( हास्य कथा ) Part 1
हेलो दोस्तो, केसे है आप स्वागत है आपका मेरी नई कहानी "समानांतर दुनिया" में
समानांतर दुनिया मतलब हमारे जेसी ही एक दूसरी दुनिया यानी की Parallel universe,
दूसरी पृथ्वी तो इस कहानी में हम यही जानेंगे की अगर हमारे जेसी कोई दूसरी दुनिया होती तो उसमे इंसान का जीवन केसा होता तो आइए ओर मेरी कहानी की कल्पना में खो जाए , शुरू करते है चिंटू की मम्मी से चिंटू जो की ५ वी कक्षा का छात्र है।
तो चलते है चिंटू के घर , चिंटू अरे ओ चिंटू (मम्मी की आवाज )। क्या है मम्मी क्यों इतनी सुबह सुबह आप जोर जोर से चिल्ला रही हो , वही तो जब मेने तुम्हे बोल दिया है की देर तक सोया करो तो जल्दी क्यों बार बार उठ जाते हो ।
( अरे रे आप सोच रहे होंगे ये उल्टा क्यों लिखा है बस इस कहानी में सब उल्टा ही होने वाला है 😂
आप कहानी का आनंद लीजिए बस)
मम्मी मुझे पढ़ाई करनी है इस लिए , चिंटू नही तुम पढ़ाई बिलकुल नहीं करोगे अरे अगर पढ़ लिख कर बड़े अफसर बन गए तो नाक काट जायेगी हमारी क्या मुंह दिखायेंगे दुनिया को, अरे तुम्हारी उम्र तो अपने पापा के पैसे उड़ने की है क्या पूरा दिन पढ़ते रहते हो नही तुम अभी पढ़ाई नही करोगे जाओ खेलने जाओ या फिर सो जाओ ।
नही नही वापिस नही सोना है में खेलने जा रहा हु पर सुबह सात बजे कोन खेलता है मम्मी ,
( मम्मी ) ये अपने शर्मा जी का बेटा सुबह ६ बजे खेलने के लिए उढ़ता है ओर इस बार परीक्षा में ४ अंको से फेल हुआ है उसके जेसे बनो जाओ खेल ने 😂 ( क्या??? मजा आ रहा है ना कहानी में )। चिंटू खेलने चला जाता है शर्मा जी के बेटे के साथ।
शर्मा जी के बेटे का नाम मोंटू है , अबे चिंटू तू यह क्या कर रहा है , तू तो बेटा अपनी पढ़ाई कर पढ़ाई तुम मेरे जेसे खेलने में माहिर नही हो सकते , मुझे देखो एक बार खेलने लगता हु तो ४ घंटे तक खेल सकता हु तुम्हारे जैसा पढ़ाकू नही हु हा हा हा हा ( मोंटू के हसने की आवाज )
अबे मोंटू वो तो मेरी मम्मी ने भेजा है वरना में तुम्हारे साथ तो कभी नही खेलता समझे मोंटू ओर चिंटू ने बहुत खेला पूरे २ घंटे खेलना पसंद न होने के बावजूद चिंटू ने खेला थक हार कर वह घर चला गया , घर जा कर उसने देखा उसकी मम्मी नेहा फोन में रील बना रही थी , मम्मी में बहुत थक गया हु मुझे नींबू पानी बना कर दो ना चिंटू ने कहा ।
नेहा ने कहा अरे नींबू पानी कोन पिता है रुक अभी फ्रिज से ठंडी ठंडी कोका कोला लाती हु आज मेरा बेटे ने खूब खेला है , अरे मुझे कोका कोला नही पसंद , ठीक है जो भी है ला दो बहुत गला सुख रहा है , चिंटू ने पूरा एक ग्लास कॉक पी ली। ११ बजने वाले थे चिंटू ने कहा अच्छा अब में स्कूल जा रहा हु उसकी मम्मी ने कहा ठीक है पर १ बजने से पहले वापिस आ जाना ठीक है ।
आज स्कूल में चिंटू का रिजल्ट आने वाला था , सारे बच्चे आ चुके थे मोंटू भी चिंटू की कक्षा में था , टीचर सबके परीक्षा के नंबर बोल रही थी
रेखा २ अंक , राहुल ७ अंक , मीनल ६ अंक, मोंटू
१ अंक सब लोग तालियां बजाओ ओर चिंटू तुमने १८ अंक लाए है २० में से तुम पास हो सब लोग हसने लगे , टीचर तो चली गई सब लोग चिंटू को लूजर लूजर बुला कर हस रहे थे एक लड़की मीना ने कहा हा हा हा वापिस पास हो गया पता है ना हमारे यह पास होने वाले को लूजर बोलते है ।
तब एक लड़की सोनू ने कहा चुप हो जाओ सब दिख नही रहा वह रो रहा है सोनू ने चिंटू को दिलासा दिया की तुम रो मत अगली बार अच्छे से फेल होना मुझे तुम पर पूरा भरोसा है ।
वह रोते रोते घर गया नेहा ने चिंटू का रिजल्ट देखा की वह १८ अंक से पास हुआ है , नेहा यह अंक देख कर बहुत ज्यादा गुस्सा हुई कहा था ना मेने ज्यादा पढ़ाई मत करना देखो हो गए न पास आज से तुम्हारा पढ़ना लिखना बंद रोज तुम टीवी देखोगे १२ बजे तक ओर रील बनाने में मेरा केमेरा पकड़ोगे समझे।
चिंटू ने कहा नही मम्मी ऐसा मत करो मुझे पढ़ना है , नेहा ने पढ़ने से साफ इंकार कर दिया चिंटू चुप चाप टीवी देखने लगा कार्टून। नेहा ने चिंटू के पापा राज को कॉल किया कहा देख लो तुम्हारा बेटा पास हो के आया है , समझा देना अगली बार पास हुआ तो वीडियो गेम दिला देंगे😂 चिंटू को गेम बिल्कुल पसंद नहीं था।
( वैसे चिंटू की तरह हमारी मम्मी होती तो? 😂)
कहानी का अगला भाग जल्द आएगा आपको ये कहानी में जरूर मजा आया होगा वैसे ये सिर्फ मनोरंजन के लिए है कहानी ज्यादा सोचिएगा मत 😊