दिल के तराने: प्यार के बोल बैरागी दिलीप दास द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

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दिल के तराने: प्यार के बोल

भाग 1

दिल के तराने लिखूँ आज,
प्यार के बोल आज सुनाऊँ।
ज़माना ये रंगीनी ले रहा है,
मेरी ज़िंदगी को आज मैं बताऊँ।

प्यार के बोल हैं जड़ी तार,
बिना कहे भी सब कुछ समझ जाते हैं।
दिल के तराने बिखर रहे हैं,
मेरी आँखों से आज ये आंसू बह जाते हैं।

मोहब्बत की लहरें ले आई हैं,
हर आवाज़ में दिल की बातें हैं।
प्यार के बोल ज़मीन पर फैल गए हैं,
मन की गहराइयों को आज मैं दिखलाऊँ।

दिल के तराने बांधे हैं रस्तों में,
प्यार के बोल लिखे हैं सितारों में।
ये आग जो जल रही है दिल में,
वो रौशनी आज सबको दिखलाऊँ।

चाहत की धड़कनों का नग़मा है,
प्यार के बोल लहरा रहा है समा।
दिल के तराने आज उठ रहे हैं,
मेरी कहानी आज मैं सुनाऊँ।

भाग 2

दिल के तराने, प्यार के बोल,
बंधनों को छूने, दिल को खोल।
इक चाहत की बातें, इक उम्मीद का राग,
मिट जाते हैं सभी दुख, हर दिल की आवाज।

प्यार की कहानी, भावनाओं का संगम,
रंगी हुई है ज़िन्दगी, खुशियों का इंगम।
दिल की धड़कनों में छुपी, प्यार की बोली,
ज़िंदगी को महकाती, खुशियों की मौली।

दिल के तराने, प्यार के बोल,
छू गए हर दिल को, खो गए मस्त बहकते ख्वाब।
एक नयी उम्मीद, एक नया सपना,
प्यार के ज़रिए मिला, खुशियों का खजाना।

ज़िंदगी की राहों में, प्यार की गाथा,
एक दूसरे को पाना, प्यार का सच्चा सफर।
हर दिल के अंदर, चुपी हुई धड़कन,
प्यार के सुरों में, दिल का हर तराना।

दिल के तराने, प्यार के बोल,
जीने की राहों में, खो गए सबके अंधियारे।
प्यार की मिठास, दिलों का मस्ताना सफर,
जीवन को सजाती, प्यार की मन्नत की फौज़ी लाड़ी।

भाग 3

दिल के तराने सुना के रह गए हम,
प्यार के बोल बोला के रह गए हम।

हर धड़कन में छुपी थी आशा की बहार,
खोये हुए लम्हों की खोज में रह गए हम।

प्यार की जुबान से निकले मोहब्बत के बोल,
आँखों में छुपी थी वो राज बता के रह गए हम।

तुम्हारे दीवाने बन गए हम आज़ादी से,
मरते दम तक ये यारी निभा के रह गए हम।

ज़िंदगी की राहों में बिखरते चले गए,
तेरे नग्मों के सहारे खो गए हम।

दिल के तराने छूने थे तेरी बातों में,
प्यार के बोल सुना के रह गए हम।

जब तू मुस्कुराती है, खुशी सा जगमगाता है,
दर्द को भी तू अपने आप में सुला के रह गए हम।

दिल के तराने गुनगुनाते रहेंगे यहां,
प्यार के बोल बोला के रहेंगे हम।

भाग 4

दिल के तराने, प्यार के बोल,
जीवन के संगीत, आवाज़ के मोल।

बीते लम्हों की यादों की संगीता,
मन को छू जाती है ये धुन विभीता।

प्यार की बोली में छुपे हैं राज़,
जो दिल को छू जाती हैं बेख़बराज।

आवाज़ों की लहरों में बहती हैं भावनाएं,
दिल की कश्मकशों को सुनाती हैं कहानियाँ।

जिधर भी जाती हैं ये सुरीली धड़कनें,
जीवन को मिलती हैं नयी उमंगें।

इन गीतों के रंग में लिपटे हैं यारों,
दिल की हर बात कह देते हैं इंसानों।

ये गजल लिखते हैं दिल के तरानों से,
प्यार के बोलों को बनाते हैं अद्वितीय तरानों से।

भाग 5

दिल के तराने गुनगुनाते हैं,
प्यार के बोल बयां करते हैं।

जब वो आँखों में छाये हों,
ज़िंदगी के सब रंग जगाते हैं।

मुस्कान बनकर होंठों पे खिलते हैं,
दिल की धड़कनों को बहलाते हैं।

ये तराने आँखों में चमकते हैं,
दिल के राज को दर्पण बनाते हैं।

प्यार के बोल सुनते ही दिल ज़रा,
खुशियों के गीत भी सुनाते हैं।

मोहब्बत की आहटें लहराते हैं,
हर सांस में प्यार को पलाते हैं।

दिल के तराने हमेशा बजते रहेंगे,
प्यार के बोल सदा सुनते रहेंगे।

इन गीतों को सदा याद रखेंगे,
दिल की ज़ुबां से प्यार जताएँगे