किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 8 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 8

तनवी का बचपना

 

अब आगे,

 

अब तनवी बहुत ही ध्यान से जेट को अंदर से देख रही थी जेसे वो पहली बार इस जेट में बैठी हो और उस जेट मे बैठे हुए अभय, आकाश, राज, रवि और अभय के बाकी बॉडीगार्ड भी तनवी की हर हरकत को बड़े अच्छे से नोटिस कर रहे थे..!

 

तनवी अभी भी जेट के दरवाजे की तरफ देख रही थी जिसे देख अभय ने उस से पूछा, " क्या हुआ बच्चा, तुम जेट के दरवाजे की तरफ क्यू देख रही हो, बताओ मुझे..? "

 

अभय की बात सुन कर, अब तनवी ने अभय से कहा, " अभय भैया, इस जेट में तो बहुत सारी सीट खाली रह गई है तो क्या और भी लोग आने वाले हैं, हमारे साथ इस जेट से मुंबई जाने के लिए..! "

 

तनवी की बात सुन कर, आकाश, राज और रवि हैरान होकर उस को ही देखे जा रहे थे और अब अभय ने तनवी से कहा, " नही, बस हम लोग ही जा रहे है..! "

 

अभय की बात सुन कर, तनवी बहुत ज्यादा कन्फ्यूज्ड हो गई और अब उस ने अभय से कहा, " क्या अभय भैया, इतना बड़ा जेट करने की क्या ज़रूरत पड़ गई थी, जब कि बस हम पांच लोगो और आप के ये कुछ बॉडीगार्ड्स को ही जाना था तो कोई छोटा सा जेट भी यूज किया जा सकता था ना..! "

 

तनवी की बात सुन कर, अब की बार अभय भी हैरान रह गया क्योंकि तनवी, अपनी याददाश जाने के पहले बहुत बार या फिर ये कहो कि ज्यादातर दूर की जगह हो या फिर पास की, वो जेट से ही जाया करती थी और तो और उसे बड़े से बड़ा जेट लेकर जाने उस की आदत थी..!

 

तनवी को देख, आकाश ने अपने मन में कहा," क्या ये सच में द बिजनेसमैन अभय सिंह राजपूत की बहन तनवी सिंह राजपूत ही है क्युकी उनका व्यवहार ऐसा तो कभी बिलकुल भी नही रहा..!"

 

पर फिर उस ने अपनी बात कह कर सोचा, " शायद तनवी मैम की याददाश चली गई है तो ऐसा व्यवहार कर रही हों..! "

 

अब अभय ने तनवी को देखते हुए उस से कहा, "अच्छा बहुत बाते हो गई है तो अब तुम अपनी दवाइया खा लो जिस से तुम्हे थोड़ा आराम मिल जाएगा..!"

 

अभय की बात सुन कर अब तनवी अपना मुंह बनाते हुए उस को घूरने लगी वही अभय उस को देख कर मुस्करा रहा था तो तनवी ने उस से कहा, " आप ने तो कहा था कि मुझे दवाइया नही खानी पड़ेगी और अब आप ही अपनी बात से पलट रहे हो..!"

 

तनवी की बात सुन कर, अब अभय ने उस से कहा, " हां तो मैने तुम से कहा था अभी नही खानी है तो कोई बात नही पर ये तो नही कहा था ना कि तुम्हे ये दवाइया कभी भी नही खानी पड़ेगी..!"

 

अभय की बात सुन कर, अब तनवी एक छोटी बच्ची की तरह रोते हुए, उस से कहने लगी, " नही, बिलकुल भी नही, मुझे नही खानी..!"

 

तनवी का बचपना देख कर अभय को अच्छा लग रहा था क्योंकि उस को तो खुद भी याद नहीं था कि उस की बहन तनवी ने उस के सामने अपना ये बचपना कब दिखाया था..!

 

अब अभय ने तनवी से कहा," देखो अगर तुम ये दवाइया खा लोगी न तो फिर मैं तुम्हे चॉकलेट खाने को दूंगा वो भी बड़ी वाली...!"

 

अभय की इस तरह की बात सुन कर राज, आकाश, रवि और उस के बाकी के बॉडीगार्ड्स भी हैरान रह गए साथ में उन सब को आज अपने कानो पर विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उन का बॉस कैसी कैसी बाते कर रहा है..!

 

वही जब तनवी ने सुना कि उस का भाई अभय उस को दवाइया खाने के बाद बड़ी वाली सारी चॉकलेट देगा तो वो झट से मान गई और अब उस ने अभय से कहा, " पक्का न आप मुझे चॉकलेट दोगे ना, कही अपनी बात से पलट तो नही जाओगे ना..! "

 

तनवी की बात सुन कर, अब अभय ने अपना सिर हां मे हिला दिया तो तनवी ने कुछ सोचने की एक्टिंग करते हुए, अब अभय से कहा, " और अगर ऐसा है तो फिर मैं ये दवाइया खाने के लिए तैयार हु..!"

 

तनवी की बात सुन कर जहा अभय के चेहरे से मुस्कान जाने का नाम नही ले रही थी वही राज, आकाश, रवि और बाकी बॉडीगार्ड हैरानी से अभय और तनवी को देख रहे थे..!

 

उन सब के चेहरे पर हैरानी और खुशी के मिले जुले भाव नजर आ रहे थे क्योंकि उन्होंने भी अपने बॉस और उन की बहन तनवी के बीच में ऐसी बाते ना कभी अपनी आंखों से देखी थी और न ही कभी अपनी कानो से सुनी थी...!

 

तनवी की बात सुन कर, अब अभय ने फिर से अपना सिर हां मे हिला दिया जिसे देख कर तनवी बहुत खुश हो गई..!

 

अभय ने तनवी से ऐसा इसलिए भी कहा था क्योंकि तनवी की याददाश जाने के बाद उस के व्यवहार से अभय को ये तो पता लग ही गया था कि अब वो बिल्कुल बच्चो जैसा ही व्यवहार करेगी इसलिए अब अभय उस को बिलकुल बच्चो जैसा ही ट्रीट करने वाला था..!

 

अब अभय ने आकाश को देखा और आकाश, अभय के इशारे को समझ कर जल्दी से तनवी की दवाइया लेने चला गया और अब तनवी को उस की दवाइया देने लगा, पहले तो तनवी इतनी सारी दवाइया देख कर अपना मासूम सा चेहरा बनाते हुए आकाश से कहने लगी, " आकाश भैया क्या सच में मुझे इतनी सारी दवाइया खानी पड़ेगी..?"

 

तनवी की मासूमियत देख कर तो कोई भी पिघल सकता था और इसी वजह से आकाश ने अपना सिर ना मे हिला दिया तो जब अभय ने आकाश के रिएक्शन को देखा तो उस ने आकाश से पूछा, " क्या सच में तनवी को इतनी सारी दवाइया खानी नही पड़ेगी..?"

 

आकाश तो तनवी के मासूम से चेहरे को देख कर ही मंद मुक्त हो चुका था इसलिए अब वो अभय के पूछने पर भी उस ने अपना अपना सिर ना मे हिला दिया..!

 

आकाश के इस इशारे को देख कर तनवी खुश हो गई और अभय उस को गुस्से से घूरने लगा और साथ में रवि और राज हैरानी से कभी एक दूसरे को देखते तो कभी आकाश को और साथ में सोच रहे थे कि आखिर इस डरपोक आकाश में इतनी हिम्मत कहा से आ गई जो उस ने अपने खतरनाक बॉस के सामने उन को मना कर दिया..!

 

अब राज ने धीरे से रवि से कहा, "आखरी बार जी भर के देख ले इस को क्यूंकि अब बॉस इस को जिंदा नही छोड़ेंगे, क्योंकि एक बार को उन्होंने अपनी छोटी बहन तनवी को तो ये करने पर कुछ नही कहा था पर आकाश को तो कभी नहीं छोड़ेगे..!"

 

राज की बात सुन कर अब रवि ने पहले एक नजर राज को देखा और फिर आकाश को देखने लगा आज उस को आकाश पर बहुत तरस आ था..!

 

तो अब देखते हैं कि क्या सच में अभय अब आकाश को जिंदा नही छोड़ेगा या फिर कुछ और ही होने वाला है..?

 

To be Continued...

 

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