डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 6 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 6

डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ भाग

 

"कौन है ये विवेक शाह..?" 

अब आगे,

यश की बात सुन, अमृत उससे कहता है,

" रिलैक्स, मुझे नहीं लगता कुछ सुना होगा, क्योंकि अगर सुन लिया होता न तो अभी तक रिया ने पूरा घर अपने सर पर उठा लिया होता..! "

अमृत की बात सुन, यश उससे कहता है,

"हां भाई, आप सही कह रहे हो, मै तो बेकार मे ही घबरा रहा हु..! "

और रिया अपने कमरे में जाकर अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लेती है और उदास होकर सोचते हुए आपने आपसे कहती है,

" रुद्रांश भाई, आप को भी मेरा बर्थडे याद नहीं है..! "

अपनी बात कहकर फिर रिया की आंखों में अंशु आ जाते हैं, पर फिर रिया उठकर बाथरूम में फ्रेश होने चली जाती हैं..!

कुछ देर बाद,

रिया फ्रेश होकर बाथरूम से बाहर आती हैं और अपने कॉलेज जाने के लिए फिर से तैयार होकर नीचे आ जाती है, और बिना नाश्ता किए ही सिंघानिया मेंशन से बाहर आ जाती हैं और एक व्हाइट कलर की कार के पास आती हैं और फिर उस कार के ड्राइवर से कहती हैं,

" अंकल, मुझे कॉलेज जाना है..! "

रिया की बात सुन ने के बाद, वो ड्राइवर कार से बाहर निकल कर रिया के लिए कार का दरवाजा खोल देता है और रिया उस कार मे बैठ जाती है तो फिर वो ड्राइवर भी कार की ड्राइविंग सीट पर आकर बैठ जाता हैं और फिर वो कॉलेज के लिए सिंघानिया मेंशन से बाहर निकल जाता हैं..!

रिया ने अपने जन्मदिन पर ही शिवानी जी से डाट खाने के बाद बहुत ज्यादा उदास होती जाती है पर जब वो कुछ सोच ही रही होती है, तो अपने आपसे कहती है,

" क्या सच में आज किसी को भी मेरा जन्मदिन याद नहीं है..? "

रिया सोच ही रही होती हैं तभी उसके फोन पर किसी का कॉल आता है तो अपने आपसे ही गुस्से में कहती हैं,

" अब किस का कॉल आ रहा है..? "

रिया के फोन पर श्रेया का नाम लिखा हुआ आ रहा होता है जिसे देख रिया के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ जाती है और फोन उठाकर बोलती है,

" कहा है तू, पता भी है तुझे, मै कब से तेरे फोन का इंतजार कर रही थी...? "

रिया की बात सुन, श्रेया मुस्करा रही होती है फिर श्रेया बात को पलटते हुए और उसको परेशानी करने के लिए रिया से कहती है,

" क्या मतलब कहा हु मै, मै कब से तेरा कॉलेज में इंतजार कर रही हू उसका कुछ नही, और महारानी मुझसे पूछ रही है कि मैं कहा हु...! "

श्रेया की बात सुन, रिया उस से कहती हैं,

" मैने जो पूछा उसका जबाव कौन देगा...? "

श्रेया मुस्कराते हुए रिया से कहती हैं क्योंकि फोन पर कौन सी उस की चेहरे की मुस्कान दिख ही जायेगी,

" अब किस चीज का जवाब चाहिए तुझे...? "

श्रेया की बात सुन, रिया उस से पूछती है,

" तुझे भी याद नहीं है कि आज क्या है, मुझे नही करनी है किसी से भी बात..!" और गुस्से में कॉल कट कर देती हैं..!

रिया के फोन काट देने पर, श्रेया फोन को देख के हसने लगती हैं और हंसते हुए अपने आपसे कहती हैं,

" पागल लड़की, तुझे क्या पता आज तेरे लिए घर में सरप्राइज़ पार्टी रखी गई है और तू ऐसे गुस्सा हो रही हैं जैसे क्या हो गया है..! "

रिया की इकलौती दोस्त का नाम श्रेया घोषाल है। श्रेया एक अच्छी और समझदार लड़की है और इसकी उम्र भी रिया के ही बराबर होती है और हाइट 5"5 होती हैं, श्रेया का रंग गोरा होता है और दिखने भी सुंदर भी होती हैं, रिया और श्रेया दोनों एक साथ सिंघानिया मेमोरियल इंटरनेशनल कॉलेज में पढ़ती है..!

सिंघानिया मेमोरियल इंटरनेशनल कॉलेज का ट्रस्टी और कोई नही हमारा हीरो रुद्रांश सिंघानिया ही होता है, पर उस के चचेरा भाई बहन अपनी अपनी पहचान छुपाकर पढ़ रहे होते है..!

क्यूंकि रुद्रांश के बिजनेस में अब बहुत ऐसे दुश्मन बन गए होते हैं जो उसके परिवार को नुकसान पहुंचाने के लिए बस एक मौके का ही इंतजार कर रहे होते हैं..!

इसलिए रुद्रांश ने खुद उन दोनों से अपनी पहचान छुपाने के लिए कहा होता है पर यह बात श्रेया को पता होती है क्योंकि श्रेया के पापा और संजीव जी दोनो बहुत अच्छे दोस्त होते है, और इसलिए उनका सिंघानिया परिवार में आना जाना लगा ही रहता है..!

श्रेया भी आज अनजान बनकर रिया को बुद्धु बना रही होती हैं क्योंकि यश ने पहले ही सब परिवार वालो को बोल दिया है कि कोई भी रिया को उसके बर्थडे पर बर्थडे विश नही करेगा..!

शिवाए रुद्रांश के क्योंकि उस से कहने की हिम्मत यश में तो बिलकुल भी नहीं है और इसी वजह से रिया आज श्रेया से भी गुस्सा हो जाती हैं..!

सिंघानिया मेमोरियल इंटरनेशनल कॉलेज में,

ड्राइवर, रिया को उसके कॉलेज छोड़ देता है और वहा से वापस सिंघानिया मैंशन के लिए निकल जाता हैं और उसके बाद रिया अपने कॉलेज में अंदर जाने लगती है...!

पर उसका आज पढ़ने का मन बिलकुल भी नहीं होता है पर कर भी क्या सकती है शिवानी जी उसके क्लास टीचर से उसकी अटेंडेंस के बारे में जानकारी लेती रहती है...!

क्योंकि रिया का पढ़ाई में बिलकुल भी मन नहीं लगता है पर रिया जैसे तैसे करके एग्जाम पास कर ही लेती है जिस वजह से सरला जी, उसको शिवानी जी की डाट से बचा ही लेती हैं...!

वैसे तो रिया सारी क्लास अटेंड न करनी पढ़े उसके लिए कोई न कोई बहाना बना ही लेती है बस पहली और आखरी को छोड़ के क्योंकि उस समय ही उसके क्लास टीचर क्लास अटेंड करते हैं और उस पर अपना ज्यादा ध्यान भी देते है, क्योंकि शिवानी जी चाहती हैं कि रिया भी, अवनी की तरह कुछ बन जाए..!

और वैसे भी आज कॉलेज में ज्यादा स्टूडेंट्स नहीं आए होते है क्यूंकि अभी कल ही तो सब पिकनिक ट्रिप से आए थे तो इसलिए आज कुछ टीचर छुट्टी पर होते हैं और कुछ ही टीचर कॉलेज आए होते हैं तो आज ज्यादा पढाई नही होने वाली होती है..!

फिर रिया कुछ देर से लिए कॉलेज की कैंटीन चली जाती है और वहा जाकर एक सीट पर बैठ जाती हैं क्योंकि वो अपने घर से नाश्ता करके नही आई थी इसलिए उसको अब भूख लग रही होती हैं साथ मे हमारी रिया को भूख बर्दाश्त नहीं होती हैं..!

और फिर उस कॉलेज के कैंटीन के वेटर को बुला लेती हैं और उसको अपना ऑर्डर देते हुए कहती है,

" एक कोल्ड कॉफी और साथ में व्हाइट सॉस पास्ता ले आइए...! "

रिया से ऑर्डर लेने के बाद उस कॉलेज की कैंटीन का वेटर वहा से चला जाता है और रिया अपने फोन मे कुछ देखने लगती हैं तभी वहा एक लड़का आता है जो उसके हाथ से उसका फोन छीन लेता है...!

अपना फोन छीन जाने की वजह से रिया उस लड़के को बिना देखे ही उस पर गुस्सा करते ही उससे कहती हैं,

" ये क्या बातामीजी हैं...! "

रिया का गुस्सा देख वो लड़का उससे कहता है,

" O Calm Down Birthday Girl और इतना गुस्सा किस बात का है जरा मुझे भी तो बताओ....! "

उस लड़के की बात सुन, जब रिया उसको देखती है तो उससे कहती है,

" विवेक तुम्हे मेरा बर्थडे याद है...! "

रिया की बात सुनकर, विवेक उससे कहता है,

" अब भला मैं तुम्हारा बर्थडे केसे भूल सकता हु, जबकि तुम तो मेरी जान हो...! "

विवेक की बात सुन कर, रिया उसके गले से लग जाती हैं उस से कहती हैं,

" तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो, बाकी कोई भी अच्छा नही है, सब बुरे है, रुद्रांश भाई भी...! "

रिया की बात सुन कर, विवेक उसको चढ़ाते हुए उससे कहता है,

" क्या, तुम्हारे रुद्रांश भाई को भी आज तुम्हारा जन्मदिन याद नही रहा...! "

अब विवेक, रिया से आगे कहता है,

" वैसे कहना तो नही चाहिए मगर तुम्हारे रुद्रांश भाई को तो कम से कम याद रखना चाहिए था कि आज तुम्हारा जन्मदिन है जिसे वो अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता है और उसके लिए कुछ भी कर सकता है...! "

विवेक, रिया के सबसे बड़े भाई रुद्रांश सिंघानिया से बहुत नफरत करता है इसलिए वो, रिया को बार बार रुद्रांश के तरफ से भड़काता रहता है..!

वैसे तो रिया किसी के लिए भी अपने मन में कोई भी खटास नही रखती थी बस आज वो उदास हो रही होती है इसलिए ऐसा बोल रही होती हैं..!

विवेक रिया का दोस्त होता हैं जो उस की सारी बात मानता भी है और साथ मे उसको पसंद भी करता है और उसको पाने के लिए कुछ भी कर सकता है, विवेक का पूरा नाम विवेक शाह होता है, जिसकी उम्र 23 वर्ष होती हैं, और हाइट 5"9 होती हैं, साथ में विवेक एमबीए फाइनल का स्टूडेंट होता है, और विवेक के पिता, रुद्रांश के किसी प्रोजेक्ट में बिजनेस पार्टनर भी होते हैं..!

तो क्यू करता होगा रिया का दोस्त विवेक, रुद्रांश सिंघानिया से नफरत और क्या विवेक रिया को पाने के लिए अपनी सारी हदें पार कर देगा..?

To be Continued....

इस चैप्टर पर अपने लाइक करे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और साथ में इस नॉवेल पर अपने रिव्यू और रेटिंग देना न भूले और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी नॉवेल "डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ" अगला चैप्टर सिर्फ मातृभारती पर।