डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ भाग 19
"रिया का खुशी से झूमना..!"
अब आगे,
पूरा सिंघानिया परिवार इस बात से हैरान ही था कि आज पहली बार किसी अनजान लड़की ने उनके ही परिवार की लड़की को इतना बड़ा गिफ्ट दिया है हां हालाकि सिंघानिया परिवार के लिए 10 करोड़ रुपए ज्यादा नही है पर किसी अनजान लड़की ने बिना अपनी पहचान बताए उनको ये गिफ्ट दे दिया है और सिंघानिया परिवार उस अनजान लड़की के बारे में एक शब्द भी नही जानता है..!
जब की ये वेश कीमती हीरो का हार पूरी दुनिया में इकलौता पीस है और वो भी उसने 6 महीने पहले बनने के लिए दिया था फिर भी उसने रिया की नम आंखों को देखकर ही अपना वेश कीमती गिफ्ट किसी अनजान को दे दिया ये अपने आप में बहुत बड़ी बात है..!
जब रिया को ये बात पता चली तो वो कुछ ज्यादा ही हैरान थी क्योंकि आजतक उसको जो कुछ भी मिला है वो उसके परिवार वालों ने ही दिया है और आज पहली बार किसी अनजान लड़की ने उसको बस एक बार टकराने पर अपना ये गिफ्ट उसको दे दिया जो कि बहुत ही ज्यादा हैरानी की बात है..!
अब संजना जी, रिया से कहती हैं,
" मैं तुम्हारे लिए उस अनजान लड़की के कहने पर ये गिफ्ट तो ले आई मगर इस वेश कीमती हीरो के हार को उससे खरीद कर नही बल्कि उसके देने को कहने पर मैं तुम्हे ये गिफ्ट दे रही हु और मै तुम्हे अपनी तरफ से कुछ नही दे पाई उसके लिए मुझे माफ कर दो..!"
संजना जी की बात सुन कर, रिया उनसे कहती हैं,
" अरे बड़ी मां आप कैसी बात कर रहे हो और रही बात इस वेश कीमती हीरो के हार के तो ये ही मेरा गिफ्ट है वो भी आप की तरफ से और जब कभी भी आप उस अनजान लड़की से मिलो तो उसको मेरी तरफ से थैंक यू जरूर कहना..!"
रिया की बात सुन कर, अब संजना जी उससे कहती है,
" ठीक है बेटा..!"
अपनी बात कह कर संजना जी बहुत खुश हो जाती हैं साथ में रिया के सिर पर अपना हाथ रख देती है..!
अब रिया, संजना जी से कहती हैं,
" बड़ी मां, आप ही इसको रख लीजिए और मुझे जब जरूरत होगी तो मैं आप से ले लूंगी क्योंकि मैं कभी भी ऐसी चीज़ों को संभाल कर नही रख पाई हु और मै इसको अपने संभाल कर रखना चाहती हूं साथ ही मे मुझे उस अनजान लड़की से दुबारा मिलने का इंतजार रहेगा..!"
रिया की पूरी बात सुनकर, अब संजना जी उससे प्यार से कहती है,
" ठीक है जैसा तुम कहो और हां मुझे भी उस अनजान लड़की से मिलना चाहती हूं और उसको एक बार अपने गले से लगाना चाहती हूं जो किसी के दर्द को एक बार मे ही महसूस कर गई वो लड़की सच में बहुत ही अच्छी होगी..!"
और अब इमोशनल माहोल को अच्छा करने के लिए अब संजीव जी रिया के पास जाते है और उसको लंदन के बेस्ट वाटर पार्क के टिकट देते हुए खुशी के साथ कहते हैं,
" ये लो मेरी तरफ से तुम्हारे 20th बर्थडे का गिफ्ट और जब तुम्हारे एग्जाम का रिजल्ट आ जायेगा तो कोई जाए ना जाए हम दोनो को घूमने के लिए जरूर से जायेंगे..!"
संजीव जी की बात सुनकर, रिया अब उनके गले लग जाती हैं और खुशी से झूमते हुए उनसे कहती हैं,
" थैंक यू सो मच पापा, आप मेरी दुनिया के बेस्ट पापा हो..!"
रिया की बाते सुनकर, पूरा सिंघानिया परिवार हसने लगता है शिवाए अवनी और शिवानी जी के..!
शिवानी जी इसलिए खुश नहीं थी क्योंकि रिया का मन पढ़ाई से ज्यादा बाकी चीज़ों में लगता था और अवनी इसलिए खुश नहीं थी कि शिवानी जी ने उसकी तरफदारी नही करी साथ में अवनी को लगता है कि रिया सिंघानिया परिवार का अटेंशन पाने के लिए ये सब बचकानी हरकते करती हैं..!
और वो, रिया को बिलकुल भी पसंद नही करती है बस वो रुद्रांश को दिखाने के लिए ही वो कभी कभी रिया से भी बोल लेती है मगर वो, रिया की इन बचकानी हरकतो से नफरत करती हैं और साथ में उसको लगता है कि रिया की वजह से ही रुद्रांश उस पर अपना ज्यादा ध्यान नहीं देता है जबकि वो बिजनेस और पढ़ाई में बहुत अच्छी है फिर भी रुद्रांश सिर्फ और सिर्फ रिया को ही ज्यादा प्यार करता है..!
और इसी वजह से भी अवनी रिया से बेहद नफरत करती हैं और उस वो किसी भी तरह रुद्रांश के सामने अच्छा बनना चाहती हैं चाहे उसके लिए उसको कुछ भी करना पड़े..!
अब रिया, शिवानी जी के पास जाती है और उससे पूछती हैं,
" मां, आप कुछ नही दोगे क्या मुझे मेरे 20th बर्थडे पर..?"
रिया की बात सुनकर, अब शिवानी जी अपने चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती हैं और फिर वो रिया से कहती हैं,
"अरे बेटा, तुम्हारे लिए तो मैने बहुत पहले ही एक बहुत ही अच्छा गिफ्ट लेकर रखा हुआ था बस आज उसको गिफ्ट पैक भी कर दिया है, जिस से वह पूरी तरफ एक अच्छा सा तोफा नजर आ रहा है और मुझे यकीन है कि तुम्हे वो गिफ्ट बहुत पसंद आएगा..!"
अब रिया को शिवानी जी की बात सुनकर थोड़ा अजीब लगता है क्यूंकि शिवानी जी ने आजतक उसको जैसे गिफ्ट्स दिए हैं उन के मुताबिक कोई भी गिफ्ट रिया को कभी भी पसंद ही नही आए हैं तो फिर आज शिवानी जी उसको ऐसा क्या गिफ्ट देने वाली है कि खुद रिया को बहुत पसंद आने वाला है और जो वो इतने यकीन के साथ के रही हैं...!
अब शिवानी जी अपनी बात कह कर वहा से सीधे अपने कमरे की तरफ जाने के लिए सीढ़ियों से ऊपर जाने लगती हैं पर उन के चेहरे से वो मुस्कान अभी तक नही गई होती हैं जिसे देख अब यश अपने अमृत भाई से कहता है,
" अमृत भाई मुझे तो दाल में कुछ काला लगता है क्यूंकि मेरी मां के चेहरे पर आज तक किसी ने भी इतनी बड़ी मुस्कान नही देखी होगी, और पता नही वो क्या गिफ्ट देने वाली है ये रिया को..!"
यश की बात सुनकर भी अमृत उसको कुछ नही कहता है बस सब ऊपर की तरफ ही देख रहे होते है कि आज शिवानी जी उसको ऐसा क्या गिफ्ट देने वाली है..!
तो अब देखना ये है कि शिवानी जी, रिया को ऐसा भी क्या गिफ्ट देने वाली है जिससे उनके चेहरे पर से मुस्कान जा ही नहीं रही है और अवनी, रिया से इतनी नफरत क्यों करती है और उस कब पता चलेगा कि रिया की ये बचकानी हरकते ही रिया को अवनी से अलग बनाती हैं..?
To be Continued.....
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