किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 11 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 11

तनवी का अभय को ना छोड़ना

 

अब आगे,

 

तनवी अपने किए हुए सवाल का जवाब मांगने के लिए अब अभय की और देख रही थी वही अभय ने जब तनवी को देखा तो उस से कहा, " नही तुम ऐसा व्यवहार बिलकुल भी नही करती थी और जब से तुम्हारे सिर पर चोट लगी है तभी से तुम ऐसे हरकते करने लगी हो..!"

 

अभय से डाट खाने के बाद अब तनवी ने उस से कुछ नही पूछा और साथ में अब वो अभय को पकड़ कर ही बैठी रही..!

 

करीब 15 मिनट बाद,

 

जब अभय को अपने हाथ पर ज्यादा भार महसूस होने लगा तो उस ने पाया कि तनवी ने अपने शरीर का पूरा भार अभय के हाथ पर छोड़ दिया था और वो किसी छोटे बच्चे की तरह उस के हाथ को किसी टेडी बियर समझ कर आराम से सो रही थी..!

 

अभय ने अब तनवी से अपने आप को छुड़वाने और उस को सही तरीके से सुलाने के लिए बहुत कोशिश करी मगर तनवी ने फिर भी अभय के हाथ को नही छोड़ा तो अभय ने अपनी हार मान कर तनवी को ऐसे ही सोने दिया और खुद भी अपना सारा काम छोड़ कर तनवी के साथ अच्छे सोफे पर बैठा रहा और ऐसे ही बैठे रहने से उस ने भी अपनी आंखे बंद कर ली..!

 

करीब चार घंटे बाद, मुंबई में,

 

अभय का जेट एक 30 मंजिला बिल्डिंग की छत पर लैंड कर गया तो अब वो तनवी को उठाने के लिए जैसे ही उस की तरफ मुड़ा तो बस उस को देखता ही रह गया क्योंकि आज पहली बार तनवी अपने बड़े भाई अभय के कंधे पर सिर रख कर सो रही थी और साथ में वो, अभय के हाथो को छोड़ने के लिए तैयार ही नहीं थी..!

 

आज अभय बहुत हैरान रह गया था क्योंकि तनवी ने कभी भी अभय के साथ ऐसा व्यवहार नही किया था और न ही कभी तनवी उस से ज्यादा बाते किया करती थीं और करती भी थी तो कुछ न कुछ मांगने के लिए वो भी तब जब वो चीज उस के पहुंच के बाहर हो जाती थी..!

 

अब जब तनवी खुद से ही अभय के हाथ को छोड़ दूसरी तरफ हो गई तो अब अभय बड़े ही प्यार से तनवी को देखते हुए उस से कहा, " बच्चा, चलो अब उठ जाओ, फिर हमें अपने राजपूत विला भी तो पहुंचना है..! "

 

अभय का इतने प्यार से बोलना सुन कर अब तनवी ने अपनी थोड़ी सी आंख खोल कर अब अभय को देखते हुए कहा, " अभय भैया, अभी थोड़ी देर और सोने दो ना..! "

 

तनवी की बात सुन कर, अभय ने उस से कहा, " नही, बिलकुल भी नही क्योंकि मुझे अपनी एक इंपोर्टेंट मीटिंग के लिए दिल्ली भी निकालना है तो तुम्हे अब उठना पड़ेगा और राजपूत विला पहुंच कर फिर से सो जाना अब ठीक है...! "

 

अभय की उस को छोड़ कर दिल्ली जाने वाली बात पर तनवी अपना मुंह बनाते हुए अब अभय से कहा, " आप कितने बुरे भैया हो मुझे यहां अकेला छोड़ कर दिल्ली में अपनी इंपोर्टेंट मीटिंग करने की फिकर रहे हो और मुझे वो कड़वी कड़वी दवाइया खिला दी जिस से मुझे इतनी नींद आ रही हैं..! "

 

तनवी की बात सुन कर, अभय बस तनवी को ही देखे जा रहा था क्योंकि तनवी की याददाश जाने के बाद वो उस को कितना ताने मारना सीख चुकी थी और उस को ताने मारने का एक मौका नही छोड़ती थी..!

 

अब तनवी अभय को घूरने के बाद, अब राज की तरफ देखते हुए उस से पूछा, " राज भैया, ये वाशरूम किस तरफ है..? "

 

तनवी के पूछने पर राज बिना कुछ बोले तनवी को वाशरूम की तरफ जाने का अपने हाथ से इशारा कर दिया और तनवी अपने सोफे पर से उठ कर उसी तरफ बढ़ गाई...!

 

थोड़ी देर बाद,

 

अब तनवी फ्रेश होकर वाशरूम से बाहर निकल आई तो अब अभय ने उस को देख कर अपना टैबलेट बंद कर दिया जिस मे वो अपने इंपोर्टेंट ईमेल्स देख रहा था और अब उस ने तनवी से कहा, " हां, तो बच्चा हम चले..! "

 

अभय की बात सुन कर भी तनवी ने उस को इग्नोर कर दिया और फिर राज के पास जाकर उस का हाथ पकड़ लिया और उस से कहा, " तो चले राज भैया..!"

 

तनवी अभय को ऐसे देखते हुए राज के साथ बाहर निकल रही थी जैसे वो उस को चिड़ा रही हो, वही ये सब देख कर आकाश और रवि के होश ही उड़े हुए थे और अभय अब ने एक नजर तनवी और राज को जाते हुए देखा और फिर अपने दूसरे हाथ से ब्लैक गॉगल्स को पहन लिया..!

 

अब अभय भी तनवी और राज के पीछे ही उस जेट से बाहर निकल गया और अब सब उस 30 मंजिला बिल्डिंग की लिफ्ट से नीचे ग्राउंड फ्लोर पर पहुंच गए वही जब तनवी ने देखा कि वहा 11 ब्लैक लक्जरी कार के साथ बहुत सारे और बॉडीगार्ड भी खड़े हुए थे..!

 

जैसे ही वहा खड़े बॉडीगार्ड्स ने राज के साथ तनवी को देखा तो पहले उन सब के होश ही उड़ गए फिर जब अभय को आते हुए देखा तो सब ने उस के साथ साथ तनवी को भी अपना सिर झुकाकर ग्रीट किया..!

 

जिन्हे देख कर अब तनवी ने अभय से पूछा, " अभय भैया, हम सब एक या ज्यादा से ज्यादा दो कार में जा सकते थे तो फिर यहां इतनी सारी कार और बॉडीगार्ड्स क्यू बुलाए गए हैं..? "

 

तनवी की बात सुन कर, वहा खड़े और बॉडीगार्ड्स के साथ आकाश, राज और रवि भी शॉक रह गए क्योंकि उन सब को अच्छे से पता था कि तनवी को बिना कार और बॉडीगार्डस के कही भी जाना बिलकुल भी पसंद नही था...!

 

तनवी की बात सुन कर, तो अब अभय ने शांत आवाज में उस से कहा, " देखो यहां ये सब बॉडीगार्ड्स और इतनी सारी कार तुम्हारे और मेरी सेफ्टी के लिए बुलाई गई है तो अब जाओ किसी एक कार में जाकर बैठ जाओ..! "

 

अभय की बात सुन कर, अब तनवी ने अपना सिर हां मे हिला दिया और उस से कहा, " ठीक है अभय भैया..! "

 

तो अब देखने में मजा आयेगा कि तनवी अब अभय को किस तरह से परेशान किया करेगी..?

 

To be Continued.....

 

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