दोनों ढेरो बातो संग अपना खाना खत्म करते हैं l
दादा मम्मी पापा कैसे है,, क्या उन्हें तनिक भी याद नहीं आती हमारी कि उनकी कोई बिटिया भी है l
मै हूँ ना फिर तुम्हे क्या जरुरत है मेरे बच्चे प्यार से सिर पर हाथ फ़ेरते हुये कहता है अयाची ?
नहीं ऐसी बात नहीं है आप ना होते तो शायद मै जिन्दा भी नहीं रहती ज़िन्दगी भर घुट घुट कर मर जाती है !!
मेरे रहते तुम कभी घुट घुट कर नहीं जियोगी पूरी आजादी के साथ सही निर्यण के साथ जीवन जियो l एक बात हमेशा याद रखना मेरे बच्चे तुम्हारा ये दादा आखिरी सांस तक तुम्हे हर उस व्यक्ति से सुरक्षित रखेगा जो तुम्हे दर्द देगा!!
समझे बच्चे!!
तू किसी बात कि फ़िक्र मत तू बस अपने काम पर ध्यान दे पूरे आनंद से खुल कर जियो मेरे लाल l
हा दादा आप है तो मै भी हूँ ,,कहकर मुस्कुरा दि l
याचू वैसे तेरी चन्द्रा के क्या हाल है तुझे लेकर उतनी हि पोजेसिव है अभी भी l
अरे दादा उसको पूछो मत मम्मियो जैसी नजर रखे रहती है,,, कोई मुझे कुछ कह दे फिर देखो कैसी चढ जाती है उसपर !!
वैसे दादा जे बात सब छोडो आप मेरी भाभी कब ला रहे हो... घूरती हुई पूछती है l
अरे याचू मिले तो तभी ना लाऊगा ना तेरी भाभी,,,,वैसे मुझ सावले कौन पसंद करेगा और मेरी उम्र भी 30 कि,, माथे पर उंगली धरे हुये कहता l
अरे दादा आप देखना मेरी भाभी जो भी होगी वो खुद हि आपको ढून्ढ लेगी l
हम्म!! शायद l
अब तू जा आराम कर मै कुछ दिन यही रहुगा तब तक मै बर्तन धुल रख दू l
अरे दादा मै आपकी हेल्प कर देती हूँ आप धुलना मै पोछ कर रख दुगी l
हा चल ये भी ठीक है,,,,फिर बैठकर मूवी देखेगे साथ में l
हा दादा l
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याचना के पापा (शिवराज) कामिनी जी (याचना कि मम्मी)
ये अयाची तुम्हे बताकर गया है कि वो कहा जा रहा है l कब तक आयेगा l
कामिनी जी,,,,फोन किया था तो उसने फोन नहीं उठाया बाद में मेसेज आया था काम से कुछ दिन बाहर है l क्यों कुछ हुआ है क्या?
नहीं बस युही पूछ रहा हूँ !
याचना के बारे में क्या सोचा है कामिनी जी उसे कब और कैसे बुलाना है उन लोगो का फोन भी कुछ दिन पहले आया था आपको तो पता हि है l
(याचना शिवराज और कामिनी के बायोलोजिकल माता पिता नहीं है ,अयाची जब 10साल का था वो अपनी उम्र के हिसाब से काफ़ी समझदार था,,, तो उसे याचना सडक किनारे डिब्बे में कुत्ता उस डिब्बे को जब ले जाने लगा वो बच्ची दहाडे मार कर रोने लगी तभी अयाची कि नजर उसे अपने साथ घर ले आया बहुत हि ज़िद करके घर में रहने के लिये अपनी मम्मी पापा को राजी किया था ,
शिवराज और कामिनी जीने शर्त रखी थी कि याचना के शादी वो अपनी मर्जी से करेगे तुम्हे कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए,, उसके मम्मी पापा कतई याचना को पसंद नहीं करते है l बेहद चिढ है उन्हे याचना से l
उसकी शादी कि बात शिवराज और कामिनी जी ने किसी अपने दोस्त के बेटे से तय कर दी थी)
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सामर्थ्य और शिखर दोनों हि ओफ़िस से आकर किचेन में साथ में खाना बना रहे थे......!!
शिखर,,,,,सामर्थ्य से तू शादी कर ले मेरे यार यू रोज रोज खाना ना बनाने पडेगा ,, फिर कितना अच्छा होगा ना लज़ीज़ लज़ीज़ खाना खाने को मिलेगा अपनी लार टपकाते हुये ll
सामर्थ्य ; उसे छोटी छोटी आँखो से घूरतॆ हुये तू कब पूरा खाना बनाता अकसर मै हि बनाता हूँ l और जो भी तेरी भाभी होगी वो क्या यहा खाना बनाने के लिए आयेगी l
तुझे जादे पडी है शादी कि तू क्यों नहीं करता बोल ना l
शिखर ; अरे यार मै तो आज हि कर लु पर कोई होना भी चाहिए ना मासूम सा बच्चा बनाकर कहता!!
अबे चल नौटंकी बाज जब होनी होगी हो जायेगी l
खाना खाते है चलकर बहुत जोरो कि नीन्द भी आ रही है l तू तो सो लिया था साले l मुह टेडाकर कहता है l
अबे तू चुप कर मुहँ टेडा ना कर नहीं तो ऐसा हि हो जायगा फिर मेरी भौजाई भी नाही मिलिहे खुलकर मुस्कुरा दिया l
अबे तेरी तो....गले से पकडते हुये उसे सामर्थ्य मारते हुये बहुत मारुगा ज्यादा बोला तो l
अरे छोड मेरे भाई अभी तू मेरी शादी भी नहीं नहीं बच्चे तू अभी ऊपर पहुचाने का काम कर रिया है l
अब चुपकर खाना खाओ चलकर l
जारी है ...!!
स्वस्थ रहिये खुश रहिये 🙏