Hold Me Close - 23 Harshu द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Hold Me Close - 23

अर्जुन ने साइड टेबल पर रखा अपना वॉच और वॉलेट उठाया और रेवा से दूर हो गया । रेवा की अभी भी हिम्मत नही हो रही थी की वो अर्जुन को देखे ।

"तुम रेडी हो जाओ मैं बाहर वेट कर रहा हूं ", अर्जुन ने कहा और रूम के बाहर चला गया ।

अर्जुन के बाहर जाने के बाद रेवा ने एक गहरी सांस ली ।
रेवा ने कमरे का दरवाजा अंदर से लॉक कर दिया । रेवा की नजर सामने वाले आयने पर गई । उसने देखा की उसके गाल लाल हो गए थे ।

"मैं ब्लश कर रही हूं क्या ! लेकिन क्यों !! ", रेवा ये सोच ही रही थी तभी बाहर से अर्जुन ने दरवाजा नॉक करते हुए कहा –"तुम्हारा शर्मा कर हो गया हो तो तैयार भी हो जाओ जल्दी से "

"आपने रूम के अंदर कैमरा लगाए है क्या !",रेवा बड़बड़ाई।

"नही नही कैमरा नही लेकिन तुम्हे जानने लगा हूं मैं । अब ये खुद से ही सवाल जवाब करना बंद करो और जल्दी से रेडी हो जाओ । मुझे एक जरूरी काम भी है अर्जेंट है तो प्लीज जल्दी करना ", अर्जुन ने बाहर से ही कहा ।

"प्लीज!!!", पीछे से तुषार ने कहा।

अर्जुन : तू यहा। क्या बात है इतनी जल्दी रेडी भी हो गया !

"मेरा छोड़ो तुमने क्या कहा ? प्लीज !! तुम प्लीज भी कहते हो क्या ? ये कब से स्टार्ट किया तूने ? तू एक लड़की को प्लीज बोल रहा है। द अर्जुन सिंघानिया एक लड़की को प्लीज कैसे बोल सकता है !! ये तो हिस्टोरिकल मोमेंट है ! कहा गया तुम्हारा मेल इगो? कहा गया वो अर्जुन जिसके लिए उसका इगो सबसे ऊपर रेहेता था? ये तो कोई नया अर्जुन है ! ", तुषार ने अर्जुन का मजाक उड़ाते हुए कहा।

तो वही अर्जुन तुषार के बात पर सोचने के लिए मजबूर हो गया । क्योंकि इससे पहले उसने कभी किसी लड़की से प्लीज और सॉरी कभी नहीं कहा था। उसने कभी भी अपना इगो sacrifice नही किया था । लेकिन रेवा के सामने वो ये सब कुछ भूल जाता था।

यही तो प्यार होता है जिसके आगे हम सब कुछ हार देते है । हमारा इगो हमारा गुस्सा सब कुछ!! और इस वक्त अर्जुन के साथ भी वही हो रहा था ।

तुझे चैन नही मिलता ना जब तक तू मुझे परेशान नही करता तब तक? अच्छा रेवा को अपने साथ लेकर जाना । मैं पार्टी मैं रेवा को अपने साथ तो नही लेकर आ सकता। लेकिन सिक्योरिटी है । कुछ गलत नही होगा। तुम नीचे रुको मैं रेवा को नीचे भेजता हूं । एक जरूरी काम निपटाकर आना है मुझे", अर्जुन की बात सुनकर तुषार ने अपना सिर हा मैं हिला दिया और नीचे चला गया। अर्जुन जैसे ही पीछे पलटा सामने से आती हुई रेवा से टकरा गया । रेवा गिरने ही वाली थी लेकिन तभी अर्जुन ने उसके कमर से पकड़कर उसे अपनी ओर खींच लिया और गिरने से बचा लिया । अर्जुन ने जब रेवा को देखा तो बस देखते ही रहे गया।

"कोई इतना खूबसूरत कैसे हो सकता है",अर्जुन ने अपने मन ही कहा ।

"छोड़िए मुझे !! जब देखो तब मेरे करीब आने के बहाने ढूंढते है "रेवा ने कहा।

"तुम इतनी भी प्रीटी नही हो की मैं तुम्हारे करीब आने के लिए मरा जाऊंगा ! और मुझे कुछ करने के लिए तुम्हारी परमिशन की जरूरत नही है ", अर्जुन ने अपने आप को रेवा से दूर करते हुए कहा।

अर्जुन: तुम हमेशा गिरती रहती हो ! तुम्हे सही से चलना भी नही आता क्या ?

"क्यों? आप मुझे संभालते संभालते थक गए क्या ? ", रेवा ने अपनी आंखे छोटी करते हुए पूछा ।

अर्जुन : "फ्लर्ट कर रही हो ? और आज तो मैं बहुत हॉट भी दिख रहा हूं ना "

रेवा: "मुझे फ्लर्ट करना आता भी नही है ! मैं बस आपको ताना मार रही हूं । और रहा सवाल आपके हॉट दिखने का तो कुछ खास अच्छे नही दिख रहे आप !! "

अच्छा!! ....अर्जुन ने कहा और अपने ओंठो को रेवा के कानो की तरफ बढ़ाया ।

वैसे तुम्हे एक compliment दूं?? अर्जुन ने पूछा। अर्जुन के करीब आने से रेवा हर बार की तरह नर्वस हो रही थी ।

"मैं कुछ पूछ रहा हूं जवाब दो ! ",अर्जुन ने फिर से कहा।

रेवा : हा कहिए !!

अर्जुन: आज तुम...

रेवा: हां आज मैं क्या ?

"आज तुम किसी चुडेल से कम नही लग रही",अर्जुन ने कहा और रेवा से दूर होकर जोर जोर से हंसने लगा।

रेवा : "आप कभी नही सुधरेंगे ना??"

Never!!!!! Ready हो तुम? अर्जुन ने पुछा।

"हां बस मां के पास एक काम है ! सेफ्टी पिन लगाना है साड़ी में। हो जायेगा २ मिनिट मैं", रेवा की इस बात पर अर्जुन ने रेवा को रोकते हुए कहा –"मां के पास जाओगी तो उन्हें डाउट होगा ! उनके लिए तो मैं तुम्हारा हसबैंड हू ना। तो मेरे होते हुए भी तुम मां के पास जाकर हेल्प मगोगी तो......!! "

रेवा: you are right तो अब क्या करू?? कौन हेल्प करेगा मेरी!