एपिसोड 23 ( शादी हो भी गई ... )
हॉस्पिटल कनिका कायरा के लिए बहुत परेशान हो गई थी | उसे समझ ही नही आ रहा था की ... वो कायरा का दर्द कम करने के लिए क्या करे | किसी भी दवाई का कायरा पर कोई असर नही हो रहा था | तभी कनिका को याद आयय ... की कैसे पिछली बार जब कायरा बीमार हुई थी ... तो अबीर ने कायरा को बिलकुल ठीक कर दिया था | कनिका अभी ये सब सोच ही रही थी की ... उसे अबीर की आवाज़ आती है ....
अबीर :: “तो क्या सोचा है ...”
कनिका अपनी कंफ्यूज नजरों से अबीर की तरफ देख रही थी | मनो अबीर से पूछ रही हो ... की “किस बारे में बात कर रहे हो तुम ..”
अबीर :: “मुझसे शादी ....”
अबीर को आगे कुछ ओर कहने की जरूरत ही नहीं पड़ी | कनिका को सब याद आ गया की ... अबीर ने उससे कहा था ... की “मुझसे शादी कर लो ... मैं तुम्हारी बेटी को हमेशा के लिए ठीक कर दूंगा ...”
पर कनिका को लगा था की ... अबीर मजाक कर रहा था | कनिका को लगा था की अबीर भूल भी चूका होगा की उसने ऐसी कोई बचकान सी हरकत रखी होगी | पर जब कनिका के ध्यान से अबीर के चेहरे की ओर देखा .. तो पाया की अबीर अभी भी मजाक नहीं कर रहा था | कनिका ने बहुत सोचा | क्यूंकि वो अपने बच्चों की खुशियों को आंच नहीं आने देखा चाहती थी |
अबीर जैसे कनिका के दिल की बात को समझ गया हो | वो कनिका से बोला |
अबीर :: “तुमसे शादी करनें की 90 % वजह तुम्हारे बच्चे ही हैं | मुझे तुम्हारे बच्चे बहुत पसंद हैं | एक मिनट ... कनिक तुम ये तो नहीं सोच रही न ... की मैं तुमसे शादी इसलिए करना चाहता हूँ .. क्यूंकि ....”
कनिका :: “क्या बकवास कर रहे हो तुम ... मैंने ऐसा कब कहा ...”
अबीर :: “पर मैंने तो अभी अपनी पूरी बात की ही नहीं थी ...”
अबीर की बैटन से अब कनिका झेंप गई थी| वो मन ही मन सोच रही थी की ... भला कोई इंसान इतना सेल्फ ओब्सेस्सेड कैसे हो सकता है | उसे अबीर पर गुस्सा आ रहा था | बहुत सोचने के बाद ... कनिका ने अबीर से कहा ....
कनिका :: “पर मुझे इस बारे मैं बच्चों से भी तो ...”
अबीर ::” उन सब की चिंता तुम मत करो ... जल्दी बोलो ... तैयार हो मुझसे शादी करने के लिए ... “
कनिका अब इस वक्त कायरा की फ़िक्र थी | अंदर वार्ड में कायरा दर्द में थी | जैसे ही कनिका को कायरा की मासूम आँखों में आंसू याद आये ... कनिका ने जल्दी से अबीर को हाँ कर दी |
कनिका की हाँ के बाद ... अबीर ने कायरा को पिछली बार की तरह ठीक तरह ठीक कर दिया था | ओर इस वक्त शाम के चार बज रहे थे | कनिका ओर अबीर दोनों के सामने पपेर थे ... जहाँ उन दोनों को अपने सिग्नेचर करने थे | ओर फिर दोनों एक रिश्ते में बांध जाते | कनिका अभी भी ये सोच रही थी ... की वो ठीक कर रही है या नहीं ... जब अबीर ने कनिका को सिग्नेचर करने को कहा | ओर उसे याद दिलाया की ... उसने अबीर को अपनी जुबां दी है | तो अब वो अपनी बात से मुकर नहीं सकती है |
एक गहरी सांस के साथ ... कनिका ने उन पेपर्स पर अपने सिग्नेचर कर दिए | अबीर की ख़ुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं था | पर वो कनिका को शो नहीं कर सकता था की ... उसकी चाल कामियाब हो गई | अबीर का मन कर रहा था .. की कनिका को कास कर गले लगा ले | पर अभी उसे ये ठीक नहीं लगा | वो मन ही मन सोचने लगा ... “अगर कनिका बुरा मान गई थी ?”
ओर फिर आराम से कनिका का हाथ पकड़ वहां से चला गया | कनिका बार बार अपने हाथ में उन सर्टिफिकेट को देख रही थी | जिसमे कनिका अब मिस से मिसेज़ हो गई थी | वो अब किसी की बीवी बन चुकी थी | सिर्फ एक रात में कितना कुछ बदल सकता है | यही सब कनिका सोच रही थी |
क्या होगा अब आगे कनिका ओर अबीर की ज़िन्दगी में | जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ ...