Utpal Tomar लिखित उपन्यास अंगद - एक योद्धा।

अंगद - एक योद्धा। द्वारा  Utpal Tomar in Hindi Novels
~आरंभ~पतझड़ के दिन अभी अभी खत्म हुए थे, अब मौसम का सफर बसंत ऋतु की सुगंध सेमहकती हवाओं की रवानगी की और बढ़ रहा था | यह क...
अंगद - एक योद्धा। द्वारा  Utpal Tomar in Hindi Novels
मनपाल ने तुरंत आकाश की ओर देखा | वह एक निर्भीक योद्धा थे भय या चिंता तो उनके मुख पर कभी झलकती ही नहीं थी। आक्रमण की खबर...
अंगद - एक योद्धा। द्वारा  Utpal Tomar in Hindi Novels
मनपाल के मन मे अंगद के प्रति दया नहीं थी, बल्कि उसकी मूर्खता पर वह क्रोधित थे। उन्होंने अपना ध्यान अंगद पर से हटाकर युद्...
अंगद - एक योद्धा। द्वारा  Utpal Tomar in Hindi Novels
अगले दिन प्रातः काल मनपाल सिंह को अंगद मंदिर की ओर से आता हुआ दिखाई दिया। साफ स्वच्छ वस्त्र धारण किए हुए, केश सुलझे व चे...
अंगद - एक योद्धा। द्वारा  Utpal Tomar in Hindi Novels
अंगद ने मनपाल से पुनः पूछा, कि महाराज और उसके पिता नगर वापस कब लौटेंगे, तो मनपाल ने बड़ी दबी सी आवाज में बताया, जैसे उनक...