The Author Harshu फॉलो Current Read Hold Me Close - 24 By Harshu हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books अंगद - एक योद्धा। - 9 अब अंगद के जीवन में एक नई यात्रा की शुरुआत हुई। यह आरंभ था न... कॉर्पोरेट जीवन: संघर्ष और समाधान - भाग 1 पात्र: परिचयसुबह का समय था, और एक बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी की... इंटरनेट वाला लव - 90 कर ये भाई आ गया में अब हैपी ना. नमस्ते पंडित जी. कैसे है आप... नज़रिया “माँ किधर जा रही हो” 38 साल के युवा ने अपनी 60 वर्षीय वृद्ध... मनस्वी - भाग 1 पुरोवाक्'मनस्वी' एक शोकगाथा है एक करुण उपन्यासिका (E... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Harshu द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 36 शेयर करे Hold Me Close - 24 (10) 4.9k 8.1k मैं हेल्प कर देता हूं तुम्हारी! पिन दो ...", अर्जुन ने रेवा के हाथो से पिन लेते हुए कहा । अर्जुन पिन लगा ही रहा था । तभी उसकी नजर रेवा की पीठ पर गई। "देखो तुम अपने बाल खोल दो ", अर्जुन के ऐसे बोलने से रेवा को थोड़ा अजीब लगा। "क्यों ??? मुझे कैसी हेयरस्टाइल करनी है वो आप बताएंगे मुझे ?? आप कभी कभी ऐसे बिहेव करते है जैसे में आपकी रियल वाइफ हूं ! मैं बाल नही खोलूंगी ! उलझ जाते है मेरे बाल !! ""तो उलझने दो ! मैं तो पहली ही उलझ चुका हूं इनमें !!", अर्जुन ने कहा और रेवा के बालों मैं लगा हुआ क्लिप निकल दिया । रेवा के लंबे बाल कंधे से होकर उसके कमर तक आ गए। "आप मुझ पर ऐसी जबरदस्ती नही कर सकते । मुझे कैसी हेयरस्टाइल करनी है वो में डिसाइड करूंगी ! आप क्यों इंटरफेयर कर रहे है "। रेवा ने गुस्से से कहा । "Shshsh!!! कितना चिल्लाती हो तुम !! पार्टी मैं ना बहुत लोग होंगे । मैं नहीं चाहता की कोई तुम्हे गलत नजर से देखे । तुम्हे पता नही की कुछ कुछ मर्दों की सोच कैसी होती है । और मैने तुम्हे जिम्मेदारी ली है ना i have to protect you ❤️ है ना ??", अर्जुन ने रेवा से इतने प्यार से कहा की रेवा का गुस्सा एकदम से शांत हो गया। "Ok Fine! अगर यही बात पहले इतने प्यार से कहते तो मैं गुस्सा करती ही नहीं ! आपको प्यार से बात करना सीखना चाहिए !! खैर मैं तुषार के साथ जा रही हूं ! Bye", रेवा ने एक क्यूट स्माइल के साथ कहा और वहा से चली गई । तो अब मुझे इसके साथ 24 × 7 प्यार से बात करनी होगी !! मैं और प्यार !!अर्जुन ने सिर पर हाथ मारते हुए कहा । कुछ देर बाद तुषार और रेवा दोनो भी पार्टी जहा अरेंज की थी उस होटल के बाहर पहुंच गए। "रेवा ! तुम अकेली कही मत जाना ओके । मतलब अर्जुन ने बताया मुझे सब कुछ । तुम टेंशन मत लो कुछ नही होगा । हम सब ठीक करदेंगे! ", तुषार ने रेवा से कहा । हां! Don't worry में अकेली कही नही जाऊंगी । आप दोनो ना बहुत ओवरथिकिंग कर रहे है। कुछ नही होगा मुझे ! अब चलते है ! जैसे ही रेवा ने अंदर की सारी तैयारी देखी उसकी आंखे खुली की खुली रहे गई । "बापरे !! ये इतना सब कुछ होता है क्या तुम जैसे बड़े लोगो की पार्टी मैं !! रेवा की इस बात पर तुषार ने हंसते हुए कहा –"हा ! तुम्हे अनकंफर्टेबल फील हो रहा है क्या ? अगर ऐसा है तो तुम मेरे साथ रहे सकती हो पार्टी मैं ! और तुम्हारी एक फ्रेंड भी तो है न ! क्या उसका नाम ....मीरा !! वो कहा है ? " "आती ही होगी वो । वैसे अर्जुन कब तक आयेंगे ?? "रेवा की इस बात पर तुषार ने रेवा को चिड़ाते हुए कहा–"तुम भी ना !! तुम दोनो को एक दूसरे के बिना चैन नही मिलता क्या ? अर्जुन केबिन में बैठकर CCTV से तुम्हे देखता बैठता है । घर पर पूरा टाइम साथ होते हो ना तुम ? फिर भी ? और अब तुम पूछ रही हो अर्जुन कब आएगा ! घर से ही आ रहे है ना हम ! तुम दोनो सच मैं ....!!ये प्यार का नाटक करते करते तुम दोनो को सच मैं एक दूसरे से प्यार हुआ है क्या ? और वैसे भी तुम्हारे पतिदेव आज बिजी होंगे बहुत... "क्या कहा तुमने ? अर्जुन CCTV से मुझे देखते रहते है ? ",रेवा ने सवाल भरी नजरो से तुषार की ओर देखते हुए पूछा । "ये बोलने के बाद तुषार को रियलाइज हुआ की उसे सीसीटीवी वाली बात रेवा को नही बताना चाहिए थी । "वो...में...में बोल रहा था की.. i mean .. देखो तुम्हारी फ्रेंड आ गई ", तुषार ने मीरा की और देखते हुए कहा जो की अभी अभी पार्टी मैं आई थी । "अब तुम अपने फ्रेंड के साथ जाओ एंजॉय !! Have fun में यही हूं ..", तुषार ने कहा और जल्दबाजी में वहा से चला गया ।तो वही मीरा रेवा को देखकर बहुत ज्यादा सरप्राइस थी । "Wow यार!! तुम कितनी प्यारी लग रही हो... अगर मैं लड़का होती ना तो पक्का तुझे प्रपोज करती !!" रेवा : अच्छा !? और अगर मैं मना कर देती तो ? "तो..तो...तो मैं तुम्हे उठाकर लेकर जाती ! कोई इतना प्रीटी कैसे दिख सकता है !!", तुम्हे तो मेरी ही नजर लग जाएगी मीरा ने कहा । रेवा : अब बस हुई मेरी तारीफ । तुम भी कुछ कम हॉट नही दिख रही !! रेवा और मीरा दोनो भी बात कर ही रहे थे तभी राहुल ने पीछे से आते हुए कहा –"हेलो cuties" मीरा: Hi... कितने दिनों बाद मिल रहा है तू। "हां एक जरूरी काम था इसलिए ...well ये कौन है ? New employee? ", राहुल ने रेवा की ओर देखते हुए पूछा । रेवा: हां! कल ही ज्वाइन किया है । nice to meet you । "Nice to meet you too.. my self Rahul ",राहुल ने कहा और रेवा के ओर अपना हाथ बढ़ा दिया । रेवा ने भी राहुल से handshake किया। राहुल : कुछ ड्रिंक करते है हम?? "No I don't drink ! Sorry ! मैं अभी आती हूं एक अर्जेंट कॉल करना है ",रेवा ने कहा और वहा से चली गई । तो वही राहुल के इरादे रेवा को लेकर और भी ज्यादा खराब होते जा रहे थे । "She is so beautiful! रियल में तो और भी ज्यादा हॉट दिखती है । अब पता चला की बॉस को ये लड़की क्यों चाहिए । अब इसे बॉस के पास देने से पहले मुझे भी तो कुछ करना होगा ना! एक बार try करना तो बनता है !! वैसे भी आज के बाद में उसे देख भी नही सकता !! तो क्यों ना आज की ये रात यादगार बनाली जाए ! बॉस को वैसे भी कुछ पता नही चलेगा ! राहुल ने वाइन का एक सिप लेते हुए कहा । उसके इरादे उसके आंखो मैं साफ दिख रहे थे । ‹ पिछला प्रकरणHold Me Close - 23 › अगला प्रकरण Hold Me Close - 25 Download Our App