जिद
अरे अतुल तुम यहाँ ?
मैं तो तुम्हें यहाँ देखकर चौंक रहा हूँ !
कब आई ?
बिलकुल अभी ! और तुम ?
मैं भी आज ही आया हूँ !
अच्छा ठीक है, मैं चलती हूँ ! बाय !!
कहाँ चलती हूँ, यार दो मिनट बात तो करो !
देखो 12 बज रहे हैं ! बुआ के घर तक पहुँचते पहुँचते देर हो जाएगी !
कोई देर नहीं होगी , इतने दिनों के बाद तो मिले हैं ! चलो आज मूवी देखते हैं बहुत दिनों से कोई मूवी नहीं देखी और अकेले देखने का मन नहीं है !
नहीं भाई , मन नहीं है कल रात नींद पूरी नहीं हुई! आँखें बहुत भारी हो रही हैं! घर जाकर सोना है !
आँखें भारी ? अतुल ने मुस्कुराते हुए कहा !
चुप रह अतुल, मस्ती नहीं !
ओके मस्ती नहीं, पर तुम भी नखरे करना छोडो और आज मेरे साथ मूवी देखने चलो !
तुम मानोंगे नहीं न भाई ?
तुम्हारा ही भाई हूँ न, तो भला कैसे मान जाऊंगा ?
मैं इतना सामान लेकर कैसे जा सकती हूँ !
वैसे इतना सामान लेकर कहाँ जा रही हो ?
भाई हिमाचल जा रही हूँ !
क्यों ? क्या अभी से साध्वी बनने का सोच लिया ?
अरे मेरे प्यारे भाई, वहां पर मेरा सिंगिंग का कॉम्पटीशन है न !
वाह क्या बात है, अब तो मेरी बहन बड़ी गायिका बन गयी है ! इज्ज़त के साथ पेश आना पड़ेगा ! तभी आपके पास आजकल अपने भाई के लिए समय नहीं है !
अपने भाई के लिए बहन कभी बदलती है, नहीं न ? मैं बिलकुल वैसी ही हूँ !
लाओ अच्छा, अपना बैग मुझे दो ! इतना भरी बैग तुमसे नहीं उठेगा ! कहते हुए उसने ऑटो से उसका बैग उतार लिया !
बहुत परेशान करते हो भाई ! राशी नाराज होती हुई स्वयं भी नीचे उतर आई !
अतुल उसकी बात पर ध्यान न देकर, बैग खींचते हुए आगे आगे चलने लगा !
ऑटो वाले उसके पास आ आकर पूछने लगे, कहाँ जाना है ?
अभी कहीं नहीं जाना है, जब जाना होगा, बता दिया जायेगा !
अतुल उसका कजिन ! बहुत ही प्यारा है ! हमेशा बहुत ध्यान रखता है इतना कि अपना सगा भाई भी नहीं रखता होगा ! हक तो इतना जताता है कि उसकी बिना राय के मैं कोई काम न करूँ, परन्तु आज की भागदौड़ की लाइफ में कहाँ ध्यान रहता है लेकिन जब भी मिल जाता है तब अपने रौले में ही मिलता है ! अपने नाना के साथ उनके बिजनेस में हाथ बंटा रहा है उसी सिलसिले में यहाँ पर आना हुआ होगा ! उसने सोचा !
राशी तुम्हें भूख लग रही होगी, हैं न ? बताओ क्या खाओगी ? उसके जवाब का इंतजार किये बिना ही वह मैकडोनाल्ड के सामने जाकर खड़ा हो गया ! पहले पेट पूजा फिर काम दूजा !
तुझे खाने के अलावा कुछ और भी सूझता है ? तू कभी नहीं बदलेगा !
और तुझे भूखे रहना अच्छा लगता है ! हैं न ? तू चुपचाप पहले कुछ खा ले, तेरी आदतें मुझे बखूबी पता हैं !
उफ़ ! तू मानेगा नहीं न ? चल डोसा खा लेती हूँ !
यहाँ डोसा नहीं है ! पागल ये मैक्डोनल्ड है ! मैं खुद ही कुछ ले आता हूँ, तू बैठ !वो हँसता हुआ चला गया !
हे भगवान ! वो भी न ऐसे मगन हो रही है कि पुछो ही मत !
वो बर्गर और फिंगर चिप्स ले आया, और क्या लेगी इसके साथ ? आइसक्रीम या कोल्डड्रिंक ?
आइसक्रीम ?
कौन सी ?
बटरस्कोच !
ठीक है ! कहकर वो काउंटर की तरफ बढ़ गया !
कितना प्यारा भाई है ! हे भगवान, ये हमेशा ऐसा ही बना रहे ! भाई क्या दोस्त ही है ! आजकल अपने तक साथ नहीं निभाते और ये ऐसे निभा रहा है कि सगा भाई तक न निभाये !
जल्दी ही वो आइसक्रीम ले कर आ गया ! अब फटाफट से इसे खा कर ख़त्म करो !
इतना सारा मैं अकेले ! तुम भी खाओ !
मैंने तो बिलकुल अभी अभी भिन्डी पराठें खाएं हैं ! अब ये मत पूछना कहाँ से ? मम्मी ने बना के रख दिए थे !
चलो मैं अपने लिए कोल्डड्रिंक ले आता हूँ !
ठीक है भाई नहीं पूछूंगी, जब तुमने खुद ही बता दिया ! राशि खिलखिलाई !
राशी चलो आज कोई फिल्म देख लेते हैं, काफी दिनों से नहीं देखी !
नहीं भाई, बिलकुल भी मन नहीं है ! बहुत थकान हो रही है ! कल रात ठीक से सो भी नहीं पाई थी !
तो क्या अब सोने का समय है ! रात को ही तो सोयेगी न ?
ये अतुल भी न निरुत्तर कर देता है ! लेकिन ये सामान कहाँ रखूँगी !
अरे ओ मेरी प्यारी बहन, जहाँ मैं रखूँगा ! तुझे पता है न देख मेरे पास भी तो ये दो बड़े बैग हैं न !
क्या है इनमें ?
दुकान के कपड़े, सूट बगैरह !
चल भाई, तेरी बात मानने के अलावा मेरे पास कोई और चारा भी तो नहीं है !
ऑटो लेकर जब तक माल के पी वी आर तक पहुँचे तब तक फिल्म शुरू भी हो गयी थी !
चलो कोई बात नहीं ! आधी ही देख लेते हैं तेरा समय भी सेव हो जायेगा, हैं न ?
वो दो टिकिट ले आया ! अंदर काउंटर पर सामान जमा करा दिया ! सामान कुछ ज्यादा था तो उसके 100 रुपए एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ा !
हाल में एंट्री की ! वहां पर एकदम अँधेरा था ! बीच से निकलते हुए फिल्म देखते लोग डिस्टर्ब हो रहे थे !
वे पीछे से तीसरी लाइन में जाकर बैठ गए ! उनके बराबर वाली सीट पर एक आंटी जी अपने पति के साथ बैठी थी ! वे अपना ध्यान पिक्चर की तरफ से हटा कर उन दोनों को बड़े ध्यान से देखने लगी ! मानों वे दोनों घर से भागे हुए कोई प्रेमी प्रेमिका हैं !
उफ़ ये दुनियां, ये समाज, एक लड़की और एक लड़के को एक ही नजर से क्यों देखती है ! कब बदलेगी लोगों की सोच ?
उसके मन में कडवाहट सी उभर आई और होठो पर फीकी व्यंगात्मक मुस्कराहट !
उनकी तरफ से अपना ध्यान हटाकर राशी ने अपनी नजरे स्क्रीन पर गडा दी !
अरे अतुल यह कौन सी फिल्म है ? तनु वेड्स मनु रिटर्न तो नहीं लग रही ! शायद दिल धडकने दो है ! हैं न ?
हाँ शायद दिल धड़कने दो ही है ! यह मुझे नहीं देखनी !
अब आये हैं तो देख लेते हैं !
नहीं ? राशी नहीं देखनी ये फिल्म !
अतुल, क्या हुआ भाई ? इतना परेशान क्यों होते हो !
तुम्हेँ चलना है या अकेले ही देखोगी ?
अतुल सीट से उठकर खड़ा हो गया !
ओफ्फोह ये अतुल भी न, बिलकुल पागल है ! सुनता ही नहीं ! पल में तोला, पल में माशा ! कितने मन से लेकर आया था और अब नहीं देखनी ! एकदम बच्चों जैसी जिद !
बाहर निकल कर उसने कैंटीन से एक पानी की बोतल ली और पूरी बोतल एक ही साँस में खाली करके बोला, चल पहले तुझे बुआ के घर छोड़ आता हूँ फिर मैं अपना दुकान का काम निबटा लूँगा !
राशी की कुछ समझ में न आया ! मनपसंद फिल्म न होने पर इतना गुस्सा ! हद है ! मुझे क्या ? उसने मन ही मन में सोचा !
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seema saxena
9458606469