Sath Zindgi Bhar ka - 66 books and stories free download online pdf in Hindi

साथ जिंदगी भर का - भाग 66

आस्था आंखें बंद करके एकांश की छुअन अपने गले पर और कंधे पर महसूस कर रही थी बेचैनी से उसने अपनी आंखे और जोर से बंद कर ली थी एकांश की छुअन से उसके अंदर के सारे एहसास अब बेकाबू हो चुके थे इसी बीच किसी ने उसे अपनी और खींच लिया और आस्था अपनी आंखें खोल हैरानी से उस शख्स को देखने लगी

आप आस्था ने उससे देख अपना थूक घटक लिया और गहरी सांस छोड़ दी सॉरी जान लेकिन हम आपको किसी और के साथ नहीं देख सकते बिल्कुल भी नहीं ऐसा नहीं है कि आप पर भरोसा नहीं करते पूरा भरोसा है आप पर हमें लेकिन यह दिल है कुछ महसूस हुआ यहां और हम वह सब कर बैठे एकांश ने आस्था को पलट दिया और उसके सर को अपना सर लगाया आंखें बंद करके बोले जा रहा था

अपने कमरे में जाने के बाद उसे एहसास हुआ कि उसने क्या कर दिया सपने में भी आस्था को हर्ट करने के बारे में सोचने वाला वह आज सच में उसे हर्ट कर बैठा था बिना एक पल गंवाये वह आस्था के पास वापस आ गया था आपको एहसास भी है कि आप ने क्या कर दिया कुंवर जी कैसे हां बोलेंगे कैसे-कैसे आपने आस्था के आगे कुछ बोलने से पहले भी एकांश बोल पड़ा

सॉरी ना जान प्लीज फॉरगिव मी एकांश ने उसे अपनी बाहों में ले लिया करीब मत आइए हमारे आस्था ने उसे दूर धकेल दिया समझते क्या है आप अपने आप को जब चाहे करीब आते हैं जब चाहे दूर चले जाते हैं हमारे बारे में सोचा है हिम्मत कैसे हुई आपकी हमें इस कर इस कदर तड़पाता हुआ अकेले छोड़कर जाने की बोलिए आस्था उसकी शर्ट पकड़ कर बोल रही रही थी और एकांश हैरानी से उसे ही देख रहा था अब चुप क्यों है

आपको एहसास है आपको आपके इस कदर हमें छूने से और फिर बीच में ही छोड़कर जाने से हम पर क्या बीत रही है कितनी बेचैनी महसूस हो रही है हम तड़प रहे हैं हम हम आपके लिए आस्था क्या चाहती हैं आप कहिए व्हाट व्हाट डू यू वांट एकांश ने के कमर को पकड़ा आस्था की नजरों की बेताबी उसे बेकरार कर रही थी आई वांट टू यू आस्था ने उसकी कॉलर पकड़कर आंखों में आंखें डाल कर कहा और उसे देखने लगा कांट यू लिसन आई वांट टू यू कुंवर जी आपको चाहते हैं हम

आस्था के आगे के अल्फाज उसे गले में ही रह जाएगा इसमें उसके होंठों को अपने होंठों में लिया था और बेकाबू होकर उसे उसके लबों का रस पी रहा था एकांश के हाथ कब उसके कमर से होकर उसके बालों में आ गए और फिर उसकी पीठ पर घूमने लगे उसे पता ही नहीं चला आस्था भी कहां होश में थी वह भी तो एकांश में पूरी की तरह पूरी गुम हो चुकी थी

एकांश उसके गले पर की तरफ मुड़ चुका था कुंवर जी हम बाहर हैं आस्था ने एकांश के अगले कदम को समझकर कहा और अगले ही पल में उसको बाह में उठा लिया कुंवर जी कोई देख लेगा आस्था उसके इस तरह उठाने से हैरान हो गई और फिर शर्मा कर उसके बाहों में छुप गई एकांश बिना कुछ कहे उसे पीछे के रास्ते से अपने पुराने वाले कमरे में ले गया

आस्था को नीचे उतारकर उसने अपने लबों की मोहर उसके सर पर दे दी और दरवाजा बंद करके आ गया आस्था सिर झुकाए अपने आप में सिमटती जा रही थी शर्म की लाली उसके गाल और कान लाल लाल हो चुके थे एक हसरत भरी निगाहों से आस्था को और शर्म महसूस हुई ऐसे मत देखिए ना कुवर जी हां हां में शर्म आती है

आस्था उसकी तरफ पीठ करके खड़ी जो हो गई जवाब में एकांश उसके करीब आया और उसे पीछे से अपने गले लगा लिया आप सच में तैयार होना आपका एकांश ने उसके कान में धीरे से कहा अगर हमारा जवाब ना हुआ तो आस्था की आवाज थर थरा रही थी

तो सारी उम्र आपका इंतजार करने के लिए हम तैयार हैं हम तैयार हैं एकांश ने उसे छोड़ दिया हम आपकी पत्नी है आपका हक है हम पर आस्था में उसके सामने आकर उसकी आंखों में आंख डालकर कहा यकीनन हमारा हक है आप पर लेकिन उसी तरह आप का भी हक है हम पर इसीलिए आपकी मर्जी हो ना भी मैटर करती है

एकांश आस्था के चेहरे को अपने हाथ में था ना तो दीजिए हमें हमारा हक हुआ जी हमें आपसे आपकी पत्नी होने का हक मांगते हैं आप का प्यार पाना चाहते हैं आस्था ने अपनी आंखें बंद कर ली एकांश ने एक बार आस्था को सर से पांव तक देखा और अगले ही पल में उसके होंठों को अपने होंठों में ले लिया कमरे की खिड़की खुली होने की वजह से हवा के झोंके के साथ-साथ गाने की आवाज भी उनके कमरे में आ रही थी जिस वजह से माहौल और भी रोमांटिक बन गया था

तू हीर मेरी

तु जिस्म मेरा

मैं रांझा हूं

लिबास तेरा

एकांश शिद्दत से उसके होंठों का अमृत पीने में लगा हुआ था उसके हाथ आस्था के बदन पर घूम रहे थे

यू करीब तू

छू लू मैं तेरी रूह

बिन तेरे मैं हूं

बेनिशा

आस्था को सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई उसने एकांश से अपने वह छुड़वाया और उसकी तरफ पीठ करके खड़ी हो गई आस्था आंखें बंद किए हुए जोर जोर से सांस ले रही थी

एकांश को वह बहुत अट्रैक्टिव लगी उसने जी भर के उसे देखा और फिर बेकाबू होकर अपने होंठ उसके गले पर तो उसके हाथ जोर से कमर पर रख दिए कुंवर जी आस्था की सिसकी निकल गई एकांश काफी प पैशनेटली उसे कंधे को गले को कॉलर बोन को किस किए जा रहा था

समंदर में किनारा तू

जो बिखरू मैं सहारा

तू समंदर में समंदर में

किनारा तू किनारा तु

जो बिखरू में जो बिखरू मै

सहारा तु सहारा तू सहारा तू

एकांश उसे वैसे ही किस करते हुए पीछे पीछे ले गया और दीवार टीका का कर उसे अपनी बांहों में घेरे में कैद किया इसमें अपनी शर्ट उतार कर एक और फेंक दें और आस्था में शर्मा कर अपनी आंखें बंद करके उसकी तरफ पीठ कर दी एकांश के चेहरे पर स्माइल आ गई

पहले थी बेवजह

फिर आके तू मिला

ख्वाबों को जिंदा कर दिया

अपने वजूद का

हिस्सा बना दिया

कतर दरिया कर दिया

उतरेंगे एकांश ने मुस्कुराते हुए उसकी पीठ पर से बाल आगे किए और हल्का सा लव बाइट उसके गर्दन पर दे दिया आस्था पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी सामने से दीवार का ठंडा पन और पीठ पर एकांश की गर्म छुअन वह बेकाबू होकर मुड़ने को हुई लेकिन एकांश में उसे वैसे ही पकड़ पकड़ रखा अपने एक हाथ से उसके दोनों हाथों को पकड़कर ऊपर की तरफ रखा और दूसरे हाथ से इसकी ब्लाउज की डोरी खोल वहां अपने होंठ चलाने लगा

शिरीन है तू

तू मेरी जुबां

फरहद हूं मैं

अल्फाज तेरे

आ यू करीब तू

छू लू मैं तेरी रूह

बिन तेरे मैं हूं बेनिशा

उसने आस्था के गले की चैन का हुक अपने दांतों से खोला और एक और रख दिया एक एक करके उसने आस्था के पहने सभी गहने उतार दिए थे यह सब करते हुए भी उसके होंठ आस्था को चुमने का अपना काम बखूबी निभा रहे थे

समंदर में किनारा तू

जो भी करो मैं सहारा तू

समंदर में किनारा तू

समंदर में किनारा तु

जो बिखरू में

जो बिखरू मै

सहारा तू सहारा तु

एकांश के होंठ आस्था के गर्दन पर से होते हुए पीठ पर से और नीचे की ओर जाने लगे अपने घुटनों पर बैठे एकांश ने आस्था को झट से घुमाया और उसके कमरबंद को अपने होठों से चूम लिया और धीरे से दांतो को दांतों से उसे निकालकर आस्था से अलग कर दिया और उसके पेट पर अपने होंठ घुमाने लग गया आस्था ने उस के बालों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली

शहर आप की धूल थी

तूने कबूल की

मैं आसमानी हो गयी

जानू ना उम्र भर

जो मेरे हमसफ़र

बाहों में तेरी सो गई

एकांश ने आस्था का आंचल उसके सीने पर से हटाया और आस्था ने अपने आपको उसकी बाहों में छुपा लिया प्लीज जान एकांश की प्यार भरी मांग और आस्था उससे अलग होकर आंखें बंद करके खड़ी हो गई एकांश ने आस्था की साड़ी उतार उसे उस बंधन से अलग कर दिया और अपनी बांहों में उठा कर बेड की तरफ ले गया

तू लैला है निगाह मेरी

मैं मजबूर हूं तलाश तेरी

हो यू करीब तू

छू लूं मैं तेरी रूह

बिन तेरे मैं हूं बेनिशा

एकांश आस्था को बिस्तर पर सुला कर अपने प्यार की मोहर और उसके पूरे बदन पर दे रहा था लाइट को कम करके उसने उनके बीच के सारे कपड़ों की दीवार को अलग कर दिया था आस्था ने अपनी आंखें बंद की हुई थी जान ओपन या आइस दिखाएं इसकी आवाज काफी हो चुकी थी

अपने प्यार को वह अंतिम सीमा पर पहुंच गया था और वह आस्था में समा जाना चाहता था आस्था ने ना में सर हिलाया प्लीज जान एकांश की मदहोशी करने वाली आवाज और आस्था ने उसे आंख खोलकर देखा एकांश ने उस से इजाजत मांगी और आस्था ने हा कह कर उसे रजामंदी दे दी

आह . . .. . . . आस्था की चीख निकल गई और उसने अपने होंठ दतों के तले कसकर दबा लिए एकांश धीरे-धीरे उसे अपने प्यार के एक ऐसे सफर की ओर ले गया जो ना जाने कब खत्म होने वाला था कुछ देर बाद आस्था भी उसमें एक होकर उसे प्यार को महसूस करने लगी

समंदर में किनारा तू

जो भी करो मैं सहारा तू

समंदर में किनारा तू किनारा तू

जो बिखरू मै

सहारा ही तो सहारा है तू

आज वह दोनों एक हो चुके थे हमेशा हमेशा के लिए ना उन्हें वक्त का होश था और न ही किसी और चीज की फिकर इतने सालों के इंतजार के बाद एकांश और आस्था एक हो गए थे

वह उस पर अपना पूरा प्यार लुटा रहा था एक दूसरे के साथ इस हसीन लम्हों को गुजारते हुए कब वह दोनों नींद के आगोश में चले गए उन्हें पता ही नहीं चला

रूद्र ने सबके साथ मिलकर पार्टी को अच्छी तरह से संभाल रखा था रेयांश टीना ने भी उसे विदा ले ली और वह चले गए पार्टी भी अब खत्म हो चुकी थी सब अपने अपने कमरे में सोने के लिए चले गए थे सारा अपने और आस्था के कमरे में आ गई थी और रूद्र को अचानक सामने देखकर डर गए यू आर यू मैड हम कितना डर गए थे

सारा मैं अपने धड़कते दिल पर हाथ रखा और उसने वह हाथ हटाकर अपने कान उसके दिल पर रख दिए क्या कर रहे हैं आप सारा उससे दूर होने को हुई लेकिन रुद्र ने उसके कमर पर हाथ डाला और उसके धड़कनों को महसूस कर रहा था सुनने तो दीजिए आप की धड़कन कितनी जोर जोर धड़क रहे हैं रुद्र ने कहा और अपने होठों से उसे वहां किस कर फिर से कान लगाकर खड़ा हो गया रूद्र सारा ने लड़खड़ाते हुए में लड़खड़ाते हुए उसका नाम पुकारा

लेकिन रुद्र ने उसके कमर पर हाथ डाल उसके धड़कनों को महसूस कर रहा था श्रावणी श्रावणी भाभी आती ही होंगी आपको जाना चाहिए सारा उसे अलग नहीं होना चाहती थी लेकिन फिर भी उसने उससे ऐसा कह दिया वह नहीं आएंगे सारा स्वप्न उन्हें आने ही नहीं देंगे और आज की रात हम आपके साथ गुजारना चाहते हैं

रूद्र नहीं सारा ने उसे धक्का दे दिया और उससे दूर हो गए क्यों नहीं हर कोई अपने अपने पार्टनर के साथ है तो हम क्यों नहीं रुद्र ने उसे पीछे से अपनी बाहों में भर लिया सारा के लाल हुए गाल को देखने में उसे बहुत ज्यादा ही मजा आ रहा था

उनकी शादी हो चुकी है हमारी अभी तक नहीं हुई है सारा ने फिर से अपने आप को छुड़ाना चाहा सारा आप भूल चुकी हैं हमारी भी अभी शादी हुई है एंड आई प्रॉमिस हम आपने साथ सिर्फ आधा ही रोमांस करेंगे आप रुद्र ने उसे गले को चूमते हुए कहा आप कर लेंगे लेकिन हम नहीं कर पाएंगे सारा के कहने पर रूद्र के चेहरे पर स्माइल आ गई और उसने अपनी बाहों में उठा कर बेड की तरफ ले गया दूसरी भी उसके गले को गालों को चूमते हुए सारा पर अपने प्यार की बारिश कर रहा था सार ना बेताब होकर सिर्फ उसके नाम की की माला जब रही थी

उससे एक लिपट प्यार किया और फिर प्यार किया और फिर अपनी बाहों में लेकर उसे सुनाने लग गया रूद्र हम एक कब होंगे सारा बहुत जल्द अब क्यों नहीं सारा को उसके जीवन की जरूरत महसूस हो रही थी क्योंकि हम हमारी फर्स्ट नाइट को बहुत ही ज्यादा यादगार बनाना चाहते हैं रूस ने उसके सर पर अपने प्यार की मोहर दे दी और आंखें बंद कर ले सारा भी उससे चिपक कर उसके सीने पर सर रखकर सो गई

??

फाइनली एकांश आस्था एक हो गए अब चलिए आप सभी इस पोस्ट पर कमेंट करके और रेटिंग की बहुत हार कर दिए जैसे एकांश और रोज में अपने अपने पार्टनर को प्यार की बौछार कर दी आपके कमेंट और लाइक को लेकर बिल्कुल भी कंजूसी नहीं चलेगी सो कीप कमेंटिंग एंड लेटिंग थैंक यू सो मच

कमेन्ट जरूर कीजिएगा

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