हास्य कथाएं कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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राज घराने की दावत..... - 4 By piku

राज घराने की दावत, 4मतकु राम :- "तुम्हें कितनी बार समझाया है कि मेरे काम के बीच में मत बोला करो,,, मत बोला करो,, लेकिन तुम्हारे समझ नहीं आता क्या????? तुम इतना भी नहीं समझ सकती कि...

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मोची, बाजार और कुत्ता By Yashvant Kothari

मोची ,बाजार और कुत्ता यशवंत कोठारी   कस्बे के बाजार के बीचों -बीच के ढीये पर कल्लू मोची बैठता था। उसके पहले उसका बाप भी इसी जगह पर बैठकर अपनी रोजी कमाता था। कल्लू मोची के पास ही गल...

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सरकारी क्यु मे लिखी गई प्राइवेट कहानी या कविता By Review wala

( दादर के उस सरकारी ऑफिस में पहुँच के मैंने कल्पना की कि अगर मेरी पत्नी उसी सीट पर बैठी हो जिस पर वो  सुंदर स्टाफ बैठ कर मुझे क्यू मे प्रतिक्षा करवा रही है  पूरे आधे घण्टे से, तो म...

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और क्या चाहिए By dilip kumar

“और क्या चाहिए” ( व्यंग्य ) भले ही प्रेम, अफेयर, लिव -इन रिलेशनशिप,लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप,प्लूटोनिक लव तथा साहचर्य के विभिन्न विकल्प मौजूद हों मगर आज भी भारतीय परिवेश में शादी बेह...

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चोर By 333star Star

  वह एक पब्लिशिंग हाउस में मुलाजिम था।यह पब्लिशिंग हाउस अधिकतर बच्चों की किताबें छापता था। बच्चों की एक मासिक पत्रिका भी निकालता था इस मासिक पत्रिका की सेलिंग बहुत अधिक कोशिशो...

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कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 By Roshan baiplawat

यह कहानी केवल काल्पनिक है । जिसमें तीन दोस्तों की कहानी होती हैं। जिसमें तीनों दोस्त अलग-अलग कैरेक्टर करते हुए दिखाई देते हैं । यहां से हम अपनी कहानी शुरू करतेहैं। मोहल्ले वाले (रो...

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हास्य का तड़का - 48 By Devaki Ďěvjěěţ Singh

️️मारवाड़ी सेठ की पत्नी की तबियत बार बार खराब होती रहती थीकिसी ने उस पर कुछ रूपये वारने की सलाह दी ताकि बला टलेमारवाड़ी ने अपनी पत्नी के सर पर 51/-₹ रुपए वारे और फिरउन 51 रुपए में...

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चरणनंदन का अभिनंदन - 3 By Tripti Singh

कुछ महीनों बाद......आज एक नया दिन था चरणनन्दन की जिंदगी में लेकिन ये महान आत्मा अभी तक बिस्तर पर फैल कर सोये पड़े हैं।इनपर चचा की मार का कोई असर नहीं हुआ है। इनकी हरकत अब भी पहले ज...

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समानांतर दुनिया - 1 By Mansi

( हास्य कथा ) Part 1 हेलो दोस्तो, केसे है आप स्वागत है आपका मेरी नई कहानी "समानांतर दुनिया" में समानांतर दुनिया मतलब हमारे जेसी ही एक दूसरी दुनिया यानी की Parallel universe,दूसरी प...

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आती क्या खंडाला By Dr. Pradeep Kumar Sharma

आती क्या खंडाला... "ए जी।" श्रीमती जी ने बहुत ही प्यार से कहा। "हाँ जी, फरमाइए।" श्रीमान् जी अखबार को साइड में रखते हुए बोले। "एक बात पूछनी थी जी आपसे।" श्रीमती जी ने सकुचाते हुए क...

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छपास रोग  By Dr. Pradeep Kumar Sharma

छपास रोग ‘‘हलो।’’ मोबाइल उठाते ही मैंने कहा। ‘‘नमस्कार डाॅक्टर साहब।’’ उधर से आवाज आई। ‘‘नमस्कार, माफ कीजिएगा आपका नम्बर मेरे मोबाइल में सेव नहीं होने से मैं पहचान नहीं पा रहा हूँ...

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मक्खन बाजी By Dr. Pradeep Kumar Sharma

मक्खन बाजी "कहाँ जाने की तैयारी है ?" पति देव को तैयार होते देख श्रीमती जी ने पूछा। "आफिस और कहाँ जानेमन, मियां की दौड़ मस्जिद तक की ही होती है। घर से ऑफिस और ऑफिस से सीधे आपकी दरबा...

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नववर्ष की बधाइयां शुभकामनाएं By Sudhir Srivastava

व्यंग्य आलेख- नववर्ष की बधाइयां शुभकामनाएं********************* हमारी भारतीय संस्कृति में दूसरों की खुशियों पर बधाइयां और शुभकामना देने का सिलसिला कब हिस्सा बन गया ये शोध का विषय ह...

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नाम परिवर्तन By Dr. Pradeep Kumar Sharma

नाम परिवर्तन "देखिए देवी जी, मैं आपका पति नहीं हूँ न ही आप मेरी पत्नी हैं। बेवजह क्यों मेरे पीछे पड़ी हैं।" वह एकदम से झुंझलाते हुए बोला। "देखो, आज मैं मजाक के मूड में बिलकुल भी नह...

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मोबाइल महात्म्य By Dr. Pradeep Kumar Sharma

मोबाइल महात्म्य “अजी सुनिये तो।” कहती हुईं हमारी श्रीमती जी मोबाइल हाथ में पकड़े मेरे सामने आकर खड़ी हो गईं। “अजी सुनाइए तो...” हमने भी अपनी मोबाइल से नज़रें हटा कर श्रीमती जी को प्या...

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