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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Anything in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures....Read More


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रिश्ता तो हमारा था By DINESH KUMAR KEER

1.प्रेम किसी के होठों को छू लेने से पहले हक़ देता है उसके माथे को चूम लेने का! उसके पैरों को माथे पर लगा लेने का। उसको अपनी बाहों में भरकर सारी दुनिया से महफूज़ कर देने का। दरअसल प्र...

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दोहें का साहित्यिक विवेचन - 2 By Sonu Kasana

तेरा मेरा सब कहें,सब का कहे ना कोई।जो सबको सबका कहे, प्रभु प्यारा सोई।।इस दोहे का साहित्यिक विवेचन ।।@ इस दोहे में एक गूढ़ दार्शनिक और आध्यात्मिक संदेश है। यहाँ "तेरा" और "मेरा" के...

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कोई मेरा अपना है By DINESH KUMAR KEER

1.मेरी हर अदा का आइना तुझसे से है, मेरी हर मंजिल का रास्ता तुझसे है, कभी दूर न होना मेरी जिंदगी से, मेरी हर ख़ुशी का वास्ता तुझसे है... 2.मै और मेरे हम - उम्र ख़याल अक्सर सरगोशी करत...

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टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 5 By Sonu Kasana

प्राचीन भारत का एक छोटा सा गाँव था, जिसका नाम था *तुनकपुर*। गाँव के अधिकतर लोग मांसाहारी थे। वहाँ के लोग अपने रीति-रिवाजों और आदतों में रचे बसे थे और बिना मांस के भोजन की कल्पना भी...

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History of Kashmir.... - 2 By piku

History of Kashmir  कश्मीर का पहला ऐतिहासिक साक्ष्य 1960 के दशक में बुर्जहोम की खुदाई में मिलता है। यह साइट श्रीनगर से करीब 8 किलोमीटर दूर है।खुदाई करने वाली टीम के निदेशक टी. एन....

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बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 5 By नीतू रिछारिया

मां की भावनाओं का गर्भ में बच्चे के डेवलपमेंट पर प्रभाव—संतान की प्रथम शिक्षिका माँ ही होती है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि आदर्श माताएँ अपनी संतान को श्रेष्ठ एवं आदर्श बना देती...

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इश्क की अदालत By DINESH KUMAR KEER

1.महसूस खुद को तुझ से अलग... मैंने कभी किया ही नहीं... तू क्या जाने कोई भी लम्हा ... तेरे बिना मैंने कभी जिया ही नहीं...!!2.किस किस को बताऊं हाल मेरासुबह उठते ही आ जाता है ख्याल ते...

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निगाह ऐ इश्क (हम तुम्हें ही देखते हैं) By DINESH KUMAR KEER

1."मैं नहीं चाहती वो मेरे बुलाने से आएमैं चाहती हु वो रह ना पाए और बहाने से आए" 2.बड़े इत्मीनान से बैठे हो ख्याल किसका हैहाल अच्छा है तेरा तो बुरा हाल किसका हैबहुत खुश हो चेहरे पे...

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चेहरा खिलता है (मोहब्बत में) By DINESH KUMAR KEER

1.मोहब्बत का हसीन पैगाम लिख दू क्या...गजब की शाम है तुम्हारे नाम लिख दू क्या...2.तुम रख ना सकोगे मेरा तौफ़ा संभालकर,वरना मैं अभी दे दूं जिस्म से रूह निकाल कर...3.माथा तो लाओ चूम लूं...

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भारत का ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सफर - भाग 2 By Sonu Kasana

भारत के ओलंपिक इतिहास में पहले स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) की कहानी भारतीय हॉकी टीम की 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक में हुई शानदार जीत से जुड़ी है। यह स्वर्ण पदक सिर्फ खेल की जीत नहीं थी,...

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दो पल की खुशी By DINESH KUMAR KEER

1.तुमने पूछा था ना मेरे लिए कौन हो तुम... तो सुनो इस स्वार्थी जीवन में निःस्वार्थ प्रेम हो तुम... 2.सौ तरह के रोग ले लूँ इश्क़ का मर्ज़ क्या है... तू कहे तो जान दे दूँ कहने में हर्ज़...

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ये दिल है (मुहब्बत का प्यासा) By DINESH KUMAR KEER

1.तुझे सोचकर कर ही हर...एहसास जी लेते हैं हम... तेरा ख्याल किसी... यादगार मुलाकात से कम नही...2.मेरे ख़्वाबों को इजाज़त नहीं है,तेरे सिवा किसी और को देखने की3.एहसास करा देती है रूह...

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लम्बा सफर हैं - मोहब्बत का By DINESH KUMAR KEER

1.जी करता है तुम्हें जी भर के देखूँ... लेकिन माशाअल्लाह ये है जी भरेगा कब...2.ये खामोश से लम्हें ये गुलाबी ठंड के दिन,तुम्हें याद करते - करते एक और चाय तुम्हारे बिन... 3.आँखो में आ...

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बड़े अजनबी से लगते हो By DINESH KUMAR KEER

1.मेरी रूह तरसती हैतेरी खुसबू के लिए कहीं और जो महकोतो बुरा लगता है 2.फूल रस्मों की खातिर न लाइये...फूल खिल जायेंगे बस आप आ जाईये...3.बहुत हुई ये तारीफ़े.. तुम छोड़ो अब पहले इतना ब...

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अनसुनी दास्तां..... 1 By piku

देश-दुनिया में नए साल का जश्न मनाया जा रहा था। तभी दोपहर में कन्नड़ सिनेमा की एक एक्ट्रेस घबराई हुई चेन्नई के राजामंगलम पुलिस स्टेशन आ पहुंची। अफसर को देखते ही एक्ट्रेस बोली- मैंने...

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सोते-सोते जग गए। By Sonu Kasana

।। दोहा विवचन।।सोते-सोते जग गए जाग कर फिर गए सो ।यह जीवन नर पशु का है तू ऐसा मत हो। ।इस दोहे का साहित्यिक विवेचन ।यह दोहा "सोते-सोते जग गए, जाग कर फिर गए सो / यह जीवन नर पशु का...

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इश्क़ की ख़ुशबू By DINESH KUMAR KEER

1.बहुत खूबसूरती देखी पर न जाने क्यूं तुम्हारी सादगी और मासूमियत जैसी खुबसूरती कहीं और दिखती ही नही...2.छुपाऊ तो छुपाऊ कहाँ...ये चेहरे पर फैली हया... तेरे नाम लेने से ही जो...रूखसार...

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तुम से कह दूं सारी बातें By DINESH KUMAR KEER

1.प्रेम लौटता ही है।हजार गुना होकर लौटता है।इसकी भी फिकर मत करो किइस आदमी को दिया तो यही लौटाए।कहीं से लौट आएगा, हजार गुनाहोकर लौट आएगा, तुम फिकर मतकरो। प्रेम लौटता ही है।अगर न लौट...

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कुछ बातें (दिल को सुकून) By DINESH KUMAR KEER

1.उसके चेहरे को तुमने ठीक से देखा ही नहीं पांच झीलों के बराबर तो फक्त आंखें हैं2.मैंने कहीं कोई मन्नत का धागा नहीं बांधा है... बस तुम्हारे हृदय की दहलीज पर अपना मन बांधा है... 3.सु...

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खड़े होने वाला विकास By Review wala

"आप क्यों खड़े हो रहे हैं?"वो " क्योंकि बैठने मे कष्ट होता है "मै.. किसने खड़ा किया आपको? "वो.." खुद ही खड़ा हूं "मै " क्या piles आदि है क्या?"वो " पांच साल बैठा रहा,वो तो होगा ही...

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अधूरी सी कहानी दिल की By DINESH KUMAR KEER

1.वो अनिवार्य थीछोड़ी न गईमैं विकल्प थाखाली छोड़ा गया2.अंदाजा मेरी मोहब्बत का सब लगा लेते हैजब तुम्हारा नाम सुन कर में मुस्कुरा देता हूं!3.बंद लिफाफे में रखी चिट्ठी सी है ये जिंदगी...

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मुलाकात (तड़प बिछोह की) By DINESH KUMAR KEER

1.ज़िंदगी की हर सुबह की पहली किरण हो तुम,बीते लम्हों की हर याद का सहारा हो तुम।दिल में बसी है तुम्हारी मिठास का ख्वाब,मेरी हर खुशी का सच्चा इज़हार हो तुम।। 2.इस दिल का एक कहा मानो...

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मन की बात (मेरे जज़्बात) By DINESH KUMAR KEER

1.बिना उम्मीद के प्रेम करो एक दूसरे से जनाब...!क्या पता एक दिन इश्क़ मुक्कमल हो जाए...!!2.यूँ तो उल्फत के तकाज़े बहुत, एक वो ज़ालिम बहुत,एक हम ज़िद्दी बहुत... 3.जुल्फें हैं आज बगाव...

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तेरे बिन जिया जाए ना By DINESH KUMAR KEER

1.तेरी गंगा सी पावन प्रीत से,शाम मेरी पारस हो गई। डुबकी जो लगाई रूह ने,शाम - ए - ज़िंदगी बनारस हो गई।।2.जिस एहसास को अल्फाज़ न मिलेउससे खूबसूरत कोई एहसास नहीं3.किसी स्त्री ने देख ल...

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दिल संभल जा जरा By DINESH KUMAR KEER

1.नाकाम हुए हम दोनों बहुत बुरी तरह से...तुम हमें चाह ना सके... औरहम तुम्हें भुला भी ना सके...!!2.हमें पता था...तुम्हारी मोहब्बत में ज़हर हैलेकिन पिलाने में इतना प्यार थाकि हम ठुकरा...

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प्यार की एक अनोखी कहानी By DINESH KUMAR KEER

1.कम नज़र समझते _ हैं खेल यह नज़र का है! आशिकी़ तो _ ऐ साहब रोग उम्र भर का है!! 2.दिल उन को मुफ़्त देने में दुश्मन को रश्क क्यूँहम अपना माल देते हैं इस में किसी का क्या...!3.दुनिया...

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जिंदगी के रंग हजार - 13 By Kishanlal Sharma

डॉक्टर ने रिज्यूम करने के लिए बोल दिया है"क्या?मैं उसकी बात सुनकर चोंका था"डॉक्टर ने सिक आगे नही बढ़ाई है।रिज्यूम करने के लिए बोला है"तुम।कैसे नौकरी करोगे।तुम तो अभी खड़े ही नही हो स...

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ये इश्क़ क्या है By DINESH KUMAR KEER

1.वो जो दूर खड़े रहकर बा - अदब कैसा है मिज़ाज हमारा पूछते हैं जब दरमियाँ कोई बात है ही नहीं फिर क्यों हाल हमारा पूछते हैं 2.मुहब्बत वाजिब थी हम पर हमने कर डाली तुमस ऐ सनम,वफ़ा फ़र्ज़...

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प्रीत के रंग By DINESH KUMAR KEER

1.तुम्हीं गवाह, तुम्हीं वकील, जज भी तुम्हीं हो... इश्क़ की सजा दो ऐसी कि उम्र गुज़र जाए साथ... 2.इस दिल का एक कहा मानो एक काम कर दो, एक बेनाम सी मोहब्बत मेरे नाम कर दो,मेरे ऊपर एक...

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तुझे चाहूं बेतहाशा By DINESH KUMAR KEER

1.तुम न मानो तुम्हारी मर्ज़ी है।इश्क़ करना हमारी मर्ज़ी है।।2.चला था जिक्र मेरी खामियों का महफिल में ,जो लोग बहरे थे उनको सुनाई देने लगा... 3.ज़हर में डूबे हुए हो तो यहाँ मत आना, य...

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अनचाहा बन्धन (नफरत से मोहब्बत तक) By DINESH KUMAR KEER

1.तुम आये तो मेरे इश्क मे अब बरकत होने लगी है चुपचाप रहता था दिल मेराअब हरकत होने लगी है2.ज़रूरी तो नही...सब कुछ हासिल हो ही जाये,कुछ लोग ना मिल कर भी...दिल में आखिरी सांस तक धड़कत...

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आवारा दिल By DINESH KUMAR KEER

1.नए इजाद किए नए नुस्खे इजहार केएक नुमाइश तो देखिए मेरे प्यार के ...!रौनक लौट आएगी बहार सदाबहार केमेरे आंखो को पढ़िए खोज मेरे प्यार के ...!आगोश में भर ले अजमाइस प्यार केमेरे जुल्फो...

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चेहरे पर मुस्कान है By DINESH KUMAR KEER

1.आंखों में आँसू लिए है,चेहरे पर मुस्कान है... दर्द से दिल भरा है मेरा,पर ज़ुबान बंद है... आदमी बनकर हूँ जीता,दर्द बेशूमार है... जीने की एक राह यही है... जीना हर हाल है... आंखों मे...

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प्यार के पंछी By DINESH KUMAR KEER

1.मेरा प्यार ... रोज ब रोजबढ़ता हीजा रहा है ... उसे मालूमहै जबकि ... तुम मेरी होनही सकती ... फिर भी ... हर हद कोपार कर ... बेहद होरहा है ... जैसे मेरे ... सांसों की डोरतुमसे बंधी ह...

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कुछ रंग प्यार का (एक मोहब्बत ऐसी भी) By DINESH KUMAR KEER

1.आंखों में आज भी रहती नमी है,साथ सब हैं मगरभीड़ में भी तुम्हारी कमी है।चेहरे पर मुस्कुराहट दिखती हैमाथे की सिलवटों मेंदिखती कहानी तेरी है।वक्त गुजरता रहा भले लेकिनयादें आज भी मेरी...

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हमसफ़र (तुमसे प्यार है) By DINESH KUMAR KEER

1.दुनिया की बेफिक्री से फुरसत मिले और कोई पूछे कि कौन हूँ मैं आपका...! तो बताना उसे,कि आपकी किसी कहानी का अनकहा किस्सा हूँ मैं...! आपसे मिलकर भी जो कभी ना मिल सका,आपकी जिंदगी का वो...

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जिन्दगी का सफर (हमसफर के साथ) By DINESH KUMAR KEER

1.नहीं मालूमक्या शेष रहेगामिलन की कोई सांझ रहेगीया विरह का गीत रहेगातुम रहोगी वामांगी मेरी या तुम्हारे जीवन में कोई और रहेगाहो सकेंगे एक हम दोनोंया स्मृतियों का अवशेष रहेगाजो भी हो...

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अनोखा बन्धन (दो दिलो का) By DINESH KUMAR KEER

1.तुम थी,वक़्त थामैं नहीं...मैं थावक़्त थातुम नहीं...मैं हूँतुम होवक़्त नहीं...वक़्त रहेगामैं नहींतुम नहीं...2.रात फिर खूब जमके बरसे बादल,आंखों के पानी को भी संग में लेकर ।पता तो थ...

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प्यार का एहसास कड़वा या मीठा By DINESH KUMAR KEER

1.मधुर इन यादों मे,भीनी सी आहटो में,दुआएं बनकर,ख्यालों के मन आँगन में,एक दूसरे के हम पलते रहेगें,ना मिले भी तो क्या गम,ऐ, जिंदगीतू साँसो में,ऐसे उतर,कि जीवन भर,संग तुम्हारे,यूँ, ही...

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एहसास (दिल से दिल तक) By DINESH KUMAR KEER

1.एक पल के लिए ही सहीनज़र तो मिला... भर लूं तुझे निगाहों मेंएक पल करीब आओ जी भर देखें तुझेभर लें बेचैन बाहों में... आ जाएगी जान निर्जीव तन में भीछू ले तू किसी बहाने से... ठहर तो जा...

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आशिक़ी (एक बेनाम रिश्ता) By DINESH KUMAR KEER

1.सोचता हूं कुछ कहूं तुमसे मैं मगर तेरे - मेरे बीच मेंबढ़ती दूरियों से खामोश रह जाता हूं फिर खुद से ही कर लेता हूं सारी बातें तुम्हारी विदा तुम हो गई मुझसेतुम्हारी यादों से विदा कै...

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मोहब्बत (एक खुबसूरत एहसास) By DINESH KUMAR KEER

1.कोहरे की धुंध मेंकहीं तुम्हारी यादें खो तो नहीं गयी हैंमैं मौसम बदलने की प्रतिक्षा कर रहा हूँ।बाट जोह रहा हूँकि कब धूप निकले और तुम अपनीवही पुरानी चमक बरकरार रखते हुएमेरे पास दौड...

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रिश्ता तो हमारा था By DINESH KUMAR KEER

1.प्रेम किसी के होठों को छू लेने से पहले हक़ देता है उसके माथे को चूम लेने का! उसके पैरों को माथे पर लगा लेने का। उसको अपनी बाहों में भरकर सारी दुनिया से महफूज़ कर देने का। दरअसल प्र...

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दोहें का साहित्यिक विवेचन - 2 By Sonu Kasana

तेरा मेरा सब कहें,सब का कहे ना कोई।जो सबको सबका कहे, प्रभु प्यारा सोई।।इस दोहे का साहित्यिक विवेचन ।।@ इस दोहे में एक गूढ़ दार्शनिक और आध्यात्मिक संदेश है। यहाँ "तेरा" और "मेरा" के...

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कोई मेरा अपना है By DINESH KUMAR KEER

1.मेरी हर अदा का आइना तुझसे से है, मेरी हर मंजिल का रास्ता तुझसे है, कभी दूर न होना मेरी जिंदगी से, मेरी हर ख़ुशी का वास्ता तुझसे है... 2.मै और मेरे हम - उम्र ख़याल अक्सर सरगोशी करत...

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टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 5 By Sonu Kasana

प्राचीन भारत का एक छोटा सा गाँव था, जिसका नाम था *तुनकपुर*। गाँव के अधिकतर लोग मांसाहारी थे। वहाँ के लोग अपने रीति-रिवाजों और आदतों में रचे बसे थे और बिना मांस के भोजन की कल्पना भी...

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बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 5 By नीतू रिछारिया

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1.महसूस खुद को तुझ से अलग... मैंने कभी किया ही नहीं... तू क्या जाने कोई भी लम्हा ... तेरे बिना मैंने कभी जिया ही नहीं...!!2.किस किस को बताऊं हाल मेरासुबह उठते ही आ जाता है ख्याल ते...

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निगाह ऐ इश्क (हम तुम्हें ही देखते हैं) By DINESH KUMAR KEER

1."मैं नहीं चाहती वो मेरे बुलाने से आएमैं चाहती हु वो रह ना पाए और बहाने से आए" 2.बड़े इत्मीनान से बैठे हो ख्याल किसका हैहाल अच्छा है तेरा तो बुरा हाल किसका हैबहुत खुश हो चेहरे पे...

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चेहरा खिलता है (मोहब्बत में) By DINESH KUMAR KEER

1.मोहब्बत का हसीन पैगाम लिख दू क्या...गजब की शाम है तुम्हारे नाम लिख दू क्या...2.तुम रख ना सकोगे मेरा तौफ़ा संभालकर,वरना मैं अभी दे दूं जिस्म से रूह निकाल कर...3.माथा तो लाओ चूम लूं...

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भारत का ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सफर - भाग 2 By Sonu Kasana

भारत के ओलंपिक इतिहास में पहले स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) की कहानी भारतीय हॉकी टीम की 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक में हुई शानदार जीत से जुड़ी है। यह स्वर्ण पदक सिर्फ खेल की जीत नहीं थी,...

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दो पल की खुशी By DINESH KUMAR KEER

1.तुमने पूछा था ना मेरे लिए कौन हो तुम... तो सुनो इस स्वार्थी जीवन में निःस्वार्थ प्रेम हो तुम... 2.सौ तरह के रोग ले लूँ इश्क़ का मर्ज़ क्या है... तू कहे तो जान दे दूँ कहने में हर्ज़...

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ये दिल है (मुहब्बत का प्यासा) By DINESH KUMAR KEER

1.तुझे सोचकर कर ही हर...एहसास जी लेते हैं हम... तेरा ख्याल किसी... यादगार मुलाकात से कम नही...2.मेरे ख़्वाबों को इजाज़त नहीं है,तेरे सिवा किसी और को देखने की3.एहसास करा देती है रूह...

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लम्बा सफर हैं - मोहब्बत का By DINESH KUMAR KEER

1.जी करता है तुम्हें जी भर के देखूँ... लेकिन माशाअल्लाह ये है जी भरेगा कब...2.ये खामोश से लम्हें ये गुलाबी ठंड के दिन,तुम्हें याद करते - करते एक और चाय तुम्हारे बिन... 3.आँखो में आ...

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बड़े अजनबी से लगते हो By DINESH KUMAR KEER

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अनसुनी दास्तां..... 1 By piku

देश-दुनिया में नए साल का जश्न मनाया जा रहा था। तभी दोपहर में कन्नड़ सिनेमा की एक एक्ट्रेस घबराई हुई चेन्नई के राजामंगलम पुलिस स्टेशन आ पहुंची। अफसर को देखते ही एक्ट्रेस बोली- मैंने...

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सोते-सोते जग गए। By Sonu Kasana

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इश्क़ की ख़ुशबू By DINESH KUMAR KEER

1.बहुत खूबसूरती देखी पर न जाने क्यूं तुम्हारी सादगी और मासूमियत जैसी खुबसूरती कहीं और दिखती ही नही...2.छुपाऊ तो छुपाऊ कहाँ...ये चेहरे पर फैली हया... तेरे नाम लेने से ही जो...रूखसार...

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तुम से कह दूं सारी बातें By DINESH KUMAR KEER

1.प्रेम लौटता ही है।हजार गुना होकर लौटता है।इसकी भी फिकर मत करो किइस आदमी को दिया तो यही लौटाए।कहीं से लौट आएगा, हजार गुनाहोकर लौट आएगा, तुम फिकर मतकरो। प्रेम लौटता ही है।अगर न लौट...

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1.उसके चेहरे को तुमने ठीक से देखा ही नहीं पांच झीलों के बराबर तो फक्त आंखें हैं2.मैंने कहीं कोई मन्नत का धागा नहीं बांधा है... बस तुम्हारे हृदय की दहलीज पर अपना मन बांधा है... 3.सु...

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"आप क्यों खड़े हो रहे हैं?"वो " क्योंकि बैठने मे कष्ट होता है "मै.. किसने खड़ा किया आपको? "वो.." खुद ही खड़ा हूं "मै " क्या piles आदि है क्या?"वो " पांच साल बैठा रहा,वो तो होगा ही...

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अधूरी सी कहानी दिल की By DINESH KUMAR KEER

1.वो अनिवार्य थीछोड़ी न गईमैं विकल्प थाखाली छोड़ा गया2.अंदाजा मेरी मोहब्बत का सब लगा लेते हैजब तुम्हारा नाम सुन कर में मुस्कुरा देता हूं!3.बंद लिफाफे में रखी चिट्ठी सी है ये जिंदगी...

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मुलाकात (तड़प बिछोह की) By DINESH KUMAR KEER

1.ज़िंदगी की हर सुबह की पहली किरण हो तुम,बीते लम्हों की हर याद का सहारा हो तुम।दिल में बसी है तुम्हारी मिठास का ख्वाब,मेरी हर खुशी का सच्चा इज़हार हो तुम।। 2.इस दिल का एक कहा मानो...

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मन की बात (मेरे जज़्बात) By DINESH KUMAR KEER

1.बिना उम्मीद के प्रेम करो एक दूसरे से जनाब...!क्या पता एक दिन इश्क़ मुक्कमल हो जाए...!!2.यूँ तो उल्फत के तकाज़े बहुत, एक वो ज़ालिम बहुत,एक हम ज़िद्दी बहुत... 3.जुल्फें हैं आज बगाव...

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तेरे बिन जिया जाए ना By DINESH KUMAR KEER

1.तेरी गंगा सी पावन प्रीत से,शाम मेरी पारस हो गई। डुबकी जो लगाई रूह ने,शाम - ए - ज़िंदगी बनारस हो गई।।2.जिस एहसास को अल्फाज़ न मिलेउससे खूबसूरत कोई एहसास नहीं3.किसी स्त्री ने देख ल...

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दिल संभल जा जरा By DINESH KUMAR KEER

1.नाकाम हुए हम दोनों बहुत बुरी तरह से...तुम हमें चाह ना सके... औरहम तुम्हें भुला भी ना सके...!!2.हमें पता था...तुम्हारी मोहब्बत में ज़हर हैलेकिन पिलाने में इतना प्यार थाकि हम ठुकरा...

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1.कम नज़र समझते _ हैं खेल यह नज़र का है! आशिकी़ तो _ ऐ साहब रोग उम्र भर का है!! 2.दिल उन को मुफ़्त देने में दुश्मन को रश्क क्यूँहम अपना माल देते हैं इस में किसी का क्या...!3.दुनिया...

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जिंदगी के रंग हजार - 13 By Kishanlal Sharma

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ये इश्क़ क्या है By DINESH KUMAR KEER

1.वो जो दूर खड़े रहकर बा - अदब कैसा है मिज़ाज हमारा पूछते हैं जब दरमियाँ कोई बात है ही नहीं फिर क्यों हाल हमारा पूछते हैं 2.मुहब्बत वाजिब थी हम पर हमने कर डाली तुमस ऐ सनम,वफ़ा फ़र्ज़...

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प्रीत के रंग By DINESH KUMAR KEER

1.तुम्हीं गवाह, तुम्हीं वकील, जज भी तुम्हीं हो... इश्क़ की सजा दो ऐसी कि उम्र गुज़र जाए साथ... 2.इस दिल का एक कहा मानो एक काम कर दो, एक बेनाम सी मोहब्बत मेरे नाम कर दो,मेरे ऊपर एक...

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तुझे चाहूं बेतहाशा By DINESH KUMAR KEER

1.तुम न मानो तुम्हारी मर्ज़ी है।इश्क़ करना हमारी मर्ज़ी है।।2.चला था जिक्र मेरी खामियों का महफिल में ,जो लोग बहरे थे उनको सुनाई देने लगा... 3.ज़हर में डूबे हुए हो तो यहाँ मत आना, य...

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अनचाहा बन्धन (नफरत से मोहब्बत तक) By DINESH KUMAR KEER

1.तुम आये तो मेरे इश्क मे अब बरकत होने लगी है चुपचाप रहता था दिल मेराअब हरकत होने लगी है2.ज़रूरी तो नही...सब कुछ हासिल हो ही जाये,कुछ लोग ना मिल कर भी...दिल में आखिरी सांस तक धड़कत...

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आवारा दिल By DINESH KUMAR KEER

1.नए इजाद किए नए नुस्खे इजहार केएक नुमाइश तो देखिए मेरे प्यार के ...!रौनक लौट आएगी बहार सदाबहार केमेरे आंखो को पढ़िए खोज मेरे प्यार के ...!आगोश में भर ले अजमाइस प्यार केमेरे जुल्फो...

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1.आंखों में आँसू लिए है,चेहरे पर मुस्कान है... दर्द से दिल भरा है मेरा,पर ज़ुबान बंद है... आदमी बनकर हूँ जीता,दर्द बेशूमार है... जीने की एक राह यही है... जीना हर हाल है... आंखों मे...

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प्यार के पंछी By DINESH KUMAR KEER

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1.आंखों में आज भी रहती नमी है,साथ सब हैं मगरभीड़ में भी तुम्हारी कमी है।चेहरे पर मुस्कुराहट दिखती हैमाथे की सिलवटों मेंदिखती कहानी तेरी है।वक्त गुजरता रहा भले लेकिनयादें आज भी मेरी...

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हमसफ़र (तुमसे प्यार है) By DINESH KUMAR KEER

1.दुनिया की बेफिक्री से फुरसत मिले और कोई पूछे कि कौन हूँ मैं आपका...! तो बताना उसे,कि आपकी किसी कहानी का अनकहा किस्सा हूँ मैं...! आपसे मिलकर भी जो कभी ना मिल सका,आपकी जिंदगी का वो...

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जिन्दगी का सफर (हमसफर के साथ) By DINESH KUMAR KEER

1.नहीं मालूमक्या शेष रहेगामिलन की कोई सांझ रहेगीया विरह का गीत रहेगातुम रहोगी वामांगी मेरी या तुम्हारे जीवन में कोई और रहेगाहो सकेंगे एक हम दोनोंया स्मृतियों का अवशेष रहेगाजो भी हो...

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अनोखा बन्धन (दो दिलो का) By DINESH KUMAR KEER

1.तुम थी,वक़्त थामैं नहीं...मैं थावक़्त थातुम नहीं...मैं हूँतुम होवक़्त नहीं...वक़्त रहेगामैं नहींतुम नहीं...2.रात फिर खूब जमके बरसे बादल,आंखों के पानी को भी संग में लेकर ।पता तो थ...

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प्यार का एहसास कड़वा या मीठा By DINESH KUMAR KEER

1.मधुर इन यादों मे,भीनी सी आहटो में,दुआएं बनकर,ख्यालों के मन आँगन में,एक दूसरे के हम पलते रहेगें,ना मिले भी तो क्या गम,ऐ, जिंदगीतू साँसो में,ऐसे उतर,कि जीवन भर,संग तुम्हारे,यूँ, ही...

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एहसास (दिल से दिल तक) By DINESH KUMAR KEER

1.एक पल के लिए ही सहीनज़र तो मिला... भर लूं तुझे निगाहों मेंएक पल करीब आओ जी भर देखें तुझेभर लें बेचैन बाहों में... आ जाएगी जान निर्जीव तन में भीछू ले तू किसी बहाने से... ठहर तो जा...

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आशिक़ी (एक बेनाम रिश्ता) By DINESH KUMAR KEER

1.सोचता हूं कुछ कहूं तुमसे मैं मगर तेरे - मेरे बीच मेंबढ़ती दूरियों से खामोश रह जाता हूं फिर खुद से ही कर लेता हूं सारी बातें तुम्हारी विदा तुम हो गई मुझसेतुम्हारी यादों से विदा कै...

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मोहब्बत (एक खुबसूरत एहसास) By DINESH KUMAR KEER

1.कोहरे की धुंध मेंकहीं तुम्हारी यादें खो तो नहीं गयी हैंमैं मौसम बदलने की प्रतिक्षा कर रहा हूँ।बाट जोह रहा हूँकि कब धूप निकले और तुम अपनीवही पुरानी चमक बरकरार रखते हुएमेरे पास दौड...

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