अक्षा के पास हिना आई और हैरत से देखने लगी सक्षम और उसके दोस्तों को तो सक्षम के दोस्त भी
उदय ,साहिल और मयंक ने एक दूसरे को आश्चर्य से देखा आज सूरज कहां से उगा है ,ये कैसे हो सकता है कि सक्षम हमें माफी मांगने बोल रहा है....
सक्षम ने देखा कि उसके दोस्त शॉक्ड होकर उसे देख रहा है ,वो पास गया और उदय के कंधे पर हाथ रखा और अपनी बात दोहराई,"मैंने कहा तुम तीनों अपनी मिसबिहेव के लिए मिस अक्षा से माफी मांगो जाओ "नाव फास्ट ,उसने आखिर शब्द ऊंची आवाज में कहा..!!
उदय ने लड़खड़ाते हुए कहा,"सक्षम ..सक्षम ये ..ये क्या बोल रहा है हम हमेशा तो रैगिंग करते आए हैं हम सिनियर स्टूडेंट्स है इस..
मयंक ने भी हामी भरते हुए कहा,"हां सक्षम उदय सही तो कह रहा है ...
सक्षम ने फिर गुस्से से कहा आंखें फैला कर,"दोस्त हो इसीलिए बोल रहा हुं जाओ माफी मांगो और आगे किसी भी को परेशान नहीं करेंगे आई बात समझ में ...
साहिल ने कहा ,"ठीक है , वो अक्षा को देखकर बोला,"सॉरी अक्षा जी आइंदा गलती नहीं होगी , फिर वो सक्षम को देखकर बोला,"अब खुश मैंने हम तीनों के तरफ से बोल दिया है फिर चारों ओर देखा तो कंपाउंड के सारे स्टूडेंट्स इन्हीं पर नजरें गड़ाए खड़े थे उसे साहिल देखकर बोला,"और तुम लोग यहां क्या देख रहे हो यहां कोई तमाशा नहीं हो रहा है "गो नाव ...उसने आंखें तरेर कर देखा तो सारे स्टूडेंट्स जाने लगे ..!!
अक्षा और हिना भी वापस क्लास रूम की ओर जाने को मुड़ा तो...
सक्षम ने कहा," मिस अक्षा रुको...
अक्षा रुकी और पीछे देखी तो सक्षम उसी की ओर आ रहा था ..
सक्षम ने कहा पास आकर ,"आगे यहां इस कॉलेज में रैगिंग नहीं होगी और किसी भी लड़के को कोई परेशान नहीं करेगा "नाव जस्ट फ्रेंड , उसने अपने हाथ आगे बढ़ाया..!!
अक्षा अपने आंखें और भौंहों को सिकोड़ कर देखी तो हिना ने कहा,"चलो अक्षा चलते हैं उसने आगे कदम बढ़ाते हुए अक्षा को खींच लिया और आगे बढ़ी अक्षा ..!!
सक्षम ने कहा तेज आवाज में,"मिस अक्षा जब भी मन करे दोस्ती का तो मैं यही हुं ,उसने मुस्कुराते हुए कहा..!!
इधर ...
विक्रम अपने केबिन में पर बैठा था उसी समय उसकी फोन पर रिंग आया उसने फोन का स्क्रीन देखा और रिसिव किया ,"हेलो मॉम इस वक्त क्यों फोन किया आपने ...
फोन के दूसरे तरफ से रागिनी बोली,"तुमने हमें रावत विला रणविजय के हाऊस भेजे थे तुने बताया नहीं था मकसद क्या था और मैं भैया को लेकर गई थी वहां कुछ नहीं मिला हमें जो शक के दायरे में हो ..!!
विक्रम ने मुस्कुराते हुए अपने दोनों भौहों को नचाकर कहा," ओ... मैंने बस कहा था जाकर देखो अकेले रहता कभी कभी उसके हाऊस जाकर देख लिया करो क्या बुरा किया ..!!
रागिनी ने फिर कहा,"ठीक है हमने देख लिया मेड के अलावा कुछ नहीं है उसके होम टेकर डिसूजा और भैया को शक ना हो सोचकर मैने भैया से वहां के इंटिरियर चेंज करने की सलाह दी थी ले जाने के लिए , हां पर एक न्यू मेड दिखी वहां जो युनिफॉर्म में नहीं थी , रणविजय तो हमें रूल्स पर रहता है अपने हाऊस के मेड हो या ऑफिस के सभी उसके रूल्स फॉलो करते चलते हैं पर वो लड़की ...
विक्रम ने आंखें सिकोड़ कर पूछा,"क्या कहा आपने कौन लड़की..??
रागिनी ने बात बढ़ाना पसंद नहीं किया और बात खत्म करने के मुड में बोली,"कुछ नहीं ,बस तुम अपने काम में ध्यान दो और भैया के सामने एक जिम्मेदार बेटा बनकर उसे प्रभावित करो ,अब मैं फोन रखती हुं मेरी किटी पार्टी का समय हो रहा है बाय शाम को मिलते हैं डिनर पर ,उसने फोन डिस्कनेक्ट किया..!!
विक्रम ने अपने आप से कहा,"मॉम ने कहा कोई लड़की ..कौन है कहीं वहीं तो नहीं मुझे एक बार जाकर देखना तो बनता है आखिर रणविजय क्या कर रहा है ,भाई हुं उसका तो फिक्र तो बनता है चाहे प्यार से या दुश्मनी से ,उसने एक तिरछी मुस्कान दिया खतरनाक इरादे से ..!!
संगीत युनिवर्सिटी में...
एक बड़े से म्यूजिक कमरे में सक्षम अपने तीनों दोस्त के साथ थे उदय नाराज़ भाव से दीवार पर मुक्का मार रहा था तो मयंक म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट ड्रम बजाने के स्टीक पकड़े दोनों स्टीक को एक दूसरे पर मार रहा था वहीं साहिल सक्षम के मदद कर रहा था गिटार के तार कसने की सक्षम तीनों पर नजर बनाए थे फिर तीनो की नाराज़गी देखकर बोला,"क्या हो गया तुम तीनो को कहा ना जो मैंने किया वो बिजनेस फायदा के लिए है मैं खुद उस लड़की को झेल नहीं सकता..
उदय ने सक्षम कि ओर बढ़ते हुए कहा," बिजनेस के लिए वो कैसे और मिस क्लासिक तो कोई बिज़नेस फैमिली से रिलेटेड नहीं है तो ये क्या माजरा है ..??
सक्षम ने डेविल मुस्कान देकर कहा,"बस तुम लोग उसे पटाने में मेरे साथ दो वक्त आएगा सब पता चलेगा बस अक्षा से दोस्ती हो जाए और उसे अपने मुठ्ठी में कर लूं ..!!
साहिल ने मज़ाक करते हुए कहा,"तो वो मुर्गी से कुछ और बन गई है..
मयंक ने ड्रम बजाते हुए कहा,"हां वो पंख वाली जुगनू जिसे सक्षम अपने मुठ्ठी में बंद करेगा ...
दिन का समय निकल गया रणविजय शाम सात बजे घर लौट आया और फ्रेश होकर डिनर के इंतजार में अपने फेवरेट कमरे में प्यानो बजाने आया और उसने अपने मन के शांति के लिए प्यानो बजाने लगा एक बेहद खूबसूरत संगीत जो उसके मन को शांति देता वो आंखें बंद किए अपने उंगलियों को नचाते हुए बटन प्रेस करने लगा तो मधुर म्यूजिक की आवाज गूंज गई ..
अक्षा अपने कानों से इयर प्लग निकाली तो कानों में मधुर संगीत सुनाई दिया उसके रोम रोम खड़े हुए साथ ही उसके कान उसे और सुनने को उत्सुक हुई तो वो अपने पैरों को रोक नहीं पाई और कमरे से निकल कर सीढ़ियां उतरी उस मधुर संगीत की दिशा में वो एक कमरे के दरवाजे पर ठहर गई और देखने लगी , कमरे में रणविजय प्यानो बजा रहा था ,अक्षा बिना अनुमति के अंदर आई और चुपचाप संगीत सुनते रणविजय के पीछे आकर खड़ी हुई...
कहानी जारी है...
जय श्री कृष्णना 🙏