Sath Zindgi Bhar ka - 59 books and stories free download online pdf in Hindi

साथ जिंदगी भर का - भाग 59

एक दूसरे को दूर से ही देख कर दोनों ने अलविदा कहा और अपने अपने रास्ते पर निकल गए मिलकर भी वह दोनों बिछड़ गए क्योंकि उन्हें बिछड़ कर फिर से मिलना जो था एकांश वापस इंडिया पहुंच चुका था वह पहले अपने कमरे में गया और दरवाजा बंद करके उसने आस्था को कॉल किया कुछ घंटों के सफर में ही वह तरस गया था

आस्था की आवाज सुनने के लिए आस्था जो उसी के कॉल का इंतजार में थी उसने बिना एक पल गंवाये कॉल को रिसीव कर लिया दोनों खामोश रहे सिर्फ एक दूसरे की सांसो को महसूस करते हुए आस्था मत रोइए ना एकांश को उसके सांसो से पता चला कि वह रो रही है और अगले ही पल आस्था की सिसकी निकल गई

जान प्लीज हम वीडियो कॉल कर रहे हैं एकांश ने कॉल काट कर वीडियो कॉल किया आस्था को देखकर वह तड़प उठा बेड पर लेटे हुए आता बेतहाशा रोए जा रही थी उसकी आंखें नाक गाल पूरी तरह से लाल हो चुके थे जान प्लीज एकांश की आंखों में नमी भी छा गई थी

आई मिस यू आई वांट टू यू कुंवर जी आई वांट टू राइट नाउ आस्था रोते हुए जिद करने लगी उसने अपना सिर तकिए में छुपा लिया एकांश सिर्फ बेबस होकर उसे ही देख रहा था कुंवर जी प्लीज आइए ना हमें नहीं रहना दूर आस्था ने फिर एक बार कहा एकांश खामोश रहा उसने भी आस्था को रोने दिया

आप बहुत बुरे हैं कुंवर जी आई हेट यू आप हमसे बिल्कुल भी प्यार नहीं करते आस्था को उसका इस तरह उसका खामोश रहना हर्ट 💔💔 कर रहा था उसने चेहरा ऊपर करके एकांश की और देखा जिसकी वजह से भी जिसकी आंखों में से भी आंसू बह रहे थे दोनों ऐसे ही एक दूसरे को देखते रहे

सॉरी दोनों ने एक साथ कहा सॉरी जान प्लीज कुछ दिन और एक बार सब कुछ अच्छे से हो जाए फिर हम खुद आपको अपने पास अपने आप से एक पल के लिए भी दूर नहीं करेंगे एकांश ने कुंवर जी आप सॉरी मत बोलिए हम ही सब कुछ जानते हुए भी जिद कर रहे हैं आई एम सॉरी हमें इस तरह जिद नहीं करनी चाहिए थी

आस्था ने अपना सिर झुका लिया आपका हक है हम से Zid करना और सच कहें आपकी हमसे हमारे लिए जिद हमें बहुत पसंद आई लेकिन अफसोस है कि हम आपके यह भी पूरी नहीं कर सकते एकांश हालात ऐसे ही ऐसे हैं आप और हम कुछ भी नहीं कर सकते हैं

आई एम फाइन आस्था के चेहरे पर झूठी मुस्कान लाते हुए कहा लेकिन उसकी झूठी हंसी एकांश को समझ में आ गई थी कुछ देर ऐसे ही दोनों खामोशी से एक दूसरे को देखते रहे

आई एम मिस यू दोनों ने फिर एक बार साथ में कहा और उनके होठों पर स्माइल तो आंखों में नमी छा गई कुछ और देर बात करने के बाद दोनों ने कॉल रख दी

हर रोज की तरह एकांश आस्था एक दूसरे से बातें करते हुए अपना वक्त गुजारने लगे या फिर यूं कहें कि सिर्फ एक दूसरे को वीडियो कॉल पर देखते हुए अपना वक्त गुजारने लगे उन दोनों को दूर रहते हुए 3 महीने गुजर चुके थे

एकांश आज बहुत ज्यादा खुश था और उसी खुशी में उसने आस्था को वीडियो कॉल किया जान आपको पता है आस्था ने जैसे ही फोन उठाया एकांश जल्दी-जल्दी बोलने लगा लेकिन आस्था ने उसे उसे बीच में ही रोक दिया कुंवर जी आज आप फिर से स्टडी में हैं

क्यों इतनी देर तक काम करते हैं आप अपना बिल्कुल अपना ख्याल नहीं रखते आस्था ने उसे डांटते हुए कहा आस्था सुनिए तो सही एकांश ने नाराजगी से कहा

क्या सुने कुंवर जी नहीं कि आपने ऐसे दिन रात काम करके यहि की सिंपैथी का कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लिया है हमें सब पता है लेकिन हम बहुत नाराज हैं आपसे पता नहीं आपको क्या मिलता है इतनी देर तक काम करने से अपना ही नहीं कम से कम हमारा ख्याल तो रखा कीजिए

आस्था आपके लिए तो यह सब किया है एकांश क्या मतलब आस्था मतलब यह कि इस कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करने के लिए हमारे साथ एक और कंपनी पार्टनरशिप में लेनी होगी और हम आपकी कंपनी को सजेस्ट करने वाले हैं और जैसे ही आप सिंपैथी में 15% शेयर होल्डर हैं आई डोंट थिंक कि किसी को भी कुछ प्रॉब्लम होगी और ना ही किसी को शक होगा हमारे एक साथ काम करने पर एकांश में सारी बातें क्लियर की आफ्टरऑल आस्था के साथ के लिए ही तो उसने दिन रात एक कर के इस कांटेक्ट को हासिल किया था

सच में कुंवरजी मतलब हम अब साथ में रहेंगे आस्था ने फिर एक बार कंफर्म करना चाहा एकांश ने मुस्कुराते हुए सहमति जताई थैंक यू थैंक यू थैंक यू थैंक यू सो मच कुंवर जी आप बेस्ट हैं आई लव यू आस्था ने खुश होते एकांश को असाइनमेंट में उसे उसे फ्लाइंग किस दे दी और फिर क्या किया यह सोचकर शर्माते हुए अपनी जुबान दातों के तले दबा ली

उसकी इस हरकत पर एकांश जोर जोर से हंसने लगा यूनो जान बहुत ज्यादा शर्माते हैं ऐसा लगता है कि आपको एकांश ने नजरों में शरारती भाव लाते हुए कहा और आस्था के चेहरे की गुलाबी रंग काफी हद तक बढ़ गई थी उसने झट से कॉल कट कर दिए एकांश की उन नजरों का सामना करने की और हिम्मत उसमें नहीं थी

अगला एक हफ्ता काम में बीत गया इंटरनेशनल लेवल पर कॉन्ट्रैक्ट होने की वजह से दोनों की बहुत सारी लीगल फॉर्मेलिटीज और बेसिक पर प्रेजेंटेशन तैयार करना पड़ा फाइनली वह सारा काम कंप्लीट कर आते हैं इंडिया के लिए रवाना हो गई

अपने कुंवर जी के पास उनसे मिलने रूद्र स्वप्न और श्रावणी उसे लेने एयरपोर्ट पर आ गए थे पीली कुर्ती और काली पटियाला पैंट वन साइड नहीं हुई ओढ़नी गोल शेप के ईयररिंग और गले में कांच के नाम का मंगलसूत्र जिसकी डिजाइन कुछ ऐसी ही थी कि सामने वाले को वह चैन ही दिखती लाइट लिपस्टिक और चेहरे पर एकांश से मिलने के असाइनमेंट खुले लंबे बाल वह प्रेसिंग किए हुए थे

आस्था के लुक सब देखते ही रह गए कोई भी यह नहीं कह सकता था कि वह 5 साल से ज्यादा यूएसए जैसी जगह पर रही है उसकी शादी की और उसके सादगी में भी खूबसूरती वाकई में लाजवाब थी उसने अपने बैग संभालते हुए सामने आए हुए बालों को पीछे किया और उसकी इस अदा से वहां पर मौजूद सभी का दिल धड़क उठा

भाभी सा रुद्र ने खुश होकर उसे आवाज दी और जल्दी से उसके पास आ गया आस्था ने तीनों को एक-एक करके गले लगाया और वह सभी पैलेस के लिए निकल पड़े रास्ते में उनका जो बातों का दौर शुरू हुआ वह घर पर आकर भी थमा

दादी सा ने आस्था की आरती की और अच्छे से नजर उतार कर उसे घर के अंदर लिया आस्था की नजरों से एकांश को भी तलाश रही थी लेकिन उसके नाम लिखने पर उसे बड़ा बुरा लगा फिर भी उसने अपने चेहरे पर के एक्सप्रेशन बिल्कुल भी चेंज नहीं किए घर के सभी जेंट्स ऑफिस गए हुए थे अर्जेंट अर्जेंट काम होने की वजह से श्रावणी भी अपना और द रुद्र साथ चली गई थी

दादीसा बड़ी दादी का और दाई मा कहां है आस्था ने पूछा वह दोनों हरिद्वार गई है बेटा कल सुबह तक आ जाएंगे दादीसा ओहो आस्था को पूछना था कि एकांश कहां है लेकिन वह पूछ ही नहीं पाई

अच्छा आज तो आप आप आराम कीजिए जेट लके हुआ होगा ना आपको अच्छा सामान हमने कमरे में रखवा दिया है चलिए हम लेकर चलते हैं आपको मृणाल 5 मिनट बड़ी मां हम पहले गार्डन दिखाएं प्लीज आस्था ने होठों का पाउट बनाते हुए क्यूट ली कहा वह मना ही नहीं कर पाए

आस्था जल्दी से बाहर की और गयी गार्डन में जाकर अपने फेवरेट झूले पर बैठ गए उसमें पुरानी यादों को ताजा किया और पार्किंग एरिया में एकांश की कार को तलाशा जैसे ही वह उसे दिखी आस्था के चेहरे पर एक स्माइल बढ़ गई और फिर से पैलेस की ओर दौड़ पड़ी

आस्था की नजरें हॉल में कारों और अकाउंट को ढूंढ रही थी लेकिन उसकी गैरमौजूदगी से नाराज होकर अपने पुराने कमरे में चली गई लेकिन उसे यह बिल्कुल भी नहीं पता था कि वह इस कमरे में जा रही है अब वहां उसने कुंवर जी रहते हैं आस्था ने नाराज होते हुए दरवाजा बंद किया और गुस्से से अपनी ओढ़नी एक और फेंक दे दरवाजे को पीठ करके खड़ी रही

वह तड़प रही थी एकांश से मिलने के लिए लेकिन उसे वह कहीं भी दिखाई नहीं दिया गुस्सा नाराजगी बेचैनी उसे ना देखने का दर्द सभी भाग उसके चेहरे पर आ गए बाथरूम के दरवाजे की आवाज से उसकी नींद टूटी और बस सामने देखते ही रह गई एकांश अपने बालों को पहुंचते हुए बाथरूम से बाहर आया

उसने सिर्फ ट्रेक पैंट पहने हुए थे उसकी वह मस्कुलर ओपन जिनी बॉडी बॉडी बेहद और हॉट दिखाई दे रही थी शिकायत की नजरें भी आस्था को देखते हुए उसी पर रुक जा रुक जा दोनों बस एक दूसरे को देख रहे थे बिना पलकें झपकाए डांस में अपनी बाहें फैला दी और आस्था तेजी से उससे जाकर लिपट गई

दोनों ने अपनी बाहें इतनी बात करी हुई थी कि उनके बीच से हवा भी गुजर नहीं सकती थी कितनी देर से वह बस एक दूसरे से लिपट रही थी खामोशी से एक दूसरे की सांसो को धड़कनों को महसूस करते हुए और अपने आंखों से खुशी के आंसू बरसाते हुए

जान एकांश ने उसे पुकारा और आस्था ने वैसे ही लिपटे हुए सिर्फ सर के ऊपर उसकी तरफ मासूम इसे देखा एकांश को इतनी क्यूट लगी कि उसने बिना कुछ सोचे आस्था के लोगों को अपने लोगों में ले लिया दोनों धीरे-धीरे एक दूसरे के होंठों का रसपान कर रहे थे

एकांश को अपने लफ़्ज़ों से ज्यादा अपने छुअन से बताना बेहतर लगा कि उसने किस हद तक उसे मिस किया वह पेशेंटली उसे किस किए जा रहा था और आस्था भी उसका पूरा साथ दे रही थी आखिर सांसो की कमी की वजह से उसने उसे छोड़ा और शरारत भरी नजरों से उसे देखने लगा आस्था शर्मा कर उसे दूर हो गई है

उसे पीछे से अपनी बाहों में भर लिया और अपने होंठ उसके कानों पर घुमाने लगा आस्था सिहर कर अपने आप में ही सिमटी जा रही थी एकांश की छूवन उसे अलग अलग ही दुनिया मैं ले जा रही थी उसकी धड़कनों के साथ सांसो की तेजी भी काफी हद तक बढ़ चुकी थी जो एकांश को भी महसूस हो रही थी जान पहले ही हम काफी दूर हो रह चुके हैं अब जाकर तो करीब आए हैं और आप हैं कि फिर से दूर जा रहे हैं एकांश को ऐसे कहते हैं आस्था जब से पलटी को उसके मुंह पर अपना हाथ रख दिया

ऐसा मत कहिए कुंवर कि हम अब आपसे बिल्कुल भी दूर नहीं जाना चाहते हम आपके साथ आपके पास रहना है आस्था की आंखों में नमी छा गई जान हम मजाक कर रहे हैं आपसे

एकांश फिर से हमारे दूर होने का मजाक कीजिए मत कीजिएगा वरना आस्था ने कुछ को धमकी देते हुए कहा और बदले में एकांश ने उसकी उन आंसुओं की बूंदों को अपने लबों से पीलिया और फिर एक बार उसकी नजर आस्था के वोटों पर चली गई

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