हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ ।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ ।।
(1)
सिर पर जो रख दे, हाथ प्यार से तो ,
भूल जाए सारी दुनिया ,
भूल जाए सारी दुनिया ।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ ।।
(2)
मुश्किलों में हम जब भी हो ,
मां को याद करते ही निकल जाए ,
मुश्किलों की हवा ,मुश्किलों की हवा ।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ।।
(3)
जिंदगी तो आनी जानी है ,
जाने सारा जमाना ।
लेकिन बड़ी किस्मत वालों को
मिलती है मां ! मिलती है मां !
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ।।
(4)
छप्पन भोगो से ज्यादा ,
मीठा है, मां के प्यार का खाना
चाहे हो सुखी रोटी निवाला।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ।।
(5)
तुझसे ना कोई कद में बड़ा ,
ना हद में बड़ा ।
ईश्वर भी तेरे हट के आगे रो पड़ा ।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ।।
(6)
तू है तो क्या चाहे हम ये जहां ,
तू ही मेरा जहां,
मैं ही तेरा जहां ।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ ।।
(7)
जो मां को तुने बनाया
खुद को तो तुने भुलाया
सारे जग को नचाने वाले
मां ने तुझको नचाया ।
हर दर्द की एक ही दवा , मां की दुआ , मां की दुआ।।
(8)
सारे जग में सबको है
खुद से ही लेना देना
एक मां ही है जो
सब से कहती है
जो लेना है ले जा
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ।।
हर दर्द की एक ही दवा ,
मां की दुआ , मां की दुआ।।