ऐसे ही धीरे-धीरे करके पार्टी खत्म होने लगती और सभी लोग चले जाते हैं।
अब वहां पर सिर्फ नायरा और अगस्ते की फैमिली ही बचे थे
जहां नायरा राकेश जी और नरेंद्र जी के साथ बैठ कर आराम से बातें कर रही थी तो वही नीलम जी और सरिका जी भी बात कर रहे थे।
सारिका जी नीलम जी को देखते हुए बोलती है क्या हुआ तुम थोड़ा परेशान लग रही हो ,
तभी सारिका जी नायरा की तरफ देखते हुए बोलते हैं मुझे समझ नहीं आता मैं क्या करूं तुम्हें पता है अभी एक हफ्ते पहले नायरा के लिए एक लड़के का रिश्ता आया था बहुत अच्छा था।
हमने हर चीज देखा उसका बायोडाटा वगैरह सब सही था लेकिन नायरा को तो जैस किसी से शादी ही नहीं करना
वो हमेशा लड़कों से दूर भागती है पता
नहीं कैसे अगस्त्य और मानव से इतने अच्छे से बात करती हैं
मैं क्या करूं मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा ।।
तभी सारिका जी उन के कंधे पर अपना हाथ रखते हुए,, हौसला देते हुए,, बोलती हैं ।
मैं तो यह सोच रही हूं क्यों ना घर की बेटी घर में ही रह जाए
मैं समझी नहीं तुम कहना क्या चाहती हो नीलम जी सारिका जी की तरफ सवाल करते हुए देखती हैं
ऐसा करते हैं ना,, कि नायरा की शादी में अपने बेटे से करवा देती हूं सारिका जी ने इतना ही बोला था कि,
पीछे से किसी की आवाज आती है मुझे इससे कोई एतराज नहीं है ।।।
वही इस आवाज को सुनकर दोनों लोग पीछे की तरफ देखने लगते हैं ।।।
सामने खड़े शख्स को देखकर तो दोनों लोग सदमे में चले जाते हैं।।।
वही
सारिका जी को तो जैसे अपने कानों पर यकीन ही ना हो रहा हो ,,वह एकदम बुत बनकर खड़ी थी ।। तो वही नीलम जी का भी हाल कुछ ऐसा ही था।।।।
रक्षित की आवाज सुनकर सारिका जी के चेहरे का एक्सप्रेशन ही कुछ अलग था तो वहीं नीलम जी के चेहरे पर कोई कोई खास खुशी नजर नहीं आ रही थी।।
सारिका जी जल्दी रक्षित के पास जाकर उसे अपने बात पर यकीन करने के लिए दोबारा पूछती हैं ,सच में तुम शादी करना चाहते हो ।
आफ्टर ऑल पूछता भी क्यों नहीं आखिर ये इंसान पिछले 6 साल से शादी के लिए मना कर रहा था और आज सामने से कह रहा है कि मुझे शादी करनी है वह भी किसी और से नहीं सीधा नायर से ही करनी है।।।
नीलम जी आगे आकर रक्षित के सामने खड़े होकर उसकी आंखों में देखते हुए बोलते हैं।
लेकिन बेटा ऐसा नहीं है कि वह आगे कुछ बोलती
ही रक्षित उन्हें बिना किसी एक्सप्रेशंस के देखते हुए बोलता है आंटी मुझे सब पता है आपको मुझे कुछ भी एक्सप्लेन करने की जरूरत नहीं है।।
पसंद करता हूं इसलिए शादी करना चाहता हूं बाकी आपकी मर्जी बोलकर दूसरी साइड खड़ा हो जाता है और वहां से नायर को देखने लगता है ।
अब नीलम जी को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर वह बोले तो क्या बोले तो वही रक्षित अपनी नजर टेढ़ी नजर से नीलम जी को देखते हुए अपने लिप्स हल्के साइड से मोड कर डेविल स्माइल करने लगता है।