देसाई को समझाने ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 5
सी 19 वायरस की प्रलयंकारी दूसरी लहर से मची त्राहि से भारत अभी उबरता जा रहा था, धीरे धीरे सामान्य हो रही थी........शॉपिंग मॉल,पर्यटन स्थल,बाजार,एयरपोर्ट,रेलवेस्टेशन आदि स्थानों पर भीड़ की चहलकदमी फिर से होने लगी थी....इन्ही बदलती हुई परिस्थितियों के बीच तमिलनाडू राज्य के 'सलेम' शहर को कर्नाटक के 'बंगलूरू' से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग NH 44 पर बंगलौर से कुछ ही दूर पहले कर्नाटक पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग की जा रही थी,जिससे सड़क पर वाहनों की एक लंबी कतार लग चुकी थी......आमतौर पर इस रूट पर इस प्रकार की वाहन चेकिंग न के बराबर ही होती थी, पर ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 6
चाइना का जिनयांग शहर, जहां पर एक 'ग्लोबल आईटी मीट्स' का आयोजन किया जा रहा था, पांच दिन चलने इस आयोजन में विश्व भर की तमाम आईटी कम्पनियों ने पार्टिशिपेट किया था, इसी मीट्स में एक कैनेडियन सॉफ्टवेयर कम्पनी 'टेक्नो-अल्फा' के प्रतिनिधि के तौर पर ध्रुव और जेनिफर चाइना के मेहमान के रूप में उपस्थित हो चुके थे, दरअसल यह कम्पनी पूरी तरह से वर्चुअल ही थी,वास्तविकता में इस आईटी कम्पनी का कोई अस्तित्व ही नही था, यह तो रॉ द्वारा चाइना में एंट्री का एक रास्ता मात्र था, इतने कम समय में इस प्रकार के अव्वल दर्जे की ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 7
" थैंक यू प्रोफेसर.....मुझे लगा अब तक तो भूल गए होंगे आप ,हालांकि आप से यह दूसरी मुलाकात महज संयोग है।"प्रोफेसर का शुक्रिया अदा करते हुये ध्रुव ने कहा।"नही सुपर एजेंट ध्रुव ,कैसे भूल सकता हूँ तुमको.....लन्दन में हुए उस टेरेरिस्ट अटैक के दौरान एक तुम ही तो थे जिसने बिना जान पहचान के ही मुझे उस बिल्डिंग से सुरक्षित बाहर निकाला था, मेरी फैमिली कों बचाने के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी.....और ब्रिटेन पुलिस के एक्शन लेने से पहले ही उन आतंकवादियों को ढेर भी कर दिया था"वह सारा वाकया प्रोफेसर की आंखों के सामने ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 8
प्रोफेसर सीवांग की स्थिति अब सामान्य थी,ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण अक्सर प्रोफेसर को इस प्रकार की समस्या का करना पड़ता था....,ध्रुव द्वारा फर्स्ट एड बॉक्स में रखी दवा खिलाने से प्रोफेसर का स्वास्थ्य अब सही हो चुका था....प्रोफेसर सीवांग ने अपनी अधूरी बात जारी रखी...."वह रात लगभग दस बजे का समय था जब टिम ली ने मेरे दरवाजे की डोर बेल बजाई, वह स्वंय को ठगा हुआ महसूस कर रहा था, उसे अहसास हो चुका था कि उसका निर्णय गलत था, हमारे देश की गवर्नमेंट ने उसकी योग्यता का इस्तेमाल एक अनैतिक कार्य के लिए किया था,यह बात ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 9
चीन के समयानुसार शाम लगभग 06 बजे का वक्त था,सर्दियों के मौसम में भारत की तरह चीन में भी समय काफी अंधेरा हो जाता है, पहले दिन के आईटी मीट्स के समापन के बाद जेनिफर कार्यक्रम के आयोजन स्थल से होटल वापस जा रही थी, दोनो स्थानों के मध्य दूरी काफी कम होने के कारण जेनिफर ने आयोजको द्वारा व्यवस्थित वाहन की जगह पैदल ही चल कर पहुंचना मुनासिब समझा.......जेनिफर ने गूगल मैप के अनुसार मुख्य मार्ग से होटल तक पहुंचने के लिए उपलब्ध एक शॉर्टकट ले लिया....यह एक लगभग दो सौ मीटर की संकरी व सुनसान गली थी...इस ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 10
जिन दो लोगो को ध्रुव ने चंद मिनिटो में धोबी की तरह धो धो कर बुरा हाल कर दिया ,उनकी इस कदर हालत कर दी थी कि वह अपने पैरों पर भी खड़े नही हो सकते थे, और असहाय अवस्था में कार की पिछली सीट पर पड़े कराह रहे थे......उन दोनो ने कुशल लड़ाके होने के बावजूद किसी अकेले,निहत्थे इंसान से इस कदर मार खाएगा,शायद कभी सपने में भी यह नही सोचा होगा.......यही वाकया ध्रुव की युध्द कला में महारत के स्तर को दर्शाने के लिए पर्याप्त था। "Why are you supporting China even though you are an Indian?" ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 11
रात भर ध्रुव और जेनिफर की आंखों से नींद कोसो दूर थी,जहाँ एक ओर ध्रुव के सामने बारूद के पर खड़े उसके देश को सुरक्षित कर पाने की चुनौती थी,तो वही जेनीफर अब इंडिया के साथ साथ उसकी अपनी कर्मभूमि इंग्लैण्ड के लिये भी मानवीय आधार पर इस मिशन को सफल बनाने की अग्निपरीक्षा में खरी उतरना चाहती थी। पति और पत्नी अगर दोनों ही देश के डिफेन्स सिस्टम से जुड़े हो,तो उनकी जिंदगी आम कपल्स से काफी अलग हो जाती है, रोमांस का स्थान रोमांच ले लेता है....और फैमिली प्लानिंग की जगह ले लेती है उनके किसी मिशन ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 12
नई दिल्ली का एक पांच सितारा होटल 'रॉयल स्क्वायर' का रूम नम्बर 103.......कमरे के अंदर एक पाश्चात्य एवं भड़कीले वस्त्रों में लिपटी गोरी,सुंदर,छरहरी क़ाया वाली ग्लैमरस युवती टेबल पर रखी कुछ विदेशी ब्रांड की शराब की बोतलों में से एक बोतल उठा कर हाथ मे पकड़े हुए गिलास में शराब उड़ेलती है, और उस गिलास का स्पर्श जैसे ही अपने होंठो से कराती है.....तभी दरवाजे की वेल बजने लगती है......... वेल की आवाज सुनकर उस युवती के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान दौड़ जाती है,जिससे पता चलता है कि जिसका वह इंतजार कर रही थी,शायद वह शख्स अब आ ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 13
"वह इंडिया पर पूरी तरह से वायरस अटैक कर चुके है,अब हमारे पास वक्त नही है....हमें अब हर हाल अगले चौबीस घण्टो में इस मिशन को पूरा करना है....इतना ही वक्त है तैयारी करने को हमारे पास" ध्रुव अपने सभी साथियों के साथ 'ऑपरेशन वुहान' को एग्जीक्यूट करने का फाइनल प्लान बना रहा था..... प्रोजेक्टर के द्वारा सामने की '3डी' डिस्प्ले पर वुहान लैब का इंटीरियर मैप एवं अन्य आवश्यक जानकारी प्रदर्शित हो रही थी,जिसके बारे में अभी अभी जॉन द्वारा विस्तार से समझाया गया था, और उसी के आधार पर ध्रुव ने तैयार किया था चाइना की सबसे ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 14
"छोड़ो मुझे...कौन हो तुम...कहां लेकर आये हो मुझे" एक खास किस्म के कैमिकल के छिड़काव के बाद रीमा को होश आया,तो उसने खुद को किसी अंधेरी जगह में पाया.....वह एक कुर्सी पर बैठी हुई थी,उसके दोनों हाथ मजबूती के साथ उसी कुर्सी से बंधे हुए थे..... आंखे पूरी तरह खुली तो देखा सामने विराज और मेजर बख्सी दोनो ही खड़े हुए थे.... "तुम्हारा खेल खत्म हुआ धोखेबाज......अब सीधे सीधे चांग ली क़ा पता बता दो......नही तो अंजाम बहुत बुरा होगा।" मेजर बख्सी ने रीमा को चेतावनी दी, जिसको सुनकर रीमा ने बिना प्रभावित हुए प्रतिक्रिया दी। "मेजर.....मुझे डबल क्रॉस ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 15
कुछ देर बाद 'रॉ' मुख्यालय में "सर,चांग ली अपने खतरनाक मिशन के अंतिम पड़ाव को पार कर रहा है.....वायरस हद में अब सारा देश आ चुका है, और वह बहुत तेजी के साथ देश के अलग अलग हिस्सों में रैबिट्रोजोंम कैमिकल का सम्पर्क इस वायरस से करवा कर इस वायरस को जानलेवा भी बनाता जा रहा है.....हमनें चांग ली के उस इंडियंस मददगार कन्नूस्वामी कांगा का पता लगा लिया है,जिसने उसे हमारी ही धरती पर यह सारा षडयंत्र रचने के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए।........सर चांग ली को काबू में करने के लिए हमें उसको पकड़ना बहुत जरूरी है.....पर उसने ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 16
भारत में दक्षिणी कर्नाटक स्थित घने जंगल.....खतरनाक जानवरों एवं जहरीले सरीसृपों से भरपूर इस दुर्गम क्षेत्र में किसी आम का प्रवेश कर पाना बेहद कठिन था.....इसी क्षेत्र के अंदर एक विशालकाय झरना भी मौजूद था,जिसके पानी को पीकर इस जंगल के पशु पक्षी अपनी प्यास बुझाते थे......इसी झरने की एक निकटम पहाड़ी की गुफाओं में बना रखा था कन्नूस्वामी कांगा ने अपना ठिकाना......कन्नूस्वामी भारत के दक्षिणी राज्यों के साथ साथ श्रीलंका से भी दुर्लभ जानवरो एवं वृक्षों का बड़ा तस्कर था......कई राज्यो की पुलिस को उसकी तलाश थी.....जंगल मे शरण लेने वाले उसके समकालीन अन्य तस्करों एवं डाकुओ को ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 17
चाइना के समय के अनुसार सुबह के छह बजने में कुछ ही मिनिट्स शेष थे, रात के अंधेरे में योजनानुसार ध्रुव और जॉन गटर के बेहद सीक्रेट रास्ते से सीवर के उस मेनहोल के ठीक नीचे खड़े थे जो कि वुहान लैब के कैम्पस में स्थित सर्वेंट्स क्वार्टर के बेहद नजदीक खुलता था। ध्रुव को इस वक्त पहचानना भी सम्भव न था......वुहान लैब कैंपस में काम करने वाले स्वीपर्स वाली उस नीली ड्रेस को पहने हुए ध्रुव की शक्ल भी अब उसकी नही थी....... वह हूबहू वुहान लैब में काम करने वाला चाइनीज़ स्वीपर'झांग म्याऊ' ही नजर आ रहा ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 18
ध्रुव के चेहरे पर पसरता तनाव उस वक्त समाप्त हो गया,जब उसने सामने स्क्रीन पर खुद को झांग म्याऊँ रूप में वैरिफाई हो जाने का ग्रीन सिग्नल मिलता देखा। टेक्नोलॉजी को भी मात दे डाली थी ध्रुव ने.... और फिर लैब के उस अतिसंवेदनशील भाग में प्रवेश करने का वह एकमात्र दरवाजा खुल चुका था......जिसके रास्ते बिना देरी किये ध्रुव अन्दर एंट्री कर चुका था। ..................................... इस बीच चाइनीज सुरक्षा एजेंसियों को मिली इंडियन मूवमेंट की खबर के चलते वुहान एवं चाइना के अन्य प्रमुख शहरों में इन सुरक्षा एजेंसियों के खुफिया तंत्र भी पूरी तरह से सक्रिय हो ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 19
ध्रुव का एक एक निर्णय बेहद सूझबूझ एवं दूरदर्शिता से परिपूर्ण होता था,इसलिए वह हड़बड़ी में कोई भी ऐसा नही उठाना चाहता था जिससे कि उसका बना बनाया काम अंतिम क्षणों में बिगड़ जाए....इसलिए वह गार्ड्स को बिना कोई जबाब दिए पास में ही बने 'वर्कर्स सुपरवाइजिंग रूम' की ओर बढ़ गया ..... इस जगह से वुहान कैम्पस में काम करने वाले सभी छोटे वर्कर्स की मॉनिटरिंग की जाती थी.....स्वीपर्स भी इसी जगह के प्रति उत्तरदायी होते थे..... ध्रुव ने कमरे के अंदर प्रवेश करते ही सामने कुर्सी पर बैठे एक मोटे चाइनीज को झुक कर अभिवादन किया......वह यहां ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 20
रात के घनघोर अंधेरे को चीरने का प्रयास करती हुई सुबह के उजाले की कुछ किरणों ने अभी लोगो नींद से उठाना आरम्भ किया ही था कि तभी तंग और संकरी गलियों में मुस्तैदी के साथ अपने शिकार की ओर आगे बढ़ती सैनिकों की एक हथियारबंद टुकड़ी जल्दी ही एक सात मंजिला इमारत को चारों ओर से घेर चुकी थी......सुनसान और वीरान सड़कों पर मातम का एक अजीब सा सन्नाटा पसरा था, न तो मॉर्निंग वॉक के लिए जाते हेल्थ कॉन्शियस लोग नजर आ रहे थे, और न ही दिहाड़ी मजदूरी करने के लिए सुबह तड़के घर छोड़ने वाले ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 21
चाइनीज आर्मी के हेलिकॉप्टर में सवार हो कर कमांडर चिन ची इस वक्त बीजिंग से वुहान की ओर बढ़ था......साथ ही वह फोन पर अपने किसी अधीनस्थ से अपनी झुंझलाहट व्यक्त कर रहा था। "नही पकड़ आये से क्या मतलब है तुम्हारा.......पलटन ले कर गए थे तुम्हारी फोर्स फिर भी मुंह की खा कर लौट आयी.....खबर मिलते ही,तुम तुरन्त पहुंच कर उनको पकड़ सकते हो,यह सोच कर ही तुम और तुम्हारी बकवास पुलिस पर भरोसा किया था......पर तुम सब नाकारा निकले......" शायद फोन पर दूसरी ओर वुहान शहर के पुलिस प्रमुख थे.....जिन्होंने ही कमांडर 'चिन ची' के इमरजेंसी ऑर्डर्स ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 22
इंडिया में...... अंततः उस फ्लैट का दरवाजा खुला......एक लगभग पचपन साठ वर्ष के अधेड़ व्यक्ति ने दरवाजा खोला था.....चेहरे वह हड़बड़ाया हुआ लग रहा था.....शायद वह इस फ्लैट का ऑनर था,जो पिछले कुछ समय में हुए इस घटनाक्रम से बुरी तरह ड़र गया था......हाथ के इशारे से उसने कोने में स्थित एक और कमरे की ओर इशारा किया,जिसका बन्द दरवाजा ड्राइंग रूम में खुलता था........विराज अपने अन्य कमांडोज के साथ फ्लैट के अंदर स्थित उस कमरें के दरवाजे तक पहुंच गए......एवं कुछ अन्य कमांडोज द्वारा उस वृध्द व्यक्ति को रेस्क्यू करते हुए लिफ्ट के द्वारा बिल्डिंग से बाहर भेज ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 23
उधर वुहान में युद्ध स्तर पर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जाने लगा था....... वुहान एक बेहद हाइटेक सिटी थी.....और उतनी हाईटेक थी चाइनीज सिक्योरिटी एजेंसीज भी....ऐसे में ध्रुव की मुश्किलें और अधिक बढ़ चुकी थी.......पर आख़िर ध्रुव को भी तो मुश्किलों से जूँझने की पुरानी आदत थी। तेजी से भागती हुई ध्रुव की सुपर बाइक की गति पर अचानक से ब्रेक लग गया था....क्योंकि सड़क के ठीक सामने चाइनीज पुलिस की कई गाड़ियों ने अचानक से आकर रोड को जाम कर दिया था........और चाइनीज पुलिस के कमांडोज की एक बड़ी हथियारबंद टुकड़ी ने पोजिशन लेते हुए मोर्चा संभाल लिया था। ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 24
"या....हू......डेटा डिकोडिंग इज सक्सेजफुल" जेनी खुशी के मारे चीख उठी थी..... ध्रुव- "तो अब बिना देर किए इस अटैचमेंट रॉ के इमरजेंसी मेल अकाउंट पर सेंड कर दो......इमीडिएटली।.....वहां से इस फॉर्मूले को डायरेक्ट ब्रिटेन,जर्मनी सहित विश्व के सभी कोविड प्रभावित देशो तक फारवर्ड कर दिया जाएगा " जेनी ने डिकोड की गई फॉर्मूले की उस फाइल को सेव करने के पश्चात अटैचमेंट के रूप में ई मेल करने की प्रक्रिया आरम्भ की......पर इस बार रिजल्ट पॉजिटिव नही मिला था। "Oh my god .... Internet is not working as any form........I think they banned internet in all over city " ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 25
ध्रुव,जेनी,थॉमस और जॉन.....हेलिकॉप्टर में सवार इन चारों को ही भलीभांति पता था, कि वुहान शहर में उनकी यह हवाई अधिक देर तक नही चल पाएगी......और उनकी यह आशंका बहुत जल्दी ही सच साबित हुई......अभी तक उनके हेलिकॉप्टर ने वुहान शहर की अंतिम सीमा को भी पार नही किया था कि चाइनीज्स एयर फोर्स ने उनकी घेराबंदी करते हुए हमला करना आरंभ कर दिया। हेलिकॉप्टर का हुलिया चाइना की एयरफोर्स जैसा होने की वजह से चाइनीज सिक्योरिटी एजेंसीज जैसी दुनिया की उन्नत फोर्स को कुछ देर के लिए तो चकमा दिया जाना सम्भव था,पर ज्यादा देर तक नही.......पर इस सब ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 26
हेलिकॉप्टर का पिछला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था…....यदि कोई आम हेलीकॉप्टर होता तो अब तक धराशायी हो गया होता....परन्तु यह स्पेशली चाइनीज आर्मी के हेलिकॉप्टर का डुप्लीकेट था.......या यूं कहिए चाइनीज एयरफोर्स से रिटायर्ड हो चुके एक हेलिकॉप्टर को रिपेयर करके दोबारा उड़ने लायक बनाया गया था......और सेना के हेलिकॉप्टर्स में कुछ विशेष फीचर्स भी होते है.....जो इसमें भी थे.....जैसे कि 'इमरजेंसी मोड़'.... इस फीचर्स का उपयोग करके बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके फाइटरप्लेन अथवा हेलिकॉप्टर को भी आपातकाल के समय गिरने से बचाते हुए कुछ दूरी तक उड़ाया जा सकता है....... थॉमस ने नीचे गिरते ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 27
"क्या हम इनसे इंटरनेट बैन तुरन्त हटवाने की मांग नही कर सकते थे?" जेनी ने ध्रुव से एक आवश्यक किया। ध्रुव- "उसकी आवश्यकता नही है जेनी, किसी भी शहर का इंटरनेट सिर्फ आम उपयोग के लिए बन्द किया जाता है....'जीरो हब' एक संवेदनशील स्थान है,ऐसी जगहों पर इंटरनेट के उपयोग के लिए स्वयं का अलग सर्वर इस्तेमाल किया जाता है.........यहां इंटरनेट एक्टिव था,तभी तो केल्विन यहां के सर्वर को एक्सेस करके हैक कर पाया।" जेनी (मुंह पिचकाते हुए)- "अच्छा ,अब यह सब भी मुझे तुमसे सीखना पड़ेगा।...वो तो इन चाइनीज्स की टेंशन चक्कर में यह बात दिमाग में नहीं ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 28
प्रधानमंत्री कार्यालय,नई दिल्ली। (एक आपातकालीन मीटिंग का दृश्य) मीटिंग हॉल में एक अंडाकार टेबल पर देश के प्रधानमंत्री के सत्ता एवं विपक्ष के कुछ प्रमुख राजनेता, डॉक्टर रघुराज देसाई सहित देश की सभी सेनाओं के प्रमुख, कुछ वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे..... "स्थिति अब नियंत्रण के बाहर हो चुकी है, हम बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का पूरा प्रयास कर रहे है,मगर देश की पॉपुलेशन अधिक होने के कारण अब हमारा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर भी चरमरा उठा है.....डॉक्टर्स एवं विषाणु विज्ञानियों के अनुसार आने वाले अगले कुछ दिन भारत ही नही विश्व के इतिहास के सबसे वीभत्स दिन साबित होंगे.....संकट की इस ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 29
वुहान शहर की जीवन रेखा कही जाने वाली यांगत्सी नदी के उस हिस्से में, जिसमें वह हेलीकॉप्टर गिरा था....पिछले घण्टो से युद्ध स्तर पर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा था। कई सारी क्रेंस,ऑक्सीजन सिलेंडर एवम स्विमिंग ड्रेसेज से लैस कुशल तैराक और चाइनीज फोर्सेज के बड़े बड़े अधिकारी... सब मौजूद थे वहां..... कुछ देर बाद एक क्रेन के सहारे लटका हुआ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त उस हेलीकॉप्टर का मलबा बाहर निकलता हुआ नजर आया, उसका अच्छे से मुआयना करने पर पाया गया कि इस के अंदर न तो कोई इंसानी शरीर है,और न ही इंसानी शरीर का कोई टुकड़ा। ...और पढ़े
009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 30 ( अंतिम भाग )
नई दिल्ली से लगभग 25 किमी दूर आगरा रोड़ पर स्थित एक बेहद सामान्य सा 'हाइवे स्ट्रीट रेस्टोरेंट' जिसके टेबल पर देश का एक असामान्य व्यक्ति हाथ में कॉफी का मग लिए बैठा हुआ है...असामान्य व्यक्ति अर्थात देश की सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसी का प्रमुख.....अर्थात डॉक्टर देसाई....... और उसके ठीक सामने की टेबल पर जो शख़्स बैठा है.....उसको देखने अथवा उसके बारे में किसी खबर के सुनने का इंतजार डॉक्टर देसाई पिछले सात दिनों से कर रहे थे......जी हां......सामने वाली टेबल पर इस कहानी का हीरो सुपर एजेंट ध्रुव विराजमान था.....एकदम सुरक्षित,सकुशल......और साथ में थी उसकी एजेंट वाइफ जेनिफर...... ...और पढ़े