डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 10 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 10

डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ भाग 10 

 

"सिद्धार्थ का श्रेया को डाटना..!" 

 

अब आगे,

सिद्धार्थ का फोन उठाने से पहले रिया, श्रेया से कहती हैं,

"ये ले जल्दी से फोन उठा ले नही तो हमे सिद्धार्थ भाई के गुस्से से कोई नही बचा पाएगा..!"

रिया की बात सुन, श्रेया डरते डरते फोन तो उठा तो लेती है मगर उस को बहुत डर लग रहा होता है कि सिद्धार्थ उसको क्या कहेगा और इसलिए श्रेया, रिया के कहने पर फोन को स्पीकर पर रख देती हैं..!

और कुछ कहने ही वाली होती हैं कि उससे पहले ही सिद्धार्थ गुस्से से श्रेया को डाटते हुए बोलने लगता हैं,

"कहा ध्यान रहता है तुम्हरा, वैसे तो पूरा टाइम फोन पर ही चिपकी रहती हो और आज एक फोन नही उठाया जा रहा तुम से..?"

सिद्धार्थ का गुस्सा देख, श्रेया से तो कुछ बोलना ही नही बन रहा होता है और वही रिया अपने मन में सोच रही होती हैं,

"सिद्धार्थ भाई का गुस्सा देख के तो लगता हैं श्रेया को बहुत बुरी डाट पड़ने वाली है..!"

सिद्धार्थ को जब श्रेया से कोई जवाब नही मिलता है तो वो फिर से कहता है,

"अब कुछ बोलोगी भी या ऐसी ही चुप रहने का इरादा है..!"

सिद्धार्थ की बात सुन, श्रेया हकलाते हुए उससे कहती हैं,

"वो... वो हा...हम मु... मूवी....!"

श्रेया आगे बोलने ही वाली होती हैं कि सिद्धार्थ बीच मे ही बोलने लगता हैं,

" अब तुम हकला क्यू रही हो और कहना क्या चाहती हो तुम..?"

सिद्धार्थ की बात सुन श्रेया से कुछ भी बोला नहीं जा रहा होता है तभी सिद्धार्थ दुबारा उससे कहता है,

"और सुनो दोनो के दोनो जल्दी से घर आ जाओ..!"

सिद्धार्थ की बात सुन, श्रेया बोलने ही वाली होती हैं कि सिद्धार्थ कॉल कट कर देता हैं और श्रेया फोन को देखती ही रह जाती है..!

श्रेया को देख, रिया उससे कहती हैं,

"क्या यार, मेरे से तो इतना लड़ती है और सिद्धार्थ भाई के सामने तेरे मुंह से एक शब्द नही निकलता है..!"

रिया की बात सुन, श्रेया अपना मुंह बनाते हुए उससे कहती हैं,

"तूने देखा नही तेरे सिद्धार्थ भाई ने मुझे बोलने का मौका कहा दिया..!"

श्रेया की बात सुन, रिया उस का मजाक बनाते हुए उससे कहती हैं,

"क्या यार, ऐसे तो मै कभी तेरी और सिद्धार्थ भाई की शादी देख ही नहीं पाऊंगी...!" और फिर अपनी बात कह कर हसने लगती हैं...!

रिया की बात सुनने के बाद, श्रेया हैरान होते हुए उससे कहती हैं,

"ये क्या बोल रही है तू..?"

श्रेया की बात सुन, रिया उससे कहती हैं,

"क्यो तुझे क्या लगा तू मेरे ही सिद्धार्थ भाई को पसंद करेगी और मुझे पता भी नही चलेगा..!"

और फिर रिया, श्रेया को परेशान करते हुए उससे कहती हैं,

"क्यो मैने सही कहा न मेरी कभी तो बनोगी ही भाभी जी.. !"

रिया की बात सुन, श्रेया उसके पीछे भागते हुए कहती हैं,

"रुक रिया की बच्ची, तुझे तो मै छोडूंगी नही..!"

श्रेया की बात सुन, रिया हंसते हुए उससे कहती हैं,

"पहले पकड़ तो ले...!" अपनी बात कहकर और फिर तेज भागने लगती है..!

रिया के ऐसे भागने पर श्रेया उसको रोकने के लिए बोलती हैं,

"रुक जा यार, हमे घर भी तो जाना है नही तो तेरे सिद्धार्थ भैया मुझे छोड़ेंगे नही..!"

पर रिया, श्रेया की बात सुन उससे मजाक करते हुए उससे कहती हैं,

"मै तो चाहती ही हु कि सिद्धार्थ भाई तुझे कभी छोड़े ही नही..!"

रिया की बात सुन, श्रेया गुस्से से उसको कहती हैं,

"बेशरम लड़की, भगवान करे तुझे भी ऐसे ही परेशान करने वाला पति नसीब हो तब तुझे पता चलेगा क्या हाल होता है, ऐसे को झेलने से...!"

श्रेया की बात सुन, रिया उस से कहती हैं,

"अरे देखा जायेगा और वैसे भी मैं तो घर में सबसे छोटी हु तो मेरा नंबर तो शादी के लिए सबसे लास्ट में लगेगा न..!"

रिया के ऐसे कहते ही, श्रेया गुस्से से उससे कहती हैं,

"अब मै रोज भगवान जी से प्रार्थना करूंगी कि तेरी शादी न सही सगाई ही रुद्रांश भाई से पहले ही हो जाए तब भी तुझे पता तो लग ही जायेगा...!"

श्रेया की बात सुन, रिया उससे कहती हैं,

"यार तू मेरी दोस्त हैं या दुश्मन, प्लीज यार ऐसा मत करना मै नही करूंगी इतनी जल्दी सगाई और शादी तो बिलकुल भी नही...!"

श्रेया फिर टाइम देखती हैं तो बहुत ज्यादा लेट हो चुका था तो श्रेया, रिया से कहती हैं,

"अरे यार, बहुत हो गई बाते अब बहुत लेट हो चुका है, जल्दी चल नही तो सब मुझ पर गुस्सा करेंगे और खास कर तेरे सिद्धार्थ भाई...!"

श्रेया ने सिद्धार्थ का नाम बहुत मुंह बनाते हुए कहा होता है जिसे देख रिया हसने लगती है..!

फिर रिया अपनी घड़ी में देखती हैं तो सच में उन दोनो को बहुत ज्यादा ही लेट हो चुका होता था तो दोनो जल्दी से ड्राइवर को कॉल कर देते है क्योंकि रिया को ड्राइविंग नही आती थी इसकी एक वजह ये भी थी कि रिया, सिंघानिया परिवार में सबसे छोटी है और दूसरी वजह खुद रुद्रांश को उसकी फिकर रहती हैं कि कही उसको कोई चोट न लग जाए...!

और श्रेया अपना ड्राइविंग लाइसेंस लगा भूल गई थी क्योंकि उसको भी सिंघानिया मेंशन उसका ड्राइवर छोड़ कर गया था और वो, रिया के साथ उसके ड्राइवर के साथ ही मॉल आई थी...!

अब दोनो मॉल के बाहर खड़े हुए होते है और ड्राइवर का वेट कर रहे होते है और कुछ देर बाद जैसे ही ड्राइवर आ जाता है तो दोनो कार में बैठ जाते है और वो ड्राइवर कार को लेकर सिंघानिया मेंशन लेकर चला जाता है..!

सिंघानिया मेंशन मे,

अब रिया और श्रेया सिंघानिया मैंशन में आ चुकी होती हैं, रिया अंदर जा ही रही होती हैं तभी वो देखती हैं श्रेया तो अंदर आ ही नही रही है, रिया को लग रहा होता है कि श्रेया, सिद्धार्थ भाई के गुस्से से डर रही हैं इसलिए ही अंदर नही आ रही है..!

फिर रिया, श्रेया के पास जाकर उसका मन बहलाने के लिए कहती हैं,

"क्या हुआ चल ना या यही खड़े रहने का इरादा है तेरा और रही बात सिद्धार्थ भाई की तो सिद्धार्थ भाई को कोई भी बहना बना देंगे और वैसे भी दादी मां है ना उस के आगे तो रुद्रांश भाई तक की नही चलती है तो ये सिद्धार्थ भाई क्या चीज है...!" और रिया अपनी बात कह कर हसने लगती हैं..!

रिया की बात सुन, श्रेया अपने मन में सोचती हैं,

"सच में यार तू कितनी मासूम है और साथ मे बहुत ही अच्छी भी है और साथ मै बहुत लकी हु कि तू मेरी बेस्ट फ्रेंड हैं, पर आज तेरा बर्थडे है तो मेरी जान तो आज तुझे ही अकेले अंदर जाना पड़ेगा क्योंकि तभी तो तुझे तेरा सरप्राइज पार्टी देखने को मिलेगी न...!"

और अब श्रेया अपना मजाक बनते देख, रिया से कहती हैं,

" अच्छा जी, मै इकलौती नही हु जो तेरे सिद्धार्थ भाई से डरती हु बल्कि तू और यश भाई भी तो डरते है ना, उसका क्या..?"

श्रेया की बात सुन कर, रिया उससे कहती हैं,

" चल जो भी हो मै तो अपना देख ही लूंगी, तो अपना सोच तू कैसी बचेगी अपने उनके गुस्से से...!"

रिया की बात सुन कर, श्रेया कुछ सोचने लगती है तो रिया, उसको अपनी ख्यालो मे खोया हुआ देख उससे कहती हैं,

"अरे तू फिर सिद्धार्थ भाई के ख्यालों में चली गई, क्या यार इन सब चीजों के लिए पूरी रात पड़ी है तो बस अभी तो तू मेरे साथ घर के अंदर चल...!"

रिया की बात सुन, श्रेया उससे कहती हैं,

"बस कर यार, कितना मजाक बनाएगी मेरा, और पहले तू अंदर जा फिर बाद मे मै आऊंगी..!"

श्रेया की बात सुन, रिया उससे कहती हैं,

"क्या यार कितनी डरपोक है तू..?"

रिया की बात सुन, श्रेया उससे कहती हैं,

"अच्छा बेटा, मै डरपोक हू तो फिर तू क्या है फिर जो अपने सिद्धार्थ भाई का कॉल देख के ही डर के मारे कुछ बोला नहीं जा रहा था ...!"

श्रेया की बात सुन, रिया वहा से भागकर घर के अन्दर जाने लगती हैं और वही से श्रेया को कहती हैं,

"मै तो चली अंदर और तू भी अंदर ही जाना, बाहर मत रहना बीमार पढ़ जायेगी समझ मे आया ना तुझे..!"

रिया की बात सुनने के बाद, श्रेया उससे कहती हैं,

"हां मेरी मां अब तो जा..!"

क्या श्रेया कभी बता पाएगी सिद्धार्थ को अपने दिल की बात या फिर एक तरफा प्यार ही बन कर रह जायेगा श्रेया का प्यार...?

To be Continued....

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