डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 15 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 15

अपने पी ए दीप की बात सुनने के बाद, राजवीर अब आराम से अपनी ब्लैक कॉफी विद आउट शुगर पीने लगता है और साथ में अपने आई पैड में बिजनेस के कुछ आर्टिकल्स पढ रहा होता है।

करीब 9 बजे,

राजवीर अपने सिंघानिया कंपनी जाने के लिए ऑलमोस्ट रेडी हो जाता है और अपने सिंघानिया विला से बाहर आ जाता है जहा करीब सात ब्लैक कलर की बुलेट प्रूफ लग्ज़री कार खड़ी हुई होती है।

और साथ में बहुत सारे ब्लैक ड्रेस पहने हुए बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स भी खड़े हुए होते है। और राजवीर के पीछे पीछे उस का पी ए दीप और पर्सनल बॉडीगार्ड देव भी आ जाते है।

राजवीर की वफादार ड्राइवर, राजवीर के लिए उस की कार का दरवाजा खोलता है और राजवीर उस लक्जरी कार में बैठ जाता है साथ मे उस का पी ए दीप उस के बराबर मे ही बैठ जाता है और उस का पर्सनल बॉडीगार्ड देव ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठ जाता है।

राजवीर के वफादार ड्राइवर का नाम दीपक चौरसिया होता है उस की उम्र 26 वर्ष होती हैं और उस की हाइट 5"9 होती हैं। दीपक, राजवीर के साथ पिछले 6 सालो से काम कर रहा होता है।

करीब 15 मिनट बाद,

सिंघानिया कंपनी में,

राजवीर की लग्ज़री कार का काफिला अब राजवीर की कंपनी तक पहुंच जाता है और राजवीर की सारी कार उस की अपनी कंपनी के पर्सनल पार्किंग में आकर रुक जाती हैं।

राजवीर का वफादार ड्राइवर दीपक उस के लिए उस कार का दरवाजा खोलता है और राजवीर अपना ब्लैक शू निकल कर उस कार से एक रोबदार पर्सनेलिटी के साथ बाहर निकल जाता है और अपने थ्री पीस सूट के कोट को बंद कर लेता है।

और अपनी सिंघानिया कंपनी में अंदर जाने लगता है और उस के पीछे पीछे उस का पी ए दीप और पर्सनल बॉडीगार्ड देव भी जा रहे होते है। राजवीर के ऑफिस आने के बाद उस के ऑफिस के सारे एम्प्लॉय उस को ग्रीट करने लगते है और साथ में वहा मौजूद सारी लड़कियां अपने आप को ऐसा मेंटेन रखती थी कि कोई देख ले तो देखता ही रह जाए मगर वो सब राजवीर को एक नजर देखने के लिए पागल रहती थी साथ में उस के लिए ही इतना तैयार होकर आती थी कि कभी तो हमारा राजवीर उन को एक नजर देख ही लेगा..!

पर हमारा राजवीर ने आज तक किसी भी लड़की को एक नजर भर तक नही देखा है उस की सुने तो उस को लगता है कि लड़कियां बस पैसों के लिए ही पागल होती हैं उस के अलावा उन को कुछ और चाहिए हीं नहीं होता और उस के लिए वो कुछ भी करने को तैयार हो सकती है। इसलिए राजवीर को लड़कियों से नफरत है।

राजवीर सीधा अपने केबिन में चला जाता है और वहा पर अपना थ्री पीस सूट का कोट उतार कर अपनी बिग साइज कुर्सी पर टांग देता है। और उस के पीछे पीछे उस का पी ए दीप उस के केबिन में आता है तो उस से पहले उस के केबिन का दरवाजा नोक करता है उस के बाद राजवीर उस को केबिन में अंदर आने की परमिशन देता है।

तो उस का पी ए दीप, केबिन में अंदर आ जाता है और उस से कहता है, "सर आधा घंटे बाद वो इटली वाले क्लाइंट यहां पहुंचने वाले हैं आप एक बार इस फाइल को देख लीजिए।"

अपने पी ए दीप की बात सुन, राजवीर उस के हाथ से फाइल के कर देखने लगता है तभी राजवीर अपने पी ए दीप से गुस्से से कहता है, "जाओ जाकर देखो सारे अरेंजमेंट अच्छे से हो गए हैं न, बाद में मुझे कोई भी कमी नजर आई तो तुम जानते ही हो कि मै तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूं...!"

राजवीर की बात सुन, उस का पी ए दीप थरथर काप जाता है और उस से कहता है, "जी बॉस, मै अभी दुबारा से सारे अरेंजमेंट देख लेता हु...!" और राजवीर के केबिन से ऐसे भाग जाता है जैसे उस ने सुबह सुबह ही कोई भूत देख लिया हो..।


To be Continued......❤️✍️

इस चैप्टर पर अपने रिव्यू दे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी कहानी अगला एपिसोड सिर्फ मातृभारती पर।