डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 14 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 14

डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ भाग 14 

 

" रिया का रुद्रांश के गले लगना..!" 

अब आगे

जब रुद्रांश, रिया से पूछता है कि वो यानी रिया तुम अब कैसी हो, तो रिया अब समीर से थोड़ा साइड होकर वहा से निकल जाती हैं और रुद्रांश की तरफ जाने लगती हैं..! 

वही जब समीर के पास से रिया गुजरी होती हैं तो उसका मन करता है कि अपना एक हाथ बढ़ाकर उसको हमेशा के लिए अपने पास ही रख ले पर फिर उसको रुद्रांश का होश आते हैं ही समीर अपनी भावनाओं पर काबू कर लेता है और फिर रिया से कुछ नही कहता है..! 

अब रिया, रुद्रांश के पास जाकर उसके गले से लग जाती हैं और उसके गले लगे हुए ही कहती हैं, 

" रुद्रांश भाई, मुझे क्या होगा भला, मै तो बिलकुल ठीक हु...!" 

रिया अपनी बात कहकर हसने लगती हैं वही रिया की बात सुनकर रुद्रांश के चेहरे पर भी मुस्कान आ जाती हैं और समीर तो पहले से ही खुश होता है कि रिया को कुछ नही हुआ है..!

रुद्रांश और समीर को मुस्कराते हुए देख अब रिया थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए कहती है, 

"रुद्रांश भाई मै आप और बाकी लोगो से भी बात नही करूंगी और उन सबके साथ आपको भी मेरा बर्थडे याद नही रहा...!" 

रिया की बात सुनकर, रुद्रांश उससे कुछ कह पता उससे पहले ही वहा अमृत आ जाता है और वो, रिया से कहता है, 

" क्या छुटकी तू जानती तो है कि सूरज पूरब की जगह पश्चिम से निकल सकता है यहां तक रुद्रांश सब कुछ भूल सकता है मगर वो तेरा बर्थडे भूल जाए ये नही हो सकता है...!" 

अमृत की बात सुनकर, रिया उससे कहती है, 

" तू फिर मुझे रुद्रांश भाई ने विश क्यू नही किया..!" 

रिया की बात सुनकर, अमृत उससे कहता है, 

" क्यू कि तू सीढ़ियों से जल्दी ही अपने कमरे में भाग गई थी, और मुझे यकीन है कि रुद्रांश ने उस समय तुझे विश जरूर से किया होगा मगर तूने सुना नही होगा...!" 

अमृत की बात सुनकर, अब रिया मासूम बच्चे की तरह फिर से अपने रुद्रांश भाई के गले लग जाती हैं और उससे कहती हैं, 

" सॉरी, रुद्रांश भाई मैने आप को गलत समझा, इसलिए...!" 

रिया की बात सुनकर, रुद्रांश उसके सिर पर अपना हाथ रख देता है तो वहा सिंघानिया हॉल में खड़े बाकी लोग भी अब रिया के कमरे में आ जाते है शिवाए अवनी के..!

अब अमृत, रिया से कहता है, 

" क्या अपना सारा प्यार रुद्रांश को देने का इरादा है तेरा, कुछ हमारे लिए भी छोड़ दे..!" और अपनी बात कहकर हसने लगता है..!

अमृत की बात सुनकर, रिया उससे कहती हैं, 

" आप सब लोग मेरा बर्थडे भूल गए, मै आपसे बात नही करूंगी..!" 

रिया की बात सुन कर, अमृत उससे कहता है, 

" छुटकी तू सच में पागल है और हम कभी तेरा बर्थडे भूल जाए ऐसा कभी हो सकता है क्या, जो तूने ये सब सोच लिया..!" 

अमृत की बात सुन कर, रिया उन सब लोगो को देखकर मासूम सा चेहरा बनाते हुए कहती है, 

" मतलब आप लोगो को मेरा बर्थडे याद था और मुझे सुबह से परेशान कर रहे थे, आप बहुत बुरे हो...!" 

रिया की बात सुनकर, अब संजीव जी उससे कहते है, 

" ये सब हमने नही करा है बल्कि यश का ही सारा किया धरा है और उसको ही शौक चढ़ा था तुझे सरप्राइज़ पार्टी देने का...!" 

जब संजीव जी ने ये सब कहा होता है तो अपना सिर नीचे किए हुए यश भी अब रिया के कमरे में आ जाता है तो रिया समझ जाती हैं कि वो उसने अपने सामने जो डिम लाइट में सिर कटी मुंडी देखी थी जो दिखने में बिलकुल असल ही लग रही थी, वो सब यश का ही कारनामा था, उसको परेशान करने के लिए...! 

यश रिया को देखने के लिए जब अपना चेहरा ऊपर करता है तो रिया उसके गोरे गाल पर पांचों उंगलियां के निशान देख हैरान ही रह जाती हैं अब रिया को कुछ समझ ही नही आ रहा होता है कि यश को किसने और क्यों चाटा मारा होगा..! 

वही यश, रिया को देखने के बाद भी उससे कुछ नही कहता है क्योंकि उससे बोला नही जा रहा होता साथ में बोलने पर दर्द भी हो रहा होता है क्योंकि सिद्धार्थ ने उसको अपने गुस्से में बहुत तेज से चाटा मार दिया होता है बस इसलिए ही वो रिया को बर्थडे विश भी नही करता है..! 

रिया अब यश से बात करना चाहती थी जिस के लिए सबको अपने कमरे से भेजना जरूरी था जिसके लिए वो, अब अपने रुद्रांश भाई से पूछती हैं, 

" रुद्रांश भाई, आज मेरा बर्थडे है और जिसका मै पूरे साल बेसब्री से इंतजार करती हूं तो क्या आप लोग मेरा बर्थडे ऐसे ही बर्बाद होने दोगे..?"

रिया की बात सुनकर, अब अमृत सबसे कहता है, 

" चलो भई सब नीचे चल कर छुटकी का केक कटिंग करवाते हैं..!

अमृत की बात सुन कर, रिया उस को घूरते हुए कहती है, 

"अमृत भाई, बस केक कटिंग ही करवाओगे और मस्ती बगैरा नही होगी क्या ...?" 

रिया की बात सुन कर, पूरा सिंघानिया परिवार हसने लगता है शिवाए रुद्रांश और रघुवीर जी के अलावा, वही रुद्रांश अब रिया से कहता है, 

"छुटकी आज का दिन तुम्हारा है तो तुम जो चाहो वो कर सकती हो और करवा भी सकती हो, तो तुम ही बताओ तुम्हे क्या और कैसे करना है अपना बर्थडे सेलिब्रेशन...?" 

रुद्रांश की बात सुनकर, रिया बहुत कुछ हो जाती हैं और उससे कहती है, 

" सही मै, तो फिर मुझे अपना बर्थडे सेलिव्रेशन बहुत ही अच्छे से करना है और साथ में मुझे आप सबसे अपना गिफ्ट भी तो लेना है..!" 

रिया की बात सुनकर, रुद्रांश उसको अपने गले से लगा लेता है और उससे कहता है, 

" जैसा तुम कहो और वैसे तुम्हे गिफ्ट में क्या चाहिए, बताओ तो जरा...!" 

रुद्रांश की बात सुन कर, रिया एक बड़ी सी मुस्कान के साथ उससे कहती हैं, 

"कुछ ऐसा जो शायद ही किसी ने आपसे मांगा होगा..!"

रिया की बात सुन कर, पूरा सिंघानिया परिवार अब रिया को ही देख रहा होता है वही रिया अब बहुत ज्यादा खुश नजर आ रही होती हैं..! 

अब रिया, रुद्रांश से क्या मांगने का सोच रही है जो आजतक किसी ने भी उससे नही मांगा है और तब क्या होगा जब रिया को पता चलेगा यश के बारे में, तो वो रिया क्या कहेगी, अपने सिद्धार्थ भाई से...? 

To be Continued.....

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