पछतावा - गलती या नासमझी...? Vijay Sanga द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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पछतावा - गलती या नासमझी...?

ये कहानी है इंदौर में रहने वाले अनमोल यादव की, जो काम की तलाश में अपने कुछ दोस्तों के साथ इंदौर शहर आया था। उसने और उसके दोस्तों ने रहने के लिए मिलकर किराए पर एक कमरा ले लिया था।

कुछ दिन कुछ कंपनियों मे इंटरव्यू देने के बाद आखिरकार उसकी एक प्राइवेट कंपनी मे जॉब लग ही गई।

अनमोल की स्टार्टिंग सैलेरी 15 हजार रूपये महीना थी। अनमोल ने जॉब मिलते ही अपने मम्मी पापा को फोन करके इस बारे मे बताया। उसके मम्मी पापा भी ये जानकर बहुत खुश थे की उनके बेटे की नौकरी लग गई है।

अनमोल को कंपनी मे काम करते हुए 2 साल हो चुके थे, saht hi मे उसकी सैलरी भी बढ़कर 20 हजार रूपये हो चुके थे। अब तो उसने अलग से एक कमरा भी किराए पर ले लिया था।

एक दिन अनमोल शाम को काम करके घर पहुंचा ही था की तभी उसके फोन पर उसके पापा का फोन आया। उसके पापा ने उसको बताया की उसकी मम्मी की तबियत बहुत ज्यादा खराब है और वो जल्द से जल्द गांव आ जाए।

अनमोल को अब अपनी मम्मी की बहुत चिंता हो रही थी। उसने कंपनी से कुछ दिनों की छुट्टी ली और ट्रेन से गांव के लिए निकल गया।

2 दिन बाद अनमोल जब अनमोल अपने घर पहुंचा, तो उसे पता चला की उसकी मम्मी तो सही सलामत थी, और मजे से खाना खा रही थी।

अनमोल अपनी मम्मी को देखते हुए वहीं बगल मे बैठे अपने पापा से पूछता है, “बाबूजी...! आपने तो कहा था की मम्मी की तबियत खराब है, लेकिन मम्मी तो बिल्कुल ठीक ठाक लग रही है..!”

अर्जुन की बात सुनकर उसके पापा गुस्से मे अपनी जगह से उठते हैं और फिर उसका कान पकड़ कर मरोड़ते हुए कहते हैं, “अबे हरामखीर, तेरी नौकरी लगे हुए 2 साल हो गए, लेकिन 2 साल मे एक बार भी तू घर नही आया। जब भी हम तुझसे घर आने के लिए कहते थे, तू कुछ ना कुछ बहाना करके बात को टाल देता था। इसलिए इस बार तेरी मां के बीमार होने का बहाना बनाकर तुझे घर पर बुलाना पड़ा।”

अपने पापा की बात सुनने के बाद अनमोल अपनी मम्मी को इशारा करके अपने पापा से कान छोड़ने के लिए बोलने का इशारा करता है, लेकिन उसकी मम्मी उसका कान छोड़ने की जगह वहीं पास मे रखा झाड़ू उठाती है और अनमोल की सुतायी शुरू कर देती है।

अनमोल अपने पापा से कान छुड़वाता है और घर मे इधर उधर भागने लगता है। कुछ देर ऐसे ही भागा दौड़ी के बाद अनमोल की मां थक कर अपने पास मे रखी हुई कुर्सी पर बैठ जाती है।

“इधर आ... जल्दी मेरे पास आ।” अनमोल की मां अनमोल को गुस्से मे आंखे दिखाते हुए अपने पास आने के लिए कहती है।

अनमोल अपनी गर्दन नीचे झुकाए अपनी मां के पास आकर नीचे जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाता है।

“मैने और तेरे पापा ने तेरी शादी के लिए एक लड़की देख रखी है। कल हमे लड़की के घर पर तेरे रिश्ते की बात करने के लिए चलना है।” अनमोल की मां अनमोल से कहती है।

अपनी मां की ये बात सुनकर अनमोल कुछ बोलने ही वाला होता है की तभी उसकी नजर अपने पापा पर और उनके हांथ मे पकड़े डंडे पर जाती है। वो अपने मम्मी पापा के साथ लड़की देखने जाने के लिए मान जाता है।

अगले दिन दोपहर के 1 बजे अनमोल अपने मम्मी पापा और अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ लड़की देखने के लिए उसके घर पहुंचता है। अनमोल अपने साथ आए दोस्त से बात कर ही रहा होता है की तभी एक लड़की शाड़ी मे घूंघट डाले हुए सबके लिए चाय लेकर वहां पर आती है।

सबको चाय देने के बाद वो लड़की अपनी मां के पास बैठ जाती है। अनमोल बार बार किसी ना किसी बहाने से लड़की का चेहरा देखने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो लड़की का चेहरा देखने मे नाकामयाब रहा।

अनमोल चाय के साथ समोशा का ही रहा होता है की तभी उसकी मां उससे पूछती है, “तो बेटा अनमोल..! शादी के लिए हां कर दें..?”

अपनी मां की बात सुनकर अनमोल दुबारा एक बार लड़की का चेहरा देखने की कोशिश करता है, लेकिन इस बार भी वो लड़की का चेहरा नही देख पता।

अपने मां बाप को खुश देख कर अनमोल शादी के लिए हां कर देता है। जब अनमोल अपने मम्मी पापा के साथ घर आता है तो उसकी मां उसको अपने पास बैठने के लिए बोलती है।

“बेटा अनमोल..! ये तो बता की तुझे लड़की कैसी लगी?” अनमोल की मां अनमोल से पूछती है।

“अरे मां...! अगर तुझे लड़की पसन्द है तो मुझे भी पसंद है” अनमोल मुस्कुराता हुआ अपनी मां से कहता है।

अपने बेटे के मुंह से ये बात सुनते ही अनमोल की मां के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। वो दोनो बात कर ही रहे होते हैं की तभी अनमोल का दोस्त विपिन वहां पर आता है और अनमोल को अपने साथ घर के बाहर चलने का इशारा करता है।

अनमोल की मां विपिन को इशारा करते हुए देख लेती है। वो अनमोल को विपिन के साथ बाहर जाने के लिए बोल देती है।

घर के बाहर आते ही विपिन अनमोल को अपने साथ एक तरफ ले जाकर उसके हांथ मे एक कागज पकड़ा देता है। अनमोल उस कागज को देखते हुए विपिन से पूछता है, “अबे ये किसका लव लेटर लेकर आ गया तू? शाले शादी तय होने से पहले लाता तो समझ मे आता, लेकिन शाले अभी अभी मेरे साथ लड़की देख कर आया है और अब ये लव लेटर लेकर आ गया..?”

अनमोल की बात सुनकर विपिन अपना सर पकड़ते हुए उससे कहता है, “अबे शाले ये किसी का लव लेटर नही बल्कि भाभी का मोबाइल नंबर है।”

विपिन के मुंह से ये सुनते ही अनमोल बड़ी हैरानी से उसको देखते हुए पूछता है, “अबे तुझे उसका नंबर कैसे मिल गया..! तू उसको जानता है क्या?”

“अबे यहां छपरा मे शायद ही कोई लड़की होगी जिसको मैं ना जानता होऊंगा। और वैसे भी वो मेरी गर्लफ्रेंड की दोस्त है।” विपिन अनमोल से कहता है।

विपिन के मुंह से ये सुनते ही अनमोल excited होते हुए विपिन से पूछता है, “अबे भाई फिर ये तो बता की वो दिखने मे कैसी है? शाला मैं तो उसका चेहरा तक नही देख पाया।”

“ओ बेटे... तू तो उसका चेहरा देखने के लिए बिन पानी मछली की तरह छटपटा रहा है। अब तू मेरा जिगरी दोस्त है इसलिए मैं तुझे उसकी फोटो ही दिखा देता हूं।” अनमोल इतना कहते हुए अपना मोबाइल निकलता है और फिर फोटो गैलरी खोलते हुए अनमोल को फोटो दिखाने लगता है।

अनमोल जैसे ही लड़की को देखता है, उसके मन मे कुछ हलचल सी होने लगती है। वो उस लड़की को देखते ही रह जाता है।

“वैसे भाई विपिन...! इसका नाम क्या है?” अनमोल फोटो देखते हुए विपिन से पूछता है।

अनमोल के मुंह से ये बात सुनते ही विपिन गिरने जैसा हो जाता है। “अबे तू बाबा आदम के जमाने का इंसान है क्या? साले जिस लड़की को शादी के लिए देखने गया था, उसका तुझे नाम तक नहीं पता..! तुम्हारे तो चरण धोकर पीना चाहिए प्रभु , तुम तो महान हो।”

“अबे अब मजाक छोड़ और ये बता की उसका नाम क्या है?” अनमोल विपिन से दुबारा पूछता है।

“उसका नाम पूजा है।” विपिन अनमोल से कहता है।

इसके बाद अनमोल विपिन को पूजा की फोटो अपने फोन मे send करने के लिए कहता है। विपिन अनमोल के मोबाइल मे फोटो send करके वहां से अपने घर की तरफ चल देता है।

रात के 9 बजे अनमोल खाना खाने के बाद मोबाइल हांथ मे लिए छत मे चला जाता है। छत मे जाकर वो पूजा को फोन लगा देता है। 2 घंटी के बाद फोन उठता है और किसी आदमी की आवाज आती है, “हेलो कौन?”

आदमी की आवाज सुनते ही अनमोल फटाक से फोन काट देता है। “साला ये विपिन कहीं पूजा की जगह उसके बाप का नंबर तो नही ले आया?” यही सोचते हुए अनमोल विपिन को फोन लगाता है।

विपिन के फोन उठाते ही अनमोल गुस्से मे विपिन से कहता है, “अबे आजकल गांजा फूंकने लगा है क्या? साले पूजा की जगह उसके बाप का नंबर दे दिया?”

“अबे क्या बोल रहा है..? मै तुझे उसके बाप का नंबर क्यों दूंगा?” विपिन अनमोल से कहता है।

“अबे तो फिर अभी जब मैने उसको फोन लगाया तो किसी आदमी ने फोन कैसे उठाया?” अनमोल विपिन से कहता है।

अनमोल की बात सुनकर विपिन सोचने लगता है की उसने तो अनमोल को पूजा का ही नंबर दिया था, फिर कौन है जिसने उसका फोन उठाया होगा? वो ये सोच ही रहा था की तभी उसको कुछ ध्यान आया।

“अबे भाई मैने तुझे पूजा का ही नंबर दिया था, एक काम कर तू उसको दुबारा फोन लगा।” विपिन अनमोल से कहता है।

विपिन की बात मानकर अनमोल दुबारा पूजा को फोन लगाता है। इस बार फोन उठते ही एक लड़की की आवाज आती है, “हेलो कौन?”

लड़की की आवाज सुनकर अनमोल गहरी सांस लेते हुए कहता है, “पूजा..?”

“हां मैं पूजा ही बोल रही हूं , लेकिन आप कौन?” पूजा अनमोल से पूछती है।

“मैं अनमोल बोल रहा हूं , वो विपिन ने तुम्हारा नंबर दिया था।” अनमोल पूजा से कहता है। इसके बाद वो दोनो बातें करने लगते हैं।

एक हफ्ते के बाद अनमोल और पूजा की शादी हो जाती है। अनमोल ने पहले ही इस बारे मे अपनी कंपनी के डिपार्टमेंट हेड को बता दिया था, और अपनी छूटियां बढ़वा ली थी।

कुछ दिनों बाद अनमोल, पूजा को अपने साथ लेकर इंदौर चला जाता है। इंदौर पहुंचते ही अनमोल पूजा को सीधे अपने घर पर लेकर जाता है। जैसे ही अनमोल और पूजा घर के बाहर पहुंचते हैं, तो वो देखते हैं की उनके घर के बाहर बहुत से लोग नजर आ रहे थे।

अनमोल उन लोगों को देख कर पहचान गया था। ये लोग कोई और नहीं बल्कि अनमोल के साथ काम करने वाले लोग थे। सभी ने हाथों मे तोहफे ले रखे थे।

जैसे ही वो लोग अनमोल और उसकी पत्नी पूजा को देखते हैं, वो लोग उनके पास आकर पूजा का स्वागत करने लगते हैं। वही लोग पूजा का गृहप्रवेश भी करवाते हैं।

“गृहप्रवेश होने के बाद सभी लोग घर के अंदर जाकर बैठ जाते हैं। वो सभी अनमोल से उसके और पूजा के बारे मे पूछने लगते हैं। अनमोल भी उन्हें सब कुछ बताने लगता है।

कुछ देर बात करने के बाद एक लड़की अनमोल से कहती है, “करे अनमोल...! शादी मे तो तुमने किसी को बुलाया नही, ये बताओ की शादी की पार्टी कब दे रहे हो?”

“ये बताओ कब चाहिए पार्टी?” अनमोल उन सभी को देखते हुए पूछता है।

“एक काम करते हैं, कल पार्टी रख लेते हैं। वैसे भी कल Sunday है तो आराम से पार्टी भी हो जायेगी।” वहीं पास मे बैठा एक लड़का सभी लोगों को देखते हुए कहता है।

उस लड़के का ये सुझाई सभी लोगों को पसंद आता है। वो सभी अगले दिन अनमोल के घर पर ही पार्टी रखने का फैसला कर लेते हैं। इसके बाद सभी लोग अपने अपने घर चले जाते हैं।

अगले दिन शाम को पार्टी थी इसलिए अनमोल और पूजा शॉपिंग के लिए बाजार निकल जाते हैं। शॉपिंग के बाद अनमोल और पूजा को घर आते हुए कुछ ही समय हुआ था की तभी वहां पर अनमोल के कुछ दोस्त आ जाते हैं। अनमोल ने उनको पहले ही फोन करके घर पर आने के लिए बोल दिया था।

अनमोल अपने दोस्तों और पूजा के साथ पार्टी की तैयारी मे लग जाता है। पार्टी की पूरी तैयारी हो जाने के बाद अब समय था मेहमानों के आने का। कुछ देर बाद मेहमान भी आने लगते हैं।

पार्टी मे सभी लोग अनमोल और पूजा को उनकी शादी की बधाईयां देते हैं। पार्टी बड़ी जोर शोर से चल रही थी। पार्टी के बाद सभी लोग अपने अपने घर चले जाते हैं।

एक महीने बाद एक शाम अनमोल अपने ऑफिस से घर आया तो उसने देखा घर का दरवाजा खुला पड़ा है। वो घर के अंदर गया और पूजा को आवाज लगाई। लेकिन पूजा ने कोई जवाब नही दिया।

पूजा का कोई जवाब ना मिलने पर अनमोल उसे पूरे घर मे ढूंढने लगा। अनमोल अपने बेडरूम की तरफ जा ही रहा था की तभी उसको कुछ आवाजें आने लगी। वो दबे पांव अपने बेडरूम के पास पहुंच गया। उसने जब ध्यान से सुना तो कमरे के अंदर से पूजा और किसी आदमी की आवाज आ रही थी।

पूजा और किसी आदमी की आवाज सुनते ही अनमोल ने धीरे से कमरा खोलकर देखा तो पूजा उसके डिपार्टमेंट हेड के साथ हमबिस्तर हुई पड़ी थी। ये देखते ही अनमोल का तो मन किया की वो पूजा और अपने डिपार्टमेंट हेड विशाल को जान से मार दे। लेकिन फिर वो कुछ सोचते हुए रूक गया। वो गैस गुस्से मे घर से बाहर चला गया।

घर से बाहर जाने के बाद अनमोल सीधे एक Bar मे पहुंच गया। इससे पहले उसने कभी शराब नहीं पी थी, लेकिन आज अपनी पत्नी की हरकत देख कर उसका दिल टूट चुका था। वो शराब पी शराब पीने लगा।

वो शराब पीने मे लगा हुआ था तभी उसके मोबाइल पर पूजा का फोन आया। उसने फोन उठाते हुए कहा, “हां धरम पत्नी जी बोलिए।”

दूसरी तरफ से पूजा अनमोल से कहती है, “आप अभी तक घर नहीं आए? कब तक आने वाले हो?”

पूजा का सवाल सुनकर अनमोल शराब पीते हुए कहता है, “मेरा घर आना जरूरी है क्या?”

अनमोल की ये बात सुनकर पूजा सोचने लगती है की अनमोल इस तरह से बात क्यों कर रहा है? वो कुछ सोचते हुए अनमोल से पूछती है, “आप ऐसे बात क्यों कर रहे हो..? कुछ हुआ है क्या?”

“अरे अब कुछ भी होना बचा ही कहां है..! तुम आराम से सो जाओ, मुझे आने मे समय लगेगा।” इतना कहने के बाद अनमोल फोन काट देता है।

“बात तो ऐसे कर रही है जैसे कुछ हुआ ही नहीं। मेरी पीठ पीछे पता नही कितने दिन से ये सब चल रहा होगा..!” अनमोल बड़बड़ाता हुआ अपने आप से कहता है।

अनमोल घर पहुंचकर दरवाजे की घंटी बजाता है। पूजा दरवाजा खोलती है और अनमोल घर के अंदर जाकर सीधे सोफे पर गिर पड़ता है। वो बड़बड़ाते हुए कहता है, “मैं तुम्हे कभी माफ नहीं करूंगा..! कभी नहीं..।”

अनमोल के नशे मे होने की वजह से पूजा उससे कुछ नही पूछती और बेडरूम मे जाकर सो जाती है। उसे अनमोल के शराब पीने की वजह से अनमोल पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था।

सुबह सुबह पूजा किचन मे खाना बना रही होती है की तभी उसको दरवाजे की आवाज आती है। वो किचन से बाहर आकर दरवाजे पर पहुंचकर देखती है, अनमोल अपने ऑफिस के लिए निकल चुका था। पूजा उसको रूकने के लिए बोलती है, लेकिन वो बिना कुछ सुने वहां से चला जाता है।

शाम को ऑफिस से आते समय अनमोल अपने दोस्त अनमोल को फोन लगाकर सब कुछ बता देता है। विपिन को अनमोल की बात पर विश्वास नहीं हो रहा था। वो जैसे तैसे अनमोल को समझाकर शांत रहने के लिए कहता है।

अगले दिन विपिन अपनी गर्लफ्रेंड सलोनी से कहता है की वो पूजा से बात करके सच का पता लगाने की कोशिश करे। उसका दोस्त अनमोल बहुत सीधा साधा था। वो अपने दोस्त के साथ ऐसा कुछ होता नहीं देख सकता था।

विपिन की गर्लफ्रेंड पूजा को फोन लगाकर उससे बातों बातों में सब कुछ पता कर लेती है। सलोनी, पूजा की बचपन की दोस्त थी इसलिए पूजा उसपर भरोसा करके उसे सब कुछ बता देती है। पूजा से सब कुछ जान लेने के बाद सलोनी, विपिन को सब कुछ बता देती है।

वहीं दूसरी तरफ अनमोल घर आकर बिना कुछ खाए पिए गेट रूम मे जाकर सो जाता है। पूजा को समझ नही आ रहा था की अनमोल ऐसा बर्ताव क्यों कर रहा था? वो उसको खाने का पूछने के लिए रूम मे जाती है लेकिन वो खाना खाने के लिए मना कर देता है।

पूजा अनमोल के ऐसे बर्ताव से बहुत ज्यादा नाराज थी। वो अपने मम्मी पापा को फोन करके इस बारे मे बता देती है। और पूजा के मम्मी पापा इस बारे मे अनमोल के मम्मी पापा को बता देते हैं।

अनमोल गहरी नींद मे सो रहा होता है तभी अनमोल के मोबाइल पर उसके पापा का फोन आने लगता है। जैसे ही अनमोल फोन उठता है, उसके पापा उसको डांटना शुरू कर देते हैं।

अपने पापा की डांट सुनने के बाद अनमोल रोते हुए अपने पापा से कहता है, “पापा, आपने पूजा से मेरी शादी करवाकर मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।” इतना कहने के बाद अनमोल फोन काट देता है और फोन बंद करके सो जाता है।

अनमोल के पापा दुबारा अनमोल को फोन लगते हैं लेकिन उसका फोन बंद आता है। वो अपने बेटे की बात सुनकर इतना तो समझ चुके थे की उनका बेटा बहुत ज्यादा तकलीफ मे था।

अनमोल के पापा अपनी पत्नी रूकमणि से इस बारे मे बात करते हैं। वो दोनो अब इंदौर जाने का फैसला कर लेते हैं। जब इस बारे मे विपिन को पता चलता है तो वो भी अनमोल के मम्मी पापा के साथ इंदौर चलने का कहता है।

वो लोग अगले दिन ही इंदौर के लिए निकल जाते हैं। 2 दिन बाद वो लोग दोपहर मे इंदौर पहुंच जाते हैं। इंदौर पहुंचते ही वो सीधे अनमोल के घर पर पहुंचते हैं। घर पर पहुंचकर विपिन दरवाजे की घंटी बजने ही वाला होता है की तभी दरवाजा खुलता है और फिर अंदर से एक लगभग 26 साल का लड़का बाहर आता है , उसके पीछे पीछे पूजा भी मुस्कुराते हुए बाहर आती है।

बाहर आकर जैसे ही पूजा अनमोल के मम्मी पापा और विपिन को देखती है, हैरानी के मारे उसकी आंखे फटी की फटी रह जाती है। तभी विपिन उस लड़के को देखते हुए पूजा से पूछता है, “ये कहीं अनमोल के डिपार्टमेंट का हेड तो नही?”

विपिन का ये सवाल सुनकर पूजा घबराते हुए अनमोल के मम्मी पापा की तरफ देखते हुए कहती है, “हां ये वही हैं, असल मे इन्हे अनमोल को लेकर मुझसे कुछ बात करनी थी इसलिए ये आए थे।”

पूजा की बात सुनकर विपिन को अब अनमोल की बातों पर पूरा भरोसा हो गया था। उसे अंदाजा हो रहा था की उसके जिगरी दोस्त पर क्या बीत रही होगी। इतने मे वो लड़का वहां से चला जाता है।

अनमोल के मां बाप को भी अब शक होने लगा था। वो लोग पूजा से बिना कुछ बोले घर के अंदर जाते हैं, और फिर आपस में बातें करने लगते हैं।

शाम को जब अनमोल काम पर से घर पर लौटता है तो अपने मम्मी पापा को देखकर रोते हुए उनके गले लग जाता है। इसके बाद अनमोल अपने आपको संभालता है और फिर उनको गेस्टरूम मे अपने साथ चलने के लिए कहता है।

“मम्मी पापा, आप दोनो आराम करो, मैं अभी थोड़ी देर में आता हूं।” इतना बोलकर अनमोल गेस्टरूम से बाहर आकर विपिन को अपने साथ घर से बाहर चलने के लिए कहता कहता है।

घर के बाहर आकर वो दोनो पास ही के टपरी पर जाकर चाय पीते हुए बात करने लगते हैं।

वहीं दूसरी तरफ जब पूजा , अनमोल के पापा मम्मी के लिए खाना लेकर उनके रूम मे पहुंचती है तो वो लोग खाने खाने से इंकार कर देते हैं।

थोड़ी देर बाद अनमोल विपिन के साथ घर पर वापस आ जाता है। वो अपने साथ होटल से खाना भी लाया था। अनमोल और विपिन वो खाना लेकर गेस्ट रूम मे पहुंचकर अनमोल के मम्मी पापा के साथ बैठकर खाना खाने लगते हैं।

पूजा को ये सब देख कर बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। वो अपने मम्मी पापा को फोन करके इस बारे मे भी बता देती है और रोने लगती है।

पूजा के मम्मी पापा उससे बात करने के बाद अनमोल के पापा को फोन लगा देते हैं। लेकिन इससे पहले की वो लोग अनमोल के पापा से कुछ बोलते, अनमोल के पापा उनको जल्द से जल्द इंदौर आने के लिए कहते हैं।

तीन दिन बाद पूजा के मम्मी पापा भी इंदौर पहुंच जाते हैं। उनके घर पर पहुंचते ही अनमोल के मम्मी पापा उनसे बात करते हैं।

“अच्छा तो शम्धी जी, ये बताओ आप अपनी बेटी और मेरे बेटे का तलाक कब करवा रहे हो?” अनमोल के पापा पूजा के मम्मी पापा के मुंह पर सीधे बोल देते हैं।

अनमोल के पापा के मुंह से ये बात सुनकर पूजा और उसके मम्मी पापा के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। इतने मे पूजा के पापा अनमोल के पापा से कहते हैं, “ये क्या बोल रहे हो शम्धी जी...! मेरी बेटी से कोई गलती हो गई है क्या?”

तब अनमोल के पापा पूजा और उसके मम्मी पापा को देखते हुए कहते हैं, “मैं कल अरूण से मिला था, वही अरूण जो अनमोल का डिपार्टमेंट हेड है, और जिसको आपको बेटी पसंद करती है।”

अनमोल के पापा ने पूरी बात खुलकर नहीं कही थी, लेकिन पूजा के मम्मी पापा समझ चुके थे की वो क्या कहना चाहते थे। पूजा भी अनमोल के पापा की बात सुनकर shocked हो गई थी। अब उसका पता चला की अनमोल उसके साथ ऐसा बर्ताव क्यों कर रहा था?

पूजा रोते हुए अनमोल के मम्मी पापा के पैरों मे गिरकर माफी मांगते हुए कहती है, “मुझे माफ कर दीजिए बाबूजी, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई, please मुझे माफ कर दीजिए।”

पूजा के मुंह से ये सुनते ही पूजा के मां बाप उठ खड़े होते हैं। उन्हे तो यकीन ही नहीं हो रहा था की उनकी बेटी ऐसा भी कुछ कर सकती थी। उनका तो शर्म के मारे सर झुक गया था।

घर मे ये सब चल रहा होता है तभी अनमोल वहां पर आ जाता है। वो situation देख कर इतना तो समझ चुका था की सबको पूजा के affair के बारे मे पता चल चुका था।

जैसे ही पूजा अनमोल को देखती है, वो हांथ जोड़कर रोते हुए उसके पैरों मे गिरकर उससे माफी मांगने लगती है।

अनमोल पूजा को उठाता है और फिर उसको देखते हुए कहता है, “अब मैं तुम्हारे साथ नही रह सकता। अच्छा होगा की तुम अरूण के साथ ही रहो। वो तुम्हे हर वो खुशी दे सकता है जो मैं तुम्हे नही दे सकता।”

अनमोल की बात सुनने के बाद अनमोल के पापा उससे कहते हैं, बेटा अनमोल..! तू अभी के अभी हमारे साथ गांव वापस चल। अब से तू और मैं मिलकर अपने खेतों का काम संभालेंगे।”

अपने पापा की बात सुनकर अनमोल की आंखों मे आंसू आ जाते हैं। वो अपने पापा मम्मी के साथ गांव जाने को तैयार हो जाता है।

वो लोग बात कर ही रहे होते हैं की तभी अनाम के डिपार्टमेंट का हेड अनमोल वहां पर आ जाता है। उसको अनमोल के पापा ने वहां पर बुलाया था।

अरूण के वहां आते ही अनमोल अरूण से कहता है, “आज से पूजा तुम्हारी हुई, अब तुम खुशी खुशी उसके साथ रह सकते हो।”

अनमोल की ये बात सुनकर अरूण हैरानी से सबको देखते हुए अनमोल से कहता है, “Are you mad? मै अपनी पत्नी के रहते हुए इसके साथ क्यों रहूंगा?”

अरूण के मुंह से ये सुनकर सबको मानो झटका सा लगता है, खासकर पूजा को। उसको तो पता ही नही था की अरूण शादी शुदा था..! वो जहां पर खड़ी थी वहीं पर बेहोश होकर गिर पड़ती है।

उसके बेहोश होते ही अनमोल और विपिन उसको हॉस्पिटल लेकर पहुंचे हैं। वहां पर डॉक्टर अनमोल को बताता है की पूजा मां बनने वाली थी।

डॉक्टर से पूजा के मां बनने वाली बात सुनकर अनमोल को बहुत बड़ा झटका लगता है। पूजा के होश मे आने के बाद डॉक्टर उसको भी ये खुशखबरी देते हैं। लेकिन उसके लिए ये खुदकिस्मती से ज्यादा बदकिस्मती थी। क्योंकि वो ये अच्छे से जानती थी की ये बच्चा अनमोल का नही बल्कि अरूण का था। अब पूजा पछताने के अलावा और कुछ नही कर सकती थी।

हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद पूजा हॉस्पिटल के बाहर आकर बैठी होती है तभी वहां पर अनमोल आता है। अनमोल को वहां देख कर पूजा हैरान रह जाती है।

“तुम यहां पर क्यों बैठी हुई हो? चलो घर चलते हैं।” अनमोल मुस्कुराते हुए पूजा से कहता है।

पूजा को समझ नही आ रहा था की अनमोल अचानक से उससे इतने अच्छे से बर्ताव क्यों कर रहा था? जबकि उसने अनमोल को इतना बड़ा धोखा दिया था।

इससे पहले की पूजा उससे कुछ बोलती, अनमोल उसका हांथ पकड़ते हुए कहता है, “जो कुछ भी हुआ उसे भूल जाओ, आज से हम जिंदगी की एक नयी शुरुवात करते हैं।"

अनमोल की बात सुनकर पूजा को रोना आ जाता है। उसने अनमोल के साथ इतना गलत किया था फिर भी वो उसके साथ रहना चाहता था। यही सब सोचकर वो लगातार रोती जा रही थी।

अनमोल चाहे पैसों के मामले मे अरूण की बराबरी नहीं कर सकता था, लेकिन वो पूजा से बहुत ज्यादा प्यार करता था, इसलिए वो पूजा को इस हाल मे अकेला नही छोड़ सकता था। उसने अपने मां बाप को भी पूजा के प्रेगनेंट होने की बात नहीं बताई थी। ये बात सिर्फ उसको और पूजा को ही पता थी। इतना कुछ होने के बाद भी अनमोल पूजा और उसके बच्चे को अपनाने के लिए तैयार था।

सच कहते हैं, सच्चा प्यार बड़ी किस्मत से मिलता है। इसलिए उस सच्चे प्यार को समझे और उसकी कदर करें।