प्यारी दुनिया... - 22 - बेहोश कायरा.... Deeksha Vohra द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यारी दुनिया... - 22 - बेहोश कायरा....

एपिसोड 22 ( बेहोश कायरा .... )
गहरी नींद में कायरा बिस्तर पर सो रही थी | कायर्व ने अपनी गहरी नीली आँखों से घर कै गेट की तरफ देखा | जहाँ अबीर , वीर ओर रिया जस्ट अभी अभी पहुंचे थे | वो सभी गाड़ी से उतरे | ओर मनो अबीर को मालूम हो .. की कायर्व उन्हें देख रहा है | अबीर ने सीधा कायर्व की तरफ देखा |
ओर तीनो ने अचानक से अपना इच्छाधारी रूप लिया | ओर कनिका के कमरे में ... कायर्व के पास आ गये |
रिया हांफते हुए कायर्व से बोली |
रिया :: “बॉस ... आपने यूँ अचानक से यहाँ क्यूँ बुलाया ...”
कायर्व कुछ बोल पता ... अबीर बोल पड़ा |
अबीर :: “तुम्हारी माँ कहाँ है ?”
कायर्व :: “नानू अभी ममा को स्टडी रूम में लेकर गये हैं | ननु को ममा से कोई बात करनी थी ....”
अबीर ने कायर्व को आगे कुछ ओर बोलने का मौका ही नहीं दिया | वो सीधा आराम से सोई हुई कायरा के पास गया | बड़े प्यार से देखते हुए ... अबीर ने कायरा के माथे पर प्यार से किस की | ओर फिर कायरा की गर्दन के पीछे छुते हुए .... वहां से अचानक से चला गया | साथ ही ... वीर ओर रिया को भी उस कमरे से बाहर ले गया | पहले तो कायर्व को कुछ भी समझ नहीं आया | कुछ देर बाद ... कायरा अचानक से रोते हुए .... उठी | ओर कनिका को पुकारने लगी |
कायरा :: “(रोते हुए ) ममा ... मुझे दर्द हो रहा है ...”
कायरा को यूँ दर्द में रोते हुए देख .. कायर्व को अपने पापा पर बहुत गुस्सा आया | पर कुछ ही देर में वो समझ गया .... ओर कनिका को बुलाने के लिए चला गया |
स्टडी रूम में ...
कनिका :: “पापा ... क्या बताना है आपको ....”
मिस्टर शर्मा :: “बेटा आज मैं जो तुम्हे बताने वाल हूँ .... वो तुम्हारी ज़िन्दगी का एक ऐसा सच है .... जिसे अपना पाना तुम्हारे लिए शायद मुश्किल होगा | पर बेटा .. चाहे जो भी हो जाए ... तुम्हे उस सच को मन्ना ही होगा ...”
कनिका :: “पर पापा .... ऐसा क्या है .. जो मुझे नहीं पता ....”
मिस्टर शर्मा :: “पर उससे पहले मुझे तुमसे वादा चाहिए | मैं तुम्हे आज जो बताने वाला हूँ ... तुम उस के लिए ब्लामे नहीं करोगी | ओर ये बात सिर्फ अपने तक ही रखोगी | प्लीज़ बेटा ... मुझे वादा करो ...”
मिस्टर शर्मा की ऐसी जलेबी जैसी बातों को सुन ... अब कनिका का सब्र का बांध फूट रहा था | स्टडी रूम का महूल ऐसा लग रहा था ... मनो नजाने इस एक कमरे में ऐसे कितने ही राज़ छिपे होंगे | अब तो कनिका को भी ऐसा लगने लगा था .. की जरूर कोई ऐसी बात है .... जो इस कमरे से बहर नहीं जानी चाहिए | उसने सोच लिया था .... की वो अपने पापा की बात मानेगी |
आखिर तीन साल बाद उसके पापा ने कनिका से कुछ माँगा था | वो भी एक छोटा सा वादा | तो कनिका अपने भरी मन से बोली |
कनिका :: “ठीक है पापा ... मैं वादा करती हूँ | आज हम दोनों में यहाँ जो भी बात होगी ... वो इसी कमरे में रहेगी | ..”
मिस्टर शर्मा आगे कुछ बोल पाते उससे पहले ही .. कनिका के कानो में कायर्व की डरी हुई आवाज़ आती है | कायर्व हांफते हुए कनिका से कायरा के बारे में बताता है | जिसे सुन ... कनिका के पैर मनो जमीन में धस से गये हों | फिर भाग कर कायरा के पास गई | वहां देखा .. तो कायरा दर्द के मारे बेहोश हो चुकी थी | कायरा को यूँ बेहोश देख ... कनिका बहुत डर गई थी | उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था | उसने अपने ड्राईवर को कॉल किया ... ओर गाड़ी तैयार करने के लिए कहा |
कायरा की ऐसी हालत देख .. कनिका तो सब कुछ मनो भूल ही गई थी |
मिस्टर शर्मा ऐसा क्या कनिका को बताना चाहते थे .... ? ओर अबीर ओर बकी सब क्यूँ कनिका को मिस्टर शर्मा से बात करने से रूक रहे थे ? जानने हैं इन सभी सवालों के जवाब तो बने रहिये मेरे साथ | ओर जानिए अगले भाग में |