Tanmay - In search of his Mother - 15 books and stories free download online pdf in Hindi

Tanmay - In search of his Mother - 15

15

फिरोती

 

 

राघव ने तन्मय को रोते  हुए देखा तो कहा, तनु पुलिस के पास चलते हैंI

 

नहीं, मैं  ख़ुद  इसका पीछा करता हूँ, यह  मेरी मम्मी के पास ही जायेगाI

 

मैं तुझे  अकेले नहीं जाने  दूँगाI मैं भी साथ  चलता  हूँI राघव के यह  कहते  ही तन्मय को होंसला हुआ और फ़िर  दोनों दोस्त उस आदमी का पीछा  करने लगेI

 

प्रिया और अभिमन्यु  दोनों रेस्ट्रा से निकलकर एक पार्क में  आ  गएI I कॉलेज के दिनों की बातें दोहराते हुए दोनों कई किस्सों पर ठहाका मारकर हँस रहें हैI तभी प्रिया ने शरारती मुस्कान बिखरते हुए कहा, यार ! क्या दिन थें वो? काश ! पीछे  वापिस  जाया जाता तो मैं कई  गलतियाँ  सुधार  लेतीI

 

मैं  भीI तुम्हें  क्या ज़रूरत है, कुछ  सुधारने कीI तुमने जिससे प्यार किया, उसी से शादी  कीI

 

अभिमन्यु ने प्रिया को गंभीरता से देखते हुए कहाI

 

नैना के बारे में  बात करनी जरूरी है ? मैं अभी कुछ नहीं  सोचना चाहताI मुझे  लगता है कि  वो  जहाँ भी होगी, बड़े सकूँ से होगीI

 

तुम्हें  ऐसा  क्यों  लगता हैI

 

क्योंकि मेरा दिल कह  रहा हैI अब दोनों  एक बैंच पर बैठ  गएI दोनों अपनी बातों  में खोए  हुए हैं और उन्हें  पता ही नहीं है  कि शिवांगी उन्हें  लगातर देख रही  हैंI

 

मालिनी लौटते वक्त मॉल में  गई  तो उन लोगों  ने बताया  कि अभिमन्यु  अभी तक वापिस  नहीं  आया हैI

 

लगता है, उसी  के साथ  होंगेI उसने  अविनाश से केक और  बिस्किट्स का ऑर्डर लिया और घर की तरफ चल  पड़ीI

 

तन्मय  और राघव  मोटरबाइक पर जाते हुए उस आदमी का पीछा करने लगेI उनका ऑटो पूरी  रफ़्तार से  उसके पीछे चल रहा है I तभी वह एक सँकरी गली  में  मुड़ गया, जहाँ ऑटो नहीं जा सकताI दोनों ने ऑटोवाले को  पैसे दिए और दोनों पैदल ही उस गली में  चलने  लगेI

 

तनु  मुझे डर  लग  रहा हैI

 

तुझे किसने कहा था, मेरे  साथ आने के लिएI 

 

तू भी तो डर  रहा था, अब हीरो बन रहा हैI देखते ही देखते गली  ख़त्म हो गई और  दोनों को पता ही नहीं चला कि  वो आदमी कहाँ निकल  गयाI काफ़ी  देर  तक दोनों  इधर-उधर  देखते  रहेंI मगर निराशा ही  हाथ लगीI गली में  दो-चार बंद घर  थें और  आगे जाकर  एक मैदान, जो पूरी तरह खाली हैI

 

तनु लगता है कि  वो कहीं और चला  गयाI

 

अब क्या करे ?

 

अपने पापा को बता देंI

 

नहीं, वो तो मेरी पिटाई ही कर  देंगेI

 

पुलिस के पास  चलते हैंI

 

मगर उनसे क्या कहेंगे?

 

वहीं, जो हमने  देखा हैI तन्मय ने पहले कुछ  सोचा और फ़िर राघव को कहा, ठीक है, देखते हैI अभी चल यहाँ सेI

]

मालिनी घर आ गई  I उसने देखा कि राजीव घर में  ही ड्रिंक कर रहा हैI

 

तुम्हें  कितनी बार कहा है कि घर पर शराब मत पिया करोI

 

मेरा घर है, जो मर्ज़ी करोI राजीव ने टका सा ज़वाब  दियाI

 

तुम नहीं  सुधर सकतेI मालिनी भी गुस्से में  पैर  पटकती  हुई किचन में  चली गई I

 

पुलिस स्टेशन में  शिवांगी  रुद्राक्ष को प्रिया औरअभिमन्यु के बारे में बता रहीं है , 

 

इन  जनाब के तो  मज़े हैI कही से लग भी रहा है कि  वह अपनी  बीवी के गम  में  हैI

 

कोई ठोस सबूत हाथ लग जाएँ, फ़िर बताएँगे इसेI

 

प्रिया  ने टाइम  देखा और जाने को हुईI जाते हुए वह बोली, "अभि  मैं सोच  रहीं  थीं, क्यों न रीयूनियन करेंI अगले हफ्ते रखो पुराने दोस्तों क साथ एक मीट रखोI

 

नहीं यार, सब  नैना के बारे में  पूछेंगे तो उनसे क्या कहूँगाI मेरे बस की नहीं है, किसी के सवालों का ज़वाब  देनाI अभिमन्यु ने मुँह बनाते हुए कहाI

 

ठीक है, नैना मिल जाए , फ़िर  रखते है, पार्टीI

 

प्रिया अभिमन्यु को बाय! बोलकर अपनी गाड़ी में  बैठकर चल दींI

 

वहीं  तन्मय  दूसरी तरफ  भागता हुआ पुलिस स्टेशन पहुँचाI उसे देखते ही रुद्राक्ष बोल  पड़ा,

 

तुम्हारी मम्मी को ढूंढ रहें हैंI

 

अंकल कुछ और बताना था

 

क्या ?

 

मालिनी आंटी को पता है कि  मेरी मम्मी कहाँ हैI यह  कहते हुए उसने उसे  सारी बात बता दींI तन्मय तुम्हें  इस तरह अपनी लाइफ रिस्क में  नहीं डालनी चाहिए थींI आगे से, सीधा पहले मेरे पास आनाI समझे I रुद्राक्ष ने उसे समझाया I

 

अंकल, मैं  समझ गयाI अब आप मेरी मम्मी को घर ले आए I

 

रुद्राक्ष ने शिवांगी को ईशारा किया और वह  सिर हिलाते हुए स्टेशन से निकल गई I

 

 हरिलाल ने रूपम से हँसते हुए कहा, यह  छोकरा बड़ा तेज़ हैI इसकी भी भर्ती पुलिस में  करवा देते हैं I रुद्राक्ष ने दोनों को  घूरा तो वे दोनों  झेंप गएI

 

रुद्राक्ष ने तन्मय को उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए घर भेज दिया हालाँकि तन्मय का जाने का मन नहीं था, मगर  वह क्या करताI

 

मुझे इस मालिनी से पहले ही सख्ती करनी  चाहिए थीं, रुद्राक्ष ने  पेपरवेट घुमाते हुए कहाI

 

शिवांगी  मालिनी के घर पहुँची और उसे नैना की किडनैपिंग में  हाथ होने की  बात कहकर, अपने साथ चलने के लिए कहाI मालिनी ने यह  सुना तो उसका सिर  घूमने  लगाI राजीव  भी सकते में  गया, पहले उसे लगा कि  पुलिस को उसके  बारे में  पता चल गया है लेकिन जब उसे मालिनी का पता चला तो वह हैरान  हो गयाI

 

देखिए  मैडम, मेरी बीवी ऐसा कुछ नहीं कर सकतीI

 

हम  फिलहाल तो उन्हें पूछताझ के लिए  लेकर जा रहें हैं, इन्होने किया क्या है, यह  तो पता चल ही जाएगाI मालिनी ने उम्मीद  भरी नज़रों से अपनी पति को देखा तो उसने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा,

 

तुम इनके साथ जाओ, मैं तुम्हारे पीछे आता हूँI अब मालिनी पुलिस के साथ चल  दीI राजीव ने घबराते हुए बालों  में  हाथ फेरा और कुछ  सोचते हुए हाथ में  फ़ोन लेकर बाहर निकल गया I

 

अभिमन्यु ने सोसाइटी में  अपनी गाड़ी  पार्क  कीI फ़िर  वॉचमैन को मुस्कुराते हुए देखा और कुछ गुनगुनाते हुए लिफ्ट में  चला गया I लगता है, नैना मैडम  का पता  चल  गया हैI वॉचमैन ने बुदबुदाते हुए  कहाI लिफ्ट से निकलते ही उसका फ़ोन बज पड़ाI

 

हेल्लो

 

मिस्टर अभिमन्यु सिंह

 

कौन बोल रहा है ?

 

अपनी बीवी को ज़िंदा देखना चाहते हो ? अभिमन्यु ने यह सुना तो उसके होश उड़ गएI

 

नैना ?

 

हाँ, तुम्हारी बीवी नैनाI

 

अब अभिमन्यु परेशान होते हुए बोला, कहाँ है वो, अगर मेरी नैना को कुछ हो गया तो मैं तुम्हें  नहीं छोड़ूँगाI

 

अच्छा ?  हम डर गएI वह आदमी ज़ोर से हँसाI

 

दो करोड़ रुपए , तुम्हारी बीवी को छोड़ने की कीमत I किसी को कुछ कहा तो उसकी लाश  को तेरे घर पार्सल कर दूंगाI

अन्य रसप्रद विकल्प

शेयर करे

NEW REALESED