The Author Queen of Night फॉलो Current Read Tum hi to ho - 11 By Queen of Night हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books द्वारावती - 69 69 “भ्रमण से पूर्व भ... साथिया - 123 मनु ने सांझ को ले जाकर अक्षत के कमरे में बेड पर बिठाया और... मोमल : डायरी की गहराई - 33 पिछले भाग में हम ने देखा कि मोमल और अब्राहम की अच्छी तरह शाद... Venom Mafiya - 6 अब आगे अंश की ज़िंदगी जैसे दो राहों पर खड़ी थी – एक तरफ उसकी... आत्मा की देहरी पर अध्याय 1: एक अधूरी खोज रात का सन्नाटा चारों ओर पसरा था। हल... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Queen of Night द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 11 शेयर करे Tum hi to ho - 11 (1) 498 1.5k पढ़ते हैं आगे क्या हुआ मेम ( mam) कहके पुकारे वर्ना खुद का नाम भूल जाओगे. राघव तो बस उसके बॉस के गुस्सैल चेहरा देख कर ही डर जाता है आज तक कभी उसके बॉस ने किसी लड़की के लिए इतना protectiveness नहीं देखी थी. फिर फट से सॉरी बोलता है शुभ कहता है उन्हे अंकल के कैबिन में लेके जाओ ओके राघव उसकी बात मानते हुए वहां से चला जाता है शुभ दिग्विजय जी से कहता हैं अंकल मैने कहा था ना की आपको इंटरव्यू लेना है तो वो यही है सिद्धि राउत है दिग्विजय जी हा में सिर हिलाते है अपने कैबिन के और बढ जाते है शुभ मन ही मन बस ये सोच रहा होता है की कैसे भी उसके अंकल सिद्धि को ही उसकी सेक्रेटरी चुनेवो खुद भी समझ नहीं पा रहा था की बस एक बार ही मिला था पर उसे सिद्धि से एक लगाव सा हो गया था ना जानते वो सब कर रहा था ताकि सिद्धि को कोई परेशानी ना हो इधर सिद्धि के पास राघव आता है वो कहता हैं Mam चलिए सिद्धि भी उसके पीछे चल पड़ती है मन ही मन भगवान से प्रार्थना करती हैं ये जॉब उसे मिल जाए इधर अंकल सिद्धि को यह जॉब कैसे दिलाए ये सोचते है क्युकी वो ये नहीं जानते थे की जिसे वो सेक्रेटरी के लिए चुनना चाहते वो और जिस का इंटरव्यू वो अभी लेने वाले है वो और कोई नहीं सिद्धि हैं दिग्विजय अपनी चेयर पर जाके बेठ जाते है वहीं सिद्धि भी पहुच जाती है राघव उसे कहता है तुम अंदर जाओ एंड बेस्ट ऑफ लक सिद्धि स्माइल करते हुए thank you बोलती है राघव चला जाता है फ़िर सिद्धि एक गहरी सास लेती है और दरवाजा nock करती हैं दिग्विजय जी उसे come in कहते है जब दोनों ही एक दूसरे को देखते है तो हैरान रह जाते है उन्हें लगा नहीं था वो ऐसे मिलेंगे और दिग्विजय जी तो खुश हो हो जाते है क्यु की उनकी इच्छा जो पूरी हो रहीं थीं सिद्धि उन्हें greet करती है दिग्विजय जी भी उसे बैठने को कहते है कुछ ही देर में इंटरव्यू हो जाता है दिग्विजय जी कहते है तुम्हारी जॉब का रिजल्ट कल ईमेल पर मिल जाएगा दिग्विजय जी फिर उसे कहते है बेटा तुम यहाँ सिद्धि कहती है अंकल हा आपके आशिर्वाद से मुझे यहां इंटरव्यू देने का मौका मिल गया बस अब सिलेक्ट हो जाऊं वेसे अंकल आप ठीक हो ना दिग्विजय जी हा बेटा और जरूर तुम्हारा सिलेक्शन होगा सिद्धि उनसे पूछ ती है पर अंकल आप यहां तब दिग्विजय जी उसे बताते है ये कंपनी उनके बेटे की है और उसी ने आज इंटरव्यू लेने के लिए बोला था सिद्धि ओ अच्छा ऐसा बोलती है फिर वो कहती है अंकल बुरा ना माने तो क्या मे कुछ बोलू .अब सिद्धि क्या कहने वाली है ये तो अगले आने वाले एपिसोड में पता चलेगा तब तक के लिए पढ़ते रहे ये कहानी Tum hi to ho और आपको ये कहानी अच्छी लगे तो reviews देना ना भूले मेरी insta id lekhikaji07 hai butterfly photo hai dp ‹ पिछला प्रकरणTum hi to ho - 10 Download Our App