Jasbat-e-Mohabbat - 8 books and stories free download online pdf in Hindi जस्बात-ए-मोहब्बत - 8 (1) 1.2k 2.4k और रिचा फ़्रेश होकर खाना खाने चली जाती और खाना खाकर जल्दी से रूम मे आ जाती है ओर सोचती है कि इतना अच्छा सपना काश माँ थोड़ी देर ओर सोने देती पर दिलो दिमाग मे अवस्थी सर ही रहेंगे तो मैं पढ़ाई कैसे करूंगी रिचा सोचती है नहीं रिचा तुझे किसी भी तरह से पढ़ाई मे ध्यान लगाना होगा और रिचा पढ़ाई करने लगती है सुबह रिचा लेट सो कर उठती है फ़्रेश होकर रूम से बाहर निकलती है और माँ से नाश्ता मांगती है माँ रिचा को नस्ता देती है रिचा अपना नस्ता ख़त्म करके माँ से कहती है माँ मैं रूम मे जा रही हु रूम मे बैठ कर ही पढ़ाई करूंगी,रिचा रूम मे जाकर पहले नयन्सी को कॉल करती है नयन्सी कल से पेपर है पर थोड़ा पहले चलेंगे यार,नयन्सी कहती है क्यूँ पहले क्यूँ ,रिचा कहती है यार मुझे न पेपर से पहले अवस्थी सर को देखना है तभी नयन्सी कहती है हा तेरा लकी चैम जो है अवस्थी सर,अच्छा ठीक है टाइम से पहले चलेंगे ठीक है चल बाए और फिर रिचा पढ़ाई करने लगती है रिचा पढ़ाई कर रही होती है तभी माँ रिचा के लिए कॉफी लेकर आती है,रिचा ये ले बेटा पहले कॉफी पीले,रिचा माँ को थेंक यू कहती है माँ रिचा के रूम से चली जाती है और रिचा कॉफी पीते पीते पढ़ाई करने लगती है रिचा पढ़ते पढ़ते सो जाती है अगले दिन रिचा सुबह थोड़ा लेट उठती है पेपर 11 बजे से शुरू होने वाले होते है पर रिचा टाइम देख कर घबरा जाती है यार आठ बज गए मैं पक्का लेट हो जाऊँगी कॉलेज पहुँचने मे,असल मे ये घबराहट पेपर की नहीं प्रोफ़ेसर अवस्थी को देखने की होती है कि पेपर से पहले उन्हे देख पाऊँगी भी या नहीं इतने मे मोबाइल की रिंग बजती है,रिचा कॉल उठती है ये कॉल नयन्सी का होता है पर रिचा बिना मोबाइल देखे कॉल उठाती है हैलो कोन,अरे मैं बोल रही हूँ नयन्सी कहा खोई है बे सुबह सुबह रिचा कहती है अरे वो मैं अभी सो कर उठी न इस लिए देखी नहीं हा बोल,नयन्सी कहती है कितने बजे तक आ रही है रिचा कहती है मैं नाइन थर्टी तक निकल जाऊँगी तू तैयार रहना मैं तैयार होने जा रही हूँ ओर कॉल कट कर रिचा नहाने जाती है रिचा नहा कर तैयार होती है तभी माँ रिचा के लिए कॉफी लेकर आती है रिचा माँ से पुछती है माँ पापा चले गए क्या माँ कहती है नहीं अभी नास्ता कर रहे है तेरे पापा,ठीक है माँ मैं अभी आई और रिचा तैयार होकर पहले अपने पापा के पास जाती है गुड मॉर्निंग पापा रिचा के पापा, गुड मॉर्निंग मेरी गुड़िया हो गई तेरे पेपर की तैयारी रिचा कहती है हा पापा हो गई,ठीक है बेटा अच्छे से पेपर करना गुड लक अच्छा मुझे ऑफिस निकलना है बेटा शाम को मिलते है इतना कह कर रिचा के पापा चले जाते है रिचा की माँ रिचा को नास्ता देती है रिचा नास्ता करके रूम मे जाती है ओर नयन्सी को कॉल करती है ‹ पिछला प्रकरणजस्बात-ए-मोहब्बत - 7 › अगला प्रकरणजस्बात-ए-मोहब्बत - 9 Download Our App अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी dinesh amrawanshi फॉलो उपन्यास dinesh amrawanshi द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 16 शेयर करे आपको पसंद आएंगी जस्बात-ए-मोहब्बत - 1 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 2 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 3 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 4 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 5 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 6 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 7 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ए-मोहब्बत - 9 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ऐ-मोहब्बत - 10 द्वारा dinesh amrawanshi जस्बात-ऐ-मोहब्बत - 11 द्वारा dinesh amrawanshi NEW REALESED Adventure Stories शशशशश...... धुंध में कोई राज है?? - भाग 3 Mini Fiction Stories प्यार हुआ चुपके से - भाग 6 Kavita Verma Love Stories पागल - भाग 25 कामिनी त्रिवेदी Love Stories द मिस्ड कॉल - 5 vinayak sharma Horror Stories द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 35 Jaydeep Jhomte Moral Stories उजाले की ओर –संस्मरण Pranava Bharti Adventure Stories एक गाँव की कहानी दिनेश कुमार कीर Moral Stories हरसिंगार Bharati babbar Fiction Stories अमावस्या में खिला चाँद - 2 Lajpat Rai Garg Love Stories मेरे हमदम मेरे दोस्त - भाग 2 Kripa Dhaani