सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग -१८ RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग -१८

आज हम सब वापस जा रहे थे सारा भी बहुत खुश थी क्योंकि उसे ये एहसास हो गया था कि विक्की ही उसका भाई है जिसने क्या क्या करके सारा को खुश रखने की कोशिश में लगा है।
एयरपोर्ट पर सारा रोने लगी थी कि उसे वापस होटल में जाना है।।
संजना और बीना जी बहुत कोशिश करने लगी कि सारा को हंसा सकें पर सारा तो बुत बनी बैठी रही।
विक्की भी जल्दी से आइसक्रीम लेकर आ गए और फिर बोला सारा ये लो।
सारा मुंह फुलाकर बैठी रही ‌
विक्की ने कहा ओह तो ये बात है मेरी बहन बस नाराज हो गई है।
विक्की ने कुछ अंतरंग करने लगा कभी बंदर जैसे मुंह बनाकर उछल कूद करते तो कभी जीभ बाहर निकाल देते तो कभी हंसते हुए कलाबाजियां करता पर फिर भी सारा को कोई फर्क नहीं पड़ता।
विक्की ने कहा ओह माई गॉड सारा अब हंस दो।
संजना ने विक्की के कान में कुछ कहा।
विक्की फिर वहां से हटा और छुप गया।
फिर क्या था सारा इधर उधर देखने लगीं और फिर बोली भाई कहां।।भाई कहां।।।
संजना ने कहा देखो तो सारा बात नहीं कि तो विक्की चला गया।
सारा ने कहा हां हां अब क्या होगा भाई कह कर रोने लगी।
और फिर इधर उधर देखने लगीं और फिर बोली भगवान मेले भाई को भेज दो। 
कुछ देर बाद ही सारा रोने लगी और फिर विक्रम सिंह शेखावत आ गया।।
सारा ने कहा हां भाई बस कुछ मत कहो ना चले।
विक्की ने कहा आंखें बंद कर दो।। सारा को एक टैबलेट उसके हाथ में दे दिया।।

सारा ने खुश हो कर कहा अरे बाबा रे।।
बहुत खूबसूरत लग रहा है ये सब देख कर मैं एक बार फिर से वो संजना बन गई थी जो बिंदास , मुंह फट, चंचल,सोख।।
फिर सब मिलकर हवाईजहाज पर सवार होकर वापस अमेरिका आ गए।
विक्की ने बीना को कहा कि जाकर जल्दी से सारा को सुला दे।
इधर विक्की भी जल्दी से तैयार हो कर आफिस निकल गए।
संजना ने सबसे पहले अपने आश्रम में फोन करके सब हालचाल पूछा और फिर सारा के लिए लैपटॉप पर कुछ स्कूल और कुछ आर्ट और कला सब कुछ सिखाया जाएगा और फिर कुछ स्कूल भी देखा और साथ ही घर में ट्यूशन पढ़ाने के लिए।।

अब चलो चल कर सारा को समझाते हैं।
संजना सारा के कमरे में जाकर कुछ बात करनी है
संजना ने कहा सारा क्या बात है कल वो  भाई ने दिया पढ़ाई वाला मशीन कैसा है?
सारा ने कहा हां
संजना ने कहा हां ठीक है कल से हम उसके साथ खेलेंगे और दिखाएं।
तभी संजना को एक फोन आया और फिर संजना जल्दी से तैयार हो कर निकल गई।
संजना को एक अनजान आदमी का फोन आया कि विक्रम सिंह शेखावत का एक एक्सीडेंट हो गया है।
संजना जल्दी से पहुंच गई।
विक्की ने कहा ज्यादा कुछ नहीं हुआ है घर चलो।
फिर संजना विक्की को लेकर सीधे घर पहुंच गए।
विक्की ने कहा मेरे अलमारी से फास्ट ऐड बाक्स लेकर आओ।
फिर संजना लेने चली गई।
सारा ने सब कुछ देखा और फिर बोली भाई को चोट लगी है।
वो जल्दी से नीचे आ गई और फिर विक्की को देखते हुए कहा भाई दर्द हो रहा है क्या।
विक्की ने कहा हां बहना।
सारा ने तुरंत अपने दुपट्टे का कपड़ा फाड़ दी और फिर विक्की के जिस हाथ में खु्न बह रहा था उस पर वो दुपट्टा बांधने लगी ये देख संजना भी दंग रह गई और विक्की तो रोने लगा।
विक्की ने कहा अरे वाह बहना तूने तो मुझे सारी तकलीफ से मुक्त कर दिया।
संजना ने कहा हां आज सही मायनों में रक्षा बंधन है तुम दोनों के अटुट रिश्ते की दास्तान।।।
विक्की ने कहा हां ठीक कहा तुमने मुझे इस बात का एहसास हुआ कि एक भाई बहन का रिश्ता कैसा होता है। कितना अटुट और प्यारा ।।

विक्की ने गाना गाना शुरू किया।
हाथो

।हाथों की लेकर में लिखा है तेरा मेरा दिल का रिश्ता है
हाथों की लकीरों में लिखा है
तेरा दिल का रिश्ता है
हर धड़कन यही बात कहता है
तेरा मेरा साथ रहा
तेरा मेरा साथ रहा हैथों
में लिखा है
तेरा दिल का रिश्ता है


तू ने जो देखा पालके झुकाके होने
लगा में बेकरार
तू ने जो देखा पालके झुकाके होने ल


दीवाने दिल को अब तो
हमा रहता है तेरा इंतजार
चाहे दिन हो चाहे रात रे
हर धड़कन यही बात कहन
तेरा साथ रहा तेरा हाथ
मेरा साथ रहा
लकीरों में लिखा है
तेरा मेरा दिल का रिश्ता है

मेरी नज़र में चेहरा है तेरा
सासों में तेरी मैं
बस सारे जहान से मैं बेचबर हूं
ऐसी है तेरी आशिकी
इन हाथों में तेरा हाथ रहा
हर धड़कन यही बात कहता है
तेरा साथ मेरा साथ रहा
तेरा मेरा साथ रहा हाथों में मेरा
लिखा है
तेरा रिश्ता है


तुमसे मिला तो मैंने ये जाना
कितना हसीन ये प्यार है।
संजना विक्की दोनों ही गाना खत्म करते हैं और फिर विक्की सारा को अपने गले से लगा कर रोने लगता है और फिर कहता है कि बहना आज तेरे इस रक्षा बंधन पर मैं कसम खाता हूं कि तुझे एक दिन एक स्वास्थ्य जीवन दुंगा और तेरे सारे दुखों को दूर कर दुंगा ये वादा है मेरा।
फिर विक्की भी अपने कमरे में जाकर आराम करने लगता है।
सारा को बीना लेकर खाना खिलाने लगती है।
अब विक्की को एक ही उद्देश्य रहता है सारा को एक अच्छी जिंदगी देना।
विक्की अपना लैपटॉप पर सब कुछ खोजने लगा कि घर में रह कर ही उसे सारा को ठीक करना होगा उसे बाहर नहीं भेजा जा सकता।
काफी देर तक विक्रम जाग कर ये सब करने लगा और फिर एक न्यूयॉर्क के अच्छे अस्पताल से बातचीत करने के बाद एक साइकोलॉजिस्ट डॉ फरेना से सब कुछ बात हो गया और वो आने के लिए तैयार हो गई।
इसके बाद एक अच्छे स्कूल को भी खोजना शुरू कर दिया और आखिरकार एक अच्छे टीचर से भी बात हो गई और वो भी हामी भर दी।
दूसरे दिन सुबह विक्की बहुत खुश हो रहा था और उसने सारी बात संजना को बताया और कहा कि मैं तो नहीं रहूंगा तुम सब कुछ सम्हाल लेना।
संजना ने कहा हां यार तुम जाओ।
विक्की नाश्ता करने के बाद निकल गए।
संजना और बीना मिलकर सारा को तैयार कर दिया और फिर सबसे पहले डाक्टर फरेना आ गई।
बीना उनको सारा के रूम में ले गई और फिर बोली ये है सारा।
संजना ने कहा हैलो डाक्टर।
डाक्टर ने संजना से इंग्लिश में ही सब जानकारी ले लिया और फिर डाक्टर सारा के साथ बैठ कर बातचीत करना शुरू किया काफी देर तक बात होती रही।
फिर सारा थक कर सो गई।
संजना ने रामदीन काका से कहा कि नाश्ता चाय सब भिजवा दें।
फिर डाक्टर ने संजना को कहा कि इसकी मेमोरी काफी अच्छी है इसलिए शायद जल्दी ठीक भी हो जाए।
आज का सेंशन खत्म हो गया।
फिर डाक्टर चाय और नाश्ता करने के बाद निकल गई।

दोपहर तक विक्रम सिंह शेखावत आ गया और  फिर संजना ने सारी बात बताई तो विक्की भी बहुत खुश हो गया।


और फिर शाम को सारा की टीचर भी आ गई स्पेशल टीचर।
विक्की और संजना ने सब कुछ बताया और कहा कि मैं चाहता हूं कि सारा को सब कुछ अच्छी तरह सिखा दिजिए।
वो टीचर हिन्दी भाषी थी और फिर बोली मैं पुरी कोशिश करूंगी।
संजना उसको सारा के कमरे में लेकर गई।
और फिर टीचर ने अपना नाम नम्रता बताया और फिर एक लिस्ट बनाकर संजना को दे दिया।
फिर संजना वहां से सीधे नीचे विक्की के पास जाकर वो लिस्ट दिखाया उसमें किताबें,कापी, पेंसिल, बोर्ड, चौंक, डस्टर, और कुर्सी, टेबल जैसे स्कूल में होता है और कुछ थीम वाली चीजें।
विक्की और संजना सारी चीज़ें लाने मार्केट चले गए।
कुछ घंटे बाद वापस आ गए और फिर नम्रता जाने लगी और जाते हुए कहा कि कल तक सब कुछ थीम वाली चीजें के साथ सजाना होगा।
संजना ने कहा हां ठीक है।
फिर विक्की और संजना ने सारा के साथ वाला कमरा जो कि खाली पड़ा था उसको क्लास रूम का थीम देकर सजाना शुरू कर दिया था।
फिर काफी मेहनत के बाद ही सब काम हो गया था।
संजना ने कहा हां अब लग रहा है रियल क्लास रूम।।
विक्की ने कहा हां पर सारा को अच्छा लगेगा।
संजना ने कहा हां ज़रूर।
फिर विक्की ने नम्रता मैम को फोन करके सारी बात बताई और फिर नम्रता टीचर ने कहा सारा की डाईंग बहुत अच्छा है। और मैथ भी।
फिर विक्की और संजना सारा के रूम में जाकर देखा तो सारा सो गई थी एक और नया उम्मीद के साथ।।
विक्की को अब यकीन हो गया था कि सारा भी हमारे जैसी जिंदगी बिताएंगी।
फिर इसी तरह एक हफ्ते बीत गए और डाक्टर का ट्रीटमेंट और टीचर की पढ़ाई रंग लाने लगी थी।
इसी तरह से एक महीने बीत गए थे आज सारा सब कुछ सिखने लगी और समझने लगीं थीं।
डाक्टर और टीचर अपनी कोशिश कर रहे थे।
सारा का बात करने का तरीका भी बदल चुका था छोटी छोटी इंग्लिश भी बोल रही थी।।
विक्की और संजना बहुत खुश हो रहे थे। फिर इसी तरह से एक साल होने वाले थे।
सारा अब वो सारा नहीं रहीं।
हम सब की कोशिश रंग लाई और क्या चाहिए।
वो क्लास रूम में अब सारा जाकर सब चीजों को व्यवस्थित करती थी।
बोर्ड पर दिनांक भी सारा डाल देती थी।
विक्की भी दूर से देखने लगा और फिर बोला ये लड़ाई हमारी है सारा।
अब क्या होगा नया सारा की जिंदगी में क्या पढ़ाई करने स्कूल जाएंगी।
जानने के लिए पढ़ें अगला अध्याय।
क्रमशः