The Author Wow Mission successful फॉलो Current Read जादूई कुंआ और प्यासी चुड़ैल - 6 By Wow Mission successful हिंदी डरावनी कहानी Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books सनातन - 2 (2)घर उसका एक 1 बीएचके फ्लैट था। उसमें एक हॉल और एक ही बेडरू... गोमती, तुम बहती रहना - 7 जिन दिनों मैं लखनऊ आया यहाँ की प्राण गोमती माँ लगभग... मंजिले - भाग 3 (हलात ) ... राजा और दो पुत्रियाँ 1. बाल कहानी - अनोखा सिक्काएक राजा के दो पुत्रियाँ थीं । दोन... डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 76 अब आगे,राजवीर ने अपनी बात कही ही थी कि अब राजवीर के पी ए दीप... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Wow Mission successful द्वारा हिंदी डरावनी कहानी कुल प्रकरण : 8 शेयर करे जादूई कुंआ और प्यासी चुड़ैल - 6 2.2k 4.6k पार्ट 5 के एक झलक ✅तुम लोगों को क्या लगा इतनी आसानी से बच के भाग जाओगे ?👹 मैंने सबसे रंग बदल दिए हैं 😈👻तुम्हारा काला रंग का अबीर इसको ठीक नहीं कर पाएगा वह चुड़ैल हंसने लगती है👹👹👻अब आगे👻दोनों को कैद कर देती है। और पूछती है,🗣️ तुम्हारे दो साथी कहां है वह नहीं बताती है । फिर मिथिलेश को पत्थर में बदल देती है, और वर्षा से पूछती है बताओ वरना इस पत्थर को तोड़ते ही तुम्हारा दोस्त मर जाएगा 😲🥺👹वह डर के मारे बता देती 😲🗣️है कि मेरे दो साथी उस कुएं की तरफ गए हैं 😮💨😟😓वह चुड़ैल उसे वही कैद कर चल पड़ती है । 👹👹उन दोनों की ओर रवि और सोनू कुएं में छलांग लगा दिए होते ।bहैं वे दोनों सोच में पड़ गए थे क्योंकि वे लोग पानी के अंदर भी सांस ले पा रहे थे तभी चुड़ैल भी उस कुएं में पहुंचे आती है सोनू चुड़ैल का सामना करता है और रवि कुआ के अंदर एक सुरंग खोज रहा था चुड़ैल सोनू को मारने ही वाली थी कि रवि को कुएं के नीचे एक सुरंग मिलता है वह उसे सुरंग को बहुत बड़ा कर देता है और देखते ही देखते सूर्य का किरण उस चुड़ैल के शरीर पर पड़ती है और वह वही जल के भस्म हो जाती है उसके मरते ही उसके शैतानी खुदा का पुतला भी नष्ट हो जाता है वहां सब कुछ तहस-नहस होने लगता है जमीन के अंदर भूकंप आ जाता है रवि और सोनू बेहोश हो गए इधर वर्षा को लगा कि अब हम सभी मर जाएंगे🥺😲😲 वहां भी भूकंप आ चुका था सभी बेहोश हो गए थे लेकिन तभी रवि और मिथलेश का आंख खुलता है तो सामने देखकर हैरान हो जाते हैं क्योंकि सामने रानी परी और परियां उसे उस कुएं में से रवि के टीम भूत भगाओ इंसाफ दिलाओ और उनके साथ जो बच्चे और रोमा और उसकी मां सभी को सही सलामत कुएं से बाहर ला चुके थे रानी परी रवि के और उसके टीम को शाबाशी देते हुए शुक्रिया अदा करती है🥰💫 तभी वर्षा पुछती है लेकिन😲🤔 कुएं में सूर्य का रौशनी कैसे आया😲🤔 रानी परी मुस्कुराती हुई बताती है क्योंकि वहां सब कुछ उल्टा था । पृथ्वी पर सूर्य आसमान में दिखता है और रोशनी ऊपर से आती है और वहां रोशनी नीचे से आती है इस प्रकार पूरे गांव वाले भूत भगाओ और इंसाफ दिलाओ टीम ✅का शुक्रिया अदा करती है तथा अब सभी खुशी-खुशी अपना जीवन यापन कर रहे थे। तो दोस्तों जादुई कुआं और प्यासी चुड़ैल की कहानी का अंत यहीं होता है, लेकिन 😲😲🤔दोस्तों यहां से कहानी एक नई मोर लेती है। क्यों की कुछ सालों बाद रवि और वर्षा अपने बेटी शालिनी की birthday 🎂🥳 मना रही होती है। सारे गांव वाले वहां मौजूद होते हैं। सभी धूम धाम से शालिनी को उसके चौथे साल के जन्मदिन की बधाइयां दे रहे होते हैं। जैसे ही शालिनी केक काटती है। उसमें से खून निकलने लगता है। 😲😲और यह देख शालिनी बेहोश हो जाती है। और तभी रानी पड़ी आती है और सालिनी को उठाकर ले जाती है। तो शालिनी और खून भरी केक का रहस्य जानने के लिए पढ़िए इसके अगले पार्ट शालिनी और खूनी केक 🎂🎂 ‹ पिछला प्रकरणजादूई कुंआ और प्यासी चुड़ैल - 5 › अगला प्रकरण जादूई कुंआ और प्यासी चुड़ैल - 7 Download Our App