साथिया - 74 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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साथिया - 74

"अरे ऐसे कैसे हो जाएगी तुम्हारी और नील की शादी..?? मैं और नील एक दूसरे को प्यार करते हैं। एक दूसरे से शादी करेंगे तुम होती कौन हो बीच में आने वाली..??" रिया ने कहा।

"मैं वही हूं जिसे बहुत पहले सामने आ जाना चाहिए था...!! और रही बात प्यार की तो प्यार नील तुम्हें नहीं मुझे करता है। मैं और नील एक दूसरे को प्यार करते हैं। इसलिए तुम अब हम दोनों के बीच से शांति से हट जाओ वरना तुम्हारा वह हाल करेंगे कि तुम किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगी।" मनु ने नील का हाथ थामते हुए कहा।

मिस्टर वर्मा और मिस्टर मल्होत्रा दोनों उन तीनों को बस देखे जा रहे थे।

" रिया बहुत हो गया तुम्हारा नाटक..!! तुमने हम दोनों के बीच में बहुत गलतफहमियां बढ़ाने की कोशिश की बहुत हम लोगों के बीच में दूरियां लाने की कोशिश की पर अब और नही।

अब सब कुछ सॉर्ट आउट हो चुका है, सब कुछ क्लियर हो चुका है। अब तुम हम दोनों के बीच दूरियां नहीं ला सकती।" मनु ने कहा।

"ठीक है नहीं ला सकती दूरियां ना सही, पर फिर भी कानून मेरा ही साथ देगा। नील को शादी तो मुझसे ही करनी होगी। ऐसे ना सही तो वैसे ही..?! पापा आप प्लीज पुलिस को कॉल कीजिए।" रिया ने मिस्टर मल्होत्रा की तरफ देखकर कहा ।

" हाँ मिस्टर मल्होत्रा प्लीज पुलिस को कॉल कीजिए, क्योंकि पुलिस ही अब सच सामने लेकर आएगी।" अक्षत ने मिस्टर मल्होत्रा की तरफ देख के कहा।

"नहीं नही आप परेशान क्यों होते हैं..!! मैं खुद पुलिस को कॉल कर चुका हूं..!! और बस वो लोग कभी आते ही होंगे।" अक्षत ने कहा। तभी दो पुलिसकर्मी और अक्षत के घर जो लड़का आया था वह अंदर आया।

रिया ने उन पुलिस वालों को देखा तो उसके माथे पर पसीना आ गया।


" जज साहब आपका काम कर दिया है हमने..!! आपके मैसेज करते ही हमने उस होटल को सील कर उस होटल के सारे सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिए हैं।" पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा और लैपटॉप टेबल पर रख दिया जिसके सीसीटीवी फुटेज में सब कुछ चलने लगा और उसे देखते हुए रिया और निखिल की हालत खराब हो गई।

वेटर के पास से कोल्ड्रिंक में रिया और नील गोली डालते हुए साथ नजर आ रहे थे। वही ड्रिंक और फिर नील ने पी अंदर कमरे में चला गया। थोड़ी देर बाद रिया और निखिल उस रूम के बाहर आए और दोनों ने हम एक दूसरे को थम्स अप किया और उसके बाद रिया कमरे मे चली गई।

"देख लिया मिस्टर मल्होत्रा आपने अपनी संस्कारी बेटी के कारनामे।" अक्षत बोला।

मिस्टर मल्होत्रा ने रिया को घूर के देखा।

"जो भी हो पर अब जब इन दोनों का रिश्ता इतना आगे बढ़ चुका है तो इसे शादी तो करनी पड़ेगी..!!" मिस्टर मल्होत्रा बोले।

" जी नहीं..!! बिल्कुल भी रिश्ता आगे नहीं बढ़ा है। आप कहें तो अभी के अभी हम रिया का मेडिकल चेकअप भी करवा सकते हैं..!; क्यों रिया तैयार हो? मैं अभी गाइनेकोलॉजिस्ट को बुला लेता हूं या तुम जा सकती हो इंस्पेक्टर के साथ अस्पताल में अपना चेकअप कराने के लिए, क्योंकि इन दोनों के बीच ऐसा कुछ हो ही नहीं सकता मैं दावे से कह सकता हूँ बल्कि साबित कर सकता हूँ।" अक्षत बोला तो सबने उसकी तरफ देखा।

"क्योंकि नील उस रूम में जाते ही बेहोश हो गया था..!! उसे एक ड्रग दिया गया था जिसके असर से वह बेहोश हो गया था। यह देखिए उसके ब्लड रिपोर्ट्स..?" अक्षत ने उस लड़के से रिपोर्ट लेकर
मिस्टर मल्होत्रा के सामने कर दी तो मिस्टर मल्होत्रा के चेहरे का रंग सफेद पड़ गया।

"और बाकी अगर आपको फिर भी दिक्कत हो तो हमारे पास उस रूम के अंदर के भी सीसीटीवी फुटेज है। वह क्या कहते हैं ना चोर के घर में डाँका..!!" अक्षत बोला तो रिया के साथ ही नील की भी आँखे छोटी हो गई।

" जिस वेटर को पैसे देकर इन्होंने नील की ड्रिंक में नशे की दवाई डलवाई थी वह वेटर भी इनको डबल क्रॉस करना चाहता था। इसलिए उसने उस रूम के अंदर अपना मोबाइल छुपा कर रख दिया था ताकि वह सारी फोटो सारी चीजें रिकॉर्ड कर सके और बाद में निखिल और रिया को ब्लैकमेल करके और पैसा ऐंठ सके" अक्षत ने कहा
तभी अक्षत के दो दोस्त उस वेटर को पड़कर अंदर ले आए और उसने किसी रट्टू तोते की तरह सारी बात उगल दी।

" अब बताइए मिस्टर मल्होत्रा..!! आप कह रहे हैं न कि नील नील ने रिया का शोषण करने की कोशिश की है ..! उसका फायदा उठाया है। उसे मोलेस्ट किया है जबकि गलत नील के साथ किया है आपकी बेटी ने। और मिस्टर मल्होत्रा जरूरी नहीं की हर समय प्रताड़ित सिर्फ लड़की हो..?? शोषण सिर्फ लड़की का हो..?? या रेप सिर्फ लड़की का हो..?? कई बार प्रताड़ित लड़के भी होते हैं..!! शोषण लड़कों का भी होता है...!! और हां रेप भी लड़कों का होता है। मॉलेस्टेशन भी लड़कों का होता है। गलत उन्हे भी फंसाया जाता है और अब सामने करने वाला कई बार कोई मर्द होता है तो कई बार आपकी बेटी के जैसे भोलेपन का चेहरे पर नकाब लिए कोई लड़की।" अक्षत ने रिया की तरफ देखकर कहा तो रिया की नजर झुक गई।




" इंस्पेक्टर साहब मैं अब रिपोर्ट करना चाहता हूं रिया और इसके इन सभी दोस्तों के खिलाफ कि इन लोगों ने मेरे दोस्त नील वर्मा को नशे की दवाई दे कर बेहोश कर उसका शोषण करना चाहा। उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताणित करना चाहा। उसे ब्लैकमेल करके जबरदस्ती उसके साथ शादी करने की प्लानिंग की उसे शरीरिक व मानसिक आघात पहुंचाना चाहा।और भी न जाने क्या-क्या सोचा होगा इन लोगों ने..!! मेरी इस रिपोर्ट पर और इन सब की गवाही पर इन लोगों को गिरफ्तार किया जाए और उनके ऊपर सख्त सख्त कार्रवाई की जाए।" अक्षत ने कहा तो मिस्टर मल्होत्रा ने एकदम से आकर अक्षत के पैर पकड़ लिए।

"प्लीज जज साहब माफ कर दीजिए..! माफ कर दीजिए रिया को..!! एक आखिरी बार माफ कर दीजिए। मैं रिया को लेकर चला जाऊंगा। यह शहर छोड़ दूंगा यह देश छोड़ दूंगा पर हम कहीं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे अगर यह बात सामने आ गई तो..!! हमारी इज्जत चौराहे पर नीलाम हो जाएगी। प्लीज जज साहब आप ऐसा मत कीजिए।" मिस्टर मल्होत्रा ने गिड़गिड़ा के कहा तो अक्षत ने उनके कंधे पकड़ उन्हें खड़ा किया।

मल्होत्रा की आंखों से आंसू निकल रहे थे तो वही मिसेज मल्होत्रा का चेहरा उतरा हुआ था। वह भी हाथ जोड़े खड़ी हुई थी।

"यही बात यही बात तो है कि जो मैं आप लोगों को समझाना चाहता था..!! आपकी इज्जत इज्जत है और वर्मा फेमिली की इज्जत की कोई वैल्यू नही जो अभी आप उन्हे कोर्ट तक घसीट रहे थे।आज बात जब आपकी बेटी पर आई तो आप एक बेटी के बाप बन गए.. इज्जत की दुहाई देने लगे और अभी आप नील और उसके मां-बाप को कितने बुरे तरीके से धमका रहे थे। पुलिस में जाने की धमकी दे रहे थे।" अक्षत ने गुस्से से कहा तो मल्होत्रा शर्मिंदा हो गये।


"क्यों हर समय जब इस तरह की घटनाएं होती है तो लोग लड़को को ही गलत समझते हैं..?? क्या लड़कियां गलत नहीं हो सकती?? क्यों किसी भी बात के लिए उत्तरदाई सिर्फ लड़के को कहा जाता है जबकि सहमति तो दोनों की हो सकती है ना?? अगर यहां नील ने रेप किया होता तो आप उस पर आरोप लगाते पर अगर रिया की सहमति से दोनों फिजिकल हो भी रहे थे तो आपको रिया को भी तो बोलना चाहिए था कि ना कि आकर सीधे नील पर आरोप लगा चाहिए क्योंकि एडल्ट लोगों के बीच में फिजिकल रिलेशन आपसी सहमति से हो तो वह रेप के दायरे में नहीं आते। फिर आप किस तरीके से इन दोनों की सहमति से हुई बात अगर होती भी तो नील के ऊपर रेप का आरोप लगा रहे थे ?? और उसे मजबूर कर रहे थे शादी के लिए?? क्योंकि रिया अब माइनर नही है और फिजिकल रिलेशन सहमती से बनाती है तो वो रेप नही कहलाता। जब तक सामने वाला जबरदस्ती नही कर रहा रेप नही है। डरा धमका के या मजबूर करके या नशे की हालत मे जबरदस्ती किया गया फिजिकल असोल्ट रेप कहलाता है मल्होत्रा जी। उसमे भी यदि लड़की माइनर है तो उसकी सहमति मान्य नही होती और सहमति के बावजूद वो रेप कहलाता है पर अडोल्ट के बीच आप सी सहमती से बने शरीरिक सम्बंध रेप नही होते। फिर क्यों आपने सिर्फ एक पक्ष देखा। क्यों आपने जानना जरूरी नही समझा कि क्या यहाँ वाकई जबरदस्ती हुई थी या सहमति थी..??
क्या वाकई गलत नील था या रिया भी गलत हो सकती है..??" अक्षत बोला तो नील के चेहरे पर भी नाराजगी आ गई तो वही वर्मा जी आकर नील के पास खड़े हो गए।

" कानून बना महिलाओ को हक दिलाने उनका शोषण रोकने और उन्हे न्याय दिलाने के लिए पर रिया जैसी कुछ लड़कियाँ और महिलाएं उन्ही कानूनों का गलत इस्तेमाल करती है और नील जैसे बेगुनाह सजा पाते है। कानून बना ताकि रेप और शोषण की शिकार महिला न्याय पा सके और अपराधी को सजा मिले..!! कानून बना ताकि रेप और दहेज हत्या जैसे अपराध रुक सके और महिलाएं सुरक्षित रहे पर आजकल कुछ स्वार्थी परिवार और लड़कियाँ इन्ही कानून के नाम पर उल्टा शोषण कर रही है पुरुषों का..!! गलत फायदा उठा रही है उस कानून का जो उनके हित के लिए बना है।" अक्षत ने नाराजगी से कहा तो वर्मा जी का सिर झुक गया।

रोज कोर्ट मे जितने केस सच्ची घटनाओ के आ रहे है उतने ही यूँ झूठी घटनाओ के।
रेप और दहेज को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है रिया जैसी घटिया मानसिकता वाली लड़कियाँ..!
"बात जब आपकी बेटी पर आई तो आप मेरे पैरों में गिर गए और अभी जब नील की गलती सामने आ रही थी तो आप उसे और उसके परिवार को को सूली पर टांगने को तैयार थे..!! यह दोगला व्यवहार तो ठीक नहीं है मिस्टर मल्होत्रा..?? जहां एक जगह आप लोग कहते हो की लड़की और लड़का बराबर है, दोनों को समानता का अधिकार मिलना चाहिए तो फिर आपने दूसरे पक्ष की तो बात ही नहीं सुनना चाही। उससे बात करना तो दूर सुनना समझना तो दूर आप के तो दिमाग में यह ख्याल भी नहीं आया था कि एक बार नील की बात भी सुनी जाए..?? वह क्या कह रहा है वह क्या चाहता है। आप बस अपनी बेटी की बात सुनकर आ गए क्योंकि एक तो वो आपकी बेटी है दूसरी वह लड़की है। इसलिए वह हर समय सही होगी..! यह दोगला व्यवहार तो कहीं से भी सही नहीं है मिस्टर मल्होत्रा।" अक्षत ने कहा

"आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं..!! आप जो चाहे वह सजा दे सकते हैं इसे। मैं भी अब इसे नहीं बचाऊंगा। आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं अगर गुनहगार आज नील साबित होता तो हम सजा नील को भी देते। अब जब गुनहगार रिया साबित हुई है तो आपको रिया को सजा देने का अधिकार है। आप जो सजा चाहे वह इसे दिलवा सकते हैं। मैं कुछ भी नहीं कहूंगा।" मिस्टर मल्होत्रा ने दुखी होकर कहा।

"प्लीज पापा ऐसा मत कीजिए..!! आप मुझे इस तरीके से बीच रास्ते में नहीं छोड़ सकते।" रिया ने कहा तो एक जोरदार तमाचा मिस्टर मल्होत्रा ने रिया के गाल पर जड़ दिया।


क्रमश:

डॉ. शैलजा श्रीवास्तव।

उम्मीद है पार्ट पसंद आया होगा तो फिर कीजिये बरसात कमेंट्स की।