दोनों - फिल्म समीक्षा Seema Saxena द्वारा फिल्म समीक्षा में हिंदी पीडीएफ

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दोनों - फिल्म समीक्षा

सीमा सक्सेना द्वारा लिखित दोनों फिल्म कि समीक्षा

फिल्म दोनों

निर्देशक हैं अवनीश बढ़जात्या

कलाकार हैं राजवीर देओल, पलोमा ढिल्लों, रोहन खुराना, कनिक कपूर मानिक,आदित्य नंदा आदि आदि

और मैं इसको चार अंक देना चाहूंगी |

जैसे ताजा हवा का झोंका आता है और बहुत प्यार से आपके बालों को सहलाता है और बड़े आराम से धीरे-धीरे बहता रहता है, कुछ ऐसी ही लगी मुझे राजवीर देओल, पलोम ढिल्लन और अवनीश बडजात्या की यह फिल्म “दोनों” । जो राजश्री का फिल्म बनाने का एक तरीका है, वह इसमें दिखाई देता है । राजश्री प्रोडक्शन में हमेशा से यही होता है कि वह जो भी फिल्में बनाते हैं पूरे परिवार के साथ आराम से बैठ कर देखी जा सकती हैं। इसके साथ ही उनकी दिल को छूने वाली फिल्में होती हैं, जैसे कि “हम आपके हैं कौन” “हम साथ साथ हैं” या फिर “मैंने प्यार किया” सभी मन के भीतर उतर जाने वाली फ़िल्में हैं ।

फिल्म दोनों की कहानी है कि देव यानी की राजवीर देओल और मेघना मतलब पलोमा ढिल्लों, यह दोनों एक शादी में आते हैं । इस शादी में जो दुल्हन है वह देव का प्रेम है, वह 10 सालों से इसको प्यार करता आ रहा है और अभी भी उससे प्यार करता है । इस शादी में मेघना का एक्स बॉयफ्रेंड भी है जो दूल्हे का दोस्त है, बस यही इस फिल्म की कहानी की थीम है, हालांकि कहानी बहुत ज्यादा अच्छे से नहीं रची गयी है लेकिन फिर भी जिस तरह से इसको फिल्माया गया है और दिखाया गया है वह सीधे दिल को आकर छू लेती है । इसलिए एक बार तो इस ताजा हवा के झोंके को महसूस करने के लिए “दोनों” फिल्म को देखने जाया जा सकता है।

इसमें सनी देओल का बेटा राजवीर देओल और पूनम ढिल्लों की बेटी पलोंमा दोनों ने बिल्कुल नेचुरल एक्टिंग की है उन्हें देखकर लगता ही नहीं है कि वह दोनों एक्टिंग कर रहे हैं । यह दोनों ही इस फिल्म में काफी अच्छे भी लगे हैं । अपने-अपने रोल में दोनों खूब जम रहे हैं ।

बहुत शांति के साथ बिल्कुल ऐसे जैसे कि कोई नदी बहती है ना वैसे ही यह कहानी बुनी गयी है । नदी जैसे धीरे-धीरे लहरें के हिचकोले लेती हुई आगे बढती चली जाती है ठीक ऐसे ही यह फिल्म भी नदी की मासूमियत सी आगे बढ़ती है । सभी कलाकारों ने अपने अपने किरदार को बखूबी निभाया भी है, बिल्कुल लगता ही नहीं है कि यह लोग एक्टिंग कर रहे हैं, बस ऐसा लगता है कि यह लोग बिल्कुल नेचुरल हैं, वह जो फिल्म में चल रहा है वह सच में इन्हीं दोनों के साथ ही हो रहा है । इससे ही पता चलता है कि यह कलाकार भले ही नए हैं लेकिन इन लोगों में बहुत ज्यादा टैलेंट है और यह आगे बहुत अच्छा काम भी करेंगे और इसके साथ ही जो सपोर्टिंग रोल हैं, उसमें जो कलाकार हैं वह भी बहुत अच्छे हैं । बड़ी अच्छी एक्टिंग भी की है, जैसे दुल्हन के रोल में अलीना यानी कनिक कपूर ने बहुत अच्छा काम किया है, इसी तरह से दूल्हा निखिल है, उसका किरदार निभाया है रोहन खुराना ने । रोहन खुराना का एक्टिंग का एक अपना अंदाज है वह इस तरह से एंटरटेन करते हैं कि हँसे बिना रहा ही नहीं जाता है, अपने आप से ही खुद ब खुद हंसी आपके चेहरे पर बिखर जाती है और दुल्हन की एक्टिंग जो कनिक कपूर ने निभाई है वह लगती ही नहीं है कि वह किसी भी तरह से हीरोइन कम है। पलोमा के बराबर ही वह भी दिखती है, वह उससे जरा भी कहीं पर कम लगती ही नहीं है और जब स्क्रीन पर आती है तो वह गजब का कमाल कर देती है । मानिक ने गप्पू के रोल में काफी अच्छा काम किया है और आदित्य नंदा ने गौरव के किरदार को बड़े अच्छे से निभाया है समझो उसने अपनी जान ही डाल दी है ।

फ्रेश फ्रेश ताजी-ताजी सी है यह फिल्म “दोनों” ।

इसमें डेस्टिनेशन वेडिंग दिखाई गयी हैं जो आजकल बहुत चलन में है।थाईलैंड में शादी की शूटिंग की गई है । लोकेशन को बहुत भव्य तरीके से दिखाया गया है।

फिल्म में जो भी चेहरे दिखते हैं, वह सारे के सारे नए हैं और कहीं ना कहीं मन को एक खुशी देते हैं । इस फिल्म दोनों में कोई बहुत बड़ा हीरो या हीरोइन नहीं है । सब किरदार एकदम से नए हैं और जो आपको एक ताजी खुशबू का एहसास कराते हैं मानों जैसे गुलाब के फूल की तरह खिले खिले लगते हैं और इस फिल्म को देखकर ऐसा लगता है कि अपने ही पुराने स्टाइल में राजश्री ने यह फिल्म बनाई है लेकिन साथ ही जो मॉडर्न फिल्म होती है ना उसमें भी वह पूरी तरह से कामयाब हुए हैं । इसके डायरेक्टर है सूरज बढ़जात्या के बेटे अवनीश बडजात्या हैं, सूरज बढ़जात्या की पहली फिल्म मैंने प्यार किया में “सूरज बढ़जात्या” “सलमान खान और भाग्यश्री की तिगड़ी थी ना ठीक उसी तरह से इस फिल्म में अवनीश बडजात्या, पलोमा ढिल्लों और राजवीर देओल की एक तिगड़ी है। इन्हें देखकर लगता है कि यह तिगडी भी बहुत आगे जाएगी और बहुत अच्छा काम करेगी ।

फिल्म में ट्रेडिशनल भी दिखाया गया है और मॉडर्न अंदाज भी दिखाया गया है । यह फिल्म हर तरह से कामयाब ही नजर आती है और ऐसा लगता है अवनीश ने खूब अच्छे से जांच परख के अपने राजश्री प्रोडक्शन से ट्रेनिंग ली है फिर इस फिल्म को बनाया है और वह इसमें कामयाब भी हुए हैं । मुझे लगता है इस फिल्म को एक बार तो जरूर देखनी चाहिए क्योंकि इतनी वेब सीरीज आ रही हैं, फिल्में आ रही हैं, उसमें यह फिल्म “दोनों” अपनी एक अलग सी जगह बनती हुई है । हालाँकि इसका इतना ज्यादा प्रमोशन नहीं किया गया है परन्तु जब भी हम कोई अन्य फिल्म देखने के लिए हाल में गए हैं, तब जरूर इस फिल्म का एक छोटा सा ट्रेलर दिखाया जाता था । कभी फिल्म शुरू होने के पहले या फिर इंटरवल के समय पर, तो इस फिल्म का ट्रेलर देखने में बड़ा शांत और बहुत अच्छा लगता था और जैसे इस फिल्म का ट्रेलर था, ठीक उसी के हिसाब से इस फिल्म लगती है एकदम स्मूथली चलती हुई ।

इस फिल्म का एक सीन है, जैसे कि दूल्हे की फैमली बहुत रुढ़िवादी है और वो दुल्हन को बात बात में टोंकती है, तब दूल्हा अपनी दुल्हन का साथ देता है, यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि अगर जिसके साथ आप पूरा जीवन गुजारने जा रहे हो तो अगर वह आपके साथ है फिर चिंता की कोई बात ही नहीं है ।

मेरे हिसाब से तो यह फिल्म “दोनों” जरुर देखनी चाहिए ।

 

सीमा सक्सेना बरेली