"रुद्रांश सिंघानिया का गुस्सा..!"
मुंबई में, सिघनिया मेंशन मे, दुपहर का समय,
एक बहुत बड़े मेंशन में एक साथ दस ब्लैक लक्जरी कार गेट पर आती हैं, तो जैसे ही वहा खड़े गार्ड्स देखते हैं तो जल्दी से गेट खोल देते हैं और उन ब्लैक लक्जरी कार को अंदर आने देते हैं और साथ में कुछ गार्ड्स मेंशन में अंदर आ कर बता देते है..!
उन ब्लैक लग्ज़री कार मे से बहुत सारे ब्लैक ड्रेस में बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्डस बाहर आते हैं और सब एक कार की तरफ मुंह करके खड़े होते हैं, जिसमे एक शख्स बैठा हुआ होता है..!
उन बॉडीगार्ड्स मे से उन का हेड और उस कार में बैठे शख्स का पर्सनल बॉडीगार्ड होता है। उस का नाम राजवीर सिंह होता है और उम्र 27 वर्ष, हाइट 6"2 होती हैं। जो अपने मालिक का सबसे वफादार बॉडीगार्ड और साथ में जरूरत पड़ने या उस शख्स के कहने पर भी वो अपनी जान देने और लेंगे से भी नही कतराएगा..!
राजवीर, उस शख्स की कार का दरवाज़ा खोलता है जिसमे से वो शख्स बाहर आता है और उस कार में बैठे उस शख्स का पी ए जिसका नाम राजीव शुक्ला होता है और उसकी उम्र 25 वर्ष, हाइट 5"9 होती हैं..!
और साथ में उस शख्स का वफादार ड्राइवर भी कार से बाहर निकल जाता है जिसका नाम लकी शर्मा होता है और उसकी उम्र भी राजीव की ही उम्र के बराबर होती है पर उसकी हाइट 6"1 होती हैं..!
उस शख्स का औरा बहुत खतरनाक होता है क्योंकि आज वो शख्स बहुत गुस्से में होता है वैसे तो वो हमेशा गुस्से में ही रहता है पर आज कुछ ज्यादा ही गुस्से में होता है..!
इसलिए कोई भी उस से कुछ भी कहने की हिम्मत मे नही होते हैं साथ में उन सब बॉडीगार्ड्स, राजवीर, लकी और राजीव को उससे बहुत डर लग रहा होता है। फिर वो शख्स उस मैंशन में अंदर जाने लगता हैं..!
वो शख्स सिंघानिया मेंसन में अंदर जा रहा होता है उसने अपना थ्री पीस फॉर्मल सूट पहना होता है और वो इतने गुस्से में भी इतना हैंडसम लग रहा होता है की अगर कोई लड़की उसको देख ले तो उस पर फ़िदा ही हो जाए..!
वो शख्स मैंशन में अंदर आते ही हॉल की तरफ सीढ़ियों से ऊपर अपने कमरे की तरफ जाने लगता हैं..!
यह आदमी और कोई नही बल्कि हमारे हीरो रुद्रांश सिंघानिया है। और साथ में यह सिंघानिया ग्रुप ऑफ कम्पनी के सीईओ और सिंघानिया परिवार के सबसे बड़े पोते भी है..!
रुद्रांश दिखने में किसी से कम नहीं हैं, यह है मुंबई के सबसे हैंडसम और मोस्ट बैचलर बिजनेसमैन। रुद्रांश को कोई एक बार देख ले तो अपनी नजर ही हटाना भूल जाए। इनकी उम्र 29 वर्ष और हाइट 6"5 होती है..!
रुद्रांश को तो बस अपने बिजनेस और काम से ही प्यार है और साथ में बहुत ही ज्यादा गुस्से वाले और जिनके गुस्से से पूरा सिंघानिया परिवार भी डरता है और कभी कभी तो इसके दादा जी भी रुद्रांश के गुस्से के सामने कुछ नही कर पाते हैं और इन्हे है प्यार से नफरत क्युकी रुद्रांश को लगता है कि..!
प्यार बस एक कमजोरी को जन्म देती है और साथ में रुद्रांश का मानना है कि लड़किया कमजोर होती हैं, और रुद्रांश को अपने सामने कमजोर दिखाने वाले लोग बिलकुल भी पसंद नही है...!
और जो कोई भी रुद्रांश को टक्कर देता है रुद्रांश उसका वो हाल करता है जिस से उसकी साथ पुश्ते भी जन्म लेने से कतराती है, रुद्रांश अपने दुश्मनों को वो सजा देता है जिससे उनकी रूह तक कांप जाती है, और अब वो अपने कमरे मे जा ही रहा होता है..!
अब रुद्रांश के दादा जी, उस को रोकते हुए कहते हैं,
"तुम बिना लंच किए अपने कमरे की तरफ क्यो जा रहे हो और तुम इतने गुस्से में क्यो हो ..?"
दादा जी, रुद्रांश से ऐसा इसलिए भी पूछ रहे होते हैं क्योंकि वो जब भी सिंघानिया मेंशन में आता है तो पहले अपने दादा जी से बात किया करता है, जो उसने आज नही की होती है..!
रुद्रांश के दादा जी का नाम रघुवीर सिंघानिया होता है इनकी उम्र लगभग 70 वर्ष होती हैं। रघुवीर जी ने ही सिंघानिया परिवार की नीव रखी होती है..!
और यह सिंघानिया परिवार के सबसे गुस्से वाले इंसान हैं और यह कहना गलत नही होगा कि रुद्रांश को गुस्सा, रघुवीर जी से ही विरासत में मिला है। रुद्रांश, रघुवीर जी की बात सुन कुछ बोलने को होता ही है कि....!
तभी रुद्रांश के पापा बीच में ही उस से पूछने लग जाते हैं,
"आज तो हमारी सिंघानिया कम्पनी को, राजपुत कम्पनी से सबसे बड़ा प्रोजेक्ट मिलने वाला था तो उसके बारे में तो कुछ बताओ..?"
रुद्रांश अपने पापा की बात सुनकर वहा से गुस्से में अपने कमरे की तरफ चला जाता है और गुस्से से अपने कमरे का दरवाजा बहुत जोर से बंद करता है..!
रुद्रांश के पापा का नाम विनोद सिंघानिया होता है इनकी उम्र लगभग 57 वर्ष होती हैं। और विनोद जी सिंघानिया परिवार के बड़े बेटे होते है..!
और हां इनकी उम्र पर मत जायेगा, इन्होंने अपने आपको मेंटेन करके रखा हुआ है कि दिखने में यह अभी भी बहुत यंग और फिट है। और लगते तो बिलकुल 40 वर्ष के है..!
विनोद जी, अब रघुवीर जी को देखते हुए उनसे कहते है,
"इस लड़के का गुस्सा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, देखा नही कैसे मेरे सवाल का जवाब दिए बिना ही अपने कमरे मे चला गया और तो और अपने कमरे का दरवाजा कितनी जोर से बंद करा जैसे तोड़ के ही मानेगा..!"
अब रघुवीर जी, विनोद जी की बात सुन उस से कहते हैं,
"मुझे तो समझ ही नही आ रहा हैं कि बात हुई क्या है क्योंकि आज सुबह तो रुद्रांश ठीक ही नजर आ रहा था..?"
रघुवीर जी, विनोद जी से बात कर ही रहे होते हैं तभी सिंघानिया मैंशन में किसी और की भी आने की आहट सुनाई देती है। सब के सब सिंघानिया मेंसन के बाहर की और देख रहे होते हैं...!
क्योंकि रुद्रांश के आने पर ही सिंघानिया मेंशन में पहले से ही मौजूद हर इंसान सिंघानिया मैंशन के हॉल में खड़ा होता है..!
सबसे पहले रुद्रांश का जुड़वा भाई, सिंघानिया मेंसन में अंदर आता है। इन का नाम अमृत सिंघानिया होता है और यह रुद्रांश की उम्र का ही होता है और हाइट 6"3 होती हैं..!
साथ में यह भी दिखने में किसी से कम नही होता है पर अमृत का स्वभाव रुद्रांश से बिलकुल अलग होता है जिसका मतलब है कि यह बहुत ही शांत स्वभाव का है..!
अमृत, सिंघानिया कम्पनी के साथ साथ अपनी वकालत पर भी ध्यान देता है, क्योंकि अमृत मुंबई का सबसे अच्छा वकील है और सिंघानिया कम्पनी के सारे केस अमृत ही संभालता है..!
अमृत के सिंघानिया मेंशन मे आने के बाद,
रुद्रांश के चाचा जी का बड़ा बेटा सिंघानिया मेंसन में अंदर आता है। इनका नाम सिद्धार्थ सिंघानिया होता है और सिद्धार्थ की उम्र 25 वर्ष होती है और हाइट 6"1 होती हैं..!
सिद्धार्थ, रुद्रांश का छोटा भाई है पर गुस्से के मामले में पूरा उस पर ही गया है और यह कहना गलत नही होगा कि सिद्धार्थ, रुद्रांश की ही कार्बन कॉपी है। और सिद्धार्थ, रुद्रांश की कोई भी बात नही टलता है, चाहे वो सही हो या फिर गलत..!
सिद्धार्थ के सिंघानिया मेंशन में आने के बाद,
रुद्रांश का इकलौता दोस्त सिंघानिया मेंसन में अंदर आता है। जिसका नाम समीर भारद्वाज होता है। समीर की भी उम्र लगभग रुद्रांश के बराबर ही होती है और समीर की हाइट 6"2 होती हैं..!
समीर, भारद्वाज कम्पनी का सीईओ होता है और भारद्वाज कम्पनी, सिंघानिया कम्पनी के साथ मिलकर ही अपना बिजनेस कर रही होती है..!
सिद्धार्थ, सिंघानिया मेंसन में अंदर आते ही समझ जाता हैं कि सब परिवार वालो ने रुद्रांश का गुस्सा देख ही लिया है तो.....!
अब सिद्धार्थ, रघुवीर जी से कहता है,
"दादा जी, सिंघानिया कम्पनी को जो प्रोजेक्ट आज राजपूत कंपनी से मिलने वाला था, वो किसी और कम्पनी को मिल गया है जिस कारण ही आज रुद्रांश भाई बहुत गुस्से में है..!"
अब, अमृत संजना जी से कहता है,
"मां, अब आपको ही उसका गुस्सा शांत करवाना होगा..!"
रुद्रांश और अमृत की मां का नाम संजना सिंघानिया होता है और इनकी उम्र लगभग 50 वर्ष होती हैं साथ में यह सिंघानिया परिवार की सबसे बड़ी बहू भी होती हैं। अमृत की बात सुन अब संजना जी कुछ कहने ही वाली होती है तभी...!
रुद्रांश की चाची जी, अब संजना जी से कहती हैं,
"दीदी अभी कुछ मत कहना क्योंकि रुद्रांश अभी बहुत गुस्से में होगा, थोड़ी देर बाद बात करेंगे तो तब तक उसका गुस्सा भी शांत हो जायेगा..!"
रुद्रांश की चाची का नाम शिवानी सिंघानिया होता है और इन की उम्र लगभग 48 वर्ष होती है साथ में यह सिंघानिया परिवार की छोटी बहू भी है..!
शिवानी जी की बात सुन, संजना जी उससे कहती हैं,
"तुम ठीक कह रही हो शिवानी, मै उससे बाद में ही बात करूंगी..!"
अब रुद्रांश के चाचा जी, सिद्धार्थ की बात सुन, उस से कहते हैं,
"सिद्धार्थ, तुम मुझे सीधे सीधे बताओगे की हुआ क्या है क्योंकि मुझे कुछ भी समझ में नही आ रहा है कि हमारे हाथो से इतना बड़ा प्रोजेक्ट कैसे निकल सकता है..?"
किस कंपनी ने ले लिया रुद्रांश का उससे उसका सबसे बड़ा प्रोजेक्ट और अब रुद्रांश उस कंपनी के साथ क्या करने वाला है...?
To be Continued.....
इस चैप्टर पर अपने लाइक करे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और साथ में इस नॉवेल पर अपने रिव्यू और रेटिंग देना न भूले और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी नॉवेल "डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ" अगला चैप्टर सिर्फ मातृभारती पर।