एपिसोड 21 ( मिस्टर शर्मा का गुस्सा .... )
अंजना जी को देख कनिका का मूड बुरी तरह खराब हो चूका था | तभी अंजना जी का ध्यान कनिका के साथ आए दो बच्चो पर पड़ा | अब्नाजा जी कनिका को ताना मारते हुए बोलीं |
अंजना जी :: ओह ! ये दोनों बच्चे कहीं तुम्हारी नाजायज़ ...
अंजना जी आगे कुछ ओर बोल पाटीं .. उससे पहले ही उनके मुह पर एक जोर दार तमाचा पड़ता है | जिसकी गूँज घर के गेट तक बड़े आराम से सुनाई दे सकती थी | कायरा तो मिस्टर शर्मा का ये डरावना रूप देख ... बुरी तरह डर गई थी | गुस्से में मिस्टर शर्मा की आँखें पिली रंग की हो गईं थी | जहाँ एक तरफ कनिका ओर कायरा मिस्टर शर्मा को देख डर रहीं थीं | वहीँ दूसरी तरफ कायर्व के चेहरे पर एक मुस्कान थी | जो कायर्व को नहीं जनता था ... उस के लिए तो सिर्फ नार्मल स्माइल थी ये | पर जो कायर्व को अच्छे से जनता था .... उसे पता था की इस स्माइल के पीछे क्या क्या छिपा हो सकता है |
उस तमाचे से अंजना जी निचे जमीन पर गिर गईं थी | वो चीखते हुए मिस्टर शर्मा से बोलीं ...
अंजना जी :: “आपकी इतनी हिम्मत ... आपने मुझे इस बेशरम के लिए मारा ...”
मिस्टर शर्मा के गुस्से का आईडिया वहां खड़े किसी भी इंसान को नहीं था | पर शायद कायर्व जान गया था की ... टाइम रहते अगर मिस्टर शर्मा को रोका नहीं गया तो ... शायद आज वो अपनी ही बीवी की जान भी ले सकते हैं | कायर्व अपनी काल्म पर भयानक आवाज़ में मिस्टर शर्मा से बोला |
कायर्व :: “नानू ..”
कायर्व की आवाज़ में मानो जादू हो | मिस्टर शर्मा ने एकदम से कायर्व की रफ देखा ... ओर उनका गुस्सा मनो एक हवा के झोंके की तरह गायब ही हो गया हो | ओर मिस्टर शर्मा कायर्व को देखते हुए किसी सोच में पड़ गये | फिर मिस्टर शर्मा ने किसी मैड से कहके .. अंजना जी को उनके कमरे में भेज दिया | आज तो मिस्टर शर्मा ने सोच ही लिया था की ... वो आज कनिका को सब सच बता कर ही रहेंगे |
मिस्टर शर्मा कुछ सोचते हुए कनिका से बोले |
मिस्टर शर्मा ::” कनु बेटा .... मेरे साथ चलो | मुझे तुमसे कोई बात करनी है |”
कनिका :: “पर पापा ... खाने का टाइम हो गया है | ओर कायरा की दवाई का भी टाइम हो गया है | तो अगर ...”
मिस्टर शर्मा :: “अरे हाँ हाँ क्यूँ नहीं ...चलो पहले डिनर कर लेते हैं ...”
ये कह सब डिनर टेबल की ओर चले गये | पर मिस्टर शर्मा बड़े ध्यान से कायर्व के चेहरे की तरफ देख रहे थे | उन्हें कायर्व का चेहरा ओर उससे आती ये गंध ... कुछ अपनी ओर जानी पहचानी लग रही थी | शायद कायर्व ने ये महसूस कर लिया था | इसलिए वो मिस्टर शर्मा से ज्यादा बात नहीं कर रहा था |
खाने के बीच ... मिस्टर शर्मा ने कायरा की तरफ देखा ओर उससे बड़े प्यार से पुछा |
मिस्टर शर्मा :: “कायरा बेटा .... आपको खाना कैसा लगा ...”
कायरा :: ( ख़ुशी से ) “ बहुत अच्छा .... सच में हना बहुत टेस्टी है ...”
कायरा की बात सुन मिस्टर शर्मा के चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई | ओर फिर सब ने शांति से अपना खाना खाया | खाना खाने के बाद ... कनिका ने कायरा को कायर्व को अपने पुराने कमरे में सुला दिया | जहाँ दोनों बच्चों को सुलाने के बाद ... कनिका किसी सोच में अपने पापा के स्टडी रूम में जा रही थी | वहीँ दूसरी तरफ कायर्व ने अपनी आँखें खोलीं |
कायर्व की हलकी नीली आँखें ... अचानक से गहरी नीली हो गईं | ओर वो चमकने लगीं | उन दो गहरी नीली नजरों ने कायरा की तरफ देखा ... जो बड़े आराम से सो रही थी | ओर फिर कायर्व अपने बिस्तर से उठ गया | ओर विंडो की तरफ गया | जैसे ही चाँद की रौशनी कायर्व पर पड़ी ... कायर्व का पूरा शरीर किसी तारे की तरह चमकने लगा | ओर वो गायब हो गया |
आखिर ऐसी क्या बात करनी थी .. मिस्टर शर्मा को कनिका से .. जिस के लिए वो अपनी बीवी तक को मारे को तैयार थे ? कायर्व अचानक से ऐसे गायब कैसे हो गया ? कौन था कायर्व ? जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ ओर जानिए अगले भाग में ...