साथिया - 73 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

साथिया - 73

अक्षत नील और रिया के साथ नील के घर पहुंचा तो वहाँ का नजारा वाकई मे दिल दहलाने वाला था।

रिया अपने मम्मी पापा और भी एक दो रिश्तेदारों के साथ वहां खड़ी हुई थी और उन लोगों ने अच्छा खासा हंगामा बना बचा रखा था तो वही मिस्टर और मिसेस वर्मा सर झुकाए खड़े थे और निशि भी एक साइड खड़ी होकर यह तमाशा देख रही थी।

टेबल पर रिया और नील के सभी फोटो रखे हुए थे जो की दिखा रहे थे रिया और नील एक दूसरे के काफी करीब है और साथ ही साथ रिया के पक्ष में गवाही देने के लिए निखिल और उसके एक दो दोस्त भी वहां उपस्थित थे।

अक्षत ने नील का हाथ पकड़ा और दरवाजे पर ही रुक गया ताकि सुन सके।

"देख रहे हैं मिस्टर वर्मा आपके बेटे की करतूत..?? अभी तो उस दिन आपने मुझसे कहा था कि नील रिया को पसंद नहीं करता और यह शादी नहीं हो सकती क्योंकि आप अपने बेटे की खुशियां चाहते हैं। अगर नील रिया को पसंद नहीं करता है तो फिर रिया के साथ यह सब करने की क्या जरूरत थी..?? एक तरफ तो रिया के साथ इस हद तक आगे बढ़ चुका है और दूसरी तरफ शादी नहीं करना चाहता। यह तो बिल्कुल भी हम होने नहीं देंगे। हमारी बेटी की इज्जत के साथ खिलवाड़ करके चैन से तो आप लोग भी नहीं रह सकते..?? अब या तो अभी की अभी रिया और नील की शादी होगी या फिर हम लोग अभी के अभी आप लोगों के खिलाफ कंप्लेन कर रहे हैं और फिर निपटते रहिये आप हमसे कोर्ट में। पर इस तरीके का धोखा हम हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे।" रिया के पापा मिस्टर मल्होत्रा बोले।


"हां भाई साहब..!! मुझे तो पहले ही आपके बेटे पर शक था। रिया तो विदेश जाने से पहले भी कह रही थी कि उसकी और नील की शादी करा दो पर तब भी नील ने मना कर दिया तो हमें लगा शायद बच्चा अभी कैरियर बनाना चाहता होगा..!! और रिया ने भी कहा कि कोई बात नहीं है। वह दोनों एक दूसरे के लिए कमिटेड है तो लौट कर आते ही शादी हो जाएगी। पर हमें नहीं पता था कि आपका बेटा सिर्फ हमारी बेटी के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उसकी इज्जत के साथ खेल कर धोखा दे रहा है उसे..!! यह संस्कार दिए हैं आपने अपने बेटे को..?" मिसेज मल्होत्रा बोली।


देखिए मिसेज मल्होत्रा..!! आप संस्कारों की बात न हीं करें तो बेहतर होगा। और हम इस तरह की किसी भी बात को हम नहीं मानते। हमें पूरा विश्वास अपने बेटे पर। और उसने कहा था हमसे कि उसके और रिया के बीच ऐसा कुछ नहीं है। फिर यह सब चीजे कहां से आ गई ? कैसे आ गई.??" मिसेज वर्मा बोली।

" क्या बात है आंखों देखी चीज पर भी आपको विश्वास नहीं हो रहा है आंटी? आपको क्या लगता है मैं झूठ बोल रही हूं..?? मैं और नील एक दूसरे के साथ रिलेशनशिप में है। सालों से एक दूसरे को प्यार करते हैं और शादी करना चाहते थे। पर मुझे नहीं पता था कि नील मेरे साथ ऐसा करेगा और यह तो फोटो अभी कल के हैं, क्योंकि मुझे नील की नियत पर शक हो रहा था। पर इससे पहले भी हम लोग एक दूसरे के साथ कई बार रह चुके है। शादी का वादा करके मेरा फायदा उठाया है। और यह फोटो तो कल के हैं अंकल जी..!! बाकी हम दोनों इस तरीके से कई बार साथ रह चुके हैं। मुझे क्या पता था कि नील इस तरीके से मेरे साथ धोखा करेगा? मैंने तो उसे सच्चा प्यार किया था और वह हर बार शादी के लिए टालता रहा था। मुझे नहीं पता था कि वह मेरे साथ इस तरीके का करेगा वरना मैं उससे कभी रिश्ता नहीं रखती। " रिया ने गुस्से से कहा तो मिस्टर वर्मा ने उसको देखा।


" प्लीज अंकल आप तो समझिए..!! आप भी एक बेटी के बाप है। इतना आगे बढ़ने के बाद अब मैं कहां जाऊं किस शादी करूं?" रिया ने रोते हुए कहा तो मिस्टर वर्मा का चेहरा कठोर हो गया।


"निशि में कब से तुमसे कह रहा हूं कि नील को कॉल करो..!! तुम उसे फोन क्यों नहीं करती हो? अभी के अभी वह यहां आएगा और इन दोनों की शादी होगी। मैंने पंडित जी को बुला लिया है। मैं भी एक बेटी का बाप हूं और किसी की भी बेटी के साथ अन्याय होते नहीं देख सकता। नील ने अगर इसके साथ धोखा किया है तो बहुत गलत किया और अब उसे इस रिश्ते को निभाना ही होगा..!!" मिस्टर वर्मा ने कहा।

'आप मेरी बात सुनिए। इस तरीके से निर्णय नहीं लिए जाते हैं। हमें दोनों पक्ष जानने होंगे ..!!" मिसेज वर्मा बोली।

" अब जानने और समझने के लिए बचा ही क्या है.?? रिया ने सारे सबूत तो सामने लाकर रख दिए। चलो मैं मान सकता हूं कि रिया झूठ बोल रही है, पर यह फोटो तो झूठ नहीं बोल रहे? और यह दोस्त यह सब तो झूठ नहीं बोल रहे हैं ना..?? इन सब का कहना है रिया और नील रिलेशनशिप में है और दोनों का रिलेशन काफी गहरा था। फिर नील यूँ शादी करने के लिए इंकार कैसे कर सकता है? यह मेरे संस्कार नहीं हो सकते और अगर नील नही मानता है तो मैं उसे घर से निकाल दूंगा।" वर्मा बोले।

" पापा रिया झूठ बोल रही है, क्योंकि मैं जानती हूं भाई का इसके साथ कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने खुद मुझे बताया कि वह इसे प्यार नहीं करते। ये जबरदस्ती उनके पीछे पड़ी हुई है और जरूर इसमें यहाँ भी कुछ धोखा किया है।" निशि ने कहा।

"अब जो कुछ भी होगा वह नील ही आकर क्लियर करेगा, और अगर क्लियर नहीं कर पाता तो उसे रिया से शादी करनी ही होगी..!!" मिस्टर वर्मा ने कहा।

"लेकिन पापा? " निशि ने बोलना चाहा।

"तुमसे कहा ना कि फोन करो अभी के अभी..!" मिस्टर वर्मा बोले तो निशि ने नील के नंबर पर कॉल लगा दिया।

दरवाजे पर घर खड़े नील के फोन में घंटी बजी तो सब लोगों ने उसकी तरफ देखा।

उसे देखते ही मिस्टर वर्मा के चेहरे पर गुस्सा और शर्मिंदगी एक साथ आ गई तो वही मिस्टर मल्होत्रा के चेहरे पर भी नाराजगी आ गई और उन्होंने गुस्से से आकर नील की कॉलर पकड़ ली।

"तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बेटी के साथ इतना सब करने की? उस के साथ प्यार का नाटक करके उसका इस्तेमाल करके उसे धोखा देकर निकलना चाहता था तु...?? पर तू जानता नहीं है मैं भी मिस्टर मल्होत्रा हूं। ऐसे तो तुझे नहीं जाने दूंगा।" मिस्टर मल्होत्रा ने गुस्से से कहा।

अक्षत ने बीच में आकर उनका हाथ हटाया।

"बिल्कुल मिस्टर मल्होत्रा...!! आप गुनहगार को जाने मत दीजिएगा। आखिर मैं भी तो देखूं कि आप कितने बड़े इंसान हैं और कितने ईमानदार भी। बस गुनाह साबित होने दीजिए उसके बाद आपका फैसला भी देख लेंगे हम..!!" अक्षत ने कहा।

"और आप कौन है जो बीच में बोल रहे हैं?" मिस्टर मल्होत्रा बोले।


"नील का दोस्त अक्षत..!! ज्यादा कुछ नहीं पर यही कोर्ट में जज हूं।" अक्षत ने धीमे से कहा तो मिस्टर मल्होत्रा थोड़ा शांत हुए।

अब तक पंडित जी आ गए थे।

"बताइए यजमान कहां मंडप लगाना है? मैं पूरी तैयारी के साथ आया हूं। एक घंटे के अंदर शादी करवा दूंगा।" पंडित जी ने कहा।

"यही लगा लीजिए पंडित जी..!" मिस्टर वर्मा ने एक तरफ इशारा किया तो पंडित जी अपना ताम- झाम वहां पर जमाने लगे।

"क्या हो रहा है पापा यह..?" नील ने मिस्टर वर्मा के सामने आकर कहा तो मिस्टर वर्मा ने एक जोरदार तमाचा नील के गाल पर जढ़ दिया।

"यही तो मैं पूछ रहा हूं कि आखिर कहां कमी रह गई थी मेरे प्यार में और मेरी परवरिश में जो तुम इस तरीके के इंसान बन गए जो दूसरी लड़कियों का फायदा उठाते हो..?? उन्हें धोखा देते हैं और उनका इस्तेमाल करके उन्हें छोड़ देते हो..!!" मिस्टर वर्मा ने नाराजगी और दुख के मिले-जुले भाव के साथ कहा।

"आप गलत समझ रहे हैं पापा यह सब झूठ है..!! ऐसा कुछ भी नहीं है।" नील ने टेबल पर बिखरे फोटो को देखते हुए कहा।



"क्यों झूठ बोल रहे हो नील..?? और कितना झूठ बोलोगे? सब जानते हैं सच क्या है? मैं जानती हूं तुम जानते हो हमारे सारे दोस्त जानते हैं। पूरा कॉलेज जानता है कि हम दोनों रिलेशनशिप में थे। हाँ मैं मानती हूं कि अब तक तुम्हारी बातों में आकर मैंने हम दोनों के फिजिकल रिलेशन के बारे में किसी को नहीं बताया, पर कल रात इन लोगों ने खुद हमें उस रूम में पकड़ा है।। अब इतनी बदनामी होने के बाद मैं और नहीं छुपा सकती..!! अब तुम्हें मुझसे शादी करनी होगी अभी के अभी..!! और अगर तुम शादी नहीं करोगे तो मैं अभी जाकर पुलिस कंप्लेन कर दूंगी और तुम्हारे ऊपर रेप और मॉलेस्टेशन का चार्ज लगा दूंगी। और साथ ही साथ यह भी कि तुम कई सालों से मुझे धोखा दे रहे हो मुझे यूज कर रहे हो।" रिया ने कहा तो नील ने अक्षत की तरह देखा पर अक्षत शांत रहा।



"कितना झूठ बोलोगी रिया? तुम्हें बिल्कुल भी शर्म नहीं है? हमारे बीच ऐसा कुछ भी नहीं है।
इनफैक्ट मै तो तुम्हें प्यार भी नहीं करता। कितनी बार तुम्हें मना कर दिया है फिर भी तुम इस तरीके की हरकत कर रही हो?? मैंने सोचा नहीं था तुम इतनी गिरी हुई और घटिया किस्म की लड़की होगी..?" नील बोला तो रिया ने गुस्से से देखा।



"तुम्हारी इस बात पर कोई विश्वास नहीं करेगा नील क्योंकि इस बार मैं सच्ची हूं। और मेरे साथ सबूत भी है और मेरे साथ गवाह भी है।" रिया बोली।

" तुम गलत हो और सब मेरा विश्वास करेंगे।" नील बोला।

"और दूसरों की बात छोड़ो तुम नील , यह मानसी तक तुम्हारी बात का विश्वास नहीं करेगी। " तभी रिया की नजर मनु पर गई तो उसने मनु का हाथ पकड़ कर अपने सामने लेकर खड़ा करते हुए कहा।
नील ने मनु को देखा तो मनु ने अक्षत को।

अक्षत ने पलकें झपकाई।

"क्यों मानसी तुम तो जानती हो न की मै झूठ नहीं बोल रही हूं। तुम भी तो जानती हो कि मैं और नील एक दूसरे के साथ रिलेशनशिप में है मेरे विदेश जाने से पहले भी मैंने तुमसे कहा था ना कि हम दोनों अगर रिश्ता बहुत आगे बढ़ चुका है इसलिए हम दोनों के बीच में मत आओ।" रिया ने कहा तो मनु ने गुस्से से उसे देखा और अगले ही पल मनु के हाथ का एक जोरदार तमाचा रिया के गाल पर लगा।

" हाउ डेयर यू..! यू बिच..!! मुझ पर हाथ उठाया।" रिया बोली और पलट के मनु को मारना चाहा तो मनु ने उसका हाथ पकड़ उमेठ के पीठ से लगा दिया।

"अगली बार अगर ये हाथ उठा तो तोड़ के फेंक दूँगी।" मनु ने उसे दूर झटकते हुए कहा।



रिया ने घूर के मनु को देखा।

" क्या कहा तूने कि कोई विश्वास नही करेगा नील पर तो मैं करती हूं नील का विश्वास..!! सुना तूने मै करती हूँ विश्वास क्योंकि मैं जानती हूं कि वह झूठ नहीं बोल रहा। झूठी तुम हो..!! मक्कार तुम हो। शुरुआत से झूठ तुमने बोला है। तुम्हारे इसी झूठ के कारण मैंने हमेशा नील को गलत समझा पर अब नहीं..!! अब मैं विश्वास करती हूं कि नील की कोई गलती नहीं है और तुम्हें जो करना है सो कर लो अब नील के साथ शादी तुम्हारी नहीं बल्कि मेरी होगी।" मनु ने अक्षत की तरफ देखकर कहा तो अक्षत हल्के से मुस्कुरा उठा।


क्रमश

डॉ. शैलजा श्रीवास्तव



अब जरा नये साल मे कॉमेंट हो जाए दिल खोलकर